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रविवार, 30 दिसंबर 2018

क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल हुए सीएम रघुवर दास

 धनबाद के नावाडीह में आयोजित  हुआ समापन समारोह

राज्य के 4,400 पंचायत में खेल मैदान का निर्माण होगा-- रघुवर दास, मुख्यमंत्री झारखंड


नवाडीह, धनबाद।‘‘पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलो-कूदोगो तो बनोगे लाज़वाब’’। आम आदमी के सामने क्रीड़ा भारती का विशाल स्वरूप का उदय हुआ। इसके उदय से खेल के क्षेत्र को परम वैभव मिलेगा। इस तरह का अधिवेशन युवाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित करेगा। प्रधानमंत्री जी खेलों इंडिया के माध्यम से खिलाड़ियों को मंच प्रदान कर उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान कर रहा है, जिसमें स्कूली बच्चों के साथ-साथ युनिवर्सिटी स्तर के युवाओं के खेल-कूद को बढ़ावा देना है। राज्य में भी खेल प्रतिभा की कमी नहीं है। खेल के क्षेत्र में कई कार्य हुए हैं प्रखंड और जिला स्तर पर कमल क्लब के गठन किया गया है। खेल एकडेमी के माध्यम से 400 बच्चों जो आदिवासी व ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं। उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने यह बातें धनबाद के नावाडीह में आयोजित क्रीडा भारती के राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन समारोह में कही।

मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश से योगा का प्रदर्शन करने आये प्रमोद पटेल और गरिमा चौधरी को मुख्यमंत्री विवेकानुदान कोष से 3 लाख देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने श्री मोहन भागवत का भगवान बिरसा मुण्डा की धरती पर स्वागत करते हुए कहा कि ‘‘अखिल भारतीय क्रीड़ा मंच’’ का विशाल सम्मेलन और भव्य कार्यक्रम का आयोजन से राज्य में खेल को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य के 4,400 पंचायत में खेल मैदान का निर्माण होगा। अगले साल पंचायत स्तर में खेल मैदानों को बहुत उच्च स्तर का रूप दिया जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के खिलाडि़यों को अपनी प्रतिमा निखारने हेतु प्रशिक्षण दिया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड के सभी ग्रामीण क्षेत्रों के बालक एवं बालिकाओं के बीच फूटबॉल प्रतियोगिता पंचायत स्तर पर, प्रखण्ड स्तर पर, जिला स्तर से होते हुए राज्य स्तर पर आयोजित होती है। इस बार कुल 1,36,446 खिलाडि़यों ने भाग लिया, जिनमें 31,998 खिलाड़ी बालिकाएँ थीं। इस वर्ष झारखण्ड में चार खेलों हॉकी, फूटबॉल, तीरंदाजी एवं बुशु का राष्ट्रीय स्तर का स्कूल गेम्स फेडरेशन आयोजित कर रहा है। जिसमें बुशू की प्रतियोगिता 10-13 जनवरी, 2019 को आयोजित होनी है। राज्य में आवासीय एवं डे-बोर्डिंग प्रशिक्षण केन्द्र चल रहा है। आवासीय प्रशिक्षण केन्द्र तथा 126 डे-बोर्डिग प्रशिक्षित विभिन्न विद्यालयों में चला रहें हैं।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि धनबाद के नावाडीह स्टेडियम का जीर्णोद्धार 4 करोड़ की लागत से होगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार तीरंदाजी, फूटबॉल, हॉकी एवं एथेलेटिक्स खेलों में सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस खोला जा रहा है। जिनमें 16-22 वर्ष के बालक एवं बालिकाएँ को प्रशिक्षित किया जायेगा। प्रत्येक एक्सीलेंस में 32-32 खिलाड़ी प्रशिक्षित किया जायेगा। यह केन्द्र रांची एवं देवघर में होंगे। अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाडि़यों को राज्य में सीधी नियुक्ति देने का कार्य कर रही है। छात्रवृति एवं सम्मान राशि इस योजना के तहत इस खिलाडि़यों जो राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेते है या पदक प्राप्त करते हैं इन्हें छात्रवृति एवं सम्मान राशि दी जाती है। इस वर्ष कुल 406 खिलाडि़यों को छात्रवृति एवं सम्मान राशि दी गई है।

खेल से स्वास्थ्य और शील तैयार होता है। भारत को खेल जगत में सिरमौर बनाना है- मोहन भागवत

श्री मोहन भागवत ने कहा कि खेल से स्वास्थ्य और शील तैयार होता है। इसके लिए आराम की परिस्थिति को छोड़ना पड़ता है। खेल के लिए संकल्प की जरूरत होती है। साथ ही खिलाड़ी को अपने अहंकार को पीछे छोड़ सामूहिकता व निःस्वार्थ भाव का प्रदर्शन करना होगा। खिलाड़ी, जातपात, धर्म नहीं जानता खिलाड़ी को अपना साथी मानकर खेलता है। यह एकता, सामूहिकता बनाने का माध्यम बनता है। यही कार्य क्रीड़ा भारती कर रहा है। क्रीड़ा भारती खेल के क्षेत्र में भारत को सिरमौर बनाने के लक्ष्य को लेकर चल रहा है। श्री भागवत ने कहा कि खेल इन सब के साथ मानसिक और चातुर्य बल प्रदान करने में सहायक बनता है।

श्री मोहन भागवत ने कहा कि लोग अपने बच्चों को मिलकर खेलने के लिए प्रेरित करें। खेल कोई भी बच्चा किसी भी बच्चे से जाति और धर्म नहीं पूछता। बच्चा सामूहिकता और एकता के साथ खेलता है। यही आगे चल कर सामूहिकता को बल प्रदान करेगा, जो भारत का कल्याण करेगा। क्योंकि क्षमता, शक्ति व शील देने वाला खेल ही बच्चों का गौरव बनाना चाहिए।

क्रीड़ा भारती के लक्ष्यों को पूरा करने का लक्ष्य लेकर जाएं- अमर कुमार बाउरी, मंत्री पर्यटन, कला संस्कृति एवं खेल-कूद

खेल खिलाड़ी की आत्मा, जुनून और भगवान होता है- चेतन चौहान

इससे पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास,  मोहन भागवत, और क्रीड़ा भारती के अध्य्क्ष  चेतन चौहान ने परेड का निरीक्षण किया। साथ ही, क्रीड़ा भारती द्वारा प्रकाशित पुस्तक का लोकार्पण किया।

कार्यक्रम में मंत्री श्री अमर कुमार बाउरी, क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष  चेतन चौहान, क्रीड़ा भारती के उपाध्यक्ष  नारायण सिंह राणा, कार्य अध्यक्ष चैतन्य कश्यप, राज चौधरी व अन्य उपस्थित थे।

रविवार, 23 दिसंबर 2018

भारत का अपना ओलंपिक क्यों नहीः अमरेश सिंह




धनबाद। धनबाद में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ नीत क्रीड़ा भारती का तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन धनबाद में आयोजित होने जा रहा है। इसमें देश के 400 जिलों के साढ़े बाइस हजार खिलाड़ियों के भाग लेने की उम्मीद है। इनमें 72 खिलाड़ी अर्जुन पुरस्कार प्राप्त हैं। 28 से 30 दिसंबर तक यह कार्यक्रम राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर, अशोक नगर, धनबाद के परिसर में संपन्न होगा। जबकि समापन समारोह 30 दिसंबर को नावाडीह, धनबाद स्पोर्ट्स स्टेडियम में होगा जिसके मुख्य वक्ता संघ प्रमुख मोहन भागवत होंगे। इस अधिवेशन की आयोजन समिति के उपाध्यक्ष तेज़ तर्रार युवा नेता अमरेश सिंह बनाए गए हैं।
अमरेश सिंह का कहना है कि इस राष्ट्रीय आयोजन के लिए धनबाद को चुना गया यह कोयलांचल ही नहीं झारखंड राज्य के लिए गौरव की बात है। धनबाद जिले के इतिहास में इसे स्वर्णाक्षरों में अंकित किया जाएगा। संगठन के बारे में जानकारी देते हुए अमरेश सिंह ने कहा कि इसकी स्थापना 2008 में खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी। यह संगठन का तीसरा राष्ट्रीय अधिवेशन है। इसे मिनी ओलंपिक या खेल महाकुंभ कहना उचित होगा। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में खेले जाने वाले अधिकांश खेलों की उत्पत्ति भारत में हुई है। समय के अंतराल में उन्हें दूसरे देशों में लोकप्रियता मिली और उन्हें उन्हीं देशों का माना जाने लगा। उन्होंने कहा कि भारत में ओलंपिक की तर्ज पर विश्वस्तरीय आयोजन होना चाहिए। भारत को विश्वगुरु का दर्जा वापस दिलाने की दिशा में यह जरूरी है। क्रीड़ा भारती इसे पूरा कर दिखाएगा। ऐसे मेरा विश्वास है।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...