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सोमवार, 30 सितंबर 2019

21वीं शताब्दी में क्वालिटी एजुकेशन सबसे महत्वपूर्ण शर्तः द्रौपदी मुर्मु


रांची। राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने रांची विश्वविद्यालय के 33वें दीक्षांत समारोह में कहा कि भारत के राष्ट्रपति का झारखण्ड की इस पावन भूमि पर अभिनन्दन करती हूँ। इनकी गरिमामयी उपस्थिति से इस दीक्षान्त समारोह की शोभा बढ़ी है। यह ऊर्जावान विद्यार्थियों एवं युवाओं के लिए प्रेरणा का कार्य करेगी। जनजातीय बहुल इस क्षेत्र के लोगों में उच्च शिक्षा ग्रहण करने हेतु ललक बढ़ेगी। मैं राष्ट्र की प्रथम महिला श्रीमती सविता कोविन्द का भी झारखण्ड राज्य में प्रथम बार आगमन पर स्वागत करती हूँ। दीक्षांत समारोह के इस पावन अवसर पर मैं सभी उपाधिधारकों को हार्दिक बधाई देती हूँ, जिन्हें आज के इस गौरवमयी समारोह में उपाधि प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।

रांची विश्वविद्यालय स्थापना काल से अनगिनत शिक्षाविद्, वैज्ञानिक, अनुसंधानकर्ता, प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी, चिकित्सक, अभियंता, प्रबंधक, कानूनविद्, साहित्यकार आदि देकर अपनी क्षमता का परिचय देते हुए इस प्रदेश ही नहीं, राष्ट्र को भी गौरवान्वित किया है

राज्यपाल ने कहा कि राँची विश्वविद्यालय झारखण्ड राज्य का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है और इसने अपने स्थापना काल से ही अनगिनत शिक्षाविद्, वैज्ञानिक, अनुसंधानकर्ता, प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी, चिकित्सक, अभियंता, प्रबंधक, कानूनविद्, साहित्यकार आदि देकर अपनी क्षमता का परिचय देते हुए इस प्रदेश ही नहीं, राष्ट्र को भी गौरवान्वित किया है। प्राकृतिक एवं खनिज सम्पदा से समृद्ध झारखण्ड राज्य में विकास की असीम संभावनाएं हैं लेकिन बौद्धिक संपदा के बिना हम इनका कुशलतापूर्वक समुचित उपयोग नहीं कर सकते। इस परिप्रेक्ष्य में शिक्षण संस्थानों की अहम् भूमिका है। बौद्धिक ज्ञान और सूचना तकनीकी के विभिन्न आयामों के जरिये ही हम विकास की गति को तेज कर सकते हैं। राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हमारे प्रदेश के जीवन्त कला-संस्कृति की एक विशिष्ट पहचान है।

21वीं शताब्दी में क्वालिटी एजुकेशन सबसे महत्वपूर्ण शर्त

उन्होंने कहा कि किसी भी देश या प्रदेश के विकास के लिए 21वीं शताब्दी में क्वालिटी एजुकेशन सबसे महत्वपूर्ण शर्त है। बिना इसके समाज के सर्वांगीण विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है। इस दिशा में कुलाधिपति के रूप में मेरे द्वारा विभिन्न विश्ववविद्यालयों के कुलपति समेत अन्य पदाधिकारियों के साथ समीक्षा की जाती है। राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के पदाधिकारीगण भी इस बैठक में भाग लेते हैं और छात्रहित में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करते हैं। राज्य के सभी विश्वविद्यालय, महाविद्यालय NAAC से मूल्यांकन कराने की दिशा में सक्रिय रह रहे हैं। राँची विश्वविद्यालय समेत राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों में ससमय परीक्षा का आयोजन के साथ समय पर रिजल्ट प्रकाशित हुआ है और कक्षायें भी समय पर प्रारंभ कर दी गई।

राष्ट्रहित में सुखद है कि झारखण्ड में हायर एजुकेशन के क्षेत्र में ग्रॉस इनरोलमेंट रेशियो में वृद्धि हुई

राज्यपाल ने कहा कि सत्र का नियमित होना एक बड़ी चुनौती थी जो राज्य गठन के पूर्व से ही व्याप्त थी। अब यहाँ चांसलर पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन नामांकन हो रहा है। राष्ट्रहित में सुखद है कि झारखण्ड राज्य में हायर एजुकेशन के क्षेत्र में ग्रॉस इनरोलमेंट रेशियो में वृद्धि हुई है। अधिक-से-अधिक विद्यार्थी उच्च शिक्षा ग्रहण करें, इस दिशा में राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों में विभिन्न विषयों की दो पालियों में पढ़ाई होती है। हमारे विश्वविद्यालय रक्तदान शिविर के आयोजन के साथ स्वच्छ भारत अभियान, शिक्षित भारत, वृक्षारोपण कार्यक्रम समेत अन्य योजनाओं को सफल बनाने की दिशा में सक्रिय भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता और विकास कार्यों के आकलन में भी विश्वविद्यालय का सहयोग अपेक्षित है। इस परिप्रेक्ष्य में मैंने कहा है कि हमारे विश्वविद्यालय ग्रामों को गोद ले और वहाँ विकास हेतु कार्य करें। प्रसन्नता का विषय है कि इस दिशा में कार्य किया जा रहा है।

देश में यह मॉडल विश्वविद्यालय के रूप में पहचाना जाय

राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि राँची विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न परंपरागत विषयों, जनजातीय एवं क्षे़त्रीय भाषा विभाग के अतिरिक्त टेक्निकल, वोकेशनल एवं जॉब ओरिएंटेड कोर्स का संचालन हो रहा है। इन सब पाठ्यक्रमों में क्वालिटी एजुकेशन महत्त्वपूर्ण है। शोध का स्तर और उच्च हो, हमारे शिक्षकगण विद्यार्थियों को नये प्रगतिशील विचारों के प्रति जागरूक करें। विश्वविद्यालय से यह अपेक्षा है कि यहाँ शिक्षा का ऐसा वातावरण स्थापित हो कि राज्य ही नहीं, पूरे देश में यह मॉडल विश्वविद्यालय के रूप में पहचाना जाय। हमारे छात्र नैतिकता से परिपूर्ण, अनुशासित एवं चरित्रवान बनें।

अपनी मेहनत और लगन से लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ें

राज्यपाल ने कहा कि उपाधि पाने वाले सभी विद्यार्थियों को कहा कि आप सभी निरंतर अपनी मेहनत और लगन से लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ें और राष्ट्र निर्माण में सकारात्मक योगदान दें।

रविवार, 25 नवंबर 2018

राष्ट्र ने नव निर्माण में एनसीसी की भूमिका अहमः रघुवर दास

रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि एनसीसी से हमें देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है। नव राष्ट्र के निर्माण में एनसीसी की काफी अहम भूमिका है। एनसीसी के जरिए ही हम सब के अंदर देश भक्ति का जज्बा समाहित होता है। साथ ही साथ राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों और दायित्व को जानने और समझने के लिए प्रेरणा मिलती है। एनसीसी राष्ट्र, राज्य एवं समाज हित में वर्ष 1948 से ही कई विभिन्न महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन करती आ रही है। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री दास ने आज ऑड्रे हाउस में एनसीसी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं।

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि 1 सौ 25 करोड़ आबादी वाले इस महान देश के नवनिर्माण में सेना के बाद दूसरी पंक्ति में एनसीसी लगातार प्रतिबद्धता के साथ खड़ी है। झारखंड में भी एनसीसी कई सामाजिक तथा रचनात्मक कार्य कर रही है। सरकार की योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एनसीसी द्वारा विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। स्वच्छ भारत अभियान सहित कई ऐसे कार्यक्रम हैं जिसमें मोटिवेशन आवश्यक है और यह कार्य एनसीसी प्राथमिकता के साथ कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता का संबंध हमारे स्वास्थ्य से है. 80 प्रतिशत बीमारियां गंदगी के कारण फैलती हैं. इस परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी. 2 अक्टूबर 2019 तक स्वच्छ भारत का निर्माण करना हम सबों की जिम्मेदारी है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयंती के अवसर पर स्वच्छ भारत उनके चरणों में समर्पित करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी. राज्य सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर घर में शौचालय का निर्माण किया गया है. अब जरूरत है कि बनाए गए इन शौचालयों का शत प्रतिशत उपयोग हो. एनसीसी आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर शौचालयों का शत-प्रतिशत उपयोगिता हेतु लोगों को जागरूक करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं स्वयं एनसीसी का विद्यार्थी रह चुका हूं. मैं यह जानता हूं कि एनसीसी का विद्यार्थी होना सामाजिक दृष्टिकोण से बहुत ही गर्व की बात है. आधुनिक समय में तकनीकी सुविधा का पूर्ण उपयोग राज्य एवं समाज हित में करें।

मुख्यमंत्री  रघुवर दास ने कहा कि झारखंड के काफी बच्चे सेना में नियुक्ति के लिए तैयारी करते हैं। वर्तमान समय में हम सबों के अंदर सैनिकों के प्रति सम्मान का भाव रखनी चाहिए। हमारे देश के सैनिक ठंड के मौसम में भी हिमालय जैसी बर्फीली जगहों में 24 घंटे देश की सुरक्षा के लिए खड़े रहते हैं. यह देश हमारा है और हम सबों को देश पर अभिमान करने की आवश्यकता है. विकसित और समृद्ध भारत के निर्माण में युवाओं की सहभागिता महत्वपूर्ण है.

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आने वाले समय में राज्य सरकार की नियुक्तियों में एनसीसी कैडेटों के लिए कुछ प्रतिशत का आरक्षण मिले इस पर राज्य सरकार निश्चित विचार करेगी. मुख्यमंत्री ने एनसीसी दिवस के अवसर पर एनसीसी कैडेट एवं पूरी टीम को शुभकामनाएं दी. इस अवसर पर एनसीसी कैडेटों द्वारा कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए. एनसीसी कैडेटों ने स्वच्छ भारत अभियान के विभिन्न पहलुओं पर मौन रहकर मुख्यमंत्री के समक्ष स्वच्छता के प्रति जागरूकता पर कार्यक्रम प्रस्तुत किए. झारखंड की जनजातीय संस्कृति एवं देश भक्ति पर भी मनमोहक प्रस्तुति बच्चे बच्चियों द्वारा दी गई.

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि गीत, संगीत और नृत्य झारखंड की पहचान है. इस तरह के सांस्कृतिक आयोजनों से हम अपनी संस्कृति को संरक्षित कर सकेंगे. उन्होंने प्रस्तुति देने वाले कैडेटों को बधाई दी. इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास द्वारा थल सेना, वायु सेना इत्यादि क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एनसीसी कैडेटों को सम्मानित किया गया.

इस अवसर पर ब्रिगेडियर एस के प्रसाद, लेफ्टिनेंट जनरल(रिटायर्ड)  ज्ञान भूषण, श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के कुलपति  एसएन मुखर्जी, एनसीसी से संबंधित अन्य अधिकारी सहित बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट्स एवं अन्य उपस्थित थे.

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...