यह ब्लॉग खोजें

एचईसी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
एचईसी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शुक्रवार, 15 नवंबर 2019

धूमधाम से मना एचईसी का 61 वांं स्थापना दिवस


*  निकाली गई तीनों प्लांट की भव्य झांकी
* मार्च टुवार्ड्स नेशन ब्यूल्डिंग में दिखा कर्मियों का उत्साह
* देश के आर्थिक विकास में एचईसी की भूमिका अहम : डॉ.नलिन सिंघल



रांची। हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन का 61 वां स्थापना दिवस शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। एचईसी के नवनियुक्त अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ.नलिन सिंघल ने मार्च न टुवर्ड्स नेशन ब्युल्डिंग को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस वर्ष एचईसी के इतिहास में प्रथम बार निगम के तीनों प्लांट एफएफपी, एचएमबीपी और एचएमटीपी के कर्मियों द्वारा बनाए गए उपकरणों की झांकी भी प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर नेहरू पार्क में एचईसी कर्मियों को संबोधित करते हुए निगम के सीएमडी ने कहा कि राष्ट्रहित में एचईसी ने कई उपकरण बनाकर अपनी उपयोगिता साबित की है। निगम ने स्टील, कोयला, रक्षा मंत्रालय, ऊर्जा सेक्टर व इसरो के लिए कई महत्वपूर्ण उपकरणों का निर्माण किया है। यही वजह है कि एचईसी द्वारा बनाए गए उपकरणों की मांग वैश्विक बाजार में भी अधिक है। उन्होंने एचईसी कर्मियों से निगम में औद्योगिक शांति बरकरार रखते हुए उत्पादन बढ़ाने की अपील की। मौके पर निगम के निदेशक, कार्मिक एमके सक्सेना ने कहा कि कंपनी अब बुरे दौर से निकल रही है। विभिन्न क्षेत्रों से कार्यादेश प्राप्त हो रहे हैं। यहां देश के महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए उपकरण बनाए जा रहे हैं। गुणवत्तापूर्ण कार्य करना एचईसी की विशेषता रही है। एचईसी के निदेशक, उत्पादन और विपणन राणा शुभाशीष चक्रवर्ती ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पहल पर एचईसी की स्थापना की गई। यहां राष्ट्र के नव निर्माण से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण उपकरण बनाए जाते रहे हैं। एचईसी बदहाली के दिनों से उबरकर बाहर आ रही है। यह कंपनी देश के स्टील सेक्टर, रक्षा क्षेत्र, कोल, नेवी, स्पेस रिसर्च आदि के लिए भी उपकरण बना रही है।  रांची के विकास में भी एचईसी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। स्थापना दिवस के अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर एचईसी कर्मियों का उत्साहवर्द्धन किया गया। उत्कृष्ट कर्मियों को सम्मानित किया गया। मौके पर काफी संख्या में एचईसी के अधिकारी व कर्मचारी गण शामिल हुए।

सोमवार, 21 अक्टूबर 2019

पारस एचईसी हॉस्पिटल का शुभारंभ


 * अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं अब रांची में भी उपलब्ध

रांची। पारस एचईसी हॉस्पिटल का सोमवार को विधिवत शुभारंभ हुआ। अस्पताल का  उद्घाटन पारस हेल्थकेयर के एमडी डॉ.धर्मिन्दर नागर और ज्वाइंट एमडी डॉ. गुरदीप नागर ने संयुक्त रूप से किया। इस अस्पताल के खुलने से अब लोगों को राजधानी में
महानगरों की तर्ज पर अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी। अभी यह हॉस्पिटल 54 बेड का है, लेकिन आनेवाले समय में यह 300 बेड का सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल होगा। इस संबंध में पत्रकारों को जानकारी देते हुए पारस एचईसी अस्पताल के यूनिट हेड डॉ. नीतेश कुमार ने बताया कि अभी जेनरल मेडिसीन, जेनरल सर्जरी, शिशु रोग विभाग, स्त्री रोग विभाग, हड्डी रोग विभाग, नेत्र रोग विभाग, ईएनटी विभाग, दंत रोग विभाग तथा फीजियोथेरेपी विभाग में इलाज उपलब्ध है।
हॉस्पिटल में अभी उपलब्ध सुविधाओं के बारे में उन्होंने कहा कि 24 घंटे इमरजेंसी सेवा, लैब,एक्सरे, अल्ट्रासाउंड दो ऑपरेशन थियेटर, छह बेड का आईसीयू, चार बेड का नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष, लेबर रूम और कई अन्य सुविधाएं 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी। अभी विभिन्न विभागों के 12 विशेषज्ञ डॉक्टर्स यहां उपलब्ध हैं, कुछ समय बाद आवश्यकतानुसार चिकित्सकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। पारस एचईसी अस्पताल में एक छत के नीचे सारी सुविधाएं उपलब्ध है। कहीं दूसरे जगह भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
डॉ. नीतेश ने बताया कि इसके साथ ही पारस ग्रुप के अब आठ हॉस्पिटल विभिन्न राज्यों में उपलब्ध हैं। बिहार के
पटना और दरभंगा, झारखंड के रांची, राजस्थान के उदयपुर, हरियाणा के पंचकूला और गुडगांव में दो-
दो हॉस्पिटल लोगों के इलाज और सेवा में लगे हैं। उन्होंने बताया कि एचइसी कर्मियों के लिए प्रबंधन के साथ हुए एमओयू के अनुसार उन्हें चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराई जाएगी। प्रेसवार्ता में पारस हेल्थकेयर के चीफ आॅपरेटिंग आॅफिसर डॉ. शंकर नारंग, बिजनेस स्ट्रैटजी डायरेक्टर डॉ.कपिल गर्ग, रिजनल डायरेक्टर डॉ.तलत हलीम, फैसिलिटी डायरेक्टर डॉ.अजय सिंह, वीपी,(मार्केटिंग) पुनीत श्रीवास्तव सहित अन्य मौजूद थे। वहीं, अस्पताल के उद्घाटन समारोह में एचईसी के निदेशक (कार्मिक) एमके सक्सेना, निदेशक (उत्पादन और विपणन) राणा सुभाशीष चक्रवर्ती,  मुख्य नगर प्रशासक हेमंत गुप्ता, श्रमिक नेता राणा संग्राम सिंह, लीलाधर सिंह सहित काफी संख्या में एचईसी कर्मी विशेष अन्य मौजूद थे।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...