यह ब्लॉग खोजें

गुरुवार, 30 अप्रैल 2020

लाइटहाउस कैफे एंडरेस्टोरेंट ने गरीबों को कराया भोजन


रांची। तुपुदाना (आरके मिशन रोड) स्थित लाइट हाउस कैफे एंड किचन रेस्टोरेंट के सौजन्य से आज गुरुवार को आसपास के लगभग डेढ़ सौ गरीबों को दोपहर का भोजन कराया गया। रेस्टोरेंट संचालक दिलबाग सिंह ने बताया कि आज लॉकडाउन के 37वें दिन भी अन्य दिनों की भांति दोपहर में गरीबों को खाना खिलाया गया। उन्होंने बताया कि आसपास के बेघर, बेसहारा गरीबों को चिन्हित कर उनके बीच राशन सामग्री भी बांटी जा रही है। यह सिलसिला लाॅकडाउन की अवधि तक जारी रहेगा। इस पुनीत कार्य में उन्हें ऑल इंडिया वीमेन्स कॉन्फ्रेंस की हटिया-तुपुदाना शाखा की अध्यक्ष शांति सिंह, प्रयास डेवलपर्स, रंधवा कंस्ट्रक्शन, हेमू फाउंडेशन, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, सुनील सहाय, सामाजिक कार्यकर्ता लाल काली नाथ शाहदेव, विजय नागवेकर सहित अन्य साथियों का सहयोग प्राप्त हो रहा है।

समाजसेविका शांति सिंह के सौजन्य से गरीबों को मिल रहा भोजन और राशन



 रांची। महिला हितों के संरक्षण के लिए काम करने वाली अखिल भारतीय स्तर की संस्था ऑल इंडिया वीमेन्स कॉन्फ्रेंस की हटिया- तुपुदाना शाखा की अध्यक्ष और लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता शांति सिंह के सौजन्य से लॉकडाउन के दौरान गरीबों को प्रतिदिन भोजन कराया जा रहा है। आज गुरुवार को लॉकडाउन के 36 वें दिन भी तुपुदाना स्थित आरके मिशन रोड पर अवस्थित हैप्पी चिल्ड्रन स्कूल परिसर में लगभग एक सौ गरीबों को भोजन कराया गया। इसके अलावा श्रीमती सिंह जरूरतमंदों के बीच राशन का भी वितरण कर रही हैं। पीड़ित मानवता की सेवा के इस कार्य में उन्हें विभिन्न संस्थाओं का भी सहयोग मिल रहा है। वहीं, लाइट हाउस कैफे एंड किचन रेस्टोरेंट के संचालक दिलबाग दिलबाग सिंह और सामाजिक कार्यकर्ता विजय नागवेकर भी मानवता की सेवा के इस कार्य में बहुमूल्य सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन की अवधि तक गरीबों को दोपहर में एक समय का भोजन प्रतिदिन कराए जाने का सिलसिला जारी रहेगा। गरीबों को भोजन कराने व जरूरतमंदों के बीच खाद्यान्न सामग्री और अन्य उपयोगी सामान बांटने में उन्हें कई सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी सहयोग प्राप्त हो रहा है। इसमें प्रयास डेवलपर्स, रंधावा कंस्ट्रक्शन, हेमू फाउंडेशन सहित विभिन्न संस्थाएं और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं। उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान गरीबों को भोजन के लिए हो रही परेशानियों को देखते हुए उनके द्वारा किए जा रहे समाज सेवा के कार्यों में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की ओर से भी सहयोग प्राप्त हो रहा है। इसमें सामाजिक कार्यकर्ता लाल काली नाथ शाहदेव की भी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।

कोरोना से बचने के लिए स्टे एट होम कारगर कदम: सुधांशु सुमन


* पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता अभियान जारी


रांची : झारखंड की ख्यातिप्राप्त सामाजिक संस्था रांची एक्सप्रेस ग्राम सेवा फाउंडेशन द्वारा संचालित ग्रीन इंडिया अभियान को सफल बनाने के लिए समाजसेवी सुधांशु सुमन जुटे हैं। पर्यावरण संरक्षण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की लोग सराहना कर रहे हैं। गौरतलब है कि श्री सुमन और जन-जन तक देशभक्ति का अलख जगाने के लिए पैट्रियोटिक इंडिया और तिरंगा सम्मान यात्रा  कार्यक्रम भी पिछले पांच वर्षों से संचालित कर रहे हैं। श्री सुमन ने कहा कि  झारखंड से प्रारम्भ हुआ यह राष्ट्रीय अभियान देश के अन्य राज्यों में प्रमुख रूप से बिहार ,महाराष्ट्र ,हरियाणा और दिल्ली जैसे प्रदेशों में भी संचालित हो रहा है। यह कार्यक्रम देश के 707 जिले ,ढाई लाख पंचायत ,  18 हजार प्रखंड के साथ साथ 649423 गांवों में होना सुनिश्चित हुआ है। यह कार्यक्रम 2016 से प्रारम्भ हुआ जो 2 अक्टूबर 2028 तक चलना सुनिश्चित है। इसके तहत हर गांव को पौधरोपण ,शिक्षा ,स्वास्थ्य ,तिरंगा सम्मान के प्रति जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों को मूलभूत जरूरतों को पूरा करने की दिशा में समन्वय स्थापित कर विकास योजनाओं को सरजमीं पर उतारने की कोशिश की जा रही है। तिरंगा सम्मान यात्रा के सूत्रधार सह भाजपा नेता सुधांशु सुमन ने पत्रकार वार्ता में कहा कि मेरे देश में पर्यावरण प्रदूषण की गंभीर समस्या है पर्यावरण संरक्षण और वातावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में सकारात्मक पहल की आवश्यकता है।। राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान की शत-प्रतिशत सफलता पर्यावरण के प्रति लोगों की जागरूकता से ही संभव है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के प्रकोप से पूरी दुनिया परेशान है। इस वैश्विक समस्या का निदान विशेष रूप से सार्वजनिक स्थलों पर एक दूसरे से शारीरिक दूरी बनाकर रहने और अपने घरों में रह कर ही संभव है। उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए स्टे एट होम सबसे उपयुक्त कारगर कदम है। हम सबों को इसका पालन करना चाहिए तभी हम इस वैश्विक महामारी से निजात पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए प्रदूषण मुक्त वातावरण जरूरी है। तिरंगा सम्मान यात्रा के माध्यम से हर गांव को पौधरोपण कार्यक्रम से जोड़ना और गांव-गांव में जन जागरण के कार्य को आगे बढ़ाना होगा।

प्रोफेशनल कांग्रेस कमेटी ने जरूरतमंदों के बीच किया खाद्यान्न वितरण


* गरीबों को राहत पहुंचाना लक्ष्य : आदित्य विक्रम जायसवाल


रांची। कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर किए गए देशव्यापी लाॅकडाउन के दौरान गरीबों के बीच विभिन्न संस्थाएं और सामाजिक कार्यकर्ता राहत कार्य में जुटे हैं। इस दिशा में झारखंड प्रदेश प्रोफेशनल कांग्रेस महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। पीड़ित मानवता की सेवा के इस पुनीत कार्य में प्रोफेशनल कांग्रेस के साथ-साथ आई एम एस, झारखंड, एनएसयूआई, सोशल ऑर्गेनाइजेशन बटरफ्लाई सहित अन्य संस्थाएं महत्वपूर्ण सहयोग कर रही हैं। आज गुरुवार को प्रोफेशनल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य विक्रम जायसवाल के निर्देशानुसार प्रोफेशनल के सदस्य, एनएस यूआई, सामाजिक संस्था बटरफ्लाई प्रोजेक्ट व आईएमए स्टूडेंट्स  द्वारा 107 गरीब, जरूरमंद एवं असहाय लोगों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। यह वितरण कार्यक्रम राजधानी रांची के नायक चौक और बड़का टोली में हुआ। इस दौरान लोगों को दाल, चावल, सोयाबीन बरी, तेल, मसाला, आलू आदि खाद्य सामग्री मुहैया कराया गया।  इस कार्यक्रम में आईएमए स्टूडेंट्स का विशेष योगदान रहा।
 झारखंड प्रदेश प्रोफेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष आदित्य विक्रम जयसवाल ने कहा कि हमारी टीम रांची के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में लॉकडाउन की अवधि तक लगातार जरूरतमंद लोगों तक खाद्य सामग्री पहुंचाती रहेगी।
 मौके पर मौजूद आई एम एस के छात्र व एनएसयूआई के प्रदेश सचिव अमरजीत ने कहा कि हम सभी आई एम एस, एनएसयूआई, प्रोफेशनल कांग्रेस और सामाजिक संस्था बटरफ्लाई प्रोजेक्ट द्वारा शहर में हर जरूरतमंदों तक खाद्य सामग्री पहुंचाएंगे एवं कोशिश करेंगे कोई भूखा ना रहे।
इस अवसर पर मुख्य रूप से एनएसयूआई के महासचिव राजीव कुमार, प्रोफेशनल कांग्रेस के गौरव, पुनीत, विष्णु, राजेश, प्रेरणा, सोन, आनंद सहित अन्य मौजूद थे।

मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

महंथ विजयानंद ने कोरोना के खिलाफ जंग के लिए समाजसेवी सुधांशु सुमन का किया उत्साहवर्धन


* कहा, घरों में रहकर बढ़ाएं आध्यात्मिक गतिविधियां

रांची / हजारीबाग : वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए विभिन्न प्रकार के उपाय किए जा रहे हैं। लाॅकडाउन के दौरान "स्टे एट होम" का पालन करते हुए लोग अपने घरों में धार्मिक अनुष्ठान और आध्यात्मिक गतिविधियां बढ़ाकर कोरोना वायरस के प्रकोप को कम करने की ईश्वर से कामना भी कर रहे हैं। साधु-संत, मंदिरों के पुजारी, आध्यात्मिक विषयों के ज्ञाता, प्रकांड विद्वान, ज्योतिषाचार्य सहित आमजन कोरोना से मुक्ति पाने के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं। इस क्रम में हजारीबाग के बाबू चौक स्थित बड़ा अखाड़ा के महंत विजयानंद ने कोरोना के खिलाफ जंग जीतने के लिए समाजसेवी सुधांशु सुमन का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान लोग अपने-अपने घरों में धार्मिक अनुष्ठान और आध्यात्मिक गतिविधियां बढ़ाएं। इससे वातावरण में शुद्धता आती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे काफी हदतक हमें प्राकृतिक आपदा पर विजय पाने की शक्ति प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि संकट के समय ग्रहों की दशा को सकारात्मक करने के लिए नवग्रह शांति पाठ का जाप काफी कारगर सिद्ध होता है। ग्रहों की दशा को अनुकूल करने और मानव समाज के कल्याण के लिए धार्मिक अनुष्ठान किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्टे एट होम का पालन करते हुए लोग अपने-अपने घरों में सभी देवी देवताओं की पूजा अर्चना करें और ईश्वर से कामना करें कि ऐसे वैश्विक आपदा के समय कोरोनावायरस जैसे प्राणघातक विषाणु को नष्ट कर समस्त मानव के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करें। महंत विजयानंद ने झारखंड के प्रख्यात समाजसेवी सुधांशु सुमन द्वारा कोरोना से मुक्ति पाने के लिए लगातार विगत एक महीने से किए जा रहे नवग्रह शांति पाठ करने को सराहाते हुए कहा कि श्री सुमन का यह प्रयास समाज व देश के कल्याण में काफी सहायक साबित होगा। उन्होंने नागरिकों से लॉकडाउन का शत-प्रतिशत पालन करते हुए अपने घरों में रहकर ही अपनी दिनचर्या में आध्यात्मिक अनुष्ठानों को शामिल करने का अनुरोध किया। महंत विजयानंद ने कहा कि वर्तमान में मानव जाति पर जो संकट गहराया है, इसका निवारण लॉकडाउन का अक्षरशः पालन कर और ईश्वर के शरण में जाकर समस्त मानव जाति के कल्याण की कामना कर ही संभव है। श्री सुमन ने विद्वान  ब्राह्मणों व पुरोहितों संग भगवान हनुमान व भगवान  ठाकुर जी की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर पूजा-अर्चना करने के बाद अध्यात्मिक मंत्रणा की।  बड़ा अखाड़ा के  महंत जी ने कहा कि महामारी कोरोना वायरस के खात्मे के लिए फिजिकल डिस्टेंसिंग , स्टे एट होम का पालन करना अति आवश्यक है, तभी कोरोना हारेगा और भारत जीतेगा। सबों ने कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सकारात्मक पहल और उनके द्वारा उठाए गए ऐतिहासिक कदमों की सराहना की।

होटल पार्क इन के संचालक गरीबों के लिए बना रहे थे भोजन, आंधी-तूफान ने पहुंचाया नुकसान

होटल पार्क ईन के संचालक गरीबों के लिए कर रहे थे भोजन तैयार, आंधी-तूफान ने पहुंचाया नुकसान,
* फिर भी कम नहीं हुआ जज्बा
*  गरीबों के बीच बांटे भोजन के पैकेट



रांची। हटिया स्टेशन रोड स्थित होटल पार्क ईन और पूजा रेस्टोरेंट के संचालक समाजसेवी रामाशंकर प्रसाद ने बिरसा चौक और आसपास के लगभग दो सौ गरीब लोगों के बीच आज पैक्ड फ्राइड राइस के पैकेट बांटे। वे आज दोपहर में गरीबों के लिए भोजन तैयार करवाने में जुटे थे, कि अचानक मौसम का मिजाज बदला और तेज आंधी-तूफान के कारण उनके होटल के ऊपरी तल्ले पर निर्मित टेंपरेरी शेड सहित शीशे की खिड़कियां चकनाचूर हो गई। आंखों के सामने आंधी-तूफान की वजह से हो रहे नुकसान देखने के बाद भी गरीबों की सेवा के प्रति उनका जज्बा कम नहीं हुआ। आंधी-तूफान थमने के बाद  फिर से भोजन तैयार करने में जुट गए और गरीबों के बीच वितरित किया। गौरतलब है कि रामाशंकर प्रसाद लाॅकडाउन शुरू होने के बाद से लगातार गरीबों के बीच विभिन्न प्रकार के व्यंजन परोसते रहे हैं। बेघर, बेसहारा और गरीब लोगों को भोजन कराने में जुटे हैं। पीड़ित मानवता की सेवा में उनके इस कार्य में समाजसेवी गोपाल झा, मुन्ना सिंह, गुड्डू सिंह, अंकित कलवार, श्रीधर सिंह आदित्य, पूजा सहित अन्य का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।स

पूर्वी सिंहभूम के पटमदा और बोड़ाम प्रखंड के गावों में पहुंची स्वयंसेवी संस्था गूंज


* अनाथ बच्चों, विधवाओं और बेसहारा वृद्धजनों के बीच बांटे खाद्यान्न



रांची/पूर्वी सिंहभूम। कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान विशेष रुप से गरीबों को हो रही परेशानियों को देखते हुए राष्ट्रीय स्तर की सामाजिक संस्था "गूंज" की ओर से गरीबों को सहायता पहुंचाने का सिलसिला जारी है। इस क्रम में सोमवार को गूंज के झारखंड-उड़ीसा राज्य समन्वयक सुरेश कुमार के नेतृत्व में संस्था की टीम ने पूर्वी सिंहभूम के पटमदा और बोड़ाम प्रखंड स्थित खेरिया, साबरमती, कोनकादासा, टांगर, सूत्तरीहुली गांव में जाकर राहत सामग्री पहुंचाया। इसके तहत गांव के बेहद गरीब परिवारों को चिन्हित कर अनाथ बच्चों, विधवाओं,बेसहारा महिलाओं और वृद्धजनों के बीच चावल, दाल, सब्जी, तेल, नमक, सोयाबीन, साबुन, बिस्किट आदि सामग्री का वितरण किया गया। श्री कुमार ने बताया कि लगभग ढाई सौ गरीबों के बीच राहत सामग्री बांटे गए। इस कार्य में स्थानीय ग्रामीण दयामह महतो, रंथू महतो सहित अन्य ने सहयोग किया। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान गरीबों को भोजन कराने और उनके बीच राशन सामग्री बांटने का क्रम लॉकडाउन की अवधि तक जारी रहेगा। संस्था की ओर से विभिन्न स्थानों पर गरीबों को चिन्हित कर मदद की जा रही है। उन्होंने बताया कि पीड़ित मानवता की सेवा के इस कार्य में  कई समाजसेवियों का भी सहयोग "गूंज" को प्राप्त हो रहा है।

हैप्पी चिल्ड्रेन स्कूल परिसर में गरीबों के लिए लगातार चल रहा लंगर


* लाइट हाउस कैफे व एआईडब्लूसी के सौजन्य से जरूरतमंदों को दी जा रही खाद्य सामग्री

रांची। लाॅकडाउन के दौरान हटिया-तुपुदाना स्थित आरके मिशन रोड पर अवस्थित हैप्पी चिल्ड्रन स्कूल परिसर में गरीबों के लिए लगातार लंगर चलाया जा रहा है। लाॅकडाउन के 35वें दिन आज मंगलवार को भी लगभग एक सौ गरीबों को भोजन कराया गया। ऑल इंडिया वीमेंस कॉन्फ्रेंस की हटिया-तुपुदाना शाखा की अध्यक्ष शांति सिंह और लाइट हाउस कैफे एंड किचन रेस्टोरेंट के संचालक दिलबाग सिंह के संयुक्त सौजन्य से गरीबों के बीच दोपहर का भोजन वितरित किया जाता है। यही नहीं, बल्कि आसपास के ग्रामीण इलाकों के अत्यंत गरीब परिवारों, अनाथ बच्चों, विधवाओं और वृद्धजनों के बीच जरूरत के अनुसार खाद्यान्न सामग्री भी वितरित की जाती है। इस संबंध में लाइट हाउस कैफे एंड किचन रेस्टोरेंट के संचालक व समाजसेवी दिलबाग सिंह ने बताया कि 24 मार्च से लगातार उनके द्वारा गरीबों को एक समय का भोजन कराया जा रहा है। वहीं, जरूरतमंद गरीब परिवारों के बीच राशन भी बांटा जाता है। पीड़ित मानवता के इस पुनीत कार्य में उन्हें समाजसेवी विजय नागवेकर, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, कांग्रेस नेता सुनील सहाय, दीपक प्रसाद, सहित अन्य का भी महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त होता है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की अवधि तक गरीबों को दोपहर में एक समय का भोजन कराने का सिलसिला जारी रहेगा। इस कार्य में प्रदीप माहथा, सोनी कच्छप, आनंद सहित अन्य सहयोगियों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।

सोमवार, 27 अप्रैल 2020

मानव.के साथ-साथ जीव-जंतु के कल्याण की भी कामना कर रहे सुधांशु सुमन


* अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर भगवान भास्कर को अर्ध्य अर्पित कर पशुओं को कराया भोजन

 रांची। वैश्विक आपदा कोरोना के कारण अकस्मात अव्यवस्थित हुए मानव जीवन की लय को सुव्यवस्थित रखने के साथ-साथ पशु-पक्षियों, जीव-जंतुओं के कल्याण के लिए प्रख्यात समाजसेवी सुधांशु सुमन ईश्वर से प्रार्थना में जुटे हैं। आज रविवार (वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया) को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर उन्होंने भगवान भुवन भास्कर को अर्ध्य अर्पित किया। दिनचर्या में शामिल नव ग्रह शांति पाठ व हवन आदि आध्यात्मिक अनुष्ठान संपन्न करने के क्रम में उन्होंने समस्त संसार की मानव जाति के कल्याण की कामना की। इसके साथ ही पशु-पक्षियों व अन्य जीव-जंतुओं के अस्तित्व पर मंडराते खतरे से बचाने के लिए भी ईश्वर से प्रार्थना की। नवग्रह शांति पाठ और पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने गौ माता की सेवा की और तालाब में तैरती मछलियों को भी चारा दिया। उनका मानना है कि इस शुभ दिन के अवसर पर किए गए दान- पुण्य व धार्मिक कार्य का कभी क्षय नहीं होता है। नदी- तालाब में स्नान व पूजा-पाठ से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। इसी वजह से इस शुभ दिन को अक्षय तृतीया कहा जाता है। संतों और शास्त्रों के अनुसार इस दिन विधि विधान से किए गए जप -तप हजारों गुना फलदाई होते हैं।
  पशुओं के प्रति उनका प्रेम सराहनीय ही नहीं बल्कि अनुकरणीय भी है। राष्ट्रीय अभियान तिरंगा सम्मान यात्रा के माध्यम से देश प्रेम का अलख जगाने वाले समाजसेवी सुधांशु सुमन पर्यावरण प्रेमी और पशु प्रेमी भी हैं। गौ सेवा के अलावा अन्य पशुओं के प्रति भी उनका लगाव है। सड़कों पर लावारिस घूमते गाय-बैल, बकरियों, कुत्तों आदि को भोजन कराने के बाद उन्हें सुखद अनुभूति होती है। एक कर्मयोगी के रूप में पीड़ित मानवता की सेवा के प्रति समर्पित श्री सुमन पशु- पक्षियों के प्रति भी दया व करुणा का भाव रखते हैं। यह उनकी महानता व सहृदयता का परिचायक है।

स्वयंसेवी संस्था गूंज गरीबों की कर रही मदद


रांची। राष्ट्रीय स्तर की ख्यातिप्राप्त स्वयंसेवी संस्था "गूंज" की झारखंड इकाई की ओर से लाॅकडाउन के दौरान गरीबों, मजदूरों को सहायता पहुंचाई जा रही है। संस्था के झारखंड-उड़ीसा राज्य समन्वयक सुरेश कुमार ने बताया कि पीड़ित मानवता की सेवा के क्रम में आज अरगोड़ा, हरमू, किशोरगंज व आसपास के इलाकों के दैनिक मजदूर, निर्माण क्षेत्र में लगे मजदूर, रेजा-कुली आदि गरीब लोगों को "गूंज" की ओर से 8 किलो चावल, 1 किलो दाल, सोयाबीन, बिस्किट, नमक, साबुन, खाद्य तेल आदि मुहैया कराया गया। उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों के स्लम एरिया को चिन्हित कर गरीब और बेसहारा लोगों को राशन व अन्य सामग्री दी जा रही है। इससे गरीबों को काफी राहत मिल रही है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अवधि तक गरीबों के बीच राशन सामग्री बांटे जाएंगे। इस कार्य में विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ता दीपक प्रसाद सहित अन्य सहयोग कर रहे हैं।

शनिवार, 25 अप्रैल 2020

आल इंडिया वीमेंस कांफ्रेंस व लाइटहाउस कैफे एंड किचेन रेस्टोरेंट की ओर से गरीबों को कराया जा रहा भोजन


पीड़ित मानवता की सेवा से मिलता है सुकून : शांति सिंह



रांची। महिला सशक्तिकरण और महिला हितों के संरक्षण के लिए प्रयासरत संस्था आॅल इंडिया वीमेन्स काॅन्फ्रेंस व तुपुदाना स्थित लाइट हाउस कैफे एंड किचन रेस्टोरेंट के संयुक्त सौजन्य से शनिवार को लगभग एक सौ गरीबों को भोजन कराया गया। एआईडब्लूसी की हटिया-तुपुदाना शाखा की अध्यक्ष व लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता शांति सिंह ने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान खासकर गरीबों व दिहाड़ी मजदूरों के बीच भोजन की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है।
इसे देखते हुए हटिया-तुपुदाना व आस-पास के बेघर, बेसहारा और बेहद गरीब लोगों को प्रतिदिन दोपहर का भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पीड़ितों की सेवा करने से सुखद अनुभूति होती है। पीड़ित मानवता की सेवा सबसे बड़ा मानव धर्म है। वहीं, लाइट हाउस कैफे एंड किचन के संचालक दिलबाग सिंह ने कहा कि लाॅकडाउन की अवधि तक गरीबों को एक समय का भोजन मुहैया कराने का सिलसिला जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि गरीबों को भोजन के अलावा आसपास के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के अत्यंत गरीब परिवारों को उनके सौजन्य से जरूरत के अनुसार राहत सामग्री व खाद्यान्न भी मुहैया कराया जा रहा है। उनके इस पुनीत कार्य में समाजसेवी अल्बर्ट एक्का, हेमू फाउंडेशन के सदस्य सहित अन्य समाजसेवियों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है।

शुक्रवार, 24 अप्रैल 2020

बंद रेस्टोरेंट में गरीबों के लिए लजीज व्यंजन तैयार करा रहे दिलबाग सिंह


* दिलबाग सिंह ने पीड़ितों की सेवा को बनाया लक्ष्य

रांची। लाॅकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रकार के प्रतिष्ठान बंद हैं। राजधानी के तुपुदाना स्थित रामकृष्ण मिशन सेनेटोरियम रोड पर अवस्थित लाइट हाउस कैफे एंड किचन रेस्टोरेंट के संचालक दिलबाग सिंह ने भी अपने प्रतिष्ठान को लॉकडाउन का पालन करते हुए बंद कर रखा है। अकस्मात हुए लॉकडाउन की वजह से उनके रेस्टोरेंट में कार्यरत आठ कर्मी अपने गंतव्य(घरों) तक नहीं जा सके। श्री सिंह ने रेस्टोरेंट में कार्यरत कर्मियों का पूरा ख्याल रखते हुए इन्हें रेस्टोरेंट में ही गरीबों का खाना तैयार करने में लगा दिया है। लाॅकडाउन के दौरान गरीबों को भोजन के लिए हो रही परेशानियों को देखते हुए उन्होंने हटिया, तुपुदाना, हरदाग व आस-पास के क्षेत्रों के बेघर, बेसहारा और बेहद गरीब लोगों को दोपहर का भोजन कराने का निर्णय लिया है। इसके तहत प्रतिदिन वह अपने कर्मियों के सहयोग से भोजन तैयार कर गरीबों के बीच वितरण के लिए निकलते हैं। उन्होंने अपने रेस्टोरेंट के कर्मियों को निर्देश दे रखा है कि जिस प्रकार लॉकडाउन के पूर्व रेस्टोरेंट में आने वाले ग्राहकों के लिए लगन व तत्परता से लजीज व्यंजन तैयार किया करते थे, उसी लगन के साथ गरीबों के लिए भोजन तैयार करते रहें। भोजन की गुणवत्ता से कोई समझौता न करें। श्री सिंह प्रतिदिन दोपहर में कभी दाल-भात, कभी खिचड़ी, कभी अन्य प्रकार के व्यंजन तैयार कर गरीबों के बीच बांटते हैं। उन्होंने इसके लिए खाद्य सामग्री का प्रर्याप्त मात्रा में भंडारण कर रखा है। उनके रेस्टोरेंट में कार्यरत कर्मियों की भी पीड़ित मानवता के प्रति जज्बा और जुनून काबिले-तारीफ है। रेस्टोरेंट संचालक दिलबाग सिंह के समाजसेवा के मिशन को सफलीभूत करने के लिए कर्मी सदैव तत्पर रहते हैं। रेस्टोरेंट कर्मियों ने बताया कि  अपने मालिक के निर्देशानुसार हर पल गरीबों की सेवा के प्रति समर्पित हैं।

कोरोना काल में नवग्रह शांति मंत्र का.जाप करा रहे हैं समाजसेवी सुधांशु सुमन


* मानव कल्याण के लिए ब्रह्म मुहूर्त में कर रहे नवग्रह शांति मंत्र पाठ
 
 

रांची। इन दिनों पूरी दुनिया कोरोना वायरस जनित महामारी कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से परेशान है। इस वैश्विक महामारी का प्रकोप स्पर्श और सानिध्य दोष से बढ़ रहा है। ऐसे हालात में स्वयं को बचाते हुए अपने परिवार, समाज और राष्ट्र को भी इससे बचाने की जिम्मेदारी मनुष्य पर आ गई है। इस महामारी के प्रकोप से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं। मनुष्य अपनी बुद्धिमता का प्रयोग कर इस संकट को परास्त करने में जुटा है। कोरोना वायरस के खिलाफ हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ी जा रही है। अकस्मात आई इस वैश्विक आपदा से निपटने के लिए मौजूदा मुश्किल वक्त में हर स्तर पर प्रयास जारी है। इस क्रम में कई लोग विश्व कल्याण के लिए देवी- देवताओं की पूजा-अर्चना करने, ग्रह-गोचर शांत करने और ग्रहों की दशा-दिशा सुधारने हेतु आध्यात्मिक अनुष्ठान में जुटे हैं। भारतीय सनातन धर्म से आस्था की डोर बांधकर इसके सहारे कोरोना से मुक्ति पाने के लिए विश्व कल्याण की कामना कर रहे हैं। ऐसे ही एक कर्मयोगी पुरुष हैं झारखंड के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रीय अभियान "तिरंगा सम्मान यात्रा" के संयोजक सुधांशु सुमन। श्री सुमन वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के मद्देनजर किए गए देशव्यापी लॉकडाउन शुरू होने की तिथि (24 मार्च) से लगातार नियमित रूप से अपने आवास पर ब्रह्म मुहूर्त में नवग्रह शांति मंत्र का जाप और हवन कर रहे हैं। इस दौरान वे भगवान शंकर, मां दुर्गा और प्रभु श्री राम की नियमित पूजा भी करते हैं। नवग्रह शांति मंत्र जाप व हवन और सभी देवी- देवताओं की पूजा-अर्चना में श्री सुमन के साथ उनके परिवार के अन्य सदस्य भी महत्वपूर्ण सहभागिता निभाते हैं। प्रतिदिन अहले सुबह ब्रह्म मुहूर्त में नव ग्रह शांति पाठ का जाप और हवन के बाद पूरा परिवार जयकारा लगाता है। इनकी आस्था देखते ही बनती है। श्री सुमन वाराणसी निवासी प्रख्यात ज्योतिषाचार्य व धर्म-अध्यात्म के ज्ञाता पंडित रामजीवन झा, आचार्य गुंड़न बाबा, आचार्य प्रेम पंडित जी के नेतृत्व व सानिध्य में ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम करने और सकारात्मकता को क्रियाशील करने के लिए नवग्रह शांति पाठ जाप, हवन आदि पावन कार्य संपन्न करते हैं। प्रतिदिन अहले सुबह उठना और मानव कल्याण के लिए देवी- देवताओं की पूजा-अर्चना कर नवग्रह शांति पाठ में जुट जाना उनकी दिनचर्या में शुमार है। वह कहते हैं कि जब-जब मानव जीवन के अस्तित्व पर खतरा आया है, तब-तब ईश्वरीय शक्तियां चमत्कारी रूप से आपदा दूर भगाने और मनुष्य को संरक्षण देने में सहायक हुईं हैं। श्री सुमन ने कहा कि मनुष्य के पास असीम शक्तियां बुद्धि और चिंतन की वजह से है। इसीलिए मनुष्य को अन्य जीवों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। ऐसे संकट के समय मानव अपनी बुद्धिमता का प्रयोग करे, तो विषम परिस्थितियों में भी संकटों को परास्त कर सकता है।
 श्री सुमन ने कहा कि जैसे-जैसे कोरोना के खिलाफ लड़ाई आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के प्रयासों के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ता जा रहा है। एक सर्वेक्षण में भी यह बात सामने उभर कर आई है। देश की अधिकतर जनता यह मानती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार प्रभावी तरीके से वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जंग जीतने की ओर अग्रसर है। उन्होंने आशा व्यक्त किया है कि मानवता के अस्तित्व को झकझोर कर रख देने वाली इस आकस्मिक आपदा से जल्द ही भारतवासी निजात पाएंगे। उन्होंने कहा कि भारतवासियों की दृढ़ इच्छाशक्ति, एकजुटता, जागरुकता और सामाजिक समरसता के बलबूते "इंडिया जीतेगा और कोरोना हारेगा"।

गुरुवार, 23 अप्रैल 2020

गरीबों को प्रतिदिन एक समय का भोजन करा रहे बैंककर्मी व विधानसभा कर्मी


रांची। लॉकडाउन के दौरान गरीबों को हो रही परेशानियों को देखते हुए विभिन्न संस्थाएं राहत कार्य में जुटी हैं। इस आपदा के समय व्यक्तिगत तौर पर भी कई समाजसेवी भोजन से वंचित गरीबों को खाना खिलाने में जुटे हैं। एचईसी परिसर स्थित भारतीय स्टेट बैंक, सेक्टर दो शाखा के कर्मियों और झारखंड विधानसभा के कुछ कर्मियों की ओर से भी गरीबों को भोजन कराया जा रहा है।  पीड़ित मानवता की सेवा के प्रति समर्पित बैंककर्मियों और विधानसभाकर्मियों के सहयोग से आसपास के बेघर, बेसहारा और बेहद गरीब लोगों को विगत 17 अप्रैल से प्रतिदिन दोपहर का भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इस संबंध में एसबीआई सेक्टर दो शाखा के कर्मी व समाजसेवी मिथिलेश सिंह ने बताया कि मानवता की सेवा के इस नेक कार्य में कई अन्य समाजसेवियों का भी सहयोग प्राप्त हो रहा है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की अवधि तक गरीबों को प्रतिदिन दोपहर का भोजन कराने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत गरीबों को किसी दिन खिचड़ी, किसी दिन दाल-भात, तो कभी उनकी पहुंच से दूर व्यंजन पूड़ी-सब्जी, कभी चिकेन-भात परोसा जाता है। उन्होंने कहा कि गरीबों को एक समय का भोजन कराने का सिलसिला लॉक डाउन की अवधि तक जारी रहेगा। इस पुनीत कार्य में बैंककर्मी इंदू कुमारी, प्रतिभा कुमारी, सुमन कुमार सिंह, सुनील कुमार, शंभू रजक और विधानसभा कर्मी शरद सहाय उर्फ ओपी, डब्लू सहित अन्य का महत्वपूर्ण योगदान है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की पहल


* अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने जरूरतमंदों को बांटे खाद्य सामग्री


रांची। लाॅकडाउन के दौरान खासकर गरीब तबके और  निम्न आय वर्ग के लोगों की परेशानियों को देखते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री व अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोधकांत सहाय ने राहत कार्य की पहल की है। उनके निर्देशानुसार महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व शहर के लोकप्रिय समाजसेवी मुकेश कुमार और उनकी टीम की ओर से विशेष रूप से जरूरतमंद परिवारों को राशन व अन्य राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। इस क्रम में आज बुधवार को हटिया, पटेल नगर, सिंह मोड़, अरगोड़ा बस्ती सहित अन्य जगहों पर कायस्थ परिवार के जरूरमंदों समेत अन्य समुदायों के गरीब लोगों के बीच खाद्यान्न वितरण किया गया। पीड़ित मानवता की सेवा के इस नेक कार्य में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की कोरपोरेट विंग के चेयरमैन राकेश रंजन, महासभा की महिला विंग की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बरखा सिन्हा, शंकर वर्मा, प्रणय कुमार, संदीप कुमार सहित अन्य ने महत्वपूर्ण सहयोग किया। गौरतलब है कि इसके पूर्व अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की ओर से जरूरतमंदों के बीच राहत कार्य के लिए झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकेश कुमार ने 50 क्विंटल आटा प्रदान किया था।

बुधवार, 22 अप्रैल 2020

भाजपा नेता अजय राय ने प्रवासी मजदूरो व छात्रों की वापसी के लिए किया उपवास



रांची। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से बचाव के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के कारण 25 मार्च से देश के विभिन्न जगहों पर फंसे लाखों श्रमिक, मजदूर भाई व हजारों छात्र, छात्राएं ,चिकित्सा सुविधा के लिये राज्य से बाहर गए मरीजों और उनके परिजनों की घर वापसी को लेकर झारखंड सरकार को जगाने हेतु झारखंड प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह व झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के आह्वान पर झारखंड भाजपा के मीडिया पैनिलिस्ट अजय राय ने भी आज अपने आवास पर प्रातः 10 बजे से शाम चार बजे तक उपवास रखा।
    इस अवसर पर अजय राय ने कहा कि ये एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम के माध्यम से भाजपा ने  झारखंड सरकार को आगाह किया है कि वह समय रहते बाहर फंसे हुए प्रवासी मजदूर , देश के विभिन्न राज्यों में पढ़ रहे छात्र छात्राएं व इलाज के क्रम में दूसरे राज्य में लॉकडाउन में फसे हुए मरीज एवं उनके परिजनों को अविलंब वापस लाने के लिए सरकार समुचित व्यवस्था करें ।
उन्होंने कहा कि  लाॅकडाउन में फंसे लोगों को घर वापस लाना सरकार की जवाबदेही है। इन्ही सारी समस्याओं पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने हेतु पार्टी ने एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम रखा है। जिसका पालन भाजपा के हर कार्यकर्ता ने किया है।

सर्ड परिसर में क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाने का विरोध


*  पूर्व जैक पार्षद व राजद नेत्री रानी कुमारी ने उपायुक्त से लगाई गुहार

रांची। राजधानी के हेहल स्थित सर्ड परिसर में क्वारेंटाइन सेंटर बनाए जाने का मुहल्लेवासियों की ओर से लगातार विरोध किया जा रहा है। इस संबंध में झारखंड की पूर्व जैक पार्षद व राजद नेत्री रानी कुमारी ने उपायुक्त को पत्र लिखा है। हेहल स्थित मुहल्लेवासियों ने भी सर्ड परिसर से अविलंब क्वारेंटाइन सेंटर अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की है। रानी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से भी गुहार लगाई है। उन्होंने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को ट्विटर पर संदेश प्रेषित कर इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। मुहल्लेवासियों के मुताबिक घनी आबादी वाले इस इलाके में कोरोना क्वारेंटाइन सेंटर बनाए जाने से वे दहशत में जी रहे हैं। कोरोनावायरस के संक्रमण फैलने से सशंकित हैं। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने से सर्ड परिसर के निकटवर्ती क्षेत्रों, हेहल, सुंदरनगर व आसपास के इलाकों के निवासियों में रोष व्याप्त है। रानी कुमारी ने कहा कि एक ओर केन्द्र सरकार कोरोनावायरस के प्रकोप को कम करने में जुटी है, वहीं, दूसरी तरफ रिहायशी इलाके में कोरोना क्वारेंटाइन सेंटर स्थापित कर मुहल्लेवासियों को दहशत के माहौल में जीने को विवश किया जा रहा है। लोग कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने से सशंकित हैं। इसलिए अविलंब सर्ड परिसर से क्वारेंटाइन सेंटर हटाया जाय।

मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

कोरोना के खिलाफ जंग में हर भारतीय की सहभागिता जरूरी: सहारा श्री सुब्रत राय



रांची / इंदौर। भारत में प्रमुख व्यावसायिक समूह सहारा इंडिया परिवार के मैनेजिंग वर्कर एवं चेयरमैन, सहाराश्री सुब्रत
रॉय सहारा ने एक व्यक्तव्य जारी कर हर एक भारतीय से अपील करते हुए कहा है कि कोरोना के विरुद्ध
लड़ाई सिर्फ सरकार की नहीं, बल्कि हम सब भारतीयों को एकजुट होकर इस महामारी को हराने में बराबर
की जिम्मेदारी निभानी होगी।
सहाराश्री ने अपने व्यक्तव्य में  कहा कि हम सबको यह समझना होगा कि कोरोना के विरुद्ध लड़ाई
संपूर्ण मनुष्य जाति की है। इस लड़ाई में हर व्यक्ति सिपाही है। हर
व्यक्ति की कोई न कोई जिम्मेदारी और महत्वूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि अगर हम सब यह मान
लेंगे कि जो कुछ करना है, वह सरकार को करना है, अस्पतालों और डॉक्टरों को करना है, पुलिस और
प्रशासन को करना है, तो यकीन मानिए हम कोरोना के विरुद्ध लड़ाई हार जाएंगे। अगर हमें कोरोना को
हराना है, तो हमें भी स्वयं को एक सिपाही मानना होगा। हम जहां भी हैं और जैसे भी हैं, हमें वहीं अपनी
भूमिका निभानी होगी।
कोरोना की महामारी ने समूची दुनिया को हिलाकर रख दिया है। लॉकडाउन का यह दूसरा चरण पूरे देश के लिए, देश के एक-एक नागरिक के लिए, बहुत ही
महत्वपूर्ण है। इस लॉकडाउन में हमें कोरोना को काबू में करना होगा।
यह बेहद कठिन दौर है। इंसान खतरे में है, इंसानियत खतरे में है, उन्होंने सभी से अपील किया कि कोरोना के
खतरे को समझें। चाहे कोई भी धर्म हो, कोई भी संप्रदाय हो, कोई भी मजहब हो, सबको इसके ऊपर
उठना जरुरत है। इस समय हम सबका मजहब इंसानियत ही होना चाहिए। हमारे पास और कोई दूसरा रास्ता नहीं है। अगर लॉकडाउन नहीं करते तो हमारे यहां हालत बहुत बुरे होते।
लॉकडाउन के दौरान घर में रहें। सरकार जो भी दिशा-निर्देश जारी कर रही है, उनका कड़ाई  से पालन करें।
डॉक्टर, नर्स, पुलिस-प्रशासन के लोग आगे रहकर कोरोना से लड़ रहें हैं। वह हमारे जीवन बचाने के लिए
अपना जीवन दांव पर लगा रहे हैं। इन लोगों का साथ दें। तन-मन-धन से साथ दें। हम सोशल डिस्टेंसिंग का
पालन करें, लेकिन इमोशनल डिस्टेंसिंग न होने दें। टेलीफोन एवं  इंटरनेट के जरिए अपनों से संपर्क बनाये
रखें। भावनाएं बहुत बड़ा संबल होती है। जब हम कोरोना को हरा देंगे, तो जिंदगी की एक नयी शुरुआत
करेंगे। सब मिल-जुलकर एक-दूसरे का साथ देंगे और पहले से भी मज़बूत भारत का निर्माण करेंगे।

भाजयुमो के नेता ने गरीबों के बीच बांटे अनाज और राहत सामग्री


रांची। भाजपा युवा नेता पीयूष विजयवर्गीय ने डोरंडा क्षेत्र के कुसई, छप्पन सेठ, घाघरा, कुम्हार टोली में जरूरतमंदों के बीच राशन साम्रगी, मास्क, सेनेटाइजर का वितरण किया।
राशन साम्रगी वितरण करने के दौरान पीयूष विजयवर्गीय ने कहा कि हर भारतवासी का कर्तव्य है कि वो अपने आस पास के जरूरतमंदों की सेवा करें। उन्होंने कहा कि जब तक लाॅकडाउन खत्म नही होती, तब तक सेवा अनवरत जारी रहेगा। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि हमारा प्रण अंत्योदय है, हमारा लक्ष्य अंत्योदय है।
पीयूष विजयवर्गीय के सेवा कार्य मे भाजपा युवा नेता सोनू मिश्रा, आशीष विजय, पंकज श्रीवास्तव, विवेक कुमार, राहुल मुंजाल, अमन चंद्रवंशी, हर्षित शर्मा, उमंग सुल्तानिया, अमित जांगिड़, सन्नी टिबड़ेवाल, रूपेश सिंघानिया समेत अन्य लोगो का योगदान मिल रहा है।

जीएसटी मुक्त हों कोरोना उपचार से संबंधित उपकरण: शशिभूषण राय



रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशिभूषण राय ने कहा है कि केंद्र सरकार को जल्द से जल्द कोरोना उपचार से जुड़े सभी उपकरणों को जीएसटी मुक्त कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में राहुल गांधी और युवा कांग्रेस ने भी कई मौकों पर यह मांग की है।
उन्होंने कहा कि कोरोना के उपचार में उपयोगी चिकित्सीय उपकरण करमुक्त होने से इस लड़ाई को जीतना आसान होगा। मास्क, सैनेटाईज़र, जैसी जरूरी चीजें गरीब जनता को आसानी से उपलब्ध हो पाएंगी। वर्तमान संकट के समय आवश्यक चिकित्सीय उपकरण पर जीएसटी वसूलना मानव हित में नहीं होगा। इस कठिन समय में जहां पूरा देश और विश्व कोरोना के प्रकोप से निजात पाने के लिए लड़ाई लड़ रहा है , उसे देखते हुए सरकार को इस बारे में फैसला लेने में देर नहीं करनी चाहिए। बीमारी और ग़रीबी से जूझती जनता से सैनीटाईज़र, साबुन, मास्क, दस्ताने आदि पर जीएसटी वसूलना उचित नहीं होगा।
 श्री राय ने झारखंड सरकार के कोरोना से लड़ने के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित सरकार में शामिल सभी मंत्रियों की भूमिका सराहनीय है। उन्होंने निस्वार्थ भाव से राहत कार्य में लगे राज्य के सभी जिला कांग्रेस , युवा कांग्रेस , महिला कांग्रेस एवं एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के प्रति आभार जताया।

कोरोना के.खिलाफ जंग में झारखंड सरकार की सहभागिता सराहनीय



रांची । वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जंग में झारखंड सरकार की सहभागिता सराहनीय है। सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित उनके मंत्रिमंडल में शामिल सभी मंत्रियों की सक्रियता और तत्परता काबिले-तारीफ है। उक्त बातें पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कही। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से निपटने की चुनौती स्वीकार करते हुए झारखंड सरकार अपने मिशन में लगी है। विषम परिस्थितियों में हेमंत सरकार में शामिल सभी मंत्री विशेष रूप से लॉकडाउन के दौरान झारखंड के लोगों को प्रतिकूल प्रभाव से बचाने में पूरे समर्पण से जुटे हैं।
श्री सहाय ने मुख्यमंत्री से अपील की कि झारखंड के सभी लोगों के हितों का हर हाल में संरक्षण किया जाये। उन्होंने कहा कि विशेषकर किसान एवं ग्रामीण लॉकडाउन की अवधि में काफी लंबे समय से घर में बैठे हैं। आर्थिक दृष्टिकोण से वे और भी कमजोर हो गये हैं। उन्हें तत्काल राहत पहुंचाने की मांग करते हुए श्री सहाय ने मनरेगा मजदूरी के बकाया भुगतान एवं उन्हें अग्रिम राशि देने की मांग की है। साथ ही यह भी कहा कि आगामी एक माह में मानसून आने की पूरी संभावना है। इसके मद्देनज़र सरकार को अपनी बहुआयामी तैयारियों को अंतिम स्वरुप देना चाहिये ताकि किसी को कोई असुविधा ना हो I पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री सहाय ने केंद्र  सरकार पर झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि   झारखंड के साथ केंद्र सरकार दोहरे चरित्र दिखा रही है़। कई मामलों में झारखंड की उपेक्षा की जा रही है।

सोमवार, 20 अप्रैल 2020

आल इंडिया वीमेंस कांफ्रेंस और हेमू फाउंडेशन के सौजन्य से गरीबों को कराया जा रहा है भोजन


*  जरूरतमंदों के बीच बांट रहे राहत सामग्री

रांची। लॉकडाउन के दौरान बेघर, बेसहारा, गरीब तबके के लोगों को हो रही परेशानियों को देखते हुए विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाएं और सामाजिक कार्यकर्ता राहत कार्य में जुटे हैं। इस कड़ी में हटिया-तुपुदाना स्थित "लाइट हाउस कैफे एंड किचन रेस्टोरेंट" के संचालक दिलबाग सिंह का नाम अग्रिम पंक्ति में शुमार है। श्री सिंह भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। लाॅकडाउन के दौरान गरीबों के समक्ष भुखमरी की स्थिति को देखते हुए श्री सिंह विगत 25 मार्च से राहत कार्य में जुटे हैं। लाॅकडाउन में इनका रेस्टोरेंट बंद है।

उनके रेस्टोरेंट में काम करने वाले आठ कर्मचारी प्रतिदिन गरीबों के लिए भोजन बनाने में सहयोग करते हैं। श्री सिंह ने बताया कि लॉकडाउन की अवधि के दौरान प्रतिदिन हटिया और तुपुदाना के आसपास क्षेत्र के हरदाग, कोंगारी, डूंगरी, बसारगढ़ के समीप झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले गरीब लोगों, रिक्शा चालकों, महिला श्रमिकों के बीच प्रतिदिन भोजन वितरित किया जाता है। यही नहीं, बेघर और बेसहारा लोगों और जो श्रमिक कहीं से आकर यहां फंसे हुए हैं, वैसे जरूरतमंदों को राशन व अन्य राहत सामग्री भी मुहैया कराई जाती है। पीड़ित मानवता के इस नेक कार्य में उन्हें ऑल इंडिया वूमेंस कॉन्फ्रेंस की हटिया- तुपुदाना शाखा की अध्यक्ष व लोकप्रिय समाजसेवी शांति सिंह, एआईडब्लूसी की तुपुदाना शाखा के सचिव अमरजीत सिंह, हटिया शाखा की सचिव मधु सहाय, डीएवी श्यामली एलुमनी एसोसिएशन, बीआईटी सिंदरी एल्युमुनी, प्रयास डेवलपर्स, प्रयास रंधवा ईस्टेट, आरके मिशन के सदस्य, समाजसेवी अल्बर्ट एक्का, हेमू फाउंडेशन, रेस्क्यू टीम, भारतीय नौसेना के  अधिकारी व उनके परिजनों सहित अन्य समाजसेवियों का सहयोग मिल रहा है। श्री सिंह ने बताया कि उक्त समाजसेवियों के सहयोग से पीड़ित मानवता की सेवा के प्रति इस पुनीत कार्य को अंजाम देने में वे निरंतर सफल हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन की अवधि तक हटिया-तुपुदाना क्षेत्र के बेघर, बेसहारा लोगों, रिक्शा चालकों, श्रमिकों को प्रतिदिन भोजन कराने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत रोज लगभग डेढ़ सौ से दो सौ गरीबों के बीच भोजन व अन्य राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है।

रविवार, 19 अप्रैल 2020

राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा ने किया आनलाइन बिक्री के आदेश का किया विरोध


* प्रदेश अध्यक्ष ने कहा,  छोटे और मंझोले उद्यमियों और व्यवसायियों की बढ़ेगी परेशानी


रांची। राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने भारत सरकार  द्वारा 20 अप्रैल से ऑनलाइन बिक्री शुरू करने के निर्णय का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि इस निर्णय से छोटे, मंझोले और स्थानीय दुकानदारों की परेशानियां और अधिक बढ़ जाएगी। एक तो ऐसे ही लाॅकडाउन मे छोटे उद्योगों और दुकानदारों की स्थिति खस्ताहाल है। विदेशी आॅनलाइन दुकानों अमेजन, फ्लीपकार्ट, आदि को 20 अप्रेल से व्यापार की अनुमति देना न सिर्फ  छोटे मोटे उद्यमियों और दुकानदारों के प्रति अन्याय होगा, बल्कि इस निर्णय से देश की आंतरिक अर्थव्यवस्था पर भी विपरीत असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि विगत 24 मार्च से लॉकडाउन हो जाने से पूरे देश सहित झारखंड राज्य के छोटे-बड़े व्यापारियों का दुकान बंद है। अकस्मात दुकानें बंद होने के कारण एक तरफ व्यवसाय तो प्रभावित हो ही रहा है, दूसरी तरफ गर्मी का महीना होने से दुकानों में शॉर्ट सर्किट से आग लगने, चूहे से दुकानों में क्षति होने की भी संभावना है।
 व्यापारियों के समक्ष इन विषम परिस्थितियों के मद्देनजर राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा झारखंड सरकार से मांग करती है कि छोटे, बड़े दुकानदारों को जिन्होंने लॉकडाउन में अपनी दुकानों को ठीक ढंग से सुरक्षा करने की कोई भी व्यवस्था नहीं की है, उन्हें अपनी दुकान व प्रतिष्ठान कुछ घंटे के लिए खोलकर दुकान व्यवस्थित करने के लिए समय दिया जाए। कुछ दुकानदार ऐसे हैं, जिनकी रोज की आमदनी से ही उनका भरण-पोषण होता था। अब उनकी स्थिति भी ठीक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में केंद्र व राज्य सरकार छोटे-मोटे उद्यमियों और व्यवसायियों के हितों को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय ले।

शनिवार, 18 अप्रैल 2020

कोरोना से मुक्ति के लिए हो रहा नवग्रह शांति मंत्र का निरंतर जाप और हवन


* ग्रह दशा को सकारात्मक करने में जुटे समाजसेवी सुधांशु सुमन

रांची।  वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लोग तरह-तरह के प्रयास में लगे हुए हैं। सतर्कता, जागरुकता, एकजुटता और परहेज से कोरोनावायरस के प्रकोप को कम करने के लिए हर स्तर पर जंग जारी है। कई लोग कोरोना को दूर भगाने के लिए धार्मिक-आध्यात्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ का भी सहारा ले रहे हैं। इस क्रम में राष्ट्रव्यापी अभियान "तिरंगा सम्मान यात्रा" के राष्ट्रीय संयोजक और प्रख्यात समाजसेवी सुधांशु सुमन का नाम अग्रिम पंक्ति में शुमार है। श्री सुमन कोरोना से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन शुरू होने बाद से अपने आवास पर निरंतर नवग्रह शांति पाठ कर रहे हैं। इस पवित्र अनुष्ठान के माध्यम से वे ग्रह दशा को सकारात्मक करने के प्रति आशान्वित हैं। इस संबंध में उन्होंने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि विगत 24 मार्च से चल रहे लॉकडाउन के दौरान प्रतिदिन नवग्रह शांति मंत्र जाप और हवन किया जा रहा है। उनका मानना है कि इस जाप का प्रभाव देश और दुनिया के वातावरण के शुद्धिकरण के साथ-साथ ग्रहों की दशा को भी सकारात्मक करने में सहायक होगा। श्री सुमन ने कहा कि विश्व के शांतिदूत के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित करने वाले भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मानवता की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास किया जाना उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और दूरदर्शिता का परिचायक है। देशवासियों की सेवा के प्रति उनका संकल्प अतुलनीय है। ऐसे संकट के समय विशेष रूप से अपने घर में रहकर धार्मिक और आध्यात्मिक अनुष्ठान (नव ग्रह शांति पाठ) करने की प्रेरणा उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अवधि तक नवग्रह मंत्र शांति जाप और हवन निरंतर चलता रहेगा। जिससे हम सब भारतीयों के बीच सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहे और इस ऊर्जा से हमें कोरोना के खिलाफ जंग जीतने की शक्ति प्राप्त होती रहे। उन्होंने बताया कि नव ग्रह शांति पाठ का आयोजन विख्यात विद्वान व ज्योतिषाचार्य पंडित रामजीवन झा के निर्देशन में किया जा रहा है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जरूरतमंदों के बीच बांटे खाद्यी



रांची। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशिभूषण राय के नेतृत्व में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा रांची रेलवे कालोनी , निवारणपुर , अनंतपुर एवं डोरंडा क्षेत्र में जरूरतमंदों के बीच खाद्यान्न का वितरण किया गया। श्री राय ने झारखंड सरकार के कोरोना से लड़ने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि  राज्य सरकार कोरोना और भूख, दोनों से लड़ रही है। इस कठिन समय में जहां पूरा देश और विश्व कोरोना के प्रकोप से लड़ रहा है , उसे देखते हुए हम सब का भी कर्तव्य बनता है कि  जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आएं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से  लाॅकडाउन के दौरान दिहाड़ी श्रमिकों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा  है,  ऐसे में हम सब को कोशिश करना है कि सब मिलकर उनकी परेशानियों को दूर करने में सहयोग करें। इस वैश्विक महामारी का सामना करें और जरूरतमंद वर्ग को मदद करें । श्री राय ने निस्वार्थ भाव से राहत कार्य में लगे राज्य के सभी जिला कांग्रेस , युवा कांग्रेस, एनएसयूआई कार्यकर्ताओं एवं विशेष रूप से प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुमार गौरव के प्रति आभार जताया।

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने स्वास्थ्य मंत्री को सौंपा 25 क्विंटल आटा


* पीड़ित मानवता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं : मुकेश

रांची। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने लाॅकडाउन के दौरान विशेषकर गरीब वर्ग के लोगों को हो रही परेशानियों को देखते हुए राहत कार्य हेतु झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को राजधानी के डोरंडा स्थित आवास पर 25 क्विंटल आटा सौंपा। इस संबंध में महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के निर्देशानुसार विभिन्न जगहों पर पीड़ितों के सेवार्थ सहयोग जारी है।उन्होंने कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। जब-जब देश व समाज पर संकट गहरायाया है, तब-तब अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने मानवता की सेवा का बीड़ा उठाया है। कायस्थ महासभा सर्वधर्म-समभाव के आदर्शों पर चलते हुए समाज के सभी वर्ग के लोगों के कल्याणार्थ सेवारत है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से लाॅकडाउन के दौरान प्रभावित अत्यंत गरीबों और पीड़ितों के बीच राहत सामग्री के वितरण का अनुरोध किया। मंत्री बन्ना गुप्ता ने अपने स्तर से भी गरीबों को चिन्हित कर राहत कार्य में भरपूर सहयोग करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर समाजसेवी दीपक प्रसाद, सुश्री श्रुति कंठ सहित अन्य मौजूद थे।

निम्नवर्गीय परिवार की गंभीरता से चिंता करे सरकार: रोहित शारदा


मारवाड़ी युवा मंच रांची दक्षिण शाखा के द्वारा हिनू चौक के समीप एवं पोखर टोली में खिचड़ी का वितरण किया गया जिसमें लगभग 300 से 400 लोगों को भोजन कराया गया। साथी रांची क्लब के सहयोग से लगभग 200 जरूरतमंदों को राशन उपलब्ध कराया गया जिसमें चावल दाल आलू प्याज सत्तू साबुन सहित अन्य सामग्री उपलब्ध कराई गई जोकि न्यू मल्हार कोचा हवाई नगर बिरसा चौक, कटहल कोचा बिरसा चौक, तीरील बस्ती कोकर, एकता नगर बूटी मोड, टाइगर हिल के समीप बस्ती मोराबादी सहित अन्य बस्तियों में वितरित की गई। मंच के प्रांतीय उपाध्यक्ष रोहित शारदा सभी जगह वितरण में सम्मिलित थे और लोगों की समस्या देखकर सरकार से अपील की निम्न मध्यवर्गीय परिवार को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है न ही वह बीपीएल में आते हैं ना ही किसी प्रकार का सरकार से उन्हें सहयोग मिलता है ऐसे लोगों की स्थिति दयनीय होती जा रही है कृपया सरकार इस पर गंभीरता से चिंतन करें और ऐसे लोगों के लिए योजना बनाएं। आज की सेवा में मंच पर प्रांतीय उपाध्यक्ष रोहित शारदा ,विनय ठाकुर , मंच के संरक्षक सुभाष जैन पूर्व अध्यक्ष बलवीर जैन, सुरेश बोथरा, राजीव केडिया,संजय सुलतानिया, पवन अग्रवाल, विजय सुल्तानिया, ऋषभ रामपुरिया, राजेश महतो, प्रीति सिन्हा, सोनू मिश्रा, पायल सोनी, गीता बर्मन सहित अन्य लोगों का योगदान रहा।

गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

कोरोना के प्रति ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं सत्येंद्र देव





बख्तियारपुर (पटना)। वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जारी जंग में कई योद्धा कमर कस कर मैदान में उतर चुके हैं। इन कर्मयोगियों में पुलिस कर्मी, सफाई कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी सहित स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े लोग और कई सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं। ऐसे ही एक कर्मयोगी हैं पटना जिलांतर्गत बख्तियारपुर प्रखंड के करनौती ग्राम निवासी भारती सत्येंद्र देव। भारती जी (भारती बाबा) जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनका जीवन समाजसेवा के प्रति समर्पित रहा है। राष्ट्र प्रेम के प्रति भी उनका समर्पण अनुकरणीय है। आत्मविश्वास से लबरेज देशहित में उनका जज्बा और जुनून प्रेरणास्रोत है। श्री भारती कोरोना के कारण उत्पन्न हुए संकट की इस घड़ी में ग्रामीणों को जागरूक करने में जुटे हैं।
जिंदगी जीने की जद्दोजहद के बीच साहस, संयम और अनुशासन से कोरोनावायरस के प्रकोप को कमतर करने में शिद्दत से लगे हैं। वह प्रतिदिन सुबह ग्रामीणों को लाॅकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करने की अपील करते नजर आते हैं। यह उनकी दिनचर्या में शुमार है। ग्रामीण महिलाओं को वे घरों में मास्क बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। उनकी इस अपील का सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। करनौती ग्राम निवासी कोरोनावायरस के प्रकोप को रोकने के लिए जारी सरकारी दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन कर रहे हैं। करनौती ग्राम में कोरोना की नो-इंट्री के लिए वह सतत प्रयासरत हैं। इसमें उन्हें ग्रामीणों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। श्री भारती कहते हैं कि अकस्मात आए इस वैश्विक आपदा से निपटने के लिए सरकार के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करना जरूरी है, तभी हम कोरोना को परास्त कर सकते हैं, इस बीमारी के संक्रमण को फैलने से रोकने में सफल हो सकते हैं। उन्होंने कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए देशव्यापी लॉकडाउन की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के  साहसिक कदम से देशवासी ऊर्जावान हुए हैं। संकट की घड़ी में देशवासियों की एकजुटता कोरोना के खिलाफ जंग जीतने में काफी सहायक साबित होगी।

बुधवार, 15 अप्रैल 2020

कोरोना को शिकस्त देने जंगे-मैदान में उतरीं करनौती गांव की महिलाए


* युद्धस्तर पर कर रही हैं मास्क तैयार



वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ राज्य और देश में हर स्तर पर जंग जारी है। इस बीमारी के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लोगअपने घरों में रहकर विभिन्न प्रकार से सहयोग कर रहे हैं। कोरोना के खिलाफ जारी जंग को मजबूती से धार देने में जुटे हैं। संकट की इस घड़ी में लाॅकडाउन के बीच घरों में बंद महिलाएं भी एक से बढ़कर एक रचनात्मक कार्य कर रही हैं।

ऐसे ही रचनात्मक कार्यों को अंजाम देने में जुटी हैं पटना जिलांतर्गत बख्तियारपुर प्रखंड के करनौती ग्राम की महिलाएं। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही गांव की कुछ महिलाओं के नेतृत्व में ग्रामीण महिलाएं और युवतियां कोरोना वायरस से बचाव के लिए गुणवत्तापूर्ण मास्क बना रही  हैं। अपने-अपने घरों में रहकर सिलाई-कढ़ाई का कार्य करने वाली महिलाएं इन दिनों कोरोना वायरस से बचाव के मद्देजर ग्रामीणों के लिए मास्क बनाने में जुटी हैं। महिलाएं व युवतियां अपने परिजनों को बगैर मास्क लगाए घरों से बाहर निकलने नहीं देती हैं। बच्चे, बूढ़े, जवान सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन करने में यहां की महिलाएं अधिक सजग दिखती हैं। गांव के दर्जनों घरों में महिलाएं व युवतियां दिनभर मास्क बनाने में जुटी रहती हैं। वहीं, घरों की साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।  महिलाओं का कहना है कि लॉकडाउन का शत-प्रतिशत अनुपालन करने से ही हम कोरोना के खिलाफ जंग जीतने में सफल हो सकते हैं। इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए एकजुटता और जागरूकता अत्यंत जरूरी है। बहरहाल, करनौती ग्राम की महिलाएं और युवतियां वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ योद्धा के रूप में डटी हैं। कोरोना से मुक्ति के लिए इन महिलाओं का जज्बा और जुनून काबिले-तारीफ ही नहीं, अनुकरणीय भी है।

सोमवार, 13 अप्रैल 2020

सीआईआई ने तैयार किया ब्लू प्रिंट, झारखंड सरकार को दिए सुझाव


* अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए उद्योगों को सपोर्ट करे सरकार : संजय सबरवाल

रांची। वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बाद उद्योग जगत में होने वाले परेशानियों के मद्देनजर कन्फेडरेशन आॅफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई),झारखंड ने उद्योग और अन्य गतिविधियों पर ब्लू प्रिंट तैयार किया है। सीआईआई ने इससे संबंधित कई महत्वपूर्ण सुझाव  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दिये हैं। सीआईआई, झारखंड के चेयरमैन संजय सबरवाल ने सोमवार को वेबिनाॅर के माध्यम से आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि सरकार को लाॅकडाउन में उद्योग और एमएसएमई के लिए आर्थिक पैकेज और रसद क्षेत्र पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है।  झारखंड में लाॅकडाउन की अवधि  चरणबद्ध तरीके से कम की जाय। पहले चरण में विनिर्माण, ई-कॉमर्स और निर्माण के साथ- साथ लॉजिस्टिक और ट्रांसपोर्ट की सुविधा देनी होगी। दूसरे चरण में अन्य सभी सेक्टर शुरू किए जा सकते हैं। पेज वन की शुरुआत के हफ्तों के बाद इसे शुरू किया जा सकता है। तीसरे चरण को तीन सप्ताह के बाद शुरू करने के लिए कर्मचारियों को 50-50 प्रतिशत रूप में काम पर लौटने का आदेश दिया जाय। एक बार लाॅकडाउन खत्म हो जाने के बाद श्रमिक और दैनिक ग्रामीण मजदूरों को पहले काम पर जाने की अनुमति दी जानी चाहिए। फिर धीरे-धीरे कार्यालय के कर्मचारियों को अपना काम फिर से शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है।  इसके अलावा कार्य के स्थान के आसपास के क्षेत्र में स्थानीय परिवहन की अनुमति दी जानी चाहिए, ताकि काम करने वाले और दैनिक वेतन भोगी अपने पास पहुंच सकें।
श्री सबरवाल ने बताया कि सीमाओं और विभिन्न चेक पोस्टों पर अधिकारियों द्वारा ट्रक चालक के साथ कोई उत्पीड़न नहीं हो। इस संबंध में राज्य के अंदर काम करने वाले पुलिस कर्मियों को निर्देश दिये जाये। राज्य में ट्रकों का आवागमन शुरू किया जाये। राजमार्गों पर ढाबों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए, ताकि आवश्यकता हो तो ट्रक चालकों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो। राजमार्गों पर पेट्रोल,डीजल स्टेशन और मरम्मत की दुकानें खुली होनी चाहिए। रसद सेवा प्रदाताओं को बीमा कवर का विस्तार करना चाहिए। श्रमिकों और उनके परिवारों को तीनों चरण की अवधि के लिए 10-15 लाख का बीमा हो।
श्री सबरवाल ने कहा कि लाॅकडाउन में उद्योग जगत को राहत पैकेज मिले। पूंजी के लिए बैंक कम ब्याज दर कम होनी चाहिए।  सरकार द्वारा 15,000 प्रति माह से कम आय वाले वेतन-भत्ते के लिए राहत पैकेज के हिस्से के रूप में पीएफ देयता का हिस्सा सरकार द्वारा वहन किया जाये। घरेलू और एमएसएमई ग्राहकों के बिजली बिल के लिए भुगतान की तारीख का विस्तार हो। रियल एस्टेट परियोजनाओं के पंजीकरण की वैधता का विस्तार, आवश्यक व्यापार छूट के तहत ई-कॉमर्स क्षेत्र का समावेश, क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों द्वारा कॉर्पोरेट रेटिंग का अस्थायी निलंबन,  आवश्यक वस्तुओं के अंतर्गत बीजों को सूचीबद्ध करना,  उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उद्योग को विशिष्ट सब्सिडी दें। उन्होंने कहा कि सीआईआई उद्योग हित, राष्ट्र हित और श्रमिक हित में सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर काम करती है। ऐसे संकट की घड़ी में मानवता को देखते हुए सरकार सबों के प्रति सहानुभूति रखे, यह सरकार का कर्तव्य और धर्म भी है। उन्होंने कहा कि उद्योगों के प्रति सरकार का नजरिया सकारात्मक हो, तभी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और देश व राज्य संकट से निपटने में सक्षम होगा।

दिहाड़ी मजदूरों को लालपुर मंडल भाजपा किसान मोर्चा ने किया सहयोग


 रांची। दिहाड़ी मजदूर, गरीब, असहाय, बेरोजगार आदि कई अन्य लोग जो कोरोना महामारी के कारण आपदा की इस घड़ी में समस्याओं से जूझ रहे हैं, ऐसे लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए भाजपा किसान मोर्चा (लालपुर मंडल) ने कदम उठाया है। मोर्चा के अध्यक्ष प्रवीण कुमार जायसवाल हरिहर सिंह रोड, मोरहाबादी स्थित जीवन गली में कुछ दिहाड़ी मज़दूरों के फंसे होने की सूचना पर तत्काल वहां पहुंचे और तत्परता दिखाते हुए उन गरीब मजदूरों को अनाज दिया। साथ में जिन लोगों का राशन कार्ड नहीं था, उन सबों को भी राशन दिया। जिसमें 5 किलो चावल, 1 किलो दाल, 2 किलो आलू, 1 पैकेट हल्दी, 1 पैकेट नमक था। उन्होने मजदूरों व आसपास मौजूद लोगों को सोशल डिस्टेंशिंग का ज्ञान भी दिया।  स्वस्थ रहने के लिए बार-बार हाथ धोते रहने के साथ-साथ छोटी-मोटी बीमारी होने पर तुरंत पास के अस्पताल जाकर इलाज करवाने का परामर्श दिया। इस मौके पर श्री जायसवाल के साथ वार्ड संख्या 19 की पार्षद रोशनी खलखो, सुजीत उरांव, धनंजय सिंह सहित अन्य मौजूद थे।

शनिवार, 11 अप्रैल 2020

कोरोना से मुक्ति के लिए हमाजसेवी सुधांशु सुमन ने किया नवग्रह शांति पाठ



रांची। झारखंड के जाने-माने समाजसेवी और राष्ट्रीय अभियान "तिरंगा सम्मान यात्रा" के संयोजक सुधांशु सुमन वैश्विक महामारी कोरोना से मुक्ति के लिए प्रतिदिन नव ग्रह शांति का पाठ करते हैं। संपूर्ण विश्व के मानव जाति कल्याण हेतु उन्होंने विगत एक सप्ताह से अपने घर में नव ग्रह शांति पाठ करना शुरू किया है। उन्होंने कहा कि नव ग्रह शांति पाठ के दौरान यज्ञ और हवन लॉकडाउन की अवधि तक चलेगा। उनका मानना है कि विश्व में फैले कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप को ग्रहों के सकारात्मक प्रभाव से भी भारत सहित पूरी दुनिया से दूर किया जा सकता है। इसी आस्था और विश्वास के साथ श्री सुमन प्रतिदिन नियमित रूप से घर में नव ग्रह शांति पाठ अनुष्ठान करते हैं। उन्होंने कहा कि जब-जब मानव जीवन पर संकट गहराया है, धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियां काफी हद तक संकट दूर करने में सहायक हुईं हैं। उन्होंने वैश्विक आपदा कोरोनावायरस से बचाव के लिए किए गए देशव्यापी लाॅकडाउन के दौरान अपने घरों में रहकर अधिकतर समय धार्मिक और आध्यात्मिक अनुष्ठान में व्यतीत करने, महापुरुषों की जीवनियां पढ़ने, योग करने  व सकारात्मक सोच रखते हुए अपनी ऊर्जा का उपयोग रचनात्मक कार्यों में करने की लोगों से अपील की।

होटल पार्क इन के संचालक ने गरीबों के बीच बांटे समोसे और गुलाब जामुन



रांची। कोरोनावायरस से बचाव के मद्देनजर लॉकडाउन के दौरान बिरसा चौक और आसपास के लगभग दो सौ गरीबों के बीच होटल पार्क ईन के संचालक व समाजसेवी रामाशंकर प्रसाद ने आज समोसे और गुलाबजामुन का वितरण किया। इस दौरान प्रशासन के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग भी मेंटेंन किया गया। गौरतलब है कि लाॅकडाउन के दौरान गरीबों को हो रही भोजन की परेशानियों को देखते हुए होटल पार्क ईन के संचालक रामाशंकर प्रसाद के सौजन्य से प्रतिदिन आसपास के गरीब और भोजन से वंचित लोगों को विभिन्न प्रकार के व्यंजन परोसे जा रहे हैं। इसी क्रम में आज शनिवार को समोसा और गुलाब जामुन का वितरण किया गया। इस अवसर पर समाजसेवी मुन्ना सिंह, गोपाल झा, विजय शर्मा, वीर नारायण प्रसाद, आदित्य कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।

लाकडाउन में लावारिस जानवरों की बढ़ी परेशानी


* कुछ पशु प्रेमियों ने की भूखे-प्यासे जानवरों को  निवाला देने की पहल

रांची।  कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए किए गए लॉकडाउन से इंसान तो इंसान, जानवरों की भी परेशानियां काफी बढ़ गई है। गली-मोहल्लों में विचरण करते लावारिस गाय-बैल, बकरियों और कुत्तों को निवाला नहीं मिल पा रहा है। सड़कों पर छुट्टा घूमते जानवर भूख और प्यास से बिलबिलाते नजर आते हैं। सबसे बुरी स्थिति तो लावारिस कुत्तों की हो गई है। लाॅकडाउन के पूर्व शहर के विभिन्न होटलों और मुहल्लेवासियों द्वारा फेंके गए जूठन आदि से कुत्ते भोजन कर तृप्त हो जाया करते थे। लेकिन वर्तमान समय में जो परिस्थितियां उत्पन्न हुई है, उसके तहत सभी छोटे-बड़े होटल व रेस्टोरेंट आदि बंद हैं। घरों से भी जूठन नहीं के बराबर निकल रहा है। इससे खासकर स्ट्रीट डाॅग के समक्ष भूखों मरने की नौबत आ गई है। इसे देखते हुए शहर के कई पशु प्रेमियों ने लावारिस कुत्तों को रात्रि में खाना देना शुरू किया है।
      इस दिशा में राजधानी के निवारणपुर मोहल्ला निवासी समाजसेवी और पशु प्रेमी राकेश कुमार सिंह व तुषार कांत शीट ने सराहनीय पहल की है। उक्त दोनों समाजसेवियों ने अपने परिवार के अन्य सदस्यों के सहयोग से रात्रि में मुहल्ले के लावारिस कुत्तों को  रोटी-सब्जी व अन्य प्रकार का भोजन देना शुरू किया है। इससे भूखे-प्यासे बेजुबान लावारिस कुत्तों को काफी राहत मिल रही है। इस संबंध में पर्यावरण प्रेमी और पशु प्रेमी श्री सिंह व श्री शीट ने कहा कि बेजुबान जानवरों को निवाला देना भी पुण्य का काम है। ईश्वर प्रदत्त सभी जीवों के प्रति दया का भाव रखना भी इंसानियत का पैगाम है।

निम्नमध्यवर्गीय व मध्यमवर्गीय परिवारों की भी चिंता करे सरकार: रोहित शारदा


रांची क्लब के सहयोग से मारवाड़ी युवा मंच रांची दक्षिण के द्वारा 200 पैकेट खाद सामग्री का वितरण टीवीएस स्कूल परिसर जगन्नाथपुर ,आदर्श नगर ध्रुवा ,बालसीरीग ,सिंह मोर ,नीचे खुशबू टोली घागरा ,बांधगाड़ी लेवाड़ी आदि क्षेत्रों में वितरित की गई। एक पैकेट में चावल दाल आलू प्याज नमक सत्तू डिटोल साबुन सहित अन्य खाद्य सामग्री दी गई। मारवाड़ी युवा मंच के प्रांतीय उपाध्यक्ष रोहित शारदा ने सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए निवेदन किया है कि निम्न मध्यवर्गीय परिवार एवं मध्यवर्गीय परिवार की भी चिंता सरकार करें ऐसे लोग जो रोज काम करके कमा कर खाते थे ऐसे लोगों को रोजी-रोटी की तंगी हो गई है और वह किसी से मांगने से भी कतराते हैं ऐसे लोगों की चिंता करे सरकार।

एचईसी ने बनाया सेनेटाइजिंग चेंबर


* राष्ट्र हित में एचईसी की भूमिका अहम : राणा एस चक्रवर्ती

रांची। एचईसी ने एक बार फिर विश्व पर आए हु
ए संकट कोविड-19 से सुरक्षा के लिए सैनिटाईजिंग चैम्बर का निर्माण कर अपनी अहमियत साबित कर दिखाया है। सेनेटाइजिंग चेंबर का उदघाटन एचईसी के निदेशक (विपणन) राणा एस चक्रवर्ती  व निदेशक (कार्मिक) एमके सक्सेना द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस अवसर पर श्री चक्रवर्ती ने कहा कि एचईसी ने राष्ट्र हित में कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। इस कड़ी में एक और नई उपलब्धि जुड़ गई है।सैनिटाईजिंग चैम्बर बना कर एचइसी ने साबित कर दिया कि भारत पर जब भी संकट आयेगा, तब एचईसी की पूरी टीम आगे आ कर आवश्यकतानुसार देशहित में काम करेगी। उन्होंने बताया कि सैनिटाईजिंग चैम्बर का ऑर्डर नागपुर से 14 पीस का आ चुका है, लेकिन पहले एचईसी सभी प्लांटों के मुख्य द्वार, एचईसी मुख्यालय, वेल्डन सेंटर एवं झारखंड सरकार के सचिवालय, विधानसभा, रिम्स(RMCH) जैसे अन्य जगह पर निःशुल्क लगाएगी और इस आपदा से लड़ने में सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखते हुए काम करेगी। इस मौके पर सैनिटाईजिंग चैम्बर बनाने वाले सभी कर्मचारी, सुपरवाइजर, यूनियन के सभी पदाधिकारी, एचईसी के पदाधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।

शुक्रवार, 10 अप्रैल 2020

सामुहिक चेतना से जीत सकते हैं जंग: तुषार कांति शीट


 
वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के प्रकोप से बचने के लिए एकजुटता, जागरूकता के साथ-साथ सामुहिक चेतना और सकारात्मक ऊर्जा जरूरी है। उक्त बातें झारखंड के जाने-माने समाजसेवी और स्वामी रामकृष्ण परमहंस के अनुयायी तुषारकांति शीट ने कही। राजधानी के निवारणपुर स्थित आम्रपाली अपार्टमेंट निवासी श्री शीट कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से काफी चिंतित हैं। वे सोशल मीडिया के जरिए कोरोनावायरस की भयावहता के बारे में जानकारी देते हुए, लोगोें को जागरूक करते हुए लाॅकडाउन के दौरान अपने-अपने  घरों में रहने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि
इस समय संपूर्ण मानवता एक गंभीर आपदा से जूझ रही है। चहुंओर आशंका और उदासी का माहौल है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कोविद-19 महामारी के आगे मनुष्य असहाय हो गया है।  संकट की इस घड़ी में हम धैर्य और संयम बरतते हुए कोरोनावायरस के विरुद्ध जंग जीतने में सफल हो सकते हैं। ऐसे समय हमें सामूहिक संकल्प शक्ति का उद्घोष कर जनचेतना जागृत करने और सकारात्मक ऊर्जा के साथ कोरोना से बचाव के लिए दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन करने की आवश्यकता है। घरों में रहकर योगा करें, धार्मिक- आध्यात्मिक पुस्तकें पढ़ें, सकारात्मक सोच रखते हुए रचनात्मक कार्यों में रुचि जगाएं। समय का भरपूर सदुपयोग करें। लाॅकडाउन का पालन करते हुए कोरोना के खिलाफ जंग में सहभागिता निभाएं, तभी हम इस वैश्विक महामारी को दूर भगाने में सफल होंगे।

झारखंड राज्य खाद्य संरक्षण परिषद के सदस्य राकेश सिंह ने वापस कीं सरकारी सुविधाएं


* अन्य आयोग, बोर्ड के चेयरमैन व पदधारियों से अवैतनिक कार्य करने की अपील
रांची। कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान उत्पन्न परिस्थतियों के मद्देनजर झारखंड राज्य खाद्य संरक्षण परिषद के सदस्य राकेश कुमार सिंह ने सरकार से मिलने वाली सभी सुविधाएं वापस करने की घोषणा की है। उन्होंने इससे संबंधित पत्र मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ट्विटर पर भेज दिया है। उन्होंने कहा है कि
देश में कोरोनावायरस के विरुद्ध जंग जारी है। विश्वास है कि भारतवासी धैर्य, संयम और अनुशासन से इस वैश्विक महामारी व संकट से जल्द ही निजात पाएंगे। वर्तमान में समाज के हर तबके के लोग देश की आर्थिक स्थिति और अर्थव्यवस्था के बारे में चिंतित हैं। कोरोनावायरस के प्रकोप और लाॅकडाउन समाप्त होने के बाद  अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए काफी संघर्ष व मेहनत करना होगा। अनावश्यक खर्च में कटौती करनी होगी। उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न आयोग और परिषद गठित हैं। इनके पदधारियों पर भारी-भरकम राशि खर्च होती है। इन आयोगों के सदस्यों को सरकार द्वारा मानदेय के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती है। कई आयोग व परिषद के अध्यक्ष और सदस्य के पद पर सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी पदस्थापित किए गए हैं। ऐसे रिटायर्ड अधिकारी एक तरफ सरकार से पेंशन प्राप्त करते हैं, दूसरी तरफ उन्हें आयोग के सदस्य और अध्यक्ष के रूप में वेतनमान भी मिलता है। श्री सिंह ने कहा कि वर्तमान संकट को देखते हुए सरकार को चाहिए कि अगले दो वर्षों तक सभी आयोग ,परिषद के सदस्यों के वेतनमान पर रोक लगाएं। जो अधिकारी आयोग के सदस्य व अध्यक्ष के रूप में स्वेच्छा से अवैतनिक सेवा देने को इच्छुक हों, उन्हें आयोग के सदस्य और अध्यक्ष के रूप में पदस्थापित किया जाय। उन्होंने इस आशय से संबंधित प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी ट्वीट कर भेजा है।

मंगलवार, 7 अप्रैल 2020

पूजा रेस्टोरेंट ने गरीबों के बीच बांटे भोजन के पैकेट


रांची। हटिया स्टेशन रोड स्थित होटल पार्क ईन (पूजा रेस्टोरेंट) के सामने समाजसेवी व होटल संचालक रामाशंकर प्रसाद के सौजन्य से आज मंगलवार को भोजन से वंचित गरीबों के बीच फूड पैकेट का वितरण किया गया। समाजसेवी रामाशंकर प्रसाद ने बताया कि आसपास के बेघर और बेसहारा बेहद गरीबों के बीच वेज चाउमीन का पैकेट वितरित किया गया। इस दौरान सोशल डिस्टेंस का अनुपालन किया गया। इस पुनीत कार्य में स्थानीय पुलिस-प्रशासन का भी भरपूर सहयोग मिला। गौरतलब है कि रामाशंकर प्रसाद लॉकडाउन की अवधि के दौरान आसपास के गरीब लोगों को प्रतिदिन दोपहर का भोजन उपलब्ध कराने में जुटे हैं। मानवता की सेवा के इस कार्य में समाजसेवी आशा देवी, पूजा कुमारी, आदित्य कुमार, अभिषेक कलवार सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।

द इंस्टीट्यूट आफ चाटर्ड एकाउंटेंट्स ने किया रक्तदान शिविर का आयोजन



रांची। द इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की रांची शाखा के तत्वावधान में सोमवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 36 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। आईसीएआई की अध्यक्ष मनीषा बियानी ने बताया कि
इस समय देश में  कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन होने के कारण थैलसेमिक जैसी बीमारियों से ग्रसित बच्चों को रक्त मिलने में काफी कठिनाई हो रही है, इसी को देखते हुए सदर डे केयर के अनुरोध पर यह रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर का आयोजन सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन करते हुए प्रभारी चिकित्सक, ब्लड बैंक, सदर अस्पताल, रांची की अनुमति से किया गया। रक्तदान शिविर में पर्याप्त संख्या में सेनेटाइजर और मास्क की व्यवस्था की गई थी।
 शिविर के आयोजन में इंस्टिट्यूट के रांची शाखा की अध्यक्ष सीए मनीषा बियानी, उपाध्यक्ष सीए प्रवीण शर्मा, सचिव सीए प्रभात कुमार, कोषाध्यक्ष सीए पंकज मक्कड़ और सीए स्टूडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विनीत अग्रवाल,  विवेक शर्मा, सीए परेश जैन और सीए दीपक पटेल का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

कांग्रेसी नेता शशिभूषण राय ने की एटीएम में पर्याप्त नकदी की व्यवस्था की मांग

आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक को लिखा पत्र, ताकि लॉकडाउन अवधि के दौरान न हो परेशानी

रांची। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशिभूषण राय ने लॉकडाउन अवधि के दौरान रांची के कई प्रमुख स्थानों पर बंद एटीएम और नकदी संकट का मुद्दा उठाया है। उन्होंने आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक को इस बाबत पत्र लिखा है। उन्होंने एटीएम को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए अनुरोध किया है। श्री राय ने कहा कि इस समय देश कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। लाॅकडाउन में लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
 इस कठिन घड़ी में आम जनता के लिये नकदी बहुत आवश्यक है। उन्होंने आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक से अनुरोध किया है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लॉकडाउन अवधि  में पर्याप्त नकदी व्यवस्था के साथ-साथ , एटीएम संचालन को सुव्यवस्थित रखने का निर्देश जारी करें। ताकि आम जनता को कोई कठिनाई ना हो।

दूसरे वार्डों के गरीबों के लिए भी पार्षद उर्मिला यादव ने खोले दरवाज़े


* समाजसेवियों और दानदाताओं का मिल रहा सहयोग

रांची। लाॅकडाउन के दौरान रांची नगर निगम वार्ड संख्या 41 की पार्षद उर्मिला यादव अपने आवास पर आने वाले अत्यंत गरीब लोगों को अपने स्तर से खाद्यान्न मुहैया करा रही हैं। लगभग रोज वार्ड संख्या 41 के अलावा अन्य वार्डों के नागरिक भी अपनी समस्याएं लेकर वार्ड पार्षद उर्मिला यादव के आवास पर पहुंचते रहते हैं और अपनी पीड़ा व परेशानियों से उन्हें अवगत कराते हैं। ऐसे लोगों में कई बेघर व बेसहारा महिलाएं व वृद्ध भी होते हैं, जिन्हें बमुश्किल भोजन मयस्सर हो पाता है। ऐसे असहाय व असमर्थ लोगों को श्रीमती यादव अपने स्तर से चावल, दाल, आटा, चूड़ा, सोयाबीन, आलू, नमक आदि खाद्य सामग्री मुहैया करा कर मानव सेवा की मिसाल पेश करती हैं।

श्रीमती यादव कहती हैं कि लॉकडाउन के दौरान विशेष रुप से बेघर, बेसहारों और अत्यंत गरीब परिवारों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ऐसे में गरीबों को सहायता पहुंचाना सबसे बड़ा मानव धर्म है। समाजसेवी संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं और सक्षम लोगों को आगे आकर इस विषम परिस्थिति से जूझते गरीबों की मदद करने की दिशा में पहल करनी चाहिए। श्रीमती यादव प्रतिदिन अपने सीमित संसाधनों से ही गरीबों की सहायता करने में जुटी रहती हैं। उनके इस पुनीत कार्य में क्षेत्र के कई सामाजिक कार्यकर्ता भी सहयोग करते हैं। उन्होंने बताया कि गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराने में नागरिक अधिकार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और जाने-माने समाजसेवी एनके यादव, राॅक्मेंस क्रिकेट एकेडमी के संयोजक नंदजी पांडे, संवेदक सुनील कुमार, जयप्रकाश कुमार, समाजसेवी सुनील यादव, नागरिक अधिकार पार्टी (यूथ विंग) के प्रदेश प्रवक्ता बृजेश कुमार, शेफ शॉप डायमंड लीडर संदीप कुमार, नागरिक अधिकार पार्टी की यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष नीलमणि पाठक, समाजसेविका नीलू सिंह, शैला सिंह, सुनीता मुंडा उषा सिंह, राजेश कुमार यादव, संतोष रजक, सामाजिक कार्यकर्ता दास जी और गोपी कुमार सहित अन्य समाजसेवियों का महत्वपूर्ण सहयोग मिल रहा है।

बांग्लादेशी मॉडल की ओर बढ़ता देश

  हाल में बांग्लादेश का चुनाव एकदम नए तरीके से हुआ। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार...