यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 5 अक्तूबर 2018

कांग्रेस सत्ता में आई तो छः माह में शुरु होगा धनबाद चंद्रपुरा रेललाइन : सुबोधकांत सहाय

रांची। पूर्व केन्द्रीय मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा कि यदि 2019 के चुनाव में कांग्रेस सत्ता में आई तो छः महीने के भीतर झारखंड के धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन को फिर से शुरु कर दिया जायेगा। श्री सहाय नई दिल्ली में जंतर मंतर पर कांग्रेस द्वारा आयोजित धरना को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार जबरन आदिवासियों की जमीन छीनने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पीयूष गोयल के रेल मंत्री, कोयला मंत्री बनते ही लूट का खेल शुरु हो गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बस अब जूम्मा-जुम्मा आठ दिन की सरकार है। उन्होंने कहा कि इस ढोंगी सरकार को देश की जनता उखाड़ फेंकेगी। धरना स्थल पर झारखण्ड कांग्रेस के सह प्रभारी उमंग सिघार ने कहा कि कांग्रेस संवेदनशील पार्टी है,  झारखण्ड के आमजन की भावनाओं को समझती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर प्रदेश की जनता का शोषण कर रही है। रघुवर सरकार, मोदी-शाह का रबर स्टाम्प बनी हुई है। इस भ्रष्ट केन्द्र और राज्य सरकार को उखाड़ फेकना होगा, तभी देश का भला होगा।
 गौरतलब है कि धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन के बंदी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर तीन दिवसीय धरना का कार्यक्रम गुरुवार से शुरू हुआ। पहले दिन कांग्रेस के प्रदेश सचिव रणविजय सिंह, जागो सामाजिक संस्था के प्रमुख राकेश रंजन उर्फ चुन्ना यादव के नेतृत्व में यह धरना का कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ। इस धरना कार्यक्रम में झारखण्ड के सैकड़ों कार्यकर्ता शिरकत कर रहे हैं। इस क्षेत्र के नागरिकों का कहना है कि जब से धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन पर पैसेंजर और मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन केन्द्र सरकार ने ठप किया हैं, धनबाद-चंद्रपुरा के लोगों की जिंदगी तबाह हो गई है, करोड़ों का व्यापार ठप तो हुआ ही, पूरी आबादी का जन-जीवन प्रभावित हो चुका है।
धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन को पुनः बहाल करने के लिए लोग आंदोलित रहे हैं, पर केन्द्र व राज्य सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी है। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक भाजपा नेताओं का समूह यहां के लोगों को बराबर झांसे देता रहा है, पर इनकी हिम्मत नहीं कि धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन के आस-पास बसे लाखों लोगों के आंखों से आंखे मिलाकर बात कर सकें, कई भाजपा नेता हालांकि यहां की जनता को सब्जबाग दिखा रहे हैं कि ये लाइन फिर से चालू होगा, पर जैसे-जैसे दिन बीतते जा रहे हैं, लोगों का भाजपा से भरोसा टूटता जा रहा है, अब दिल्ली में तीन दिवसीय धरना का आयोजन क्या रंग दिखाता है? फिलहाल धनबाद सहित झारखंड की जनता का ध्यान दिल्ली के जंतर-मंतर पर टिकी है। दूसरे दिन शुक्रवार को भी काफी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरनास्थल पर शामिल होकर विरोध जताया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

बांग्लादेशी मॉडल की ओर बढ़ता देश

  हाल में बांग्लादेश का चुनाव एकदम नए तरीके से हुआ। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार...