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गुरुवार, 19 सितंबर 2019

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. अजय कुमार ने थामा आप का हाथ

मनीष सिसोदिया ने दिलाई सदस्यता


रांची। आज दिनांक 19/09/2019 को जमशेदपुर से पूर्व सांसद और झारखंड में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी।
 मनीष सिसोदिया ने डॉ अजय कुमार का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि इस देश को डॉ. अजय कुमार ने आईपीएस अधिकारी के रूप में ईमानदारीपूर्वक  बहुमूल्य सेवा प्रदान की है। एक राजनेता के रूप में अब तक ईमानदार छवि रही है और अब आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर झारखंड और देश की राजनीति में भ्रष्टाचार  के खिलाफ आम आदमी पार्टी के मुहिम को आगे ले जाने एवं ईमानदार राजनीति  को स्थापित करने में अहम भूमिका निभायेंगे।
डॉ. अजय कुमार ने इस अवसर पर पार्टी के नेताओं का आभार प्रकट किया तथा कहा कि आम आदमी पार्टी ने राजनीति में ईमानदारी कि एक मिसाल पेश की है। पार्टी ने शिक्षा स्वास्थ जैसे जनहित के मुद्दों पर अभूतपूर्व कार्य किया है। दिल्ली तथा झारखंड-बिहार के रहने वाले लोगों के लिए दिल्ली में बेहतरीन स्वास्थ्य व्यवस्था प्रदान की है। दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायापलट करके गरीबों के बच्चों के लिये बेहतरीन अवसर प्रदान किए हैं। अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के कार्यों से प्रभावित होकर ईमानदार राजनीति के लिये आम आदमी पार्टी का दामन थामा है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को पार्टी में शामिल करने के लिए धन्यवाद दिया।
आम आदमी पार्टी झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष जयशंकर चौधरी ने खुशी जताते हुए डॉ अजय कुमार का आम आदमी पार्टी परिवार में स्वागत किया। डॉ अजय कुमार का आम आदमी पार्टी में आना झारखंड की राजनीति को एक नई दिशा देगा और ईमानदार राजनीति करने वाले कार्यकर्ताओं को एक  बड़ा मंच मिलेगा और हम सभी मिल कर झारखण्ड को बदलेंगे ।

सोमवार, 9 जुलाई 2018

बाबूलाल का नहीं भाजपा का काउंटडाउनः योगेंद्र प्रताप


झारखंड में हार्स ट्रेडिंग के जरिए दल बदल का विवाद
   
रांची। झाविमो के छह विधायकों को करोड़ों रुपयों की सौगात देकर भाजपा में शामिल करने का आरोप तूल पकड़ता जा रहा है। झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने अपने आरोप को प्रमाणित करने हेतु भाजपा का एक पत्र सार्वजनिक किया है। भाजपा नेता जहां उस पत्र को फर्जी बता रहे हैं वहीं झाविमो सुप्रीमो इसकी हस्ताक्षर विशेषज्ञ से जांच कराने की चुनौती दे रहे हैं।
भाजपा नेताओं का कहना है कि बाबूलाल मरांडी का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। इसके जवाब में झाविमो के केन्द्रीय प्रवक्ता योगेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि बाबूलाल जी का राजनीतिक व कानूनी काउंटडाउन शुरू करने की ताकत लोकतंत्र की हत्या करने वाली भाजपा में नहीं है। हां, राजनीति को व्यापार समझने वाली भाजपा सत्ता व अन्य सक्षम एजेंसियों का दुरूपयोग कर अपने काउंटडाउन को चार वर्षो तक जो रोक रखा था, वह अब प्रारंभ जरूर हो चुका है। 2019 में इनका फानल काउंटडाउन जनता कर देगी। भाजपा वालों में बौखलाहट इस कदर है कि उन्हें सपने में भी केवल बाबूलाल जी ही दिख रहे हैं। चूंकि चोर अधिक शोर मचाता है इसलिए भाजपा वाले मामले की इंटरपोल से नहीं बल्कि देश की सबसे बड़ी एजेंसी सीबीआई से ही जांच करा लें। पत्र फर्जी है या सही इसका फैसला न तो हम झाविमो नेता करेंगे और न ही भाजपा नेता। यह काम कोई जांच एजेंसी ही कर सकती है। वहीं श्री सिंह ने कहा कि रवीन्द्र राय जी नौटंकी बंद करें। रवीन्द्र राय व उनकी पूरी टीम को अनलीगल काम को लीगल तरीके से अंजाम देना था। उन्हें पता था कि देर-सबेर लोकतंत्र को कलंकित करने वाला यह पत्र बाहर आयेगा ही इसलिए पूरी संभावना है कि उन्होंने बड़ी चतुराई से किसान मोर्चा वाला अपना पुराना लेटर हेड का उपयोग किया ताकि समय पर वे दांव-पेंच कर सकें। रवीन्द्र जी आज वही कर रहे हैं। यह कोई मामूली पत्र नहीं है। इस पत्र में राज्य में पिछले तीन साल से अधिक समय से चल रहे दल-बदल के आरोपी विधायकों की लगाई गई कीमत व उसमें शामिल पूरे गिरोह का नाम दर्ज है। रवीन्द्र राय कहते हैं कि यह पत्र पिछले कई माह से विचरण कर रहा है तो रवीन्द्र राय जी ने इस पत्र को सार्वजनिक क्यों नहीं किया ? उन्होंने यह क्यों नहीं बतलाया कि उनके लेटर हेड पर लिखा एक फर्जी पत्र उनकी व उनकी पार्टी की छवि को धूमिल कर रहा है ? अगर वास्तव में पत्र पहले से घूम रहा है तो स्पष्ट है कि भाजपा इस पत्र को दबाने में लगी हुई थी। पहले भाजपा द्वारा इस पत्र को छुपाना और अब सीबीआई जांच से कतराना सारी सच्चाई बयां कर रहा है।
                                              


स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...