यह ब्लॉग खोजें

जम्माष्टमी मेला लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
जम्माष्टमी मेला लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

गुरुवार, 22 अगस्त 2019

जन्माष्टमी मेले में लगने लगे झूले, सजने लगीं दुकानें



चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम का सबसे बड़ा मेला जन्माष्टमी के लिए झूलों एवं दुकानों की सजावट होने लगी है 24 अगस्त से शुरू होने वाली यह जन्माष्टमी रेलवे क्षेत्र के पोटरखोली इलाके में लगता है।

 यह क्षेत्र संकीर्ण रास्तों से बना हुआ है फिर भी यहां पर इस शहर की सबसे बड़ा मेला विगत कई दशकों से लगता आ रहा है

चक्रधरपुर ही नहीं बल्कि आसपास के इलाकों से भी काफी संख्या में लोग इस मेले को देखने के लिए आते हैं जैसे सोनुवा, मनोहरपुर, खरसावां यहां तक कि जमशेदपुर से भी लोग बड़ी संख्या में उपस्थित होकर मेले की रौनक बढा़ते हैं।

यह मेला भगवान श्री कृष्ण के जन्म उत्सव पर मनाया जाता है यह करीबन आठ दिनों का मेला है इसमें खिलौनों, सजावट की सामग्री को मिलाकर इत्यादि कई सारे चीजों का संग्रह देखने को मिलता है खानपान एवं संस्कृति से जुड़ा यह मेला पुरखों से चला रहा है।

दिन और रात दोनों पहरों पर यह मेला लगी रहती है जिसमें हजारों की संख्या में लोग इस मेले का लुफ्त उठाते हैं पतली गलियों से होकर चौड़े रास्ते तक दुकानों का तांता लगा रहता है।

 इस मेले का शुभारंभ पूजा के दूसरे दिन होगा। हर बार की तरह इस बार भी यह मेला लोगों के दिलों में आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है ।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...