रांची। झारखंड सरकार के पथ निर्माण विभाग व राजस्व निबंधन और भूमि सुधार विभाग के प्रधान सचिव आईएएस के के सोन और पीएचइडी, आर ई ओ विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने महासप्तमी के अवसर पर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की और मां का आशीष प्राप्त किया। श्री सोन और श्रीमती पटनायक ने दुर्गोत्सव के अवसर पर समस्त झारखंड वासियों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भक्तगण श्रद्धा पूर्वक दुर्गोत्सव में शामिल हों और शारदीय नवरात्र के अवसर पर मां का आशीर्वाद प्राप्त कर देश व समाज के नव निर्माण की दिशा में सकारात्मक कदम उठाएं। इस अवसर पर धार्मिक- आध्यात्मिक विषयों के ज्ञाता और प्रख्यात आध्यात्मिक गुरु आचार्य कृष्णानंद ने दुर्गोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व-त्यौहार मनाने की अपील की। इस मौके पर काफी संख्या में श्रद्धालु गण उपस्थित थे।
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रविवार, 6 अक्टूबर 2019
आईएएस के के सोन और आराधना पटनायक ने की महासप्तमी की पूजा
रांची। झारखंड सरकार के पथ निर्माण विभाग व राजस्व निबंधन और भूमि सुधार विभाग के प्रधान सचिव आईएएस के के सोन और पीएचइडी, आर ई ओ विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने महासप्तमी के अवसर पर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की और मां का आशीष प्राप्त किया। श्री सोन और श्रीमती पटनायक ने दुर्गोत्सव के अवसर पर समस्त झारखंड वासियों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भक्तगण श्रद्धा पूर्वक दुर्गोत्सव में शामिल हों और शारदीय नवरात्र के अवसर पर मां का आशीर्वाद प्राप्त कर देश व समाज के नव निर्माण की दिशा में सकारात्मक कदम उठाएं। इस अवसर पर धार्मिक- आध्यात्मिक विषयों के ज्ञाता और प्रख्यात आध्यात्मिक गुरु आचार्य कृष्णानंद ने दुर्गोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व-त्यौहार मनाने की अपील की। इस मौके पर काफी संख्या में श्रद्धालु गण उपस्थित थे।
शुक्रवार, 2 अगस्त 2019
सड़कों के विकास से पड़ती है आर्थिक समृद्धि की नींवः केके सोन
पथ निर्माण विभाग के सचिव के के सोन ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया
रांची। विकास के लिए मजबूत आधारभूत संरचना अत्यंत आवश्यक है. सड़कों से विकास के मानक तय होते हैं. गुणवत्तायुक्त सड़कों का जाल बिछा हो तो राज्य में आर्थिक समृद्धि की नींव पड़ती है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास की प्राथमिकता में सड़कों का अधिक से अधिक निर्माण करना शामिल है. पथ निर्माण विभाग के सचिव श्री के के सोन ने आज सूचना भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ये बातें कही. उन्होंने बताया कि 2014 तक हुई प्रगति की तुलना में पिछले साढ़े चार साल में सड़क पुल आदि सभी क्षेत्रों में लगभग दो से ढाई गुना की वृद्धि हुई है। पिछले साढ़े 4 साल में राज्य योजना से 5575 किलोमीटर सड़कों निर्माण, पुर्ननिर्माण या मरम्मति हुई है, जबकि केंद्रीय पथ निधि से 246.2 किमी तथा एन् एच के तहत् 964 किमी सड़क का निर्माण हुआ है। और राज्य योजना से 122 उच्चस्तरीय पुलों का कराया गया है. वर्तमान में प्रतिदिन 3.39 किलोमीटर सड़कें बन रही है. इस दौरान सड़कों की लंबाई 4076 किलोमीटर की बढ़ोतरी हुई है। 2014 के 8503 किमी से बढ़कर 12,580 किलोमीटर हो गई है. जबकि 2014 तक केवल 3103 किमी की बढ़ोत्तरी हुई थी। उन्होंने बताया कि अगले 100 दिनों के अंदर 740 करोड़ रुपए से 400 किलोमीटर नई सड़कों और 15 पुलों का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है.
टूरिस्ट सर्किट के अंतर्गत आनेवाले क्षेत्रों में सड़क निर्माण है प्राथमिकता
श्री सोन ने बताया कि झारखंड के टूरिस्ट सर्किट में आनेवाले क्षेत्रों की सड़कों को बेहतर बनाने को प्राथमिकता दी जा रही है. इसके अंतर्गत राजरप्पा जाने वाली सड़क का चौड़ीकरण, देवघर- वसुकिनाथधाम- तारापीठ, पलामू-महुआडांड सड़क के मरम्मतीकरण के साथ पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण और मरम्मत का काम प्रगति पर है.
800 किलोमीटर सड़कों का होगा रोड सेफ्टी आडिट
पथ निर्माण सचिव ने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर भी विभाग गंभीर है. सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चिन्हित किए गए ब्लैक स्पॉट को ठीक किया जा रहा है. इसके साथ पहले चरण में 800 किलोमीटर सड़क का रोड सेफ्टी आडिट कराया जाएगा.
रांची-टाटा फोरलेन निर्माण का कार्य पर पूरी नजर
श्री सोन ने बताया कि रांची-टाटा रोड के काम में तेजी लाने के लिए चार हिस्सों में बांटा गया है. इसका काम पर पूरी नज़र बनी हुई है। अगले 18 माह में इसे पूर्ण कर लिया जाएगा.
टेंडरों में पारदर्शिता के लिए उठाए गए हैं कई कदम
श्री सोन ने बताया कि 50 लाख से ज्यादा लागत वाली सड़कों के लिए ई-टेंडर जारी किया जाता है. इसके साथ यू-कैन सिस्टम के जरिए टेंडर डालनेवाले संवेदकों द्वारा किए गए कार्यों की पूरी जानकारी हासिल हो जाती है. साहेबगंज में गंगा नदी पर पुल निर्माण को लेकर 6 अगस्त को री-टेंडर होगा.
भारतमाला योजना को लेकर भी सरकार गंभीर
श्री सोन ने बताया कि भारतमाला योजना के अंतर्गत संबलपुर-रांची और रायपुर-धनबाद रोड को केंद्र की स्वीकृति मिल चुकी है और ओड़िसा-साहेबगंज होते हुए उत्तर-पूर्व को जोड़नेवाली सड़क के प्रस्ताव की स्वीकृति बाकी है. उन्होंने बताया कि राज्य के 19 आकांक्षी जिलों में सड़कों के निर्माण, मरम्मत या पुर्ननिर्माण विभाग की प्राथमिकता में है.
नेशनल हाइवे की 18 सड़कें परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर
श्री सोन ने कहा कि झारखंड राज्य में नेशऩल हाइवे की 18 सड़क परियोजनाओं के अंतर्गत 680 किमी लंबी सड़कें बनाई जाएंगी. इसमें 12 परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर है, जबकि 5 योजनाओं के लिए एग्रीमेंट हो चुका है. इसके साथ एनएच की 10 योजनाओं को स्वीकृति मिलने का इंतजार है.
2019-20 के लिए 21 सड़कों के निर्माण को स्वीकृति
श्री सोन ने बताया कि राज्य सरकार ने 2019-20 के लिए 21 सड़कों के निर्माण को स्वीकृति दी है. इसमें से कई सड़कों का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है. इसके अंतर्गत लगभग 563 किमी सड़कें बनाई जाएंगी. इसके अलावा स्टेट हाइवे अथॉरिटी की ओर से लगभग 859 किमी सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है.
पीपीपी मोड की पांच सड़कों का निर्माण कार्य पूरा
श्री सोन ने बताया कि रांची रिंग रोड के सेक्शन 3, 4,5, 6 और 7 का कार्य पूर्णँ हो चुका है. रांची-पतरातू डैम रोड, पतरातू डैम- रामगढ़ रोड, चाईबासा-कांड्रा-चौका रोड, आदित्यपुर-कांड्रा रोड पर भी परिचालन शुरु हो चुका है. इसके अलावा ईएपी के अंतर्गत दुमका-हंसडीहा रोड, पचंबा-जमुआ-सारवां रोड, गोविंदपुर-टुंडी-गिरिडीह रोड और खुंटी-तमाड़ रोड का निर्माण कार्य प्रगति पर है.
रेलवे ओवरब्रिजों पर खर्च किए जाएंगे 931 करोड़ रुपए
श्री सोन ने बताया कि झारखंड में रेलवे मंत्रालय और झारखंड सरकार के सहयोग से 47 ओवरब्रिजों का निर्माण होना है. इसमें से 27 ओवरब्रिज परियजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है. इन 27 ओवरब्रिजों के निर्माण पर 931 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसमें दो ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि 21 का निर्माण कार्य प्रगति पर है. इसके अलावा तीन रेलवे ओवरब्रिज की स्वीकृति इस साल फरवरी में दी गई है. .
इस अवसर पर पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख श्री रास बिहारी सिंह, संयुक्त सचिव पवन कुमार, मुख्य अभियंता, राष्ट्रीय उच्च पथ श्री ओम प्रकाश विमल, सूचना एवं जन संपर्क से उप निदेशक श्री अजय नाथ झा सहित अन्य मौजूद थे.
रांची। विकास के लिए मजबूत आधारभूत संरचना अत्यंत आवश्यक है. सड़कों से विकास के मानक तय होते हैं. गुणवत्तायुक्त सड़कों का जाल बिछा हो तो राज्य में आर्थिक समृद्धि की नींव पड़ती है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास की प्राथमिकता में सड़कों का अधिक से अधिक निर्माण करना शामिल है. पथ निर्माण विभाग के सचिव श्री के के सोन ने आज सूचना भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ये बातें कही. उन्होंने बताया कि 2014 तक हुई प्रगति की तुलना में पिछले साढ़े चार साल में सड़क पुल आदि सभी क्षेत्रों में लगभग दो से ढाई गुना की वृद्धि हुई है। पिछले साढ़े 4 साल में राज्य योजना से 5575 किलोमीटर सड़कों निर्माण, पुर्ननिर्माण या मरम्मति हुई है, जबकि केंद्रीय पथ निधि से 246.2 किमी तथा एन् एच के तहत् 964 किमी सड़क का निर्माण हुआ है। और राज्य योजना से 122 उच्चस्तरीय पुलों का कराया गया है. वर्तमान में प्रतिदिन 3.39 किलोमीटर सड़कें बन रही है. इस दौरान सड़कों की लंबाई 4076 किलोमीटर की बढ़ोतरी हुई है। 2014 के 8503 किमी से बढ़कर 12,580 किलोमीटर हो गई है. जबकि 2014 तक केवल 3103 किमी की बढ़ोत्तरी हुई थी। उन्होंने बताया कि अगले 100 दिनों के अंदर 740 करोड़ रुपए से 400 किलोमीटर नई सड़कों और 15 पुलों का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है.
टूरिस्ट सर्किट के अंतर्गत आनेवाले क्षेत्रों में सड़क निर्माण है प्राथमिकता
श्री सोन ने बताया कि झारखंड के टूरिस्ट सर्किट में आनेवाले क्षेत्रों की सड़कों को बेहतर बनाने को प्राथमिकता दी जा रही है. इसके अंतर्गत राजरप्पा जाने वाली सड़क का चौड़ीकरण, देवघर- वसुकिनाथधाम- तारापीठ, पलामू-महुआडांड सड़क के मरम्मतीकरण के साथ पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण और मरम्मत का काम प्रगति पर है.
800 किलोमीटर सड़कों का होगा रोड सेफ्टी आडिट
पथ निर्माण सचिव ने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर भी विभाग गंभीर है. सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चिन्हित किए गए ब्लैक स्पॉट को ठीक किया जा रहा है. इसके साथ पहले चरण में 800 किलोमीटर सड़क का रोड सेफ्टी आडिट कराया जाएगा.
रांची-टाटा फोरलेन निर्माण का कार्य पर पूरी नजर
श्री सोन ने बताया कि रांची-टाटा रोड के काम में तेजी लाने के लिए चार हिस्सों में बांटा गया है. इसका काम पर पूरी नज़र बनी हुई है। अगले 18 माह में इसे पूर्ण कर लिया जाएगा.
टेंडरों में पारदर्शिता के लिए उठाए गए हैं कई कदम
श्री सोन ने बताया कि 50 लाख से ज्यादा लागत वाली सड़कों के लिए ई-टेंडर जारी किया जाता है. इसके साथ यू-कैन सिस्टम के जरिए टेंडर डालनेवाले संवेदकों द्वारा किए गए कार्यों की पूरी जानकारी हासिल हो जाती है. साहेबगंज में गंगा नदी पर पुल निर्माण को लेकर 6 अगस्त को री-टेंडर होगा.
भारतमाला योजना को लेकर भी सरकार गंभीर
श्री सोन ने बताया कि भारतमाला योजना के अंतर्गत संबलपुर-रांची और रायपुर-धनबाद रोड को केंद्र की स्वीकृति मिल चुकी है और ओड़िसा-साहेबगंज होते हुए उत्तर-पूर्व को जोड़नेवाली सड़क के प्रस्ताव की स्वीकृति बाकी है. उन्होंने बताया कि राज्य के 19 आकांक्षी जिलों में सड़कों के निर्माण, मरम्मत या पुर्ननिर्माण विभाग की प्राथमिकता में है.
नेशनल हाइवे की 18 सड़कें परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर
श्री सोन ने कहा कि झारखंड राज्य में नेशऩल हाइवे की 18 सड़क परियोजनाओं के अंतर्गत 680 किमी लंबी सड़कें बनाई जाएंगी. इसमें 12 परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर है, जबकि 5 योजनाओं के लिए एग्रीमेंट हो चुका है. इसके साथ एनएच की 10 योजनाओं को स्वीकृति मिलने का इंतजार है.
2019-20 के लिए 21 सड़कों के निर्माण को स्वीकृति
श्री सोन ने बताया कि राज्य सरकार ने 2019-20 के लिए 21 सड़कों के निर्माण को स्वीकृति दी है. इसमें से कई सड़कों का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है. इसके अंतर्गत लगभग 563 किमी सड़कें बनाई जाएंगी. इसके अलावा स्टेट हाइवे अथॉरिटी की ओर से लगभग 859 किमी सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है.
पीपीपी मोड की पांच सड़कों का निर्माण कार्य पूरा
श्री सोन ने बताया कि रांची रिंग रोड के सेक्शन 3, 4,5, 6 और 7 का कार्य पूर्णँ हो चुका है. रांची-पतरातू डैम रोड, पतरातू डैम- रामगढ़ रोड, चाईबासा-कांड्रा-चौका रोड, आदित्यपुर-कांड्रा रोड पर भी परिचालन शुरु हो चुका है. इसके अलावा ईएपी के अंतर्गत दुमका-हंसडीहा रोड, पचंबा-जमुआ-सारवां रोड, गोविंदपुर-टुंडी-गिरिडीह रोड और खुंटी-तमाड़ रोड का निर्माण कार्य प्रगति पर है.
रेलवे ओवरब्रिजों पर खर्च किए जाएंगे 931 करोड़ रुपए
श्री सोन ने बताया कि झारखंड में रेलवे मंत्रालय और झारखंड सरकार के सहयोग से 47 ओवरब्रिजों का निर्माण होना है. इसमें से 27 ओवरब्रिज परियजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है. इन 27 ओवरब्रिजों के निर्माण पर 931 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसमें दो ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि 21 का निर्माण कार्य प्रगति पर है. इसके अलावा तीन रेलवे ओवरब्रिज की स्वीकृति इस साल फरवरी में दी गई है. .
इस अवसर पर पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख श्री रास बिहारी सिंह, संयुक्त सचिव पवन कुमार, मुख्य अभियंता, राष्ट्रीय उच्च पथ श्री ओम प्रकाश विमल, सूचना एवं जन संपर्क से उप निदेशक श्री अजय नाथ झा सहित अन्य मौजूद थे.
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