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शुक्रवार, 1 नवंबर 2019

आईसा का अनिश्चितकालीन अनशन रंग लाया

छात्रवृत्ति के लिए आवेदन की तिथि 14 नबम्बर तक बढ़ी  सरकार झुकने को बाध्य हुई
          

रांची। अनशन के तीसरे दिन आज डालटनगंज जिला स्तर के कल्याण विभाग के पदाधिकारी  समाहरणालय  के समक्ष  अनशन स्थल पर आये और कहा कि 14 नवंबर तक आवेदन तिथि को बढ़ा दिया गया है, और फिर अनशन तोड़ने का आग्रह किया।

आइसा  डालटनगंज जिलाध्यक्ष दिव्या भगत ने कही कि आइसा के साथियों का संघर्ष का नतीजा है, जो आज छात्रों को यह राहत मिली है। हमलोग को यह लड़ाई जारी रखना होगा और सरकार जो साजिश के तहत दलित व आदिवासी छात्रों को शिक्षा से वंचित रखने की कोशिश कर रही है, उसके खिलाफ एकजुट होकर सरकार को बेहतर  शिक्षा देने के लिए मजबूर करना होगा।

आईसा के डालटनगंज जिला सचिव रंजित कुमार सिंह ने कहा कि कल्याण
विभाग द्वारा दिए जाने वाले छात्रवृति का ऑनलाइन फॉर्म भरने में छात्रों
को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।  जाति, आय स्थानीय प्रमाण पत्र नहीं बन पाना, बोनाफाइड नहीं मिल पाना, इसके अलावा कॉलेज व हॉस्टल में कई समस्याएं हैं। जिसके खिलाफ आइसा   संघर्ष जारी है और जारी रहेगी ।

छात्र नेता दानिश ने कहा कि सरकार लगातार छात्रवृति की राशि में
कटौती कर रहीं है। उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य में वित्त मंत्री  मा.
रघुवर दास जी ने 22 जनवरी 2019 को झारखंड बजट का बजट पेश किया  था  ।  यह बजट में  95426  कारोड रुपयों का कुल आवंटन किया गया है,  जिसमे से  दलितों  छात्रों  के लिए 5.66 %  और आदिवासी समुदाय के लिए  22245  करोड़ है। छात्रवृति व शिक्षा के बजट में लगातार कटौती के खिलाफ सभी छात्रों को संघर्ष जारी रखना होगा।
राज्य सचिव त्रिलोकीनाथ ने कहा कि आइसा का राष्ट्रीय सम्मेलन 09 नवम्बर को हैदराबाद में आयोजित  होगा । आइसा नई शिक्षा नीति ड्राफ्ट के खिलाफ, शिक्षा के निजीकरण के खिलाफ, शिक्षा बजट में कटौती के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन कर रही है और हैदराबाद में 09 --10 नवंबर को राष्ट्रीय सम्मेलन कर रही है।
भाकपा माले जिला सचिव आर एन सिंह ने अनशनकारियों को मीठा खिला कर अनशन समाप्त किया और छात्रों को धन्यवाद और बधाई देते हुए कहा कि आइसा के साथियों को सलाम, आइसा ही सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ अच्छी शिक्षा के लिए आंदोलन खड़ा कर सकती है।
अनशन में रौशन, रंजीत, त्रिलोकी,इजहार, दानिश शामिल थें।
अंत मे 9--10 नबम्बर 2019 को हैदराबाद में आईसा का राष्ट्रीय सम्मेलन को सफल करने के आह्वान के साथ  अनिश्चितकालीन अनशन को समाप्त करने की घोषणा की।

गुरुवार, 26 सितंबर 2019

पंचायत सचिवालय स्वयं सेवकों का आमरण अनशन समाप्त

★पंचायत सचिवालय स्वयं सेवकों के लिए राज्य स्तर पर मॉनिटरिंग सेल का गठन होगा- डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव

★स्वयं सेवकों ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव को सौंपा अपनी मांगों से संबंधित पत्र
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रांची।पंचायत स्वयंसेवकों का आमरण अनशन आज समाप्त हो गया। 19 सितंबर से अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर पंचायत स्वयंसेवक आमरण अनशन पर थे। उनके आमरण अनशन का आज आठवां दिन था। संघ के प्रतिनिधियों ने आज मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल से मिलकर अपनी 5 सूत्री मांगों से संबंधित पत्र को सौंपा और आमरण अनशन को वापस ले लिया। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने कहा कि पंचायत सचिवालय स्वयं सेवकों के लिए राज्य स्तर पर मॉनिटरिंग सेल का गठन होगा। स्वयंसेवकों की अन्य मांगों से सरकार को अवगत कराने और उनके समयबद्ध निष्पादन का भरोसा दिया है।

स्वयंसेवकों की अन्य मांगों में प्रोत्साहन राशि हटाकर एक उचित मानदेय तय करने, सेवा नियमित करने, पंचायत स्वयं सेवकों के कार्य के दौरान मृत्यु होने पर उसके आश्रितों को 5 लाख का मुआवजा दिया जाने,
राज्य स्तर पर मॉनिटरिंग सेल का गठन किया जाए, स्वयंसेवकों द्वारा अब तक किए गए कार्यों की प्रोत्साहन राशि निर्गत करने आदि महत्वपूर्ण हैं।

बुधवार, 30 जनवरी 2019

आमरण अनशन पर गृहरक्षक


चतरा जिला के गृह रक्षक रंजय सिन्हा जी आमरण अनशन पर अपने तीन अनशन कारी साथियों का समर्थन करते हुए आमरण अनशन पर आज से बैठ गए हैं।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...