मेसर्स गोपी कृष्णा एजेंसी के विरुद्ध होगी कार्रवाई
गिर सकती है प्रोजेक्ट इंचार्ज
पर गाज
सूर्यकांत
कमल
चतरा। शहर के विभिन्न गली मोहल्लों में लगे जर्जर विद्युत तारों के टूट कर गिरने से हो
रही घटनाओं को डीसी जितेंद्र कुमार सिंह ने गंभीरता से लिया है। मामले में कार्य
में लापरवाही बरतने वाले मेसर्स गोपी कृष्णा व उसके पदाधिकारियों के विरुद्ध डीसी ने कार्रवाई की बात कही है।
उन्होंने कहा है कि कार्य आवंटन के बाद भी एकरारनामा के मुताबिक कार्य को गति नहीं
देना एजेंसी की लापरवाही को दर्शाता है। जल्द ही एजेंसी व बिजली विभाग के वरीय
अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो लापरवाह
एजेंसी को डिबार करने को ले विभागीय पत्राचार करने पर भी विचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा है कि शहर के जर्जर तारों को बदलने का काम जल्द से जल्द शुरू कराने
का निर्देश बिजली विभाग के अधिकारियों को दे दिया गया है। गौरतलब है कि शहर के
बीचों-बीच बालिका उच्च विद्यालय के समीप स्थित है बिजली के खंभे पर लगा जर्जर तार
रिपेयर करने के दौरान चार माह पूर्व एक बिजली मिस्त्री रवि मिश्रा की मौत हो गई थी
अभी वह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि दो दिन पूर्व उसी पोल पर लगे जर्जर तार के
टूटकर नीचे गिरने से उसकी चपेट में आए खटाल संचालक की मौत हो गई। जिसके बाद मृतक
के परिजनों व शहरवासियों ने जमकर हंगामा मचाया था।
हैदराबाद की लापरवाह एजेंसी मेसर्स गोपी कृष्णा के
विरुद्ध जल्द बड़ी कार्रवाई हो सकती है। विद्युत कर्मी रवि मिश्रा व खटाल संचालक
संतोष यादव की करंट से मौत प्रकरण में गंभीर दिख रही सदर थाना पुलिस मामले की जांच
के बाद एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर रूपम सिंहा को गिरफ्तार कर जेल भेजने की योजना
में है। विभागीय सूत्रों के अनुसार पुलिसिया जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि
करीब डेढ़ वर्ष पूर्व विद्युत मेंटेनेंस का कार्य आवंटन होने के बावजूद एजेंसी ने
अब तक शहर में कार्य को गति नहीं दिया है। जिसके कारण जर्जर तारों के टूटने और
गिरने से आए दिन लोग अकाल मौत के गाल में समा रहे हैं। प्रोजेक्ट इंचार्ज होने के
नाते रूपम सिन्हा का दायित्व था कि वे ससमय इकरारनामा के मुताबिक जर्जर तारों को
बदलने की कार्यवाही शुरू करवाएं। लेकिन वह चतरा के बजाय हजारीबाग में कार्यालय
खोलकर कार्य के नाम पर महज खानापूर्ति करने में जुटे हैं। इसी के कारण जर्जर तारों
को रिपेयर करने के दौरान पहले बिजली विभाग के मानव दिवस कर्मी रवि मिश्रा और बाद
में गम भरी मंदिर इलाके में संचालित खटाल के मालिक संतोष यादव की करंट लगने से मौत
हो गई। सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि करीब चार माह पूर्व जिस बिजली के खंभे पर
करंट लगने से गिरकर बिजली मिस्त्री रवि मिश्रा की मौत हुई थी उसी बिजली के खंभे से
तार टूट कर गिरने से खटाल संचालक संतोष यादव की भी मौत हुई है। आए दिन घट रही
दर्दनाक हादसों के बाद भी न तो कार्य एजेंसी के प्रोजेक्ट इंचार्ज रूपम सिन्हा के
कानों पर जू रेंगा और ना ही अन्य अधिकारियों व कर्मियों के। विद्युत कर्मी रवि
मिश्रा की मौत के बाद तो परिजनों ने कार्य एजेंसी व उसके प्रोजेक्ट इंचार्ज के
विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई लेकिन फिर उसी स्थान पर घटे दूसरी घटना ने
एजेंसी के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया। खटाल संचालक की मौत से आक्रोशित
परिजनों ने आपूर्ति प्रमंडल के अधिकारियों के अलावे मेसर्स गोपी
कृष्णा के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है।