यह ब्लॉग खोजें

विश्व ब्राह्मण संघ लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
विश्व ब्राह्मण संघ लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

मंगलवार, 22 अक्टूबर 2019

चुनाव में ब्राह्मणों को ज्यादा भागीदारी की मांग


रांची। आज विश्व ब्राह्मण संघ कार्यकारिणी की बैठक अपराहन 3:00 बजे से संघ के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी की अद्यक्षता में होटल रॉयल रांची एयरपोर्ट रोड हिनू में हुई जिसमें सभी राजनीतिक दलों से आगामी विधानसभा चुनाव में ब्राह्मणों को अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व देने की मांग की गई, साथ ही यह निर्णय लिया गया कि संघ के पदाधिकारी जिन बिधानसभा क्षेत्र में ब्राम्हण उमीदवार चुनाव लड़ेंगे वहां जा कर ब्राह्मण उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे। साथ ही साथ संगठन के कामकाज के लिए झारखंड में संघ के अन्य पदों का विस्तार दीपावली और छठ के पश्चात किया जाएगा, इस दौरान संघ के तरफ से राज्य के सभी भाई-बहनों को दीपावली और छठ की बधाई दी गयी। इस दौरान प्रदेश अध्य्क्ष श्री तिवारी ने बताया कि विश्व ब्राह्मण सँघ, झारखंड प्रदेश ने सभी  राजनैतिक दलों के अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा है कि विधान सभा चुनाव 2019 मे अपने-अपने दल से अधिक से अधिक टिकट ब्राह्मण प्रत्याशियों को दे , हम सब अपने प्रत्यशियो को विजय दिलाने का पुरा जिम्मेदारी भी लेते है , झारखंड के 32 विधान सभा और 6 लोक सभा सीट पर ब्राह्मण की बहुलता है , ब्राह्मण वोट निर्णायक होता है , एक ब्राह्मण अपने साथ दस परिवारो को जोडता है और पचास वोट की क्षमता रखता है , ब्राह्मण अपने साथ अपने यजमान और पचपोनिया ( नाई, बडही , ढोलिया, कुम्हार , धोबी आदि ) के साथ मिलकर समाज हित मे काम करता है , ब्राह्मण धन सँचय नही करता है , इसलिऐ ब्राह्मण का समाज के सभी वर्ग पर समान सम्बन्ध रखता है , जिसके कारण इनकी जीत सुनिश्चित होती है , जिस विधान सभा मे सबसे कम ब्राह्मण की संख्या है वहाँ से भी ब्राह्मण विधायक जीत कर विधान सभा मे है यह उनके अच्छे काम का परिणाम है , , अनारक्षित सीटो पर अधिक से अधिक प्रत्याशी दें ब्राह्मण- *ब्राह्मण समाज को तोड़ता नहीं जोड़ता है* समाज में ऐसी व्यवस्था ब्राह्मण के आहित में फैलाई गई है पर ऐसा नहीं है समाज समझता है समाज जानता है कि समाज को ब्राह्मणों ने क्या दिया है यह जानकारी विश्व ब्राह्मण सँघ झारखंड प्रदेश के अध्यक्ष पँ धर्मेन्द्र तिवारी, प्रदेश महासचिव -श्री रामदेव पाण्डेय, बी के त्रिपाठी,   राजा दुवे , पवन पाण्डेय,  राजेश तिवारी , नागप्रेमी जी अनिरुद्ध तिवारी जी श्रीमती नीलम तिवारी जी श्री अनिल कुमार तिवारी जी श्री अरविंद कुमार दुबे जी श्री संतोष पाठक जी श्री ब्रज विलास पाठक जी स्वामी दिव्याज्ञान महाराज जी और स्वामी सुशीला नंदन जी श्री शंकर दुबे जी, डॉक्टर सुधांशु शेखर जी, श्री विवेक त्रिपाठी जी ,बसंत पाठक जी, देवाशीष तिवारी जी की उपस्थिति में यह निर्णय लिया गया। 

शुक्रवार, 26 जुलाई 2019

देवघर में संस्कृत विश्वविद्यालय से विश्व ब्राह्मण संघ को हर्ष


रांची। विश्व ब्राह्मण संघ की एक बैठक होटल जेनिस्टेन रांची मैं अपराहन 3:00 बजे से हुई। बैठक की अध्यक्षता झारखंड प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने की। बैठक में ध्वनि मत से देवघर में संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना के निर्णय की सराहना की गई। इससे  सबों को शिक्षा सुलभ हुई है। यहां के विद्यार्थी दरभंगा या बनारस संस्कृत पढ़ने जाते थे  खर्च भी अब कम होगा कम खर्च में अच्छी शिक्षा डिग्री हासिल होगी जिस तरह  बीएचयू की स्थापना से काशी का महत्व बढ़ा उसी तरह बाबा नगरी को भी इसकी आवश्यकता थी। इससे अध्यात्म का क्षेत्र और विकसित होगा। विश्व ब्राह्मण संघ की मांग पूरी हुई है।  इससे राज्य के ब्राह्मणों को उनके सनातन धर्म एवं संस्कृति की रक्षा में मदद मिलने की उम्मीद जगी है। झारखंड विधानसभा में जो निर्णय लिया गया संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापना की और इस संबंध में जो  विधेयक पास किया गया इस पुनीत कार्य के लिए मुख्यमंत्री माननीय रघुवर दास जी तथा झारखंड सरकार के सभी उच्चाधिकारियों को बहुत-बहुत बधाई साथ ही इस कार्य  हेतु लगे रहे संघर्षरत हमारे सांसद विधायक और जनप्रतिनिधि सभी को साधुवाद इन सबों के प्रयास से ही संभव हो पाया है। विश्व ब्राह्मण संघ सब का धन्यवाद करता है  आज की इस बैठक में मुख्य रूप से रामदेव पांडे, दिव्य ज्ञान जी महाराज, नाग प्रेमी , राजा दुबे ,पवन पांडे ,अनिरुद्ध तिवारी, राजेश तिवारी ,बैजनाथ पांडे ,मदन मोहन झा नितेश तिवारी  संजीव चौधरी  श्याम झा  वीरेंद्र त्रिपाठी संतोष पाठक आदि मौजूद थे।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...