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शुक्रवार, 6 जुलाई 2018

विधायक मनोज यादव ने तीन घंटे जाम रखा जीटी रोड


मनीष कुुमार

हजारीबाग।
5 जुलाई को विपक्षी दलों के झारखंड बंद के दौरान बरही विधायक मनोज यादव ने चौपारण में तीन घंटे तक जीटी रोड को जाम रखा और अपनी गिरफ्तारी दी।


गुरुवार, 5 जुलाई 2018

कोकर में सड़क पर उतरे आदित्य विक्रम व अजय राय

रांची। झारखंड  प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश डेलिगेट आदित्य विक्रम जायसवाल एवं प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता अजय राय ने संयुक्त रूप से अपने समर्थकों के साथ आज लालपुर एवं कोकर एरिया में झारखण्ड बन्द को लेकर सड़क पर उतरे। इस दौरान कांग्रेस नेताद्वेय ने पार्टी झंडा एवं बैनर के साथ लोकतांत्रिक तरीके से सड़क पर पैदल मार्च किया और शांति ढंग से आमलोगों को माला पहनाते हुए एवं हाथ मिलाते हुए झारखंड बन्द को सफल बनाने तथा तमाम विपक्ष पार्टियों को सहयोग करने का अनुरोध किया। बन्द कराने के उपरांत कांग्रेस नेताद्वेय आदित्य विक्रम जायसवाल एवं अजय राय को पूर्वाह्न 11ः30 बजे लालपुर डीएसपी राजकुमार मेहता एवं थाना प्रभारी रमोद सिंह ने दोनों कांग्रेस नेताओं तथा उनके समथकों को बस में बैठाकर (गिरफ्तार कर) जेल कैम्प मोरहाबाद ले गये।
इस अवसर पर आदित्य विक्रय जायवाल ने कहा कि राज्य के रघुवर सरकार पूरी तरह से तानाशाह हो चुकी है, कोरपोरेट एवं पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए भूमि अधिग्रहण बिल का संशोधन कराया है ताकि राज्य के गरीब आदिवासियों की जमीन को कम कीमतों में छीना जा सके। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून संशोधन का असर सीधा झारखंड के आदिवासियों-मूलवासियों पर पडेगा। सरकार के इस नीति से आज पूरा झारखंड की जनता आक्रोश है, इसका जवाब झारखंड की जनता आने वाले चुनाव में रघुवर सरकार को मुंह तोड़ देगी।
पूर्व प्रवक्ता अजय राय ने कहा कि भाजपा सरकार भूमि अधिग्रहण बिल संशोधन कर कृषि योग भूमि को गैर कृषि योग भूमि घोषित करने के लिए नियम बनाये हैं ताकि यहां के गरीब किसानों की जमीन को कोरपोरेटर घरानें के लोगों को दिया जा सके। ऐसे होने पर भविष्य में कृषि योग्य भूमि की काफी कमी होने की संभावनाएं है।
झारखंड बन्द कराने के दौरान लालपुर एवं कोकर एरिया से गिरफ्तार होने वाले नेताओं व कार्यकर्ताओं में मुख्य रूप से अजय राय  आसिफ जिआउल  अमरजीत सिंह,  ओम प्रकाश , राजीव चौरसिआ , गौरव आनंद , आशुतोष ,कुन्ज ,वैभाव ,दारा बड़ाइक ,नीतीश मामा ,दीपक ओझा ,प्रेम कुमार ,कुलदीप कुमार ,आदि शामिल थे

बंद की सफलता पर सुबोधकांत ने दी जनता को बधाई

विपक्षी गठबंधन की एकजुटता बनाए रखने की अपील


रांची। कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने झारखंड बंद को ऐतिहासिक करार देते हुए झारखंड की जनता और विपक्षी गठबंधन के नेताओं को बधाई दी है। श्री सहाय ने कहा कि यह विपक्षी एकता और उसके प्रति जनता के बढ़ते भरोसे का प्रतीक है। झारखंड की जनता रघुवर सरकार के नकाब के पीछे के चेहरे को पहचान चुकी है। उसके हिडेन एजेंडे को जान चुकी है। अब वे जनता को बहला या फुसला नहीं सकते। उनकी सत्ता के दिन पूरे हो चुके हैं। श्री सहाय ने झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास और केंद्र की मोदी सरकार को सलाह दी है कि कम से कम अब तो कार्पोरेट की सेवा बंद कर जनता की सेवा पर ध्यान दें। आखिर जनता के बीच किस मुंह से जनादेश मांगने जाएंगे।
श्री सहाय ने विपक्षी गठबंधन के नेताओं को और मजबूती के साथ एकजुट होकर भगवा सरकार की जन विरोधी नीतियों का पर्दाफाश करने और  जनता के मुद्दों को लेकर संघर्ष तेज़ करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून में किसी तरह के संशोधन का प्रयास बर्दास्त नहीं किया जाएगा।

बंद के दौरान सुबोधकांत ने दी गिरफ्तारी


कहा-विपक्ष की आवाज़ दबाना चाहती है सरकार



रांची। पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय आज सम्पूर्ण विपक्ष बंदी के दौरान कांग्रेस भवन से जुलूस के शक्ल में अपर बाजार, शहीद चौक होते हुए मेन रोड पहुँचे। जहाँ जिला प्रशासन ने गिरफ्तार कर कैम्प जेल में रखा। श्री सहाय ने कहा कि रघुवर सरकार पूरी तरह से संवेदनशील हो गई है। किसानों, आदिवासियों की जमीन हडपना चाहती है और लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज को लाठी डंडे और गोली के आवाज पर दबाना चाहती है। मौके पर सुरेन्द्र सिंह, राकेश सिन्हा, दीपक लाल, बैलेस तिर्की, योगेन्द्र सिंह, सोनू वर्मा, उदय प्रताप सिंह सहीत सैकडो कांग्रेसी कार्यकर्ता थे।

झारखंड बंद असरदार

रांची। भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक के खिलाफ विपक्षी दलों का झारखंड बंद अधिकांश जिलों में सफल दिख रहा है। दिन के 12.30 बजे तक बंद समर्थकों के सड़क पर उतरने, कहीं-कहीं टायर जलाकर सड़क जाम करने और गिरफ्तारियां देने की खबरें आ रही हैं। लेकिन अभी तक कहीं से भी जोर जबर्दस्ती अथवा हिंसात्मक टकराव की खबर नहीं है। दुकानें बंद हैं। अधिकांश स्कूल बंद हैं। परीक्षाएं अपने निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक चल रही हैं। राजधानी रांची में सवारी गाड़ियां कम चल रही हैं लेकिन निजी वाहनों का परिचालन जारी है। सड़कों पर रोज की तरह वाहनों का आवागमन नहीं है लेकिन कहीं सन्नाटा नहीं है। सुरक्षा बल चप्पे-चप्पे पर नजर रख रहे हैं। नक्सली इलाकों में विशेष चौकसी बरती जा रही है। विपक्षी नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ निकले हैं लेकिन उनका प्रयास भी शांतिपूर्ण तरीके से बंद को सफल बनाने की है। हालांकि अभी पूरा दिन बाकी पड़ा है। 

सोमवार, 2 जुलाई 2018

ऐतिहासिक होगा 5 जुलाई का बंद : सुबोधकांत सहाय

दावाः कार्पोरेट की कठपुतली सरकार के खिलाफ उमड़ेगा जन सैलाब

रांची।  पूर्व केंद्रीय मंत्री और झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता सुबोधकांत सहाय का दावा है कि भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ विपक्ष की ओर से 5 जुलाई को प्रस्तावित झारखंड बंद ऐतिहासिक होगा। रघुवर सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण झारखंड की जनता त्रस्त है। पांच जुलाई को सड़कों पर जनसैलाब उमड़ेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्यों की भाजपा सरकार कारपोरेट घरानों की कठपुतली बनकर रह गई है। सिर्फ बड़े पूंजीपतियों और कारपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए भाजपा ने भूमि अधिग्रहण बिल में संशोधन कराया है। इससे किसानों की कृषि योग्य भूमि भी छिन जाएगी। रघुवर सरकार  ने पेसा एक्ट, पंचायती राज व्यवस्था के विरूद्ध काम किया है। आदिवासियों और मूलवासियों के हक छीने जा रहे हैं। मेहनतकश मजदूर, गरीब किसानों की जमीन औने-पौने दाम पर जबरन अधिग्रहित कर कारपोरेट घरानों को सस्ते दर पर देने के लिए मोदी सरकार ने भूमि अधिग्रहण बिल पास कराया है। श्री सहाय ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास जब सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन कराने मे सफल नहीं हो सके तो एक सोची समझी साजिश के तहत कारपोरेट घरानों को कौड़ी के भाव जमीन देने के लिए भूमि अधिग्रहण कानून मे संशोधन कराने की साजिश रची। सरकार ग्राम सभा को भी नजरअंदाज कर गरीबों की जमीन हथियाने पर आमादा है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस कुकृत्य का कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करती है। बिल के विरोध में तमाम विपक्षी पार्टियों की एकजुटता सराहनीय है। उन्होंने झारखंड की जनता से बंद को पूर्ण सफल बनाने में सहयोग करने की अपील की।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...