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| अभिमन्यु कोहाड़ |
खबरगंगा के लिए विशेष अनुरोध पर एक संवेदनशील फौजी के ज़ज्बे की कहानी शीर्षक पोस्ट के लेखक अभिमन्यु कोहाड़ विदेशी मामलों के जानकार और रक्षा विशेषज्ञ हैं। उन्होंने सीरिया युद्ध पर एक जीवंत पुस्तक लिखी है जो काफी लोकप्रिय हुई है। कश्मीर भी हमारा कश्मीरी भी भी हमारे शीर्षक पुस्तिका के लेखन के जरिए उन्होंने कश्मीरियों को राष्ट्रवाद की प्रेरणा दी है। वे लंबे समय से कश्मीर के आतंक पीड़ित परिवारों के बीच काम कर रहे हैं।
वे बताते हैं कि आज भी हजारों ऐसे कश्मीरी हैं जिनके
पिता या अन्य परिवारवालों को आतंकियों ने मार दिया और अब उनके पास इतने पैसे भी
नहीं हैं कि वो अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें। ऐसे बहुत से छात्रों से मैं मिला हूँ
जिनके पिता को आतंकियों ने मार दिया, ऐसे
छात्रों को शेष-भारत की सिविल सोसाइटी के साथ व सहयोग की जरूरत है। हमारा एक
अभियान है "कश्मीर भी हमारा, कश्मीरी
भी हमारे", इसके तहत हम ऐसे छात्रों की मदद करते
हैं। अगर आप सब का सहयोग मिले तो बहुत बड़े स्तर पर हम इस अभियान को चला सकते हैं।
अगर आपके क्षेत्र में कोई ऐसा कॉलेज या स्कूल हो जो आतंकवाद से पीड़ित इन
राष्ट्रवादी बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी ले सके तो हम से जरूर सम्पर्क करें।
हमारी यह छोटी सी पहल "अपनेपन" का एक बहुत बड़ा संदेश कश्मीर घाटी की
सिविल सोसाइटी में देगी। हमारी पहली कोशिश ये है कि आप कोई आर्थिक सहयोग ना दें
बल्कि बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी लें और उनकी पढ़ाई का खर्च उठाएं। अगर आप पढ़ाई
की पूरी जिम्मेदारी नहीं उठा सकते हैं तो इच्छानुसार आर्थिक सहयोग दे सकते हैं।
आपका यह छोटा सा योगदान देशहित में एक बड़ा कदम
होगा।
सहयोग करना चाहें तो सम्पर्क करें-
अभिमन्यु कोहाड़
8950456616
कोऑर्डिनेटर - कश्मीर भी हमारा, कश्मीरी भी हमारे कार्यक्रम, राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन।
