यह ब्लॉग खोजें

सउदी अरब लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
सउदी अरब लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 10 जुलाई 2019

हज़ की कमाई से आतंकवाद की सिंचाई




देवेंद्र गौतम
दुनिया भर के मुस्लिम अब पवित्र हज़यात्रा के बहिष्कार का आह्वान कर रहे हैं। ट्विटर पर बाजाप्ता इसका अभियान चल रहा है। उनका कहना है कि सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान हज़ यात्रा को को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देना चाहते हैं। यात्रियों को सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं लेकिन वे इससे होने वाली भारी-भरकम आय का इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कर रहे हैं। मक्का मदीना के नाम पर अरब के प्रिंस पूरे इस्लामी समाज का संरक्षक मानते हैं। इस अघोषित ओहदे को बनाए रखने के लिए वे मस्जिदों के निर्माण और रखरखाव के नाम पर धन प्रदान करते हैं लेकिन वे मुख्य रूप से आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं।
पिछले वर्ष अप्रैल माह में लीबिया के प्रख्यात सुन्नी मौलवी ग्रैंड मुफ्ती सादिक अली धरीआनी ने दुबारा हज यात्रा को पाप बताते हुए बहिष्कार का आह्वान किया था। लेकिन अब उन्होंने अपनी अपील का खुलासा करते हुए कहा है कि हज से अरब की अर्थ व्यवस्था को जो मजबूती मिल रही है उसका इस्तेमाल दहशतगर्दी के लिए किया जा रहा है। उससे हथियारों की खरीद की जा रही है और उन्हें आतंकी संगठनों को आपूर्ति की जा रही है। उन हथियारो का शिकार खाड़ी देशों के मुस्लिम समाज के लोग ही हो रहे हैं। लीबिया के मौलवी के अलावा सऊदी अरब के युसूफ अल काराडावी ने बाजाप्ता फतवा जारी कर हज के बहिष्कार का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि इससे बेहतर है कि भूखो को भोजन कराएं, बेसहारों को सहारा दें।

एक आंकड़े के मुताबिक हर वर्ष 23 लाख से अधिक लोग हजयात्रा करते हैं। उनसे सऊदी अरब के खरबों की आमदनी होती है। अरब के प्रिंस इसे ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देने चाहते हैं। हज के बहिष्कार के आह्वान को दबाने के लिए वे किसी स्तर पर उतर सकते हैं। लेकिन फिलहाल यह एक वैश्विक मुहिम का रूप धारण कर चुका है। आने वाले समय में यह क्या रंग लाएगा, कहना कठिन है।

मंगलवार, 10 जुलाई 2018

सउदी अरब से सकुशल लौटेंगे झारखंड के 15 मजदूर


8 महीने से नहीं मिल रहा था वेतन, हो रहे थे प्रताड़ित
रंग लाई मुख्यमंत्री रघुवर दास की पहल

रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास की पहल पर झारखण्ड से सउदी अरब गए 15 मजदूरों के वापस भारत लौटने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा. सुनील कुमार वर्णवाल ने बताया कि विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव एमसी लूथर ने मुम्बई के कैरियरलाईन एजेंसी को यह निदेश दिया है कि सभी मजदूरों की सुरक्षित वापसी करें। कैरियरलाईन एजेंसी  के माध्यम से सभी 15 मजदूर सउदी अरब गए थे। इन मजदूरों ने यह शिकायत की है कि उन्हें पिछले 8 महीने से वेतन नहीं दिया जा रहा है और उन्हें प्रताड़ित भी किया जा रहा है। इन शिकायतों के बाबत पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री चन्द्र प्रकाश चैधरी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर मजदूरों को वापस लाने में पहल करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री के निदेश पर विदेश मंत्रालय से सक्रियता से पहल कर कार्रवाई की गईश्री वर्णवाल ने बताया कि अभी और 25 मजदूर हैं जिनके सउदी अरब भेजे जाने के रिकोर्ड भारत सरकार में नहीं है। विदेश मंत्रालय द्वारा सउदी अरब स्थित भारतीय दूतावास से आग्रह किया गया है कि इनके विषय में जानकारी प्राप्त कर इन्हें भारत सुरक्षित लाने की कार्रवाई की जाए।
जिन 15 मजदूरों के सकुशल लौटने का मार्ग प्रशस्त हुआ है उनमें धनेश्वर महतो, बसंत महतो, सहदेव महतो, टिंकु महतो, सुरेन्द्र महतो, महेन्द्र महतो, दुलालचंद महतो, महेन्द्र महतो, रामेश्वर महतो, बाबुलाल महतो, इन्द्रदेव महतो, मिथलेश महतो, जगलाल महतो, भगीरथ उर्फ भोला महतो तथा बालेश्वर महतो हैं।
            मुख्यमंत्री ने झारखण्डवासियों से यह अपील किया है कि विदेशों में रोजगार देने वाले सही और पंजीकृत संस्था के माध्यम से ही रोजगार प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि अब राज्य में ही रोजगार के हर सम्भव अवसर उत्पन्न किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें बाहर जाने की आवश्यकता न हो।    

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...