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गुरुवार, 22 अगस्त 2019

कौशल विकास से प्रशिक्षित 24 युवाओं को मिली दुबई में नौकरी, सीएम ने दी बधाई

कौशल विकास के माध्यम से हुनरमंद युवा रोजगार से हो रहें हैं आच्छादित
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कल्याण गुरुकुल तोरपा खूंटी के 24 हुनरमंद युवा रोजगार के लिए दुबई रवाना, मुख्यमंत्री ने दी बधाई
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2014 के बाद कल्याण गुरुकुल से हुनरमंद बन अब तक 10 हजार युवा बनें स्वावलंबी
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युवाओं को हुनरमंद बनाने हेतु राज्य सरकार 700 करोड़ रुपये कर रही है खर्च
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रांची/खूंटी।कल्याण गुरुकुल तोरपा खूंटी के 24 युवाओं को रोजगार के लिए दुबई विदा होने पर मुख्यमंत्री  रघुवर दास ने खुशी जाहिर करते हुए बधाई दी है।*

हुनरमंद होंगे हाथ तो रोजगार के अवसर होंगे आपार। इन्हीं बातों को आत्मसात कर राज्य सरकार प्रारंभ से ही डिग्री के साथ साथ युवाओं को हुनरमंद बनाने पर विशेष जोर दे रही है। इसके लिए केंद्र सरकार ने कौशल विकास मंत्रालय व राज्य सरकार ने कौशल विकास विभाग का सृजन किया। ताकि बेरोजगार युवाओं को हुनरमंद बना उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके। अब सरकार का यह प्रयास रंग ला रहा है। खूंटी के रहने वाले अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्ग के 24 युवाओं का आत्मविश्वास आज चरम पर था,  हो भी क्यों न उनके हुनरमंद हाथों ने उन्हें आर्थिक रूप से सबलता जो प्रदान की है। आज ये युवा खूंटी उपायुक्त कार्यालय में आयोजित एक विशेष समारोह के बाद दुबई रवाना होने से पूर्व अन्य युवाओं प्रेरणा दे गए।

वोल्टास कंपनी में मिली 20 हजार की नौकरी

कल्याण गुरुकुल तोरपा खूंटी के 24 युवाओं को रोजगार के लिए दुबई रवाना किया गया। सभी युवा कल्याण विभाग झारखंड सरकार द्वारा संचालित कल्याण गुरुकुल तोरपा खूंटी से इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में 90 दिन का प्रशिक्षण पूरा कर रोजगार के लिए तैयार हुए हैं। विश्व की जानी मानी कंपनी वोल्टास ने गुरुकुल के छात्रों को नियोजित किया है, जिसमें उन्हें 20 हजार रुपये मासिक तनख्वाह पर रखा गया है ।युवाओं को मासिक वेतन के साथ रहने की सुविधा भी दी जाएगी।

युवाओं को सुरक्षित रोजगार प्रदान करने की दिशा में हो रहा है काम

विशेष कार्यक्रम में उपायुक्त खूंटी श्री सूरज कुमार ने कहा कि कल्याण गुरुकुल पूरी निष्ठा से झारखंड के अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़े वर्ग के युवाओं को सुरक्षित रोजगार प्रदान करने की दिशा में काम कर रहा है। पूरे राज्य में 25 कल्याण गुरुकुल का संचालन किया जा रहा है, जिनसे अब तक 10,000 से अधिक युवाओं को देश विदेश की नामी कंपनियों में नियोजित किया जा चुका है। कल्याण गुरुकुल तोरपा खूंटी की शुरुआत वर्ष 2018 में हुई थी। यहां से अब तक 170 से अधिक बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल चुका है और 120 युवाओं का प्रशिक्षण अभी चल रहा है। कल्याण गुरुकुल तोरपा खूंटी के अगले बैच के लिए नामांकन जारी है, जिसमें 120 युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार देने का लक्ष्य है।

कार्यक्रम के दौरान खूंटी जिला के अधिकारीगण, गुरुकुल के प्रिंसिपल श्री किशोर चंद मोहंती, जिला संयोजक श्री चंदन कुमार, ट्रेनर मोहम्मद कलाम प्रेक्षा प्रतिनिधि के साथ सभी छात्र मौजूद थे।

मंगलवार, 18 जून 2019

शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक



रांची। झारखंड में पिछले साढ़े चार साल में स्कूली शिक्षा व साक्षरता के क्षेत्र मे उल्लेखनीय काम हुए हैं। इसी का नतीजा है कि भारत सरकार द्वारा काफी प्रशंसा की गयी है। पहले की तुलना में झारखंड में प्राथमिक से लेकर हाई स्कूल तक शिक्षा व्यवस्था में सुधार हुए हैं। राज्य में अब तक 31 हजार शिक्षकों की सीधी बहाली हो चुकी है। इसके अतिरिक्त अभी और शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया चल रही है। शिक्षकों की बहाली बढ़ने से रिजल्ट में सुधार तो हुआ ही है, ड्रॉप आउट दर में भी काफी कमी आयी है। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने झारखंड मंत्रालय में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कहीं।

स्थानीय भाषा के शिक्षकों की भी नियुक्ति करें
मुख्यमंत्री ने नयी बहाली में भी जिलावार नियुक्ति के अनुरूप आवेदन आमंत्रित कर जल्द परीक्षा कराने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि नियमों का सरलीकरण कर स्थानीय भाषा के शिक्षकों की भी नियुक्ति करें। आदिवासी बहुल जिलों में शिक्षकों की सबसे ज्यादा कमी है। पहले उन जिलों पर फोकस करें। जहां अभी शिक्षक नहीं है, वहां घंटी आधारित शिक्षक बहाल करें। संथाल परगना, कोल्हान, पलामू, लातेहार, गढ़वा जैसे जिलों पर विशेष फोकस करने की जरूरत है।

राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए मुख्यमंत्री ने एक लक्ष्य निर्धारित कर काम करने का निर्देश देते हुए कहा कि स्कूलों में बेंच-डेस्क, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंचा दी गयी हैं। अब हर स्कूल में पानी पहुंचाने का काम तेजी से करना है। इसके लिए सीएसआर या 14वें वित्त आयोग की राशि का उपयोग किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने राज्य में शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए दूसरे राज्यों से एक्सपर्ट बुलाकर मास्टर ट्रेनर तैयार करने का सुझाव दिया। राज्य से पलायन रोकने के लिए स्कूल पास छात्र-छात्राओं को वोकेशनल प्रशिक्षण दें। जेसीइआरटी के तहत ऐसे सिलेबस डिजाइन करने को कहा जिससे लोगों में देशभक्ति और राज्यभक्ति की भावना मजबूत हो। हमारे महान लोगों के जीवन, उनके द्वारा दिये गये बलिदान आदि के बारे में पढ़ाया जाये। रिजल्ट में सुधार पर स्कूलों, प्राचार्य और प्रखंड विकास पदाधिकारी की दक्षता मापी जाये। जो स्कूल अच्छा कर रहे हैं, उन्हें राज्यस्तर पर पुरस्कृत किया जायेगा। जो लगातार खराब प्रदर्शन कर रहे हैं, उनपर कार्रवाई की जायेगी। स्कूलों की यूनिफार्म के लिए कुछ जिलों ने स्वयं सहायता समूह को जोड़ा है। जिन जिले में स्वयं सहायता समूह को नहीं जोड़ा गया है, उन्हें जोड़ने का निर्देश जारी करें। स्थानीय महिलाओं को प्रशिक्षण देकर इससे जोड़ें। स्कूलों में स्वच्छता रखने पर उन्होंने कहा कि प्राचार्यो को इसमें हर माह छोटी सी राशि देकर साफ-सफाई करनी चाहिए। वे चाहें, तो स्कूल का माहौल बदल सकता है।

आकांक्षा योजना की सराहना की
बैठक में बताया गया कि  केंद्रीय मानव संसाधन विभाग द्वारा राज्य मे चल रही आकांक्षा योजना की सराहना की गयी है। इसमें सरकारी स्कूल के बच्चों को मेडिकल और इंजीनियरिंग की कोचिंग दी जा रही। इसके तहत अब तक 47 बच्चों का चयन किया जा चुका है। राज्य में प्राथमिक से हाई स्कूल में नामांकन में काफी सुधार हुआ है। 2010-11 में जहां प्राथमिक स्कूलों में 75.5 प्रतिशत ट्रांजिशन दर थी, वहा 2017-18 में 94.8 प्रतिशत हो गयी। इसी प्रकार प्राथमिक से सेकेंडरी में 2010-11 में ट्रांजिशन दर 77.92 प्रतिशत थी, वह 2017-18 में 89.5 प्रतिशत हो गयी है। सेकेंडरी से हायर सेकेंडरी में ट्रांजिशन दर 45.35 प्रतिशत से बढ़ कर 2017-18 में 80.11 प्रतिशत हो गयी है। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि जिन जिलों में ट्रांजिशन दर कम है, उन पर विशेष ध्यान दें। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि राज्य की 1828 पंचायतों में ड्रापआउट दर शून्य हो गयी है। इनमें 17366 स्कूल हैं। अगले साल 500 और पंचायतों को शून्य ड्रॉप आउट का लक्ष्य रखा गया है। शून्य ड्रॉप आउट पंचायतों के मुखिया व स्कूल के प्राचार्यों को मुख्यमंत्री ने अपनी ओर से प्रशंसा पत्र भेजने को कहा। राज्य में इ-विद्या-वाहिनी, मिड डे मिल आदि में भी अच्छा काम करने पर अधिकारियों को बधाई दी।

उच्च शिक्षा को पीपीपी मोड पर चलाने का निर्देश
बैठक में उच्च शिक्षा को पीपीपी मोड पर चलाने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़े संस्थानों के साथ करार करें। संस्थान ही शिक्षण संस्था चलायें। हमारे राज्य के बच्चों को इसमें प्राथमिकता दी जाये। सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी। स्कूल डेवलेपमेंट पर जोर देते हुए श्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य से पलायन रोकने व रोजगार मुहैया कराने में यह सबसे कारगर है। स्कील डेवलेपमेंट के माध्यम से राज्य मे अब तक 71902 प्रशिक्षित लोगों में से 48672 लोगों को रोजगार से जोड़ा जा चुका है। हाल ही में विभिन्न कंपनियों में रोजगार पानेवाले बच्चों से फीडबैक लेने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि जो बच्चे काम छोड़ रहे हैं, उनसे कारण जानें। यदि वादे के अनुसार नियोक्ता शर्तें पूरी नहीं कर रहा है, तो उन पर कार्रवाई की जायेगी। जिस काम के लिए, जितनी तनख्वाह में बोलकर रोजगार दिया है, उसमें कोताही करते हैं, तो उनपर कार्रवाई करें।

बैठक में विभाग की मंत्री श्रीमती नीरा यादव, मुख्य सचिव डॉ डी के तिवारी, विकास आयुक्त श्री सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव श्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह, उच्च और तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के सचिव श्री राजेश कुमार श्री उमा शंकर सिंह, निदेशक, सर्व शिक्षा अभियान तथा संबंधित निदेशक और अन्य अधिकारी उपस्थित थे

सोमवार, 17 दिसंबर 2018

10 जनवरी 2019 को झारखण्ड में आयोजित होगा वर्ल्ड स्किल सम्मिट




आबूधाबी। मुख्यमंत्री रघुवर दास दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय रोड शो के दूसरे दिन झारखण्ड सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ आबूधाबी पहुंचे। आबूधाबी में ICCA तथा Masdar Future City जैसे प्रमुख्य औद्योगिक संस्थानों का दौरा किया। आईसीसीए वोकेशनल एजुकेशन ट्रेनिंग के लिए एक विश्व विख्यात केंद्र है। यह अपने सुव्यवस्थित पाकशाला एवं हॉस्पिटैलिटी के प्रशिक्षण के लिए विश्वस्तरीय संस्थान मानी जाती है। इस संस्थान के निदेशक श्री सुनेजा राजा ने बताया कि बड़ी संख्या में भारतीय विद्यार्थी इस संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं इस प्रशिक्षण के उपरांत विश्वस्तरीय संस्थानों में उनका प्लेसमेंट हो रहा है। ऐसा ही एक विश्वस्तरीय संस्थान झारखंड में भी बनाए जाने का ऑफर मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने दिया जिसे सभी सुविधाएं दी जाएंगी। जिस पर संस्थान के निदेशक श्री सुनेजा राजा ने स्वीकारात्मक पहल करते हुए कहा कि 10 जनवरी 2019 को झारखण्ड में वर्ल्ड स्किल सम्मिट 2019 में यह सेंटर अपना एक अपनी एक प्रदर्शनी भी लगाएगा।

प्रतिनिधिमण्डल में मुख्यमंत्री के साथ राज्य के विकास आयुक्त डॉ डी के तिवारी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, उच्च व तकनीकी शिक्षा तथा कौशल विकास विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा, झारखण्ड कौशल विकास मिशन सोसाईटी के मिशन निदेशक श्री रवि रंजन, झारखण्ड कौशल विकास मिशन सोसाईटी के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी  अमर झा भी साथ थे।

रविवार, 16 दिसंबर 2018

दुबई में आयोजित रोड शो में शामिल हुए सीएम रघुवर दास

कहा-झारखंड के हुनरमंद युवा  विश्व के स्किल्ड मानव संसाधन की आवश्यकताओं को करेंगे पूरा 

दुबई। वर्तमान परिवेश में झारखंड को हुनरमन्द करने का अर्थ है, विश्व के स्किल्ड मानव संसाधन की आवश्यकताओं को पूरा करना। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रत्येक स्तर पर प्रयास किया है। नए भारत के निर्माण के लिए उन्होंने सबसे पहले भारत के युवाओं को स्किल या हुनरमंद बनाने के लिए अलग से मंत्रालय बनाया है। इसी तरह झारखण्ड में भी न्यू झारखण्ड के निर्माण के तहत राज्य के युवाओं को डिग्री के साथ हुनरमंद बनाने पर जोर दिया गया है। संयुक्त अरब अमीरात में हुनरमंद युवाओं की मांग है। हम यहाँ आकर आपकी अपेक्षाओं को जानने और उसी अनुरूप युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिये प्रतिबद्ध हैं। हम चाहते हैं कि हमारे युवा किसी बिचौलिया के माध्यम से गुमराह न हों तथा उन्हें अच्छे नियोक्ता मिल सके और आसानी से एवं अच्छे सैलरी में रोजगार मिले। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने यह बात होटल हयात रीजेंसी, क्रीक हाईट्स, दुबई में आयोजित रोड शो में कही।

देश के सबसे तेजी से विकास करने वाले राज्यों में झारखण्ड
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड भारत के सबसे तेजी से विकास करने वाले राज्यों में एक है। पिछले 4 साल में राज्य ने अभूतपूर्व प्रगति की है। आज झारखंड का विकास दर गुजरात के बाद सबसे अधिक है । 2013-14 में झारखण्ड में कृषि विकास -4% थी जो राज्य के किसानों की वजह से पिछले 4 सालों में बढ़कर कृषि विकास दर -4% से +14% हो गई। सरकार किसानों की समृद्धि के लिए कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की सबसे अच्छी उद्योग और श्रम नीति झारखण्ड की है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में झारखण्ड देश के पहले चार-पांच राज्यों में एक है।

यूएई में भारत के राजदूत श्री नवदीप सूरी ने कहा कि चीन और यू एस के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर देश यूएई है। पिछले वर्ष भारत से 52 बिलियन डॉलर का बिजनेस हुआ था। 32 बिलियन डॉलर का निर्यात हुआ है जो यू एस के बाद सबसे बड़ा बिजनेस डेस्टिनेशन है। भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 2015 के दौरे के बाद दोनों देशों के सम्बन्धों में व्यापक बदलाव आया है। झारखण्ड राज्य की यह पहल बहुत सराहनीय है। यह झारखण्ड के विकास में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यूएई स्किल्ड झारखण्ड के निर्माण में बड़ी भूमिका निभा सकता है।

झारखंड के विकास आयुक्त डॉ डी के तिवारी ने झारखंड को निवेश के लिए अत्यंत उपयुक्त डेस्टिनेशन तथा विश्व स्तर पर स्किल्ड युवाओं के रूप में मानव संसाधन की उपलब्धता के लिए झारखंड को महत्वपूर्ण बताया।
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल तथा उच्च व तकनीकी शिक्षा तथा कौशल विकास विभाग के सचिव श्री राजेश कुमार शर्मा ने भी सम्बोधित किया। मिशन सोसाईटी के मिशन निदेशक श्री रवि रंजन ने सबका स्वागत किया तथा झारखण्ड कौशल विकास मिशन सोसाईटी के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी श्री अमर झा ने सबके प्रति आभार प्रकट किया।

मुख्यमंत्री के साथ वन टू वन इंटरेक्शन के तहत डीएम हेल्थकेयर, नखील, अल नबूदाह कंस्ट्रक्शन, अल जबेर एलजिईटी इंजीनियरिंग एन्ड कांट्रेक्टिंग, एएसजीसी कांट्रेक्टिंग, एम पी सी हेल्थकेयर, डीयूएलएससीओ, बायर्न आदि कंपनियों के प्रतिनिधियों से वार्ता हुई।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...