पावर लिफ्टिंग की राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में गोल्ड और सिल्वर पदकों को अंबार लगाती सुजाता भगत ने उत्कृष्ट प्रदर्शन के जरिए अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाती जा रही हैं। वे चक्रधरपुर निवासी होकर विश्व पटल पर अपना नाम रौशन करने वाली बहुमुखी प्रतिभा की धनी महिला हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा चक्रधरपुर में हुई। साउथ इस्टर्न रेलवे हाई स्कूल से उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा पास की। जेएलएन कॉलेज से उन्होंने ग्रैजुएशन किया। शुरु से ही सुजाता खेलकूद के प्रति सक्रिय रही हैं। उनके पिता स्व. रामरंजन भगत व माता बिजली भगत उन्हें उनकी रुचि के मुताबिक खेलकूद में आगे बढ़ने के लिए सदैव प्रेरित करते रहे। शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रखने के प्रति वह बचपन से ही सजग हैं। पढ़ाई पूरी करने के बाद सुजाता झारखंड पुलिस में बहाल हुईं। पुलिस विभाग में अपनी जिम्मेवारियों को बखूबी निभाते हुए वह एथलेटिक्स के प्रति निष्ठा से लगी रहीं। पावर लिफ्टिंग (वेट लिफ्टिंग) को उन्होंने एक प्रकार से अपना कैरियर बना लिया। पुलिस विभाग में सेवा के दौरान सुजाता झारखंड के विभिन्न जगहों पर पदस्थापित रहीं। विगत लगभग 10 वर्षों से पावर लिफ्टिंग के क्षेत्र में उनके बढ़ते कदम और उल्लेखनीय उपलब्धियों से उन्होंने झारखंड सहित पूरे देश का नाम रौशन किया है। वह वर्ष 2011 में जापान में आयोजित एशिया गोल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने में सफल रहीं। इस सफलता से उनका आत्मविश्वास और बढ़ने लगा। इसके बाद वह निरंतर आगे बढ़ती गर्इं। वर्ष 2012 में एशिया क्लासिक गेम्स में पावर लिफ्टिंग में उन्हें पुन: गोल्ड मेडल प्राप्त हुआ। वर्ष 2014 में एशिया-यूरोप के 18 देशों की आमंत्रण पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में भी वह कड़ी प्रतिस्पर्द्धा के बीच गोल्ड मेडल जीतने में सफल रहीं। वर्ष 2015 में वर्जिनिया में आयाजित विश्व पुलिस फायर गेम्स प्रतियोगिता में पावर लिफ्टिंग में एक गोल्ड व एक सिल्वर मेडल जीता। वर्ष 2016 में यूएसए में आयोजित कैरोलिना कप में विश्व के कई दिग्गजों को पछाड़ते हुए गोल्ड कप जीता। वर्ष 2017 में लॉस एंजेल्स में आयोजित प्रतियोगिता में ऐ गोल्ड व एक सिल्वर मेडल जीतने में सफल रहीं। वर्ष 2018 में ओपेन वर्ल्ड पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में भी उन्होेंने गोल्ड मेडल जीता। इस वर्ष विगत दिनों चीन में आयोजित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स-2019 में सुजाता ने बेहतरीन प्रदर्शन कर अन्य खिलाड़ियों को शिकस्त देते हुए विभिन्न वर्गों में दो गोल्ड मेडल जीते। वर्तमान में सुजाता का नाम पावर लिफ्टिंग के क्षेत्र में विश्वस्तरीय खिलाड़ियों की श्रेणी में अग्रिम पंक्ति में शामिल है। उन्होंने पुलिस विभाग की सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली है। खेल के अलावा उनकी रुचि राजनीति में भी है। हाल ही में उन्होंने एक राजनीतिक दल का दामन भी थामा है। वह समाजसेवा को भी तवज्जो देती हैं। सुजाता कहती हैं कि किसी भी क्षेत्र में रहें, सामाजिक कार्यों के प्रति भी सक्रिय रहें।
-प्रस्तुति : विनय मिश्रा
