यह ब्लॉग खोजें

जर्जर आवास लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
जर्जर आवास लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

मंगलवार, 18 जून 2019

जर्जर आवास में रह रहे हैं बंदगांव बीडीओ

विनय मिश्रा

चक्रधरपुर : पश्चिम सिंहभूम जिला के सबसे सुदूर व दुर्गम प्रखंड के रूप में पहचाने जाने वाला प्रखंड बंदगांव की समस्या दूर करने में तत्पर रहने वाले बीडीओ कामेश्वर बेदिया का आवास जर्जर और खस्ताहाल है। हमेशा छत से प्लास्टर टूट टूट कर गिरते रहता है। जिसके फलस्वरूप अपने दैनिक कार्यों को निपटाने में इन्हें परेशान उठानी पड़ती है। जिस अधिकारी का दायित्व हो कि प्रखंड का व्यापक विकास जन समस्याओं का निराकरण लोगों तक स्वयं पहुंच कर उन्हें राहत पहुंचाना, उनके दायित्व में शामिल हो और उस अधिकारी का आवास ही खस्ता हालत रहे तो ये काफी पीड़ा जनक है। श्री बेदिया के योगदान देने के पश्चात से प्रखंड में  वैसे पंचायत जो काफी सुदूर के साथ साथ विकास से वंचित भी रहे थे, इन क्षेत्रों में न सिर्फ विकास कार्य तेज हुए, बल्कि  कोल्हान के डीआइजी कुलदीप द्विवेदी जब बंदगांव प्रखंड पहुंचे, तो लोगों ने बताया कि इस सुदूर क्षेत्र में बीडीओ के सार्थक प्रयास का परिणाम है कि इस प्रखंड के लोग भय मुक्त होने के साथ साथ विकास को भी देखा है ।
डीआइजी कुलदीप द्विवेदी ने बीडीओ के काम की सराहना भी की। वर्तमान समय में अधिकारी के आवास की दयनीय स्थिति की जानकारी ग्रामीण विकास विभाग को भी दे दी गई हैं तथा इस प्रकरण में भवन निर्माण विभाग को भी जानकारी देकर इन आवासों को पुनः निर्माण कराने के लिए ध्यान आकृष्ट कराया गया है।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...