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शुक्रवार, 27 दिसंबर 2019

होटल पार्क इन में 300 गरीबों के बीच कंबल बांटे


* मानवता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं : रमाशंकर प्रसाद

रांची। राजधानी के हटिया स्टेशन रोड पर अवस्थित होटल पार्क ईन परिसर में गरीबों के बीच समाजसेवी व होटल के संचालक रमाशंकर प्रसाद ने अपने पुत्र आदित्य कुमार के जन्मदिन के अवसर पर कंबल वितरण किया। इससे बिरसा चौक व आसपास में रहने वाले लगभग 300 गरीबों को ठंड से काफी राहत मिली। इस अवसर पर श्री प्रसाद ने कहा कि गरीबों की सेवा से उन्हें काफी सुकून मिलता है। वह वर्ष 2004 से प्रति वर्ष दिसंबर माह में गरीबों के बीच कंबल वितरण करते आ रहे हैं। विगत छह वर्षों से अपनी माता स्वर्गीय अशर्फी देवी की स्मृति में हर वर्ष गरीबों के बीच कंबल वितरण कर मानवता की सेवा कर रहे हैं। इस वर्ष अपने पुत्र के जन्म दिवस के अवसर पर उन्होंने पीड़ित मानवता के सेवार्थ कंबल वितरण का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। ठंड से ठिठुरते असहाय, लाचार और गरीब व्यक्तियों को राहत दिलाने के उद्देश्य से कंबल वितरण करना पुण्य का कार्य है। इस अवसर पर होटल संचालक रमाशंकर प्रसाद की पत्नी व लोकप्रिय समाजसेवी आशा देवी, उनके पुत्र आदित्य कुमार सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे।

गुरुवार, 26 दिसंबर 2019

सुबोधकांत ने आर्चबिशप को दी क्रिसमस की बधाई



रांची। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने क्रिसमस के अवसर पर रांची धर्म प्रांत के आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो से मुलाकात कर क्रिसमस की बधाइयां दी। इस मौके पर श्री सहाय ने कहा कि क्रिसमस का हमारे लिए विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि प्रेम से ही शांति और भाईचारे का साम्राज्य स्थापित होता है। क्रिसमस का त्योहार मानव जाति के प्रति ईश्वर के प्रेम का महापर्व है। श्री सहाय ने कहा कि नि:स्वार्थ प्रेम से ही शांति और भाईचारा का माहौल बनता है। प्रभु यीशु हमें यही शिक्षा भी देते हैं। प्रेम, करुणा, त्याग और उदारता का त्योहार क्रिसमस हमें शांति का संदेश देता है। उन्होंने शांति के राजकुमार प्रभु यीशु के जन्म दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर दीपक लाल , सुधीर सिंह , राजन वर्मा , मंटू श्रीवास्तव , प्रहलाद सिंह एंव अन्य गणमान्य मौजूद थे।

बहुमुखी प्रतिभा की धनी वर्षा दास

छू लो आसमान...


प्रतिभावान कलाकारों की प्रतिभा  छिपाए नहीं छिपती, दबाए नहीं दबती है। प्रतिभा प्रदर्शित करने में उम्र कोई मायने नहीं रखता। इसे सच साबित कर दिखाया है चक्रधरपुर की 12 वर्षीय छात्रा वर्षा दास ने। वर्षा चक्रधरपुर स्थित एस ई रेलवे इंग्लिश मीडियम स्कूल की सातवीं कक्षा की छात्रा है।
बचपन से ही पढ़ने-लिखने में तेज-तर्रार वर्षा को हस्तकला में निपुणता हासिल है। छह वर्ष की उम्र से ही उसकी रूचि हस्तकला में रही है। मूर्ति निर्माण ,थर्मोकोल कटिंग, नम्बर प्लेट, फाईन आर्ट, हैंडीक्राफ्ट, नृत्य, पढ़ाई और संगीत में भी उसकी गहरी रूचि है। उनके पिता बादल दास और माता रेणुका दास वर्षा की प्रतिभा निखारने और तराशने में भरपूर सहयोग करते हैं।
हस्तकला के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों को देखकर उसके सहपाठी भी उनके प्रतिभा का लोहा मानते हैं। वर्षा के पिता बादल दास चक्रधरपुर शहर में दास आर्ट प्रतिष्ठान का संचालन करते हैं। काफी कम उम्र में वर्षा ने हस्तकला के क्षेत्र में जो उपलब्धियां हासिल की है, उसे उनके माता-पिता ईश्वरीय देन मानते हैं। पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ वर्षा कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल कर ऊंचाइयों के शिखर पर पहुंचने के लक्ष्य को लेकर सतत प्रयासरत है। कला के अतिरिक्त उनकी इच्छा देश सेवा करने की भी है। वर्षा रक्षा क्षेत्र में अपना कैरियर संवारना चाहती है।
 वर्षा दास का लक्ष्य डिफेंस में जाना है। बचपन से ही वर्षा एक बार किसी चीज को देखने के बाद उसकी कॉपी करने में दक्ष है। उसकी इस विशेषज्ञता को माता-पिता सहित उनके सहपाठी भी ईश्वर की देन मानते हैं। वर्षा का कहना है कि देश सेवा सबसे बड़ा धर्म है। कला के क्षेत्र में नित नए आयाम स्थापित करते हुए नई उपलब्धियां हासिल कर रही वर्षा देश प्रेम के जज्बे से भी ओतप्रोत है। शायद यही वजह है कि उसने अपने जीवन का लक्ष्य रक्षा क्षेत्र में जाकर देश सेवा करने को निर्धारित किया है। वह कहती हैं कि जब हौसला हो उड़ान का,तो क्यूं कद नापें आसमान का? अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार पहल, कर्तव्यनिष्ठा और लगन हो, तो मंजिलें भी आसान हो जाती है। इसी जज्बे और जुनून के साथ वर्षा आसमान छूने की तमन्ना रखती है।
प्रस्तुति : विनय मिश्रा

मंगलवार, 24 दिसंबर 2019

रानी कुमारी ने दी हेमंत सोरेन को जीत पर बधाई


रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, झामुमो व राजद महागठबंधन की शानदार जीत पर शहर की लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता और नारी शक्ति सेना (गुलाबी गैंग) की अध्यक्ष रानी कुमारी ने झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को बधाई दी है। मंगलवार को मोरहाबादी स्थित श्री सोरेन के आवास पर जाकर रानी कुमारी ने उन्हें  उपहारस्वरूप फूलों का गुलदस्ता देकर उन्हें सम्मानित किया। रानी ने कहा कि महागठबंधन की जीत से झारखंडवासियों में  नई ऊर्जा संचार हुआ है। अब हेमंत सोरेन के नेतृत्ववाली सरकार गरीबों, पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने में सफल हो सकेगी। उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता ने झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन के प्रति जो विश्वास जताया है, उस पर महागठबंधन की सरकार शत-प्रतिशत खरा उतरेगी।

मानव सेवा ही डा अनंत सिन्हा के जीवन का एकमात्र लक्ष्य



चिकित्सक को ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है। चिकित्सा सेवा में आने के पूर्व डॉक्टर मानव सेवा की शपथ लेते हैं। कुछ चिकित्सक तो मानव सेवा को अपने जीवन का मुख्य लक्ष्य ही बना लेते हैं। पीड़ित मानवता की सेवा करना और उन्हें हर संभव सहयोग करना उनकी दिनचर्या में शामिल रहता है। ऐसी ही एक शख्सियत हैं राजधानी रांची के बजरा स्थित देवकमल अस्पताल के संचालक व प्रख्यात शल्य चिकित्सक डॉ. अनंत सिन्हा। दया और करुणा की प्रतिमूर्ति डॉ.सिन्हा पीड़ित मानवता के प्रति समर्पित हैं। उनका नाम झारखंड के नामचीन शल्य चिकित्सकों में शुमार है। मूल रूप से बिहार के सिवान जिले के निवासी डाॅ. सिन्हा की प्रारंभिक शिक्षा झारखंड में हुई। उनके पिता एकीकृत बिहार के समय वन विभाग में अधिकारी थे। सेवानिवृत्ति के पश्चात उनका परिवार पटना आ गया। डॉ.सिन्हा ने पटना के ख्यातिप्राप्त शिक्षण संस्थान संत माइकल स्कूल में दाखिला लिया। वहां से मैट्रिक व प्लस टू की परीक्षा पास की। उन्हें चिकित्सक बनकर जन सेवा करने का शौक शुरू से ही रहा। इंटरमीडिएट विज्ञान की परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने मेडिकल कॉलेज की ओर रुख किया। आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज ( एएफएमसी), पुणे में नामांकन हेतु उन्होंने तैयारियां शुरू की और इसमें सफल रहे। वहां से मेडिकल की डिग्री लेने के बाद वह पुणे में ही प्रैक्टिस करने लगे।  लगभग 6 वर्षों के प्रैक्टिस के क्रम में उन्होंने अपने वरिष्ठ चिकित्सकों का मार्गदर्शन भी प्राप्त किया। इस दौरान उन्होंने मास्टर ऑफ सर्जरी और एमसीएच की डिग्री भी हासिल की। झारखंड से उनका लगाव शुरू से ही रहा। राज्य गठन होने के बाद डॉ. सिन्हा रांची आ गए और यहां देवकमल अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर की स्थापना की। अपनी कुशल कार्यशैली, अनुभव और व्यवहार कुशलता के बलबूते डॉ. सिन्हा कदम दर कदम चिकित्सा के क्षेत्र में नित नई उपलब्धियां हासिल करने लगे। सर्जरी के क्षेत्र में उन्होंने कई ऐसे उत्कृष्ट कार्य किए हैं, जो चिकित्सा क्षेत्र में अद्भुत उपलब्धियां कही जा सकती है। कटे होंठ और तालू की सर्जरी में डॉ. सिन्हा को महारत हासिल है। उनकी इस विशेषज्ञता के आधार पर  चिकित्सा सेवा में लगी राष्ट्रीय स्तर की संस्था स्माइल ट्रेन  उन्हें अपना सहयोग दे रही है। उनके अस्पताल में स्थापना काल के बाद से लेकर अब तक दस हजार से ऊपर मरीजों के कटे होंठ और तालू का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया जा चुका है। उनके अस्पताल में विभिन्न रोगों से संबंधित कुशल और अनुभवी चिकित्सकों सहित समर्पित पारा मेडिकल कर्मियों की टीम है। देवकमल अस्पताल में अत्याधुनिक और विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होने की वजह से यहां झारखंड के अलावा पड़ोसी राज्य बिहार, बंगाल, ओडिशा से भी मरीज आते हैं। मरीजों की मानें तो  डॉ. अनंत सिन्हा के व्यवहार से ही उनका आधा दुख दूर हो जाता है। मरीज उन्हें अपना मसीहा मानते हैं। डॉ. सिन्हा सभी धर्म व समुदाय के लोगों का समान रूप से आदर करते हैं। सर्वधर्म- समभाव के आदर्शो को अपने जीवन में आत्मसात कर चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में नित नए आयाम स्थापित कर डॉ. सिन्हा मानव सेवा के अपने लक्ष्य की ओर निरंतर अग्रसर हैं। उनका मानना है कि मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। इससे सुखद अनुभूति होती है। गरीबों, असहायों की सहायता करने से उन्हें सुकून मिलता है। ऐसे युग में जब चिकित्सा सेवा का तेजी से व्यवसायीकरण हो रहा है, वैसे में डॉ. सिन्हा द्वारा  मानव सेवा के उद्देश्य से चिकित्सा सेवा करना उनकी महानता का परिचायक है।
वह कहते हैं कि मरीज चिकित्सक में भगवान का रूप देखकर उनके पास आते हैं। ऐसे में चिकित्सकों की भी अहम जिम्मेदारी बनती है कि वे मरीजों के साथ उनकी आशा और अपेक्षा के अनुरूप हर संभव सहयोग करें, तभी चिकित्सक होने की सार्थकता है।
प्रस्तुति : नवल किशोर सिंह

रविवार, 22 दिसंबर 2019

किसानों की खुशहाली से ही देश होगा खुशहाल



राष्ट्रीय किसान दिवस पर विशेष


* अशोक कुमार सिंह

देश के पूर्व प्रधानमंत्री और किसानों के सर्वमान्य नेता चौधरी चरण सिंह के जन्मदिन के अवसर पर उनकी स्मृति में प्रत्येक वर्ष 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जाता है। उन्होंने किसानों के लिए जो हितकर कार्य किए, उसे सदियों तक याद किया जाता रहेगा। किसानों और गरीबों के उत्थान के लिए सतत प्रयासरत रहने वाले चौधरी चरण सिंह को किसानों का मसीहा भी कहा जाता है।  उनका मानना था कि किसानों को खुशहाल किए बिना देश का विकास संभव नहीं है। भारत देश की आत्मा किसानों में बसती है। किसान त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति हैं। जीवन पर्यंत मिट्टी से सोना उगाने के लिए किसान तपस्या करते हैं। मूसलाधार बारिश हो, कड़ाके की ठंड पड़ रही हो या तपती धूप हो, किसान इन सबकी परवाह किए बिना जी-तोड़ मेहनत कर फसल उगाते हैं। हमारे देश की 70 प्रतिशत आबादी आज भी गांवों में रहती है। जिनका मुख्य पेशा कृषि है। भारतीय किसान को अन्नदाता कहा जाता है। किसान हमारी सभ्यता और संस्कृति को भी सहेज कर रखे हुए हैं। हमारा मानना है कि किसानों की समृद्धि से ही  देश समृद्ध हो सकता है। किसान अन्नदाता हैं, लेकिन बदले में किसानों को उनकी फसल का उचित पारिश्रमिक तक नहीं मिल पाता है। सादा जीवन, उच्च विचार के आदर्श वाक्य को अपने जीवन में आत्मसात किए किसान मेहनत और लगन से खेती-किसानी में जुटे रहते हैं। अपनी आवश्यकताओं को सीमित रखते हुए सादगीपूर्ण जीवन जीते हैं। खेत ही किसानों की कर्मभूमि होती है। दिन भर कठोर परिश्रम कर शाम ढलते ही वह अपने कंधों पर हल लिए बैलों को हांकते हुए अपने घर लौटते हैं। समस्याओं से जूझना उनकी नियति है।  भारतीय किसान बदहाल हैं। कर्ज के बोझ तले दबे रहते हैं। कर्ज में ही किसान पलते- बढ़ते हैं और अपना जीवन समाप्त कर देते हैं। किसानों की आय में वृद्धि के लिए स्रोतों के विकास के क्षेत्र में  तंत्र विकसित करने की आवश्यकता है। सरकारी स्तर पर राष्ट्रीय पशुधन मिशन, गोकुल मिशन, नीली क्रांति, मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, पशु पालन जैसी बहुत सी योजनाएं शुरू की गई। फलस्वरूप गत वर्षों में डेयरी, पोल्ट्री, मधुमक्खी, मत्स्य पालन के क्षेत्र में वृद्धि हुई है। कृषि के क्षेत्र में पिछले कुछ सालों से भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और अन्य संस्थाओं के माध्यम से कई रिसर्च भी हुए हैं। लेकिन जितनी आवश्यकता है, वह नाकाफी है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में किसानों की हालत में सुधार के लिए ठोस प्रयास किए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। लाभकारी कृषि तकनीकों की किसानों को विभिन्न माध्यमों से जानकारी दिए जाने की भी आवश्यकता है। इन प्रयासों से किसानों के जीवन स्तर में सुधार संभव है। किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार की गुंजाइश है, बशर्ते ईमानदारी से पहल हो। राहें कठिन अवश्य है, पर कुछ भी असंभव नहीं। हमारा मानना है कि आज का किसान लाभकारी एवं अभिनव कृषि तकनीकों के बेहतर प्रबंधन को अपनाकर आजीविका एवं अपनी सुरक्षा के साथ-साथ खुशहाली की ओर कदम बढ़ा सकता है।
आज चौधरी चरण सिंह की जयंती है। जिनकी स्मृति में राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जाता है। एक ऐसे दौर में जब देश में किसान और कृषि क्षेत्र तमाम समस्याओं से जूझ रहा है,तब जमीन से जुड़े ऐसे नेता का स्मरण और व्यवस्था में उनके योगदान को याद करना प्रासंगिक है। वर्तमान समय की ग्रामीण बदहाली, उपेक्षा, किसानों की आत्महत्याओं की घटनाएं, गांव से शहर की ओर बढ़ता पलायन, गांव- शहर के बीच बढ़ती आर्थिक सामाजिक विषमताएं आदि कई विषय उनके विचारों की प्रासंगिकता को जीवंत बनाए हुए हैं। उनके प्रयासों से ही कृषि क्षेत्र में आढ़तियों और बिचौलियों का दबदबा कम हो सका और किसानों के लिए नाबार्ड जैसी वित्तीय संस्थाएं गठित की जा सकी। आज हम चौधरी चरण सिंह जी की 118 में जयंती पर उनका स्मरण कर रहे हैं। उन्होंने जिन सवालों को जन्म दिया,उसके स्वर आज भी गुंजायमान हैं। देश में किसान आत्महत्या के मामलों में बढ़ोतरी हुई है, खेती वर्तमान समय में मुनाफे का सौदा नहीं रह गया है। गांव महानगरों के उपनिवेश बन चुके हैं। कृषि पर बढ़ते बोझ को अन्य गैर कृषि कार्य में लगाने का सिलसिला भी लगभग मृतप्राय हो चुका है।  किसानों के मसीहा कहे जाने वाले प्रखर राजनेता चौधरी चरण सिंह की दूरदर्शिता और उनकी कार्यशैली से किसानों के लिए कई कल्याणकारी कार्यक्रमों को अमलीजामा पहनाया जा सका और किसानों की खुशहाली का मार्ग प्रशस्त हो सका। लेकिन कालांतर में सरकारी नीतियों का शिकार होकर किसान बदहाली का दंश झेलने को विवश हो गए। आज जरूरत है किसानों की दशा और दिशा सुधारने की। किसानों को खुशहाल किए बिना विकास की बातें बेमानी है।
(लेखक बिहार के पटना जिलांतर्गत करनौती ग्राम निवासी एक प्रगतिशील किसान हैं)

भगेरिया फाउंडेशन का रक्तदान शिविर 29 को


 * संस्था ने की अपील,
 रक्तदान कर पुण्य के भागी बनें

चक्रधरपुर :   शहर की ख्याति प्राप्त सामाजिक संस्था भगेरिया फाउंडेशन के तत्वावधान में स्व. बजरंग लाल भगेरिया की स्मृति में 29 दिसंबर को रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। संस्था की ओर से दसवीं बार रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शहर स्थित गुरुद्वारा परिसर में आयोजित होने वाले इस रक्तदान शिविर में रेड क्रॉस सोसाइटी, चक्रधरपुर की भी महत्वपूर्ण सहभागिता होगी। संस्था के पदधारियों और  सदस्यों ने आमजन से  इस रक्तदान शिविर को सफल बनाने की अपील की है। भागेरिया फाउंडेशन के पदधारियों ने कहा है कि रक्तदान महादान और  जीवनदान है। पीड़ित मानवता की सेवा में रक्तदान पुण्य का काम है। इसके लिए आगे आएं और मानवता की सेवा में अपनी सहभागिता निभाएं।

रेलवे रनिंग स्टाफ फेमिली सेमिनार आयोजित


 "लोको पायलट जीवन-संघर्ष एक कथा" लघु चलचित्र प्रदर्शित
 

चक्रधरपुर : रेलवे मंडल स्थित महात्मा गांधी कल्याण मण्डप में रेलवे रनिंग स्टाफ फैमिली सेमिनार का आयोजन किया गया इस अवसर पर लोको पायलट जीवन संघर्ष एक कथा नामक लघु चित्र भी प्रदर्शित की गई लगभग 15 मिनट के इस लघु चलचित्र में लोको पायलट की संघर्षपूर्ण जीवन शैली को दर्शाया गया है। इस समारोह के मुख्य अतिथि एडीआरएम बीके सिन्हा और सीनियर डी ई ई एसडी शर्मा थे। इस शाॅर्ट मूवी को कैमरा में कैद करने की जिम्मेदारी एचएमपी प्रोडक्शन की थी। जिसमे पवन, हेम सागर, जय, अनिकेत, रजनी , एवं उनके टीम का मुख्य योगदान रहा। रेलवे रनिंग स्टाफ ने लोको पायलट की दिनचर्या और उनकी कार्यशैली से संबंधित कई महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी इस लघु चलचित्र के माध्यम से प्राप्त किया। इस अवसर पर काफी संख्या में रेलकर्मी मौजूद थे।

विलक्षण व्यक्तित्व के मालिक हैं हेमंत गुप्ता



* प्रबंधकीय और प्रशासनिक कार्यों में दक्ष व्यक्ति सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर बखूबी अपनी सहभागिता निभाए, ऐसा उदाहरण कम ही देखने को मिलता है। ऐसे व्यक्ति विलक्षण प्रतिभा के धनी होते हैं। ऐसी ही शख्सियतों की श्रेणी में शुमार हैं हेमंत गुप्ता। श्री गुप्ता फिलवक्त एचईसी में महाप्रबंधक (कार्मिक व प्रशासनिक) सह मुख्य नगर प्रशासक के पद पर सेवारत हैं। अपने कर्तव्यों के प्रति सदैव सजग रहने वाले हेमंत गुप्ता बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति हैं। एचईसी में उनकी पहचान एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में तो है ही, साथ ही साथ सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी लोगों के बीच उनकी एक विशिष्ट पहचान है। वह रांची में ही पले-बढ़े। उनकी प्रारंभिक शिक्षा राजधानी रांची स्थित मारवाड़ी हाई स्कूल से हुई। वहीं से उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा पास की। तत्पश्चात रांची कॉलेज से इंटरमीडिएट व स्नातक तक की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने एक्सआईएसएस से  मैनेजमेंट की डिग्री हासिल की। रांचीवासी श्री गुप्ता के पिता स्व.शिव रतनलाल गुप्ता और माता स्व. सुंदर देवी गुप्ता भी सुप्रसिद्ध समाजसेवी के रूप में जाने जाते थे। हेमंत गुप्ता को समाजसेवा की प्रेरणा अपने माता-पिता से मिली। मैनेजमेंट की डिग्री प्राप्त करने के बाद श्री गुप्ता  21 सितंबर 1982 को एचईसी में बतौर कार्यपालक अधिकारी (प्रशिक्षु)  नियुक्त हुए। अपनी व्यवहारकुशलता, उत्कृष्ट कार्यशैली, कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी के बलबूते वह एचईसी में कदम-दर-कदम आगे बढ़ते गए। कार्यपालक अधिकारी से जूनियर मैनेजर, फिर असिस्टेंट मैनेजर,डिप्टी मैनेजर,मैनेजर, सीनियर मैनेजर,सीनियर डीजीएम और फिर जीएम के पद तक प्रोन्नत हुए। अपने कार्यकाल के दौरान एचईसी में उन्होंने कई उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने में सफलता पाई। वह अपने सहकर्मियों और मातहत कर्मियों के साथ समन्वय स्थापित कर एचईसी के विकास में महत्वपूर्ण सहभागिता निभाते आ रहे हैं। राज्य सरकार और अन्य संस्थाओं/संगठनों के साथ समन्वय स्थापित कर निगम की बेहतरी के लिए उन्होंने कई ऐसे उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जो मील का पत्थर साबित हुए हैं। श्री गुप्ता एक कुशल प्रशासनिक और प्रबंधकीय अधिकारी होने के अलावा आरटीआई एक्टिविस्ट भी हैं।  प्रबंधकीय और प्रशासनिक कार्यों में दक्षता प्राप्त श्री गुप्ता विजिटिंग फैकल्टी के रूप में विभिन्न संस्थानों में भी अपने अनुभवों का लाभ पहुंचाने के लिए व्याख्यान देने जाते हैं। समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी संस्था रोटरी क्लब और वाईएमसीए से भी वे जुड़े हैं। सूचनाधिकार कार्यकर्ता के रूप में भी उनकी एक विशिष्ट पहचान है। इससे संबंधित उनके विभिन्न आलेख कई समाचार पत्रों में भी प्रकाशित होते रहे हैं। संगीत प्रेमी श्री गुप्ता को देश-विदेश के नामचीन हस्तियों के ऑटोग्राफ कलेक्शन करने का भी शौक है। वह बताते हैं कि उनके पास देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी, विश्वविख्यात समाजसेवी और नोबेल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा सहित अन्य कई हस्तियों का ऑटोग्राफ्स हैं। उनकी पत्नी सुजाता गुप्ता भी समाजसेवा के क्षेत्र में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों में अपनी सहभागिता निभाती रहती हैं।श्रीमती  गुप्ता रांची के हटिया स्थित निफ्ट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। हेमंत गुप्ता बताते हैं कि उन्होंने 37 वर्ष से अधिक अवधि एचईसी में बतौर अधिकारी बिताए हैं। इस दौरान उन्होंने एचईसी की बेहतरी के लिए कई ऐसे कार्य किए हैं, जो आने वाली पीढ़ी के लिए अनुकरणीय ही नहीं प्रेरणा स्रोत भी है। श्री गुप्ता इसी वर्ष 31 दिसंबर को एचईसी से सेवानिवृत्त होने वाले हैं। उन्होंने 37 वर्षों की सेवा काल के दौरान एचईसी में कई उतार-चढ़ाव देखे। कंपनी को शिखर तक पहुंचाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह कहते हैं कि ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के बलबूते इंसान हर मुकाम हासिल करने में सफल हो सकता है। अपने कर्तव्यों को बखूबी निभाते हुए समाज सेवा के प्रति भी हर नागरिक को सजग रहने की आवश्यकता है। इससे हमारा देश व समाज सशक्त होगा।
प्रस्तुति : नवल किशोर सिंह

शनिवार, 21 दिसंबर 2019

चक्रधरपुर में लाटरी और जुए पर कड़ी कार्रवाई


* थाना प्रभारी प्रवीण कुमार की कार्यशैली को पुलिस अधीक्षक ने सराहा

विनय मिश्र
चक्रधरपुर :  पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी प्रवीण कुमार  द्वारा शहर में हब्बा- डब्बा (जुआ) खेल तथा लॉटरी टिकट विक्रेताओं के विरुद्ध  सघन अभियान चलाया जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप चक्रधरपुर शहर में जुआरियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। पूरे चक्रधरपुर शहर में जुआ और लाॅटरी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रवीण कुमार का मानना है कि जुआ के संचालन से आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है। इससे लोगों का पारिवारिक जीवन भी प्रभावित होता है। पश्चिम सिंहभूम के पुलिस कप्तान इंद्रजीत माहथा ने भी थाना प्रभारी की इस पहल को सराहा है। जनहित में जिला पुलिस के कार्यों को गंभीरता के साथ पूरा किये जाने पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की है। श्री कुमार के मुताबिक  अपराध नियंत्रण उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हब्बा-डब्बा खेल व लॉटरी टिकट की बिक्री रोकने के लिए वे कटिबद्ध हैं। यही नहीं, थाना रोड पर दिनभर भारी-भरकम वाहन खड़ा कर सामग्री उतारने पर दुर्घटना की आशंका को देखते हुए उन्होंने यह निर्देश दिया है कि  सुबह 8 बजे से पूर्व या फिर रात्रि बेला में सामग्री उतारा जाए। ताकि यातायात व्यवस्था बाधित न हो।  गौरतलब है कि सोनुवा मार्ग अति व्यस्त है तथा दिनभर मार्ग व्यस्त रहने पर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसे ध्यान में रखते हुए आमजन को सुगम, सुव्यस्थित और सुरक्षित यातायात के लिए पुलिस निरीक्षक ने यह कदम उठाया है। उनकी इस पहल की  चहुंओर सराहना की जा रही है।

सोमवार, 16 दिसंबर 2019

प्रशासनिक अधिकारियों ने भी दिखाई मतदान में तत्परता


* भू-राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव ने किया मतदान

रांची। झारखंड विधानसभा के चुनाव में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। वहीं, मतदान और अपने मताधिकार के प्रति प्रशासनिक अधिकारियों की तत्परता भी लोगों के बीच चर्चित है। मेरा वोट मेरा अधिकार के तहत चौथे चरण चुनाव के दौरान झारखंड सरकार के भूमि राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव अवध नारायण प्रसाद ने अपने बूथ पर जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। श्री प्रसाद का मानना है कि मताधिकार का प्रयोग करने के साथ साथ लोगों को उसके लिए प्रेरित भी करना चाहिए। लोकतंत्र के इस महापर्व के अवसर पर हमें अपने मताधिकार का प्रयोग कर देश व समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। इससे हमारा लोकतंत्र और सशक्त होगा।

एपवा ने ली 8 वर्षीय रेप पीड़िता बच्ची की सुधि

न्यायालय से मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग
अन्यथा आंदोलन की चेतावनी

रांची। भाकपा माले की महिला  शाखा  अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) की रांची जिला की नेत्री आईती तिर्की  ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 8--10 बर्ष की या उससे भी छोटी उम्र की बच्चियों के साथ बलात्कार की शर्मनाक आपराधिक घटनाएं आम सामाजिक परिघटना बनती जा रही हैं । लगता है कि पूरा समाज एक आपराधिक मानसिकता के शिकंजे में फंस चुका है ।
गौरतलब  है कि 16 दिसंबर को ऐपवा की ओर से आईती तिर्की ओर सिंघी खलखो के नेतृत्व में महिलाओं का एक जांचदल 13नवम्बर को 8 बर्ष की उम्र की एक बच्ची के साथ घटित बलात्कार की घटना की जांच करने गया। तीन /चार दिन पहले यह घटना अखवार के जरिए उजागर हुई है । जांच के दौरान पीड़ित बच्ची की माँ के साथ बातचीत की गई । जो इस प्रकार है  :-- शुकर मुंडा और उनकी पत्नी मिनी अपने बच्चों के साथ नागराटोली में किसी   मकान में  किराएदार के रूप में रहती है । इनका दो बच्ची ,एक 10बर्ष की और एक 8 बर्ष की  है । 13 नवम्बर को रोज की तरह बच्ची की माँ और पिताजी काम पर यानी मजदूरी करने चली गई थी । इसी बीच दिन के लगभग तीन बजे मकान मालकिन की ननद के बेटा ने 8 बर्षीय बच्ची को रेप किया । उसी दिन उसने मकान मालकिन को कही । लेकिन  मकान मालकिन कोई नोटिस नही लिया । इससे बच्ची को इतना सदमा लगा कि दो दिन तक वह बच्ची  अपने माँ बाप को भी कुछ कह नही पायी । अमूमन तीसरा या चौथा दिन वह विस्तारित रूप से अपनी माँ बाप को बताई । लेकिन उस बच्ची के माँ बाप शुकर मुंडा और मिनी भी मकान मालिक के दबाव में आ गए ।फिरभी आज से 5-6 दिन पहले पीड़ित की माता पिता ने थाना में F I R किया और दबाव में आरोपी लड़के ने भी कोर्ट में समर्पण कर दिया । लेकिन अखवार की खबर के अनुसार 23  दिसंबर को कोर्ट के द्वारा आरोपी युवक को  छोड़ दिया जाएगा । ऐपवा के अनुसार इस तरह के शर्मनाक और खतरनाक अपराधिक मानसिकता के युबक पर निश्चित रूप से आवश्यक और  उचित कानूनी कार्यवाही करना चाहिए । ऐपवा न्यायालय से उचित कानूनी कार्यवाही करने की  मांग करती है । अन्यथा ऐपवा इस मुद्दों को आंदोलन का एजेंडा में शामिल करेगी ।
निवेदक :-- आईती तिर्की , शांति सेन , सिंगी खलखो   नेत्री रांची जिला कमिटी।

कार्यालय सचिव सुखदेव प्रसाद द्वारा प्रेषित

रविवार, 15 दिसंबर 2019

चक्रधरपुर पुलिस ने जुआरियों पर कसा शिकंजा


* हब्बा-डब्बा खेल हो रहे स्थल पर छापेमारी, सात मोटरसाइकिल जब्त

चक्रधरपुर। शहर में अपराध नियंत्रण की दिशा में स्थानीय पुलिस सक्रिय है। इस क्रम में चक्रधरपुर के एसडीपीओ नाथूराम मीना और थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने सदल बल शहर में हो रहे जुआ के कई अड्डों पर छापेमारी की। इस दौरान एक जगह हब्बा- डब्बा जुआ का खेल हो रहे स्थल पर धावा बोला गया। पुलिस को देखते ही सभी जुगाड़ी भाग निकले। मौके से पुलिस ने जुआरियों के सात मोटरसाइकिल को जप्त कर लिया। इस संबंध में थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि शहर को अपराध मुक्त करने की दिशा में पुलिस निरंतर सक्रियता से जुटी है। अपराधियों और जुआरियों पर लगातार दबीश जारी रहेगी।

सिन्नी में एनएससीएस का सम्मान समारोह

* सुपर डांसर मैत्री बसाक और मिस चक्रधरपुर इसल आमना  हुईं सम्मानित

विनय मिश्रा
चक्रधरपुर। एन एस सी एस के तत्वावधान में प्रतिभावान कलाकारों के लिए सिन्नी में  सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसका आयोजन रोहित फाइन आर्ट्स एकेडमी और फैशन वर्ल्ड के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। समारोह के दौरान मिस चक्रधरपुर इसल आमना और सुपर डांसर मैत्री बसाक को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर लोकप्रिय कवि रणविजय कुमार और उनकी पत्नी प्रतिभा विकास ने उभरते कलाकारों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए उन्हें बधाई दी। श्री कुमार ने उभरते कलाकारों को तराशने और उन्हें प्रशिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नृत्य कला के प्रशिक्षक संजय बोस की भी सराहना की। उन्होंने कलाकारों को प्रोत्साहित करने और उन्हें एक सशक्त मंच प्रदान करने की दिशा में रोहित फाइन आर्ट्स अकैडमी और फैशन वर्ल्ड के संचालक रोहित दास की भी सराहना की। इस अवसर पर काफी संख्या में गणमान्य उपस्थित थे।

जवानों के प्रेरणा स्रोत हैं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित रामबाबू प्रसाद




पुलिसकर्मियों की वीरता के अनगिनत किस्से हैं। पुलिस विभाग के कई वीर जवान  ड्यूटी के दौरान अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपराधियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए हैं। वहीं, कई जवानों ने अपनी वीरता का परिचय देते हुए जान की बाजी लगाकर अपराधियों को मौका-ए-वारदात पर धर दबोचने में सफलता हासिल की है। उनकी बहादुरी के किस्से अन्य पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणादायक हैं। ऐसे ही जांबाज जवानों की श्रेणी में शामिल एक शख्सियत हैं राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक पुरस्कार से नवाजे गए हवलदार रामबाबू प्रसाद। उन्होंने ड्यूटी के दौरान अपनी जान की परवाह किए बिना दुर्दांत और इनामी नक्सलियों को हथियारों के साथ धर दबोचा। उनकी इस बहादुरी के किस्से आज भी पुलिस विभाग में चर्चित है। रामबाबू मूल रूप से पटना जिले के बख्तियारपुर थानांतर्गत करनौती ग्राम के निवासी हैं। गांव उनकी वीरता पर गर्व करता है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा गांव में ही हुई। वर्ष 1982 में रामबाबू बिहार पुलिस में नियुक्त हुए। तत्पश्चात गया जिला पुलिस बल में उनकी प्रतिनियुक्ति की गई। पुलिस विभाग में बतौर कांस्टेबल वह अपनी ड्यूटी बखूबी निभाते रहे। इस दौरान उनका तबादला तत्कालीन नवसृजित जहानाबाद जिला पुलिस बल में हुआ। वहां वे जहानाबाद के तत्कालीन डीडीसी विजय प्रकाश के अंगरक्षक के रूप में प्रतिनियुक्त किए गए। अपने कर्तव्यों के प्रति विशेष रूप से सजग रहने वाले राम बाबू ने वहां अपनी वीरता का जो परिचय दिया, उसे याद कर आज भी जहानाबाद शहर के निवासी सम्मानपूर्वक इनका नाम लेते हैं। घटना के बारे में रामबाबू बताते हैं कि 12 मई वर्ष 1988 में वे तत्कालीन डीडीसी के बंगले पर बतौर अंगरक्षक तैनात थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि स्थानीय बैरागीबाग मुहल्ले की ओर से छह व्यक्ति का गिरोह हाथ में हथियार लेकर भाग रहा है। उसके पीछे कुछ ग्रामीण भी उन अपराधियों को पकड़ने के लिए दौड़ रहे हैं। कोठी के बगल से अपराधियों को हथियार के साथ भागता देख उनसे रहा न गया। उन्होंने कोठी पर मौजूद अपने एक सहकर्मी (पुलिस विभाग के चालक) से कहा कि इन अपराधियों को पकड़ना चाहिए और दौड़ पड़े अपराधियों को दबोचने। इस क्रम में अपराधियों की ओर से उन पर निशाना साध कर फायरिंग की गई। अपराधियों की मंशा भांपते हुए रामबाबू ने सड़क पर बने एक पुलिया की ओट में छिप कर अपने सरकारी रिवाल्वर से जवाबी फायरिंग की। इसमें तीन अपराधियों को गोली लगी और घायल होकर  सभी गिर गए। वहीं, तीन अन्य अपराधी जान बचाकर भागने में सफल रहे। रामबाबू ने पलक झपकते घायल तीनों अपराधियों को धर दबोचा। इस बीच काफी संख्या में घटनास्थल पर ग्रामीण भी पहुंच गए थे। सबों ने रामबाबू की सराहना की और इस वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान दुर्दांत और इनामी नक्सली के रूप में हुई। उनसे पूछताछ के क्रम में पता चला कि  सभी अपराधी माओवादी संगठन से जुड़े थे और अपने एक शीर्ष नेता की हत्या कर भाग रहे थे। रामबाबू के
 इस बहादुरी भरे कार्य के लिए पुलिस विभाग की ओर से राष्ट्रपति पुलिस पदक वीरता पुरस्कार के लिए उनके नाम की अनुशंसा की गई। वर्ष 1990 में तत्कालीन राष्ट्रपति आर वेंकटरमन की ओर से उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक वीरता पुरस्कार (पीपीएमजी) प्रदान किया गया। रामबाबू धनबाद में भी पदस्थापित रहे। वहां के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रणधीर वर्मा (अब मृत) और उनकी पत्नी रीता वर्मा के अंगरक्षक के रूप में भी अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन किया। वे चतरा और रांची में भी पदस्थापित रहे। तत्पश्चात इनका तबादला जमशेदपुर रेल थाना में किया गया। इसके बाद वे रांची रेलवे स्टेशन पर जीआरपी थाना में भी बतौर हवलदार पदस्थापित रहे। मार्च 2017 मे रामबाबू प्रसाद हवलदार पद ( सहायक अवर निरीक्षक रैंक ) से सेवानिवृत्त हुए। रामबाबू कहते हैं कि कर्म प्रधान होता है। ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से हम देश और समाज में एक विशेष पहचान बनाने में सफल होते हैं। इससे हमारा देश व समाज सशक्त होता है।
प्रस्तुति : नवल किशोर सिंह

न्यू मधुकम पथ संख्या पांच पर गंदगी का अंबार


रांची। राजधानी के न्यू मधुकम पथ संख्या पांच पर गंदगी का अंबार लगा है। सड़क पर कूड़ा-कचरा और गंदे नाली का पानी बह रहा है। इस ओर नगर निगम का ध्यान नहीं है। स्थानीय नागरिकों के मुताबिक इस मार्ग से गुजरने वाले स्कूली बच्चों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। गंदे नाले और कीचड़ भरे मार्ग पर प्रतिदिन उन्हें स्कूल आना- जाना पड़ रहा है। आलम यह है कि स्कूली बच्चे कीचड़ सने गंदगी को पार करने के बाद अपने पास रखे पीने के पानी से जूते-चप्पल व पैर साफ कर स्कूल पहुंचते हैं। वहीं, आमजन को भी इस मार्ग पर आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस क्षेत्र के नागरिकों का कहना है कि इस दिशा में स्थानीय पार्षद भी उदासीन हैं। इस मार्ग के प्रति रांची नगर निगम की लापरवाही को लेकर स्थानीय नागरिकों में आक्रोश व्याप्त है।

सहानुभूति लहर का लाभ मिल सकता है.निर्दलीय प्रत्याशी सीताराम पाठक को

जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र :
* भाजपा के 11 समर्पित कार्यकर्ताओं का निष्कासन  पार्टी के लिए बना परेशानी का सबब

विनय मिश्रा
 जरमुंडी । भाजपा द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में ग्यारह कार्यकर्ताओं के निष्कासन के बाद जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण प्रभावित होने के आसार नजर आ रहे हैं। इस क्रम में जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने वाले सीताराम पाठक के निष्कासन से भी कार्यकर्ताओं व उनके समर्थकों में काफी रोष व्याप्त है। गौरतलब है कि सीताराम पाठक विगत 15 वर्षों से भी अधिक समय से भाजपा के समर्पित और ऊर्जावान नेता के रूप में पहचाने जाते हैं। श्री पाठक पार्टी के लिए हमेशा समर्पित होकर काम करते रहे हैं। विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से टिकट के लिए प्रबल दावेदार थे। लेकिन उनकी उपेक्षा कर अन्य को भाजपा प्रत्याशी बनाया गया। इससे भाजपा के भीतर ही कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त हो गया। जन दबाव के कारण श्री पाठक निर्दलीय प्रत्याक्षी के रूप में चुनावी मैदान में उतरे। सीताराम पाठक को जिस  प्रकार से जनसमर्थन मिल रहा है, उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि श्री पाठक की जीत तय है।  वहीं, झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री सरयू राय के समर्थन  से इनकी स्थिति और भी मजबूत होती जा रही है। बता दें कि श्री पाठक गोड्डा  के सांसद निशिकांत दुबे के प्रतिनिधि भी रहे हैं। उनके कार्यकाल में इस क्षेत्र का विकास भी हुआ। श्री पाठक जनता के साथ जुड़े रहे हैं। समर्पित कार्यकर्ताओं के भाजपा से निष्कासन के बाद पार्टी के प्रति लोगों में काफी रोष देखा जा रहा है। आमजन भी श्री पाठक के प्रति सहानभूति व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में यह कयास लगाया जा रहा है कि जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से इस बार चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सीताराम पाठक जीत का परचम लहरा सकते हैं।

शनिवार, 14 दिसंबर 2019

दीदी नीलम आनंद स्मृति फुटबॉल टूर्नामेंट की शुरुआत


  “शिव शिष्य परिवार”गुरगांई,   ओरमाँझी, रांची के द्वारा आयोजित “दीदी नीलम आनंद स्मृति फुटबॉल टूर्नामेंट” विवेकानंद यूथ क्लब ग्राम पंचायत जयडीहा के देखरेख में बरतुआ मैदान में शुरू हुआ।उद्घाटन मैच बरियातू स्पोर्ट्स अकादमी, बरियातू बनाम न्यू स्टूडेंट क्लब बनलोटवा के बीच खेला गया। जिसमें टाब्रेकर में बरियातू स्पोर्ट्स अकादमी ने स्टूडेंट क्लब,बनलोटवा को 3-2 से पराजित किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित शिव शिष्य परिवार के मुख्य सलाहकार श्री अर्चित आनंद एवं  विशिष्ट अतिथि के रुप में परिजात परिमाल,निदेशक,पेटसी,श्री राजन कुमार,श्री शिव कुमार विश्वकर्मा,उपाध्यक्ष,शिव शिष्य हरीन्द्रानंद फ़ाउंडेशन,जयडीहा पंचायत के मुखिया श्री विनोद बेदिया, पंचायत समिति सदस्य सरिता देवी ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर मैच का उद्घाटन किया। इस अवसर पर आयोजक समिति के अध्यक्ष  विनोद कुमार महतो उपाध्यक्ष दिनेश करमाली, सचिव रमेश कुमार महतो, उप सचिव रामराज महतो, कोषाध्यक्ष नीलांबर सिंह, संचालक नवीन कुमार मुंडा (उप मुखिया जयडीहा) , कामेश्वर बेदिया, अमरनाथ भोगता, जयवीर बेदिया, राम प्रसाद सिंह,  संजय करमाली, नीतीश मुंडा, विपत करमाली, शंकर करमाली ग्राम प्रधान बरतुआ, रामप्रसाद बेदिया ग्राम प्रधान गणेशपुर, संतोष गुप्ता, चंद्रशेखर चौधरी, प्रदीप मुंडा, संतोष नायक का सराहनीय भूमिका रही।आज ही क्वॉर्टर फाईनल मैच भी खेला गया बरियातु स्पोर्ट्स अकादमी,बरियातु बनाम टेन्गो टाइगर राची के बीच,जिसमे बरियातु ने टेन्गो टाइगर राची को 1-0 पराजित कर सेमीफाइनल मे जगह बनाया। बरियातु की ओर से रितेष के द्वारा 7वें मिनट मे गोल किया।

मतदान का दिखा उत्साह


श्रीमती छाया मिश्र एवं श्रीमती ममता मिश्र ने अपने मतदान केंद्र किशोरगंज स्थित एल.पी. पब्लिक विद्यालय,पथ संख्या:02 के बूथ संख्या-114 में मतदान किया और सभी मतदान करने का आग्रह भी किया.

कैब और एनआरसी का खुला विरोध


रांची। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग झारखंड प्रदेश केन्द्र की भाजपा सरकार के द्वारा लाए गए कैब बिल और एन०आर०सी०का खुले तौर पर विरोध करती है|भारत एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र है जहाँ हर धर्म के लोगों को उसके पसंद के धर्म को मानने और उसपर चलने का सवैंधानिक अधिकार प्राप्त है|धर्म के आधार पर नागरिकता प्रदान करना पूरी तरह असवैंधानिक है तथा देश से एकता अखंडता को तोड़ना है साथ ही साम्प्रदायिकता को बढ़ावा देना है|केवल एक समुदाय को निशाना बनाना ये सरकार की साम्प्रदायिक मानसिकता को दर्शाता है|जबसे भाजपा सरकार केन्द्र पर आई पूरे देश मे अशांति छाई है|ये सरकार अंग्रेजों की फूट डालो शासन करो की नीति पर चल रही है|जब जनता नोट बंदी पर सवाल करती है तो उसे पाकिस्तान के मामले में उलझाया जाता है|जब जनता ई०वी०एम हटाने की बात करती है तो पुलवामा हमला होता है|जब चुनाव आता है तो मंदिर मस्जिद का मुद्दा सामने लाती है|और अब जनता मंहगाई,बेरोजगारी और सुरक्षा पर सवाल कर रही है तो सामने एन०आर०सी० और कैब बिल सामने लाया जा रहा है ताकि जनता इन्हीं उधेड़बुन मे फंसी रहे और ये अपना काम करती रहे|भारत की सेक्युलर जनता अगर इसका विरोध नही करती है तो वो दिन दूर नहीं जब भारत धार्मिक लड़ाई का अखाड़ा बनकर रह जाएगा और विकास केवल एक शब्द बनकर घूमता रहेगा|ये इतिहास गवाह है जिस किसी देश मे ऐसी स्थिति आई है वो देश आर्थिक संकट के चपेट मे आया है|हमारी पार्टी आम जनता से भाजपा सरकार की इस दमनकारी नीति का खुले तौर पर विरोध करने की अपील करती है ताकि देश की संविधान की रक्षा हो सके।

जननायक समिति ने बांटे कंबल

मानवता की सेवा की मिसाल पेश की

विनय मिश्रा
चक्रधरपुर : सामाजिक संस्था जन नायक समिति अपने उत्कृष्ट कार्यों से पूरे  झारखंड में लोकप्रिय है। पीड़ित मानवता की सेवा में समर्पित जननायक समिति के जनहित में किए गए कार्यों की सराहना की जाती है। संस्था से जुड़े सभी लोगों द्वारा मानवता व परोपकार का अदभुत उदाहरण पेश किया जाता रहा है। संस्था की उपलब्धियों में भीषण कडाके की ठण्ड में  प्रतिदिन स्टेशन परिसर के निकट भूखे व लाचार लोगों को  रोटी खिलाना तथा उनके बीच कंबल वितरण जैसे पीड़ित मानवता के कार्य भी शामिल हैं। जन नायक समिति के संरक्षक राजू कसेरा की माता स्व विलासी देवी की छठी पुण्य तिथि पर गरीब असहाय लोगों को भोजन के साथ साथ ठंड से जूझ रहे लोगों की सुधि लेते हुए उन्हें कंबल उपलब्ध कराया गया। भीषण ठण्ड के बीच खुले आसमान में रहने वाले लोगों को राजू प्रसाद कसेरा के द्वारा इनके बीच कंबल वितरण करना सराहनीय पुनीत कार्य हैं। ऐसे लोगों से समाज को प्रेरणा भी मिलती हैं। इस अवसर पर संजय पासवान, अनुप दुबे,प्रशांति साहा, कृष्णा दुबे, बासुदेव साहा सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

जरमुंडी में निर्दलीय सीताराम पाठक का पलड़ा भारी


जनसभाओं में उमड़ रही भारी भीड़
सरयू राय की चुनावी सभा 16 को



विनय मिश्रा
जरमुंडी। विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याश के रूप में चुनावी संग्राम में उतरने वाले सीताराम पाठक की स्थिति दिनों दिन मजबूत होती जा रही है। इस विधानसभा क्षेत्र के लोगों का उन्हें स्नेह और समर्थन तो मिल ही रहा है, वहीं, चुनाव प्रचार के लिए झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री व प्रखर वक्ता सरयू राय भी 16 नवम्बर को इनके पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। श्री पाठक के समर्थक जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र में विगत 15 वर्षों से लोगों के बीच सक्रिय हैं। सबों के साथ हमेशा सुख-दुख में खड़े रहने वाले सीताराम पाठक को समर्थन देने की अपील कर रहे हैं। कयास लगाया जा रहा है कि सरयू राय के आगमन से जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र का परिदृश्य बदलेगा। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक यहां पर राष्ट्रीय दलों और क्षेत्रीय दलों के प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में हैं। इन दलों की ओर से भी चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी जा रही है, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी सीताराम पाठक के पक्ष में भी व्यापक जनसमर्थन देखा जा रहा है। गौरतलब है कि रघुवर सरकार के मंत्री रहे सरयू राय के बागी तेवर से झारखंड में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। कई सीटों पर भाजपा को बागी और विक्षुब्ध प्रत्याशियों के अलावा विपक्षी महागठबंधन के प्रत्याशी भी कड़ी टक्कर दे रहे हैं। कई जगहों पर निर्दलीय प्रत्याशी का पलड़ा भी भारी नजर आ रहा है। इसमें जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र की सीट भी शामिल है। यहां से निर्दलीय प्रत्याशी सीताराम पाठक के पक्ष में व्यापक जनसमर्थन देखा जा रहा है। श्री पाठक की जनसभाओं में उमड़ी भीड़ को देखकर इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि इस बार चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी श्री पाठक का विजय पताका फहर जाय।

पुलिस अधीक्षक ने किया विभिन्न थानों और ओपी का निरीक्षण

* शहर को अपराधमुक्त करने की दिशा में की पहल

विनय मिश्रा
चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिला आरक्षी अधीक्षक  इंद्रजीत माहथा  द्वारा चिड़िया ओपी,टीमरा पिकेट,मनोहरपुर थाना एवं जरायकेला थाना का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पुलिस अनुमंडल मनोहरपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विमलेश कुमार त्रिपाठी भी उपस्थित रहे। निरीक्षण के क्रम में आरक्षी अधीक्षक द्वारा विभिन्न थानों में तैनात पदाधिकारियों और जवानों के साथ सीधा संवाद स्थापित किया गया।संवाद के क्रम में आरक्षी अधीक्षक ने उनका हाल-चाल जाना एवं समस्याओं के बारे में भी पूछताछ की। निरीक्षण के दौरान थानों में पुलिस जवानों के लिए समुचित पेयजल,शौचालय एवं विद्युत संबंधी आवश्यकताओं का अवलोकन भी आरक्षी अधीक्षक के द्वारा किया गया। उन्होंने सभी खामियों को दूर करने हेतु संबंधित शाखा को आवश्यक दिशा निर्देश तत्काल दे दिए गए हैं।
आरक्षी अधीक्षक द्वारा मनोहरपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के साथ छोटानागरा हत्याकांड के अनुसंधान के प्रगति प्रतिवेदन की भी समीक्षा की गई। इस संबंध में उन्होंने बताया कि मामला का उद्भेदन लगभग हो चुका है,एक-दो दिन में ही इस कांड का पूर्ण पटाक्षेप किया जाएगा। गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक के पद पर इंद्रजीत माहथा ने अपना पदभार संभालते ही चाईबासा क्षेत्र में अपराध नियंत्रण की दिशा में ठोस व सराहनीय पहल की है। उनके दिशा निर्देश पर सभी थानों में व्याप्त समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जा रही है। वहीं, अपराध नियंत्रण उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दिशा में श्री माहथा सतत प्रयासरत हैं।

डीपीएस में विज्ञान प्रदर्शनी


*छात्र-छात्राओं ने किया प्रतिभा प्रदर्शित
*प्राची रानी समूह को मिला प्रथम पुरस्कार
*एम शिवम समूह और गौतम समूह को मिले क्रमशः  द्वितीय व तृतीय पुरस्कार

विनय मिश्रा
चक्रधरपुर। शहर की प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान दिल्ली पब्लिक स्कूल में भव्य विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें कक्षा तृतीय से लेकर के कक्षा नवम के छात्र-छात्राओं ने हर्षोल्लास के साथ भाग लिया। स्कूल के जूनियर वैज्ञानिकों ने अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर विभिन्न प्रकार के मॉडल बनाए। प्रदर्शनी में प्राची रानी समूह को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। वहीं, एम शिवम समूह को द्वितीय और गौतम समूह को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुए। अन्य प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विद्यालय प्रबंधन की ओर से कक्षा नवम के आशीष पूर्ति समूह, कक्षा नवम के ही अस्मिता दास समूह, कक्षा 8 की अंशु अंशिका समूह, कक्षा तृतीय की आयुश्री समूह व जुबेरिया समूह, पलक पोद्दार समूह व कक्षा 8 की दिलेश्वरी समूह और मुस्कान समूह को भी सांत्वना पुरस्कार दिया गया। प्रदर्शनी में सर्वश्रेष्ठ माॅडल बनाने वाले छात्रों को निर्णायक मंडली में शामिल आरपीएस कॉलेज के भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. प्रवीर कुमार त्रिपाठी, रसायन विभागाध्यक्ष प्रो. पुलकेश त्रिपाठी और गणित विभागाध्यक्ष प्रो. एपी अंबष्ठ ने पुरस्कृत किया। मौके पर आरपीएस कॉलेज के भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. प्रवीर कुमार त्रिपाठी ने कहा कि विज्ञान प्रदर्शनी में डीपीएस के छात्रों के मॉडल देखकर हतप्रभ हैं। इतनी कम उम्र में छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का जिस प्रकार प्रदर्शन किया है, यह काफी सराहनीय है। इन छात्रों को तराशने में विज्ञान शिक्षकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने स्कूल के विज्ञान शिक्षक एम गायत्री, जी साईं, राजश्री व उमेश कुमार को भी धन्यवाद और बधाई दिया। इस अवसर पर स्कूल के प्रबंध निदेशक सुनील कुमार ने कहा कि अगली बार विज्ञान प्रदर्शनी में वेस्ट मैनेजमेंट पर भी मॉडल बनाकर छात्रों को प्रदर्शित करने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए। छात्र-छात्राओं ने जिस प्रकार विज्ञान के मॉडल प्रदर्शित किए हैं, यह वाकई उनकी बेहतरीन प्रतिभा का परिचायक है। इस अवसर पर स्कूल के प्रबंधक एसके सुमन, शिक्षक कुंदन कुमार,उमेश कुमार, वीरेंद्र कुमार, अरुणा अंबष्ठ, हिना नाज, अंकिता दहल,सुरभि डे सहित काफी संख्या में छात्र व अभिभावकगण उपस्थित थे।

बुधवार, 11 दिसंबर 2019

सुखराम उरांव को कांग्रेस का भरपूर समर्थन मिला



विनय मिश्रा
चक्रधरपुर : झारखंड विधानसभा चुनाव में चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र से झामुमो सह गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने वाले सुखराम उरांव को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सह चक्रधरपुर नगर परिषद के अध्यक्ष केडी साह का भरपूर समर्थन मिला है। श्री साह महागठबंधन के प्रत्याशी श्री उरांव के साथ कदम से कदम मिलाते हुए नामकरण के दिन से लेकर चुनाव समापन के दिन तक काफी सक्रिय रहे। वे मतदाताओं को झामुमो के प्रत्याशी श्री उरांव के पक्ष मे मतदान करने की अपील नजर आए। चुनाव प्रचार के समय प्रातः काल से लेकर देर रात्रि तक चुनावी समीकरण को बेहतर और मजबूत करते दिखे। काग्रेस के समर्थन के कारण श्री साह काफी उत्साहित दिखे।  विभिन्न वार्डो में जाकर श्री उरांव के पक्ष मे लोगों के बीच प्रचार करते हुए दिखे। श्री साह का मानना था कि शीर्ष स्तर पर पार्टी की तालमेल घोषित हुई है तो इसे मूर्त रूप देने की जवाबदेही हमारी हैं। श्री साह की सक्रियता का यह परिणाम रहा कि झामुमो व गठबंधन प्रत्याशी श्री उरांव प्रचार हेतु काफी मुस्तैद रहे। कांग्रेस के समर्थन से झामुमो प्रत्याशी सुखराम उरांव की स्थिति अच्छी मानी जा रही है। राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा है कि चक्रधरपुर विधानसभा सीट पर सभी विपक्षी दलों के सहयोग से कहीं झामुमो ने बाजी मार ले।

भाजपा में अनुशासनहीनता के लिए कोई जगह नहीं : गिलुवा

पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल नेताओं को दिखाया बाहर का रास्ता
विनय मिश्रा


चक्रधरपुर। विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान समापन के पश्चात दो दिनों के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने अनुशासनात्मक कदम उठाते हुए पार्टी के कोल्हान क्षेत्र के कई  दिग्गजों को बाहर का रास्ता दिखाया है। जिसमें मुख्य रूप से झारखंड सरकार के मंत्री रहे और पूर्वी  जमशेदपुर में मुख्यमंत्री रघुवर दास के विरुद्ध चुनाव लड़ने वाले सरयू राय, झारखंड के वरीय नेता अमरप्रित सिंह काले,पूर्व मंत्री बड़कुंवर गगरई के निष्कासन शामिल हैं। श्री गिलुवा ने मेट्रो रेज के कोल्हान प्रभारी विनय मिश्रा से बातचीत के क्रम में बताया कि अनुशासनहीनता की पार्टी में कोई जगह नहीं है। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल भाजपा के कई और नेताओं को भी बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा। सराईकेला विधानसभा से आजसू प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने वाले अनंत राम टुडू के अलावा तीसरे चरण तक पार्टी के विरुद्ध कार्य करने वाले लोगों को कदापि पार्टी में कोई जगह नहीं दिया जायेगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा इन दिनों पार्टी में अनुशासन हीनता और पार्टी लाइन से हटकर चुनाव लड़ने वालों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं। जिससे पार्टी के विरुद्ध कार्य करने वालों में हड़कंप मचा हुआ  है।

मंगलवार, 10 दिसंबर 2019

पवन शर्मा के समर्थन में उमड़ा जन सैलाब



रांची विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी पवन शर्मा ने आज राजधानी के कई इलाकों में जनसंपर्क अभियान चलाकर लोगों से 12 दिसंबर को अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की। श्री शर्मा के जनसंपर्क में शहरवासियों ने भारी संख्या में अपने परिवार संग उत्साहपूर्वक हिस्सा लेकर, श्री शर्मा के पक्ष में लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित किया। लोगों ने शहर में सडक, बिजली, पेयजल, सुरक्षा एवं साफ-सफाई की समस्याओं पर वर्तमान व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि दिनों दिन राजधानी में घटित अपराधिक घटनाओं से भय का माहौल बना हुआ है। लोगों ने कल अधिवक्ता के साथ घटित घटना पर रोष जताया और कहा कि शहर में अपराधिक तत्वों की सक्रियता वर्तमान व्यवस्था में ईच्छाशक्ति की कमी को दर्शाता है। पवन शर्मा ने लोगों को विश्वास दिलाया कि लोग दलगत भावना से उपर उठकर चुनाव में मुझे अपना समर्थन दें, मैं रांची की योजनाओं में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करूंगा।
ज्ञातव्य हो कि आज अग्रसेन भवन में रांची की कई व्यवसायिक, औद्योगिक, सामाजिक संस्थाओं द्वारा श्री पवन शर्मा के साथ संवाद का आयोजन किया गया। संवाद कार्यक्रम में उपस्थित बडी संख्या में लोगों ने चुनाव में एक सशक्त उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत होने पर पवन शर्मा के प्रति आभार जताया और कहा कि किसी भी प्रत्याशी के समर्थन में शहर की आम जनता की इतनी बडी सहभागिता नहीं दिखी है। पवन शर्मा के समर्थन में खडे लोगों का विशाल जनसमूह इस बात का परिचायक है कि हम अपने प्रत्याशी से संतुष्ट हैं। लोगों ने कहा कि राजनीतिक दलों द्वारा हमें केवल वोट बैंक के रूप में देखा जाता है। प्रत्येक चुनाव में हमसे वादे किये जाते हैं, किंतु चुनाव बाद सत्ता में बैठे माननीय हमसे कभी भी नहीं मिलते हैं। 
पवन कुमार शर्मा ने राजधानी की सभी संस्थाओं की ओर से मिल रहे अपार जनसमर्थन के लिए धन्यवाद दिया और यह विश्वास दिलाया कि मैं आपकी उम्मीदों पर खरा उतरूंगा। यह भी कहा कि मैं जब चुनाव में उतरा, तब केवल एक ही वर्ग में वर्तमान व्यवस्था के प्रति विद्रोह था पर जनता के बढते रोष-आक्रोश के कारण मेरे इस मुहिम में भारी संख्या में लोग जुडते गये और मेरा उत्साह बढता गया। शहरवासियों की ओर से मिलता विशाल जनसमर्थन यह दर्शाता है कि वर्तमान राजनैतिक व्यवस्था से लोग निराश हैं और उन्हें एक सशक्त विकल्प की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने 12 दिसंबर को लोगों से अपने पक्ष में बढचढकर मतदान करने की अपील की। यह विश्वास दिलाया कि मैं शहरवासियों के सहयोग से राजधानी को स्वच्छ रांची, महिला सुरक्षा, युवाओं के लिए अवसर, निर्बाध बिजली-पानी, गुणवत्तापूर्ण सडकों समेत जनता की मूलभूत जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
सभा के उपरांत उपस्थित जनसमूह रैली की शक्ल में शहर के विभिन्न इलाकों में उत्साह के साथ निकला। इस दौरान पवन शर्मा और उनके समर्थकों ने हाथ जोडकर आम जनता से समर्थन की अपील की।

मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन की कार्यशाला आयोजित



रांची। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन  द्वारा इटकी रोड में मानवाधिकार कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें  कल्याणी सरन अध्यक्ष, महिला आयोग, झारखंड, डॉ अंजना कुमारी सदस्य खाद्य आयोग, झारखंड,  सीमा शर्मा, अध्यक्ष, कोलफील्ड, भारत, संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजदेश रतन,  संगठन के राज्य सचिव विकास कुमार तथा संगठन के और अन्य सदस्य उपस्थित थे। इस अवसर पर महिला आयोग अध्यक्ष, झारखंड कल्याणी शरण ने कहा कि मानव अधिकार मनुष्य की जरूरत है और इसका अनुपालन परिवार से ही होना चाहिए। महिला सुरक्षा के लिए यह बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि महिला आयोग से जिस प्रकार की सहायता संभव होगी, राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन को किया जाएगा। ताकि जन-जन के मानव अधिकार का संरक्षण किया जा सके।
इस अवसर पर खाद्य आयोग, झारखंड की सदस्य डॉ. रंजना कुमारी ने कहा कि मानवाधिकार का लाभ हर इंसान के लिए जरूरी है। उन्होंने राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन के इस मुहिम की सराहना की। इस संबंध में जागरूकता फैलाने के लिए इस तरह के संगठन की भी जरूरत है। समाजसेवी सीमा शर्मा ने कहा कि मानवाधिकार इंसान की जरूरत है। अभिव्यक्ति आपका अधिकार है और स्वस्थ व समृद्ध समाज बनाने में मानवाधिकार की अहम भूमिका है। इस अवसर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण के बारे में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज देश रतन ने संगठन के संदर्भ में सदस्यों को बताया कि पूरे भारतवर्ष में एक गैर सरकारी संगठन के रूप में संस्था कार्य करती है। उन्होंने कहा कि मानवाधिकार सभी लोगों का अधिकार है। इसका हनन  अपराध है।इस अवसर पर संगठन के प्रदेश सचिव विकास कुमार ने बताया कि मानवाधिकार को जन-जन तक पहुंचाना है। राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन एक नारे के साथ काम करती है और वह है सबका अधिकार, सबको न्याय और सबकी आजादी। इस अवसर पर संजय कुमार झारखंड के संगठन के प्रदेश कार्यकारी समिति के सदस्य रितेश कुमार सिंह,  कुमार गौतम, कौशल किशोर, दिवाकर आनंद, संजू कुमारी,  प्रियंका सिंह सहित अन्य मानवाधिकार कार्यकर्ता कार्यशाला में शामिल हुए।

जरमुंडी से निर्दलीय प्रत्याशी सीताराम पाठक लगा रहे जोर


कहा, जनसमर्थन मिला तो करेंगे क्षेत्र का कायाकल्प

विनय मिश्रा
रांची / जरमुंडी : विधानसभा चुनाव में व्यापक जनसमर्थन प्राप्त करने के लिए जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी और लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता सीताराम पाठक लगातार जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। उनकी जनसभाओं में भारी भीड़ उमड़ रही है। श्री पाठक अपने समर्पित कार्यकर्ताओं संग क्षेत्र में घूम- घूम कर मतदाताओं से अपने पक्ष में मतदान करने के लिए वोट मांग रहे हैं। उनके साथ निस्वार्थ भाव से समर्पित सामाजिक कार्यकर्ताओं की पूरी टीम उनके चुनाव प्रचार में जुटी है। श्री पाठक अपनी जनसभाओं में इस बात का उल्लेख करना नहीं भूलते कि वे विगत कई वर्षों से क्षेत्र की जनता के बीच सेवक के रूप में सेवारत रहे हैं। आमजन के सुख-दुख में शामिल होना उनकी दिनचर्या में शुमार रहा है। जन समस्याओं के निदान के लिए वे सदा तत्पर रहते हैं। उनके कार्यकर्ताओं के मुताबिक जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र की जनता का भरपूर स्नेह उन्हें प्राप्त हो रहा है। जनसंपर्क अभियान के दौरान श्री पाठक ने पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहा कि यदि उन्हें जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र की जनता का भरपूर समर्थन मिला, तो वह क्षेत्र का कायाकल्प कर देंगे। इस क्षेत्र की जनता की बुनियादी समस्याओं को दूर करना उनकी प्राथमिकता होगी। जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र की राजनीतिक परिदृश्य पर गौर करें, तो पता चलता है कि यहां राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के प्रत्याशियों के बीच तो मुकाबला है ही, निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सीताराम पाठक का पलड़ा भी भारी नजर आता दिख रहा है। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उनकी जनसभाओं में जिस प्रकार भीड़ उमड़ रही है और जनता जिस प्रकार से जनसंपर्क अभियान  के दौरान उनके प्रति विश्वास व्यक्त कर रही है, उसे देखकर पता चलता है कि बतौर निर्दलीय प्रत्याशी श्री पाठक जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से मुकाबले में हैं। यह भी संभव है कि श्री पाठक जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से चुनावी किला फतह करने में सफल हो जांय।

पदयात्रा कर महागठबंधन प्रत्याशी को जिताने की अपील


रांची। कांग्रेस के पूर्व सचिव आदित्य विक्रम जयसवाल ने अपने कार्यकर्ताओं संग  पदयात्रा कर राजधानी वासियों से महागठबंधन के प्रत्याशी मामाजी के पक्ष में मतदान करने की अपील की। पदयात्रा कार्यक्रम में कांग्रेस, जेएमएम एवं राजद के नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए। यह पदयात्रा कार्यक्रम रांची के कई प्रमुख चैक-चौराहों में की गई। इसके साथ कांग्रेस नेता आदित्य विक्रम जायसवाल ने महागठबंधन प्रत्याशी की जीत को लेकर राजधानी के चुटिया, लालपुर, रातु रोड़, हिन्दपीढ़ी आदि क्षेत्रों में पैकेट मीटिंग किया तथा महुआ माजी को भारी से भारी मतों से विजय बनाने की अपील की।
इस मौके पर श्री  जायसवाल ने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव में महागठबंधन प्रत्याशियों की जीत हो रही है। इस बार के चुनाव में जनता महागठबंधन पर विश्वास किया है। पूर्व की भाजपा सरकार की शासनकाल से जनता काफी नाराज एवं आक्रोशित है। युवा रोजगार को लेकर, महिलाएं सुरक्षा को लेकर, बच्चे अच्छी शिक्षा को लेकर, पारा शिक्षक, आंगनबाड़ी, शिक्षकेतर कर्मचारी अपना वेतनमान को लेकर चिंतित है। इन तमाम परिस्थिति को सुढ़ृढ करने एवं राज्य को विकास के मुख्या धारा से जोड़ने के लिए सबों ने इस बार महागठबंधन को विजय बनाने का मन बनाया है।प्रत

सुबोधकांत ने मांगे महागठबंधन प्रत्याशी महुआ मांजी के पक्ष में वोट

कहा, दें समर्थन, करेंगे कायाकल्प

रांची। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता सुबोधकांत सहाय ने अपने समर्थकों संग रांची विधानसभा सीट से महागठबंधन के प्रत्याशी महुआ माजी के पक्ष में जनसंपर्क अभियान चलाया। इस क्रम में उन्होंने जनता से झामुमो प्रत्याशी महुआ माजी को वोट देने की अपील की। रांची शहर में जनसंपर्क अभियान के दौरान श्री सहाय ने कहा कि विपक्षी महागठबंधन को समर्थन मिला, तो क्षेत्र का कायाकल्प करेंगे। उन्होंने विभिन्न मोहल्लों में घूम-घूम कर महागठबंधन के प्रत्याशी महुआ माजी के समर्थन में वोट मांगे। मतदाताओं से भाजपा के विरुद्ध मतदान करने की अपील की। इस दौरान श्री सहाय ने कहा कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों से जनता त्रस्त हो चुकी है। भाजपा को इस बार जनता सत्ता से बेदखल कर देगी। जनता ने विपक्षी महागठबंधन के प्रति विश्वास व्यक्त किया है। उन्होंने दावा किया कि इस बार व्यापक जनसमर्थन से विपक्षी महागठबंधन की सरकार बनेगी। झारखंड का विकास तेजी से संभव हो सकेगा। जनसंपर्क अभियान में काफी संख्या में कांग्रेस झामुमो सहित महागठबंधन में शामिल अन्य दलों के कार्यकर्ता भी साथ थे।

रविवार, 8 दिसंबर 2019

चक्रधरपुर में मतदाताओं में दिखा उत्साह

*बुजुर्ग मतदाताओं ने भी उत्साहपूर्वक डाले वोट


विनय मिश्रा
चक्रधरपुर : चुनाव में कोल्हान प्रमंडल के मतदाताओं में उत्साह देखा गया। युवा, महिला और बुजुर्ग मतदाताओं ने भी उत्साहपूर्वक चुनाव में दिलचस्पी दिखाई। चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र के 12 प्रत्याशियों के भाग्य ईवीएम में बंद हो गई है। अब उन्हें 23 दिसम्बर तक इंतजार करने का दायित्व सौंप के चुनाव परिणाम आने तक धैर्य रखने का संदेश भी दे दिया है।  मतदाताओं ने लोकतंत्र के महापर्व में चक्रधरपुर की जनता ने अपनी सहभागिता निभाई। चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र में 65.61प्रतिशत मतदान हुआ। विधानसभा चुनाव में बुजुर्ग,महिला एवं युवाओं ने बढ़ चढ़ कर मतदान किया। चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र में बुजुर्ग महिला मतदाता शारदा देवी ने 99 वर्ष की उम्र में मतदान कर लोगों के बीच उदाहरण पेश किया। इसी प्रकार चक्रधरपुर में कुल 236 मतदान केंद्रों में मतदाताओं ने मतदान किया। हालांकि, विगत वर्ष 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 71.54 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार करीब पांच प्रतिशत मतदान कम हुआ। शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी दलों की ओर से जनता और प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया गया।

शनिवार, 7 दिसंबर 2019

मतदाताओं के उत्साह को सराहा



चक्रधरपुर। झारखंड विधानसभा के पांचवी चुनाव के लिए संपन्न हुई मतदान के पश्चात जननायक समिति के संरक्षक राजू प्रसाद कसेरा ने कहा कि लोकतंत्र के महापर्व में चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने जिस उत्साह के साथ हिस्सा लिया वो काबिले तारीफ़ है महिलाओं ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर अपनी जागरूकता का परिचय दिया है श्री कसेरा ने चक्रधरपुर विधानसभा 56 के मतदाताओं के हिस्सेदारी को काफी सराहा

शुक्रवार, 6 दिसंबर 2019

पर्यावरण और जल संरक्षण के लिए नीतीश कुमार की पहल सराहनीय : भारती सत्येंद्र देव


* झारखंड में भी नीतीश मॉडल अपनाने से तेजी से होगा विकास
लेखक
रांची / पटना : जल और पर्यावरण संरक्षण के प्रति बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा की गई पहल की चहुंओर सराहना की जा रही है। उन्होंने जल, जीवन और हरियाली मिशन के तहत राज्य में पर्यावरण और जल संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करने का जो बीड़ा उठाया है, उसके लिए उनकी प्रशंसा की जानी चाहिए। उक्त बातें बिहार के पटना जिलांतर्गत करनौती ग्राम निवासी जाने-माने समाजसेवी भारती सत्येंद्र देव ने कही। श्री भारती एक निजी समारोह में शामिल होने रांची पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि जल और हरियाली के बिना जीवन की परिकल्पना बेमानी है। इस दिशा में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महत्वाकांक्षी परियोजना की ओर जो कदम बढ़ाया है, इसका सकारात्मक परिणाम जल्द ही सामने आएगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के विजन का अनुकरण देश के अन्य राज्यों में किया जाता है। उन्होंने बिहार में शराबबंदी लागू किया, इससे पूरे राज्य में सामाजिक परिवर्तन की बयार बहने लगी। विकास के क्षेत्र में उनकी दूरदर्शी सोच और सक्रियता का देश के अन्य राज्य भी अनुकरण करने लगे हैं। नीतीश माॅडल अपनाने लगे हैं। श्री भारती ने कहा कि बिहार में पीने के पानी के लिए "हर घर नल का जल" परियोजना शुरू करने का निर्णय नीतीश कुमार की दृढ़ इच्छाशक्ति और समाज के प्रति उनके समर्पण का परिचायक है। सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिए जाने की दिशा में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहल की है। जल, जीवन और हरियाली के प्रति व्यापक पैमाने पर जनसमर्थन प्राप्त करने के लिए उन्होंने अगले वर्ष 19 जनवरी को विशाल मानव श्रृंखला बनाने में सहयोग की जनता से अपील की है।
 श्री भारती ने कहा कि झारखंड में भी नीतीश मॉडल अपनाने से यहां विकास की गति तेज होगी। विकास के क्षेत्र में नीतीश कुमार ने बिहार में कई ऐसे महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जो मील का पत्थर साबित हुए हैं। इसीलिए उन्हें विकास पुरुष भी कहा जाता है। जल और पर्यावरण के गहराते संकट के इस दौर में नीतीश कुमार ने चिंता जताते हुए इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है, यह राजनीतिक नहीं, उनकी सामाजिक प्रतिबद्धता का परिचायक है। उनके इस प्रयास की जितनी भी सराहना की जाए, कम होगी।

मंगलवार, 3 दिसंबर 2019

अविस्मरणीय है डा. राजेंद्र प्रसाद के देशप्रेम का जुनून

डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर विशेष

भारती सत्येंद्र देव
* भारती सत्येंद्र देव
बिहार के सिवान जिला अंतर्गत जीरादेई में 3 दिसंबर 18 84 को जन्मे डॉ. राजेंद्र प्रसाद का देश प्रेम के प्रति जज्बा और जुनून अविस्मरणीय है। आजादी की लड़ाई में उन्होंने काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। डॉ.प्रसाद कांग्रेस में शामिल होने वाले बिहार के प्रमुख नेता थे। वकालत में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल करने वाले डॉ.प्रसाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कट्टर समर्थक रहे।

उन्होंने वर्ष 1931 में सत्याग्रह आंदोलन और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में गांधीजी की अगुवाई में राष्ट्रप्रेम का अलख जगाया। इस दौरान वे जेल भी गए। वर्ष 1934 से 1935 तक डॉ. प्रसाद कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1946 में केंद्र सरकार के खाद्य एवं कृषि मंत्री बनाए गए। राष्ट्र के प्रति उनके समर्पण और योगदान को देखते हुए उन्हें भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित किया गया। डॉ. प्रसाद कुशाग्र बुद्धि थे। पढ़ाई- लिखाई में बचपन से ही तेज-तर्रार थे। सभी धर्मों के प्रति समान आदर उनकी विशेषता रही। स्कूल-कॉलेज के दिनों में वे तेज-तर्रार छात्र के रूप में जाने जाते थे। कोलकाता विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उन्हें छात्रवृत्ति के रूप में ₹30 प्रति महीने प्राप्त होती थी। वर्ष 1902 में उन्होंने कोलकाता स्थित प्रेसिडेंसी कॉलेज में दाखिला लिया। वह इतने बुद्धिमान थे कि एक बार परीक्षा के दौरान कॉपी चेक करने वाले अध्यापक ने उनकी उत्तर पुस्तिका पर लिख दिया, " परीक्षा देने वाला छात्र परीक्षा लेने वाले से ज्यादा बुद्धिमान है"। वर्ष 1905 में गोपाल कृष्ण गोखले ने उन्हें इंडियन सोसायटी से जुड़ने का प्रस्ताव दिया, लेकिन पढ़ाई की जिम्मेदारियों को देखते हुए उन्होंने इस प्रस्ताव को विनम्रता पूर्वक ठुकरा दिया। वर्ष 1906 में उन्होंने बिहार के छात्रों के लिए स्टूडेंट कॉन्फ्रेंस की स्थापना की। वर्ष 1913 में उन्होंने डॉन सोसायटी और बिहार छात्र सम्मेलन के मुख्य सदस्य के रूप में सहभागिता निभाई। चंपारण आंदोलन में उन्होंने गांधी जी का समर्थन किया। सरल ह्रदय और शालीन व्यक्तित्व के धनी स्व.डॉ.प्रसाद वर्ष 1914 में बंगाल और बिहार में आई बाढ़ के दौरान पीड़ितों के बीच जाकर जो सेवाएं दी ,वह पीड़ित मानवता की सेवा के प्रति उनका समर्पण दर्शाता है। वर्ष 1934 में बिहार भूकंप और बाढ़ की त्रासदी झेल रहा था। उस समय उन्होंने पीड़ितों की जमकर सहायता की और पीड़ित मानवता की सेवा का परिचय दिया। उनके जीवन पर गांधीजी का गहरा प्रभाव था। वह छुआछूत,जाति,पाति के प्रति गांधी जी के नजरिए का पूरा समर्थन किया करते थे। उन्होंने नमक सत्याग्रह में वर्ष 1930 में योगदान दिया और नमक सत्याग्रह का बिहार में नेतृत्व किया। नमक बेचकर आजादी की लड़ाई के लिए धन की व्यवस्था की। इस दौरान अंग्रेजी हुकूमत ने उन्हें कानून व्यवस्था के उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में ले लिया। वे 6 महीना जेल में भी रहे। डॉ. प्रसाद वर्ष 1934 में कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहे। वर्ष 1935 में कांग्रेस के मुंबई अधिवेशन का उन्होंने अध्यक्षता किया। वर्ष 1940 में सुभाष चंद्र बोस के बाद उन्होंने जबलपुर में आयोजित कांग्रेस सेशन की अध्यक्षता की। डाॅ. प्रसाद ने महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस के बीच दूरियां कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  आजादी के बाद वे देश के प्रथम राष्ट्रपति चुने गए। इनकी जयंती पर शत-शत नमन और श्रद्धांजलि।
(लेखक बिहार के पटना जिलांतर्गत करनौती ग्राम  निवासी और जाने-माने समाजसेवी हैं)

निर्दलीय उम्मीदवार सीताराम पाठक ने जरमुंडी से भरा पर्चा

 कहा, जनसमर्थन मिला, तो करेंगे जरमुंडी का कायाकल्प

विनय मिश्रा
जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में  सीताराम पाठक ने पर्चा दाखिल किया। श्री पाठक के नामांकन के दौरान उनके समर्थकों की विशाल भीड़ उमड़ी। गौरतलब है कि श्री पाठक भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य रहे हैं। वे 10 वर्षों तक गोड्डा के सांसद निशिकांत दूबे के प्रतिनिधि भी रहे हैं। श्री पाठक जरमुंडी विधानसभा सीट के लिए टिकट के प्रबल दावेदार थे।भाजपा से टिकट नहीं मिलने के कारण वे जनदबाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं। श्री पाठक ने प्रख्यात विद्वान और ज्योतिषाचार्य आचार्य कृष्णकांत से आशीर्वाद लेने के पश्चात अपना नामांकन दाखिल किया। श्री पाठक जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र में लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते हैं। समाज सेवा के क्षेत्र में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हर वर्ग और समुदाय के लोगों के बीच सामाजिक कार्यों को सदैव तरजीह देते रहे हैं। श्री पाठक ने नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहा कि यदि उन्हें जनसमर्थन मिला और जनता ने चुनकर सदन में शामिल होने का अवसर दिया, तो जरमुंडी का कायाकल्प करेंगे। जनसमस्याओं के त्वरित निष्पादन हेतु सतत प्रयासरत रहेंगे। उनके समर्थकों ने उन्हें चुनाव में विजयी बनाकर विधानसभा में भेजने का संकल्प लिया।

शनिवार, 30 नवंबर 2019

ज्ञानपीठ प्रकाशन से पत्रकार सुशील भारती की एक साथ तीन किताबें




यह झारखंड के लिए गौरव की बात है कि प्रभात खबर के वरीय स्थानीय संपादक, ग्रामीण सुशील भारतीय की तीन-तीन किताबें भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन जैसे देश के सम्मानित प्रकाशन से एक साथ प्रकाशित हो रही हैं। इनमें एक खंडकाव्य है और दो पत्रकारिता से संबंधित पुस्तकें हैं। खंडकाव्य कौत्स की गुरुदक्षिणा का मूल्य 300 रुपये है जबकि पत्रकारिता दशा और दिशा और पत्रकारिता और प्रेस अधिनियम का मूल्य 500-500 रुपये है। तीनों पुस्तकें जल्द ही पाठकों तक पहुंचेंगी। किसी एक लेखक की तीन किताबों का एक साथ प्रकाशन ज्ञानपीठ प्रकाशन के इतिहास में संभवतः पहली घटना है। खबरगंगा की ओर से सुशील भारती और ज्ञानपीठ प्रकाशन को बधाई। 

शुक्रवार, 29 नवंबर 2019

सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने में लगे चक्रधरपुर थाना प्रभारी

मुख्यमंत्री की जनसभा में चक्रधरपुर के तेजतर्रार थाना प्रभारी ने संभाल रखी थी चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था
चक्रधरपुर। शुक्रवार को चक्रधरपुर के बूढ़ीगोड़ा उच्च विद्यालय परिसर में मुख्यमंत्री के सभा स्थल पर पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था संभाल रखी थी। मुख्यमंत्री की जनसभा के दौरान वह अपने सहयोगी पुलिसकर्मियों के साथ विधि व्यवस्था बनाए रखने में सफल रहे। गौरतलब है कि प्रवीण कुमार पुलिस विभाग में एक तेजतर्रार और जांबाज़ अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। उनकी कर्तव्यनिष्ठा सर्वविदित है। चक्रधरपुर में मुख्यमंत्री की जनसभा होने के कारण पूरे क्षेत्र में गहमागहमी का माहौल था। हेलीपैड की सुरक्षा से लेकर सभा स्थल पर विधि व्यवस्था बनाए रखना एक बड़ी चुनौती थी। प्रवीण कुमार ने अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से जनसभा संपन्न कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

चुनाव प्रचार में पसीना बहा रहे हैं सुबोधकांत


* महागठबंधन की जीत सुनिश्चित कराने के लिए झोंकी ताकत


नवल किशोर सिंह

रांची। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित कराने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।  चुनाव प्रचार में पसीना बहा रहे हैं। इ गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी की ओर से सुबोध कांत सहाय को विधानसभा चुनाव कैंपेन कमेटी के नेतृत्व का भार सौंपा गया है। श्री सहाय  झारखंड के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जाकर महागठबंधन के प्रत्याशियों के नामांकन से लेकर चुनाव प्रचार तक में सक्रियता से भाग ले रहे हैं। उनका मानना है कि इस बार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की जीत होगी और सरकार बनेगी। श्री सहाय झारखंड में कांग्रेस पार्टी का जनाधार बढ़ाने और विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को जीत दिलाने के लिए सतत प्रयासरत हैं।  झारखंड के विकास के प्रति भी उनकी गंभीरता इस बात से झलकती है कि विगत दिनों उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान झारखंड के परिप्रेक्ष्य में एक बड़ी बात कही। झारखंडवासियों के प्रति उनके अंदर का दर्द छलक आया। उन्होंने कहा कि जब वे केंद्र सरकार में खाद्य प्रसंस्करण मंत्री थे, तो उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों में फूड पार्क खुलवाए थे। उत्तराखंड में बाबा रामदेव की पतंजलि ने उसी योजना के तहत  खाद्य प्रसंस्करण की इकाई लगाई थी। आज उनकी कंपनी बहुराष्ट्रीय कंपनी का दर्जा प्राप्त कर चुकी है। झारखंड में फूड पार्क के लिए जमीन का आवंटन हुआ। चहारदीवारी बनी। लेकिन उनके मंत्रिपद से हटने के बाद राज्य सरकार ने वहां औद्योगिक इकाइयां लगाने की दिशा में कोई काम नहीं किया। आज उसकी चहारदीवारी की ईंटें तक चोरी हो रही हैं।
निश्चित रूप से यह योजना यूपीए सरकार के समय लाई गई थी, लेकिन यदि उसे मूर्त रूप दिया जाता, तो रोजगार का सृजन होता। किसानों के दिन बहुरते। राज्य का आर्थिक विकास होता। लेकिन केंद्र में मोदी और राज्य में रघुवर सरकार के आने के बाद इसपर कोई ध्यान नहीं दिया गया। यह संकीर्ण राजनीतिक सोच के कारण हुआ। यदि राजनीतिक वैमनस्य की जगह झारखंड को उससे होने वाले लाभ पर ध्यान दिया गया होता, तो झारखंड से भी किसी पतंजलि कंपनी का अभ्युदय हो सकता था। श्री सहाय ने कहा कि विकास का दावा करने वाली रघुवर सरकार ने विकास के इस अवसर की उपेक्षा कर दी, क्योंकि उन्हें राज्य का विकास नहीं, विकास का श्रेय चाहिए। उसका राजनीतिक लाभ चाहिए।
सुबोधकांत सहाय जेपी आंदोलन के समय से सक्रिय राजनीति में रहे हैं। उन्होंने चंद्रशेखर से लेकर मनमोहन सिंह तक कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है। वे जनांदोलनों से जुड़े रहे हैं और संसदीय राजनीति का भी उन्हें लंबा अनुभव रहा है। उन्हें झारखंड की मिट्टी से प्रेम है और झारखंडवासियों का दर्द उनका साझा दर्द रहा है। वे किसी पद पर रहें हों, सभी समुदायों के प्रति उनके मन में हमेशा आत्मीयता की भावना रही है। उनके दरवाजे हर खासो-आम के लिए खुले रहते हैं। किसी के साथ वे भेदभाव नहीं करते। पार्टी और जनता के प्रति उनकी निष्ठा में स्वाभाविकता है। ऐसा कोई मुद्दा नहीं, जिसका जनता से सरोकार हो और उन्होंने उसमें भागीदारी न की हो।
   आज झारखंड में कांग्रेस का जनाधार निश्चित रूप से संयुक्त बिहार जैसा नहीं रहा है। लेकिन यथासंभव उसे बचाए रखने और बढ़ाने में जिन नेताओं की भूमिका है, उनमें सुबोधकांत सहाय का नाम अव्वल रहा है।
  अभी झारखंड विधानसभा चुनाव में श्री सहाय को जो जिम्मेदारी दी गई है, उसे बखूबी निभा रहे हैं। विपक्षी महागठबंधन को विजय दिलाने में उन्होंने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। जनता के बीच जाकर रघुवर सरकार की नाकामियों को उजागर करने में वे कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने में सुबोधकांत सहाय की कोशिशों की सराहना की जानी चाहिए। कांग्रेस आलाकमान का झारखंड के मामलों में उनपर पूरी तरह भरोसा कायम है।

मंगलवार, 26 नवंबर 2019

इंडियन रेल ट्रांसपोर्टेशन कार्यशाला में डीसीएम विजय कुमार यादव हुए शामिल


विनय मिश्रा


चक्रधरपुर। नई दिल्ली में आयोजित इंडियन रेल ट्रांसपोर्टेशन (आईआरटी) के तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में चक्रधरपुर रेल डिवीजन के डिविजनल कमर्शियल मैनेजर विजय कुमार यादव शामिल हुए। श्री यादव दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से इस कार्यशाला में बतौर प्रतिभागी प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। गौरतलब है कि आईआरटी द्वारा आयोजित कार्यशाला में मुख्य रूप से भारतीय रेलवे के चेयरमैन सहित पूरे देश के रेल डिवीजन से प्रतिनिधि शामिल होते हैं। कार्यशाला में दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से चक्रधरपुर के डिविजनल काॅमर्शियल मैनेजर विजय कुमार यादव,आद्रा डिवीजन के सीनियर डीसीएम शामिल हुए हैं। यह चक्रधरपुर रेल डिविजन के लिए गौरव की बात है। विदित हो कि चक्रधरपुर रेल मंडल में जब से बतौर डीसीएम श्री यादव ने योगदान दिया है, तब से रेल सुविधाओं में व्यापक सुधार हुआ है। यात्रियों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके अलावा राजस्व प्राप्ति में भी अपेक्षित सफलता हासिल हो रही है। श्री यादव के निर्देशन में रेलकर्मी अपने कर्तव्यों का निर्वहन सफलतापूर्वक कर रहे हैं। इससे चक्रधरपुर रेल मंडल के कार्यों की सराहना चहुंओर हो रही है। इस संबंध में श्री यादव ने कहा कि आईआरटी की कार्यशाला में रेल यात्रियों के सेवाओं में सुधार सहित अन्य प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारियां व अनुभवों को साझा करने का अवसर प्राप्त होता है। इसका लाभ चक्रधरपुर रेल मंडल के अधीनस्थ रेल कर्मियों सहित रेल यात्रियों को भी मिलेगा।

मन्नान मलिक के नामांकन में शामिल हुए सुबोधकांत


* पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय हुए शामिल
कहा, विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का लहरेगा परचम

रांची / धनबाद। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा की शिकस्त होगी और विपक्षी महागठबंधन का परचम लहरेगा। श्री सहाय आज धनबाद में महागठबंधन के प्रत्याशी मन्नान मल्लिक के नामांकन के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।


उन्होंने कहा कि भाजपा की गलत नीतियों से पूरे राज्य की जनता त्रस्त है। भाजपा के शासनकाल में नक्सलवाद चरम पर है, राज्य की विधि-व्यवस्था चरमरा गई है। महंगाई, बेरोजगारी की मार से आम जनता त्रस्त है। इस बार चुनाव में जनता भाजपा की गलत नीतियों का विरोध करते हुए उन्हें करारा जवाब देगी। श्री सहाय ने कहा कि मन्नान मल्लिक एक कर्मठ और जुझारू नेता रहे हैं। जनहित के प्रति समर्पित जनप्रतिनिधि के रूप में उनकी क्षेत्र में विशिष्ट पहचान है। उन्होंने धनबाद क्षेत्र के मतदाताओं से महागठबंधन के प्रत्याशी के समर्थन में मतदान करने की अपील की। इस अवसर पर कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ताओं के अलावा महागठबंधन में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा सहित अन्य सहयोगी दलों के नेता और कार्यकर्ता भी काफी संख्या में मौजूद थे।

बांग्लादेशी मॉडल की ओर बढ़ता देश

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