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रविवार, 18 अगस्त 2019

झामसि प्रत्याशियों का स्वागत व सम्मान 22 व 25 को

झारखंड महिला सियासत का कार्यक्रम घोषित
* प्रत्याशियों को दिया जाएगा प्रशिक्षण

रांची। झारखंड महिला सियासत (झामसि) ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर कार्यक्रमों की घोषणा की है। इस संबंध में झामसि के संयोजक कैप्टन सुधीर सिन्हा ने बताया कि झारखंड के विधानसभा चुनाव में सभी 81 सीटों पर झामसि के सौजन्य से महिला प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारने का निर्णय लिया गया है। लगभग दो दर्जन सीटों पर झामसि के प्रत्याशियों का चयन किया जा चुका है। उनके नामों की घोषणा भी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि 22 और 25 अगस्त को राजधानी के ओल्ड एजी कॉलोनी स्थित कैंप कार्यालय (आवास संख्या-119) में नये प्रत्याशियों का स्वागत व सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। प्रत्याशियों को चुनावी तैयारियों से संबंधित प्रशिक्षण 3 सितंबर, 2 अक्टूबर और 1 नवंबर को प्रस्तावित अधिवेशन में दिया जाएगा। अधिवेशन के दौरान ही प्रत्याशियों को प्रचार प्रसार की सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी। कैप्टन सिन्हा ने कहा कि झामसि का चुनाव संकल्प पत्र और मुखपत्र (झामसि बुलेटिन) पत्रिका भी उम्मीदवारों को 3 सितंबर से पूर्व उपलब्ध करा दी जाएगी। वहीं चुनावी खर्च के लिए सहयोग राशि मिशन 25 अगस्त से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि झामसि के प्रत्याशियों को अन्य कोई राजनीतिक दल चुनाव में टिकट देने की पेशकश करें, तो इसकी जानकारी बेहिचक संस्था को अवश्य दें। उन्होंने कहा कि झामसि का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक महिलाओं को राजनीतिक दल टिकट दें और विधानसभा में महिलाओं की संख्या अधिक हो, तभी अबकी बार महिला सरकार का नारा सार्थक हो सकेगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही झामसि के वेबसाइट की लॉन्चिंग भी की जाएगी।

मंगलवार, 13 अगस्त 2019

झामसि का महाधिवेशन 3 सितंबर को


* सभी 81 सीटों पर होगी प्रत्याशियों की घोषणा
* महिलाओं को राजनीति में आना वर्तमान समय की मांग : कैप्टन सिन्हा

रांची ।  झारखंड महिला सियासत (झामसि) आगामी विधानसभा चुनाव में सभी 81 सीटों पर महिला प्रत्याशी उतारेगा। इसके लिए जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया गया है। इस संबंध में झारखंड महिला सियासत के संयोजक कैप्टन सुधीर सिन्हा ने बताया कि राजनीति में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से झारखंड महिला सियासत ने सूबे की सभी 81 विधानसभा सीटों पर महिला प्रत्याशी उतारने का निर्णय लिया है। अब तक लगभग दो दर्जन महिला प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम निर्णय लिया जा चुका है। जिन सीटों के लिए झामसि के प्रत्याशियों का चयन हो चुका है, उन क्षेत्रों में प्रत्याशियों को जनसंपर्क अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। कैप्टन सिन्हा ने बताया कि आगामी 3 सितंबर को राजधानी रांची में होने वाले झामसि के महाधिवेशन में झारखंड में विधानसभा की सभी सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि झारखंड में महिलाओं के नेतृत्व में अगली सरकार बनेगी।महिलाएं झारखंड के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगी। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। राजनीति के क्षेत्र में भी महिलाओं की अभिरुचि जग रही है। सामाजिक बदलाव के लिए महिलाओं को राजनीति में आना वर्तमान समय की मांग है। देश व समाज के निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अबकी बार महिला सरकार के नारे के साथ झारखंड महिला सियासत चुनावी मैदान में उतरेगी। राजनीति के एक नए अध्याय का आगाज हो चुका है। इतिहास गवाह है कि जब जब महिलाओं ने अग्रिम पंक्ति में मोर्चा संभाला है, तब तब महिलाएं अपने मिशन में सफल रही हैं। कैप्टन सिन्हा ने  झामसि से जुड़े सभी सदस्यों से इस मुहिम को तेज करने का आग्रह किया है, ताकि महिलाओं के नेतृत्व में सरकार बन सके और देश व समाज के सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि झामसि के प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर जनता से एक वोट के आश्वासन के साथ एक सिक्के का आशीर्वाद भी प्राप्त कर रही हैं। स्नेह स्वरूप मतदाता झामसि प्रत्याशियों को एक वोट देने के आश्वासन के साथ आशीर्वाद के रूप में एक सिक्का भी दे रहे हैं। इस अभियान की सफलता को देखकर अन्य महिलाएं भी जागृत हो रही हैं।

रविवार, 11 अगस्त 2019

झारखंड महिला सियासत का जनसंपर्क अभियान जारी


महिलाओं के उत्थान के बिना विकास संभव नहीं : उर्मिला यादव


रांची। झारखंड महिला सियासत के बैनर तले चल रहे जनसंपर्क अभियान के तहत रविवार को हटिया विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मुहल्लों में जाकर सामाजिक कार्यकर्ता और वार्ड 41 के पार्षद उर्मिला यादव ने मतदाताओं से समर्थन मांगे। श्रीमती यादव को लोगों ने आगामी विधानसभा चुनाव में समर्थन देने का आश्वासन दिया। श्रीमती यादव मतदाताओं से एक वोट के आश्वासन के साथ आर्थिक सहयोग के रूप में स्नेह स्वरूप एक रुपए का सिक्का भी आशीर्वाद के रूप में प्राप्त कर रही हैं। इस संबंध में श्रीमती यादव ने बताया कि देश के वर्तमान हालात के मद्देनजर महिलाओं को भी राजनीति में सहभागिता बढ़ाने की आवश्यकता है। यह वर्तमान समय की मांग भी है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त किए बिना विकास संभव नहीं है। देश, राज्य और समाज के सर्वांगीण विकास के लिए महिलाओं को राजनीति में आना जरूरी है। महिलाओं को अब तक समुचित अधिकार नहीं दिया गया। विभिन्न राजनीतिक दल भी महिलाओं को संविधान सम्मत अधिकार देने में कोताही बरतते रहे हैं। इसलिए सामाजिक परिवर्तन और देश के सर्वांगीण विकास के लिए महिलाओं को राजनीति का दामन थामना जरूरी हो गया है। उन्होंने बताया कि झारखंड महिला सियासत के बैनर तले संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में आगामी विधानसभा चुनाव में झारखंड की सभी 81 सीटों पर महिला प्रत्याशी उतारने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। महिलाएं झारखंड की राजनीति में इस बार एक नया इतिहास रचने की तैयारी में हैं। राजनीति के क्षेत्र में यह अभिनव प्रयोग झारखंड से शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क अभियान से काफी महिलाएं जुड़ रही हैं। जनसंपर्क अभियान में समाजसेवी नीलू सिंह, प्रभा कुमारी सहित काफी संख्या में महिला सियासत की सदस्य शामिल थीं।

रविवार, 4 अगस्त 2019

झारखंड महिला सियासत का पहला अधिवेशन



संयुक्त मोर्चा की सरकार बनी तो होगा शिक्षा और स्वास्थ्य निःशुल्कः कैप्टन सुधीर सिन्हा 

*विधानसभा के 17 सीटों पर प्रत्याशियों की  घोषणा
* नशा मुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त झारखंड निर्माण का संकल्प 


रांची। झारखंड विधानसभा के चुनाव में इस बार झारखंड महिला सियासत के बैनर तले संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में सभी 81 सीटों पर महिला प्रत्याशी उतारे जाएंगे। इस संबंध में रविवार को राजधानी के गौस्सनर थियोलाॅजिकल सोसायटी के सभागार में आयोजित झामसि के अधिवेशन में निर्णय लिया गया। झामसि के संयोजक कैप्टन सुधीर सिन्हा ने कहा कि महिलाओं को संविधान सम्मत अधिकार देने में तकरीबन सभी राजनीतिक दल कोताही बरतते रहे हैं। महिलाओं को समुचित सम्मान नहीं मिल रहा है, जबकि महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को उनका वाजिब हक दिलाने के उद्देश्य से झारखंड महिला सियासत का गठन किया गया है। इसके बैनर तले संयुक्त मोर्चा में विभिन्न राजनीतिक दल शामिल हो रहे हैं। इसके माध्यम से अबकी बार महिला सरकार के नारे के साथ झारखंड में महिला के नेतृत्व में सरकार बनाने की पहल प्रारंभ की गई है। अधिवेशन में जाने-माने समाजसेवी और संयुक्त मोर्चा के प्रदेश प्रभारी  कुलदीप टोप्पो ने कहा कि अलग राज्य गठन के बाद झारखंड का अपेक्षित विकास नहीं हो सका। अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने झारखंड के विकास का ठोस खाका तैयार नहीं किया। जिससे सूबे में विकास की गति तेज हो सके। राजनीतिक दल सिर्फ अपनी महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए ही अब तक सक्रिय रहे। जनहित के कार्यों को तवज्जो नहीं दिया गया। जिससे विकास के मामले में झारखंड आज भी अन्य राज्यों की तुलना में काफी पीछे है।
अधिवेशन में झामसि की प्रवक्ता ज्योति भेंगरा ने कहा कि महिला सियासत के बैनर तले सही मायने में महिला सशक्तिकरण के नारे को धरातल पर उतारा जाएगा। वहीं, संगठन की कोषाध्यक्ष मार्सेला खलखो ने कहा कि हमें किसी से बैर नहीं, लेकिन महिलाओं की उपेक्षा करने वाले दलों की अबकी बार खैर नहीं। अधिवेशन में झामसि का चुनावी घोषणा पत्र भी जारी किया गया, जिसमें नशा मुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त झारखंड बनाने, शिक्षा व स्वास्थ्य निशुल्क करने, अनुबंध पर कार्यरत और मानदेय प्राप्त करने वाले कर्मियों को नियमित करने, किसानों को खेती के लिए बीज और बिजली मुफ्त मुहैया कराने, आंगनबाड़ी केंद्रों और जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पड़े सरकारी स्कूलों का अविलंब जीर्णोद्धार करने, रोजगार सृजन और बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने, शहरी पेयजल आपूर्ति में सुधार और गांवों तक पेयजल आपूर्ति करने, सूबे के सर्वांगीण विकास से हर नागरिक के चेहरे पर खुशियां लाने सहित विकास के अन्य पैमाने पर राज्य को बेहतर बनाने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर विभिन्न राजनीतिक दलों ने संयुक्त मोर्चा में शामिल होने की घोषणा की। इसमें राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी नागरिक अधिकार पार्टी, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल, पिछड़ा समाजवादी यूनाइटेड पार्टी, राष्ट्रीय रिपब्लिकन पार्टी के नामों की घोषणा की गई।
 अधिवेशन में झारखंड के 17 विधानसभा क्षेत्रों से झामसि के प्रत्याशियों के नाम की भी घोषणा की गई। इसमें हटिया विधानसभा क्षेत्र से उर्मिला यादव, रांची से सुशीला शाहदेव, कांके से काजल कुमारी पासवान, खिजरी से उमा देवी मुंडा, सिमडेगा से फ्लोरा मिंज, खूंटी से अर्पना बारला,  लोहरदगा से उर्मिला तिग्गा, बरहेट से मरनिशा हांसदा, मनिका से सोनिया तिग्गा, धनबाद से लक्ष्मी देवी, मधुपुर से अरुणिमा सिन्हा, महगामा से आशा मकाड़े, पाकुड़ से आसमां आरा खातून, बहरागोड़ा से सविता कैबार्ते, मनोहरपुर से सुशीला टोप्पो,मांडर से प्रेमलता तिग्गा और बड़कागांव से पूनम सिंह शामिल हैं। अधिवेशन में काफी संख्या में विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के  प्रतिनिधि गण मौजूद थे।

शुक्रवार, 2 अगस्त 2019

झारखंड महिला सियासत का जनसंपर्क अभियान जारी


एक वोट के आश्वासन के साथ एक सिक्के का आशीर्वाद भी प्राप्त कर रहीं हैं प्रत्याशी

 रांची। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर झारखंड महिला सियासत के संभावित प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान में जुट गए हैं। हटिया विधानसभा क्षेत्र से महिला सियासत की प्रस्तावित उम्मीदवार उर्मिला यादव (वार्ड 41 की पार्षद) अपने इलाके के मतदाताओं से लगातार संपर्क कर रही हैं। इस क्र म में शुक्रवार को उन्होंने सेक्टर दो व हरमू इलाके का दौरा किया। श्रीमती यादव जनता से महिला सियासत के समर्थन में चुनाव में एक वोट देने के आश्वासन के साथ एक सिक्के का आशीर्वाद भी प्राप्त कर रहीं हैं। इस संबंध में उन्होंने बताया कि राजनीति के क्षेत्र में महिलाओं की लगातार की जा रही उपेक्षा के कारण झारखंड महिला सियासत संगठन की स्थापना की गई है। इसके बैनर तले विभिन्न राजनीतिक संगठन आ रहे हैं। कई राजनीतिक दलों का महिला सियासत की ओर रुझान बढ़ रहा है। संस्था का उद्देश्य इस बार झारखंड में महिलाओं के नेतृत्व में सरकार बनाने का है। इसी उद्देश्य को लेकर झारखंड महिला सियासत के बैनर तले विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से महिला प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी है। श्रीमती यादव ने जनसंपर्क अभियान के दौरान कहा कि अबकी बार महिला सरकार के नारे के साथ महिला सियासत झारखंड के सभी 81 सीटों पर महिला प्रत्याशी उतारेगा। इसकी तैयारी की जा रही है। कई सीटों पर प्रत्याशियों के नाम प्रस्तावित हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क अभियान के दौरान हटिया विधानसभा क्षेत्र की जनता का उन्हें भरपूर समर्थन मिल रहा है। आनेवाले समय में झारखंड में महिलाओं के नेतृत्व में सरकार बनना तय है। इसका आगाज हो चुका है।

शुक्रवार, 19 जुलाई 2019

महिलाओं के राजनीतिकरण में लगी हैं उर्मिला यादव




रांची। झारखंड महिला सियासत ने विधानसभा चुनाव के लिए अबकी बार महिला सरकार का नारा दिया है। यह एनडीए और महागठबंधन से बाहर के दलों को एक मंच पर लाकर तीसरा मोर्चा बनाने की एक कोशिश है। रांची नगर निगम की पार्षद उर्मिला यादव इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह समर्पित हो चुकी हैं। वे अपने वार्ड के अंतर्गत महिलाओं के राजनीतिकरण के प्रयास में लगी हैं। उनका मानना है कि राजनीतिक चेतना उन्नत होने पर वे अपने अधिकारों के प्रति सजग होंगी। राजनीतिक दल महिलाओं की 33 प्रतिशत भागीदारी पर सहमति तो व्यक्त करती हैं लेकिन चुनावों के दौरान उन्हें उम्मीदवारी देने से परहेज़ करती हैं। लिहाजा महिला सियासत के तहत कोशिश की जाएगी कि आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य की सभी 81 सीटों पर महिला उम्मीदवार उतारे जाएं और झारखंड में महिलाओं की सरकार बनवाकर संसदीय राजनीति में एक नया इतिहास रचा जाए। उर्मिला यदव का कहना है कि आधी आबादी जाग जाएगी तो आधी नहीं बल्कि पूरी भागीदारी लेकर देश और राज्य को उन्नति के शीर्ष पर ले जाएगी। वे इसी प्रयास में लगी हैं।

बुधवार, 17 जुलाई 2019

संयुक्त मोर्चा के प्रदेश प्रभारी बने कुलदीप टोप्पो


कहा, राजनीति में  महिलाओं की समुचित भागीदारी सुनिश्चित हो


रांची। झारखंड के जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता गुमला जिला निवासी बिशप कुलदीप टोप्पो को संयुक्त मोर्चा ( झारखंड महिला सियासत) का प्रदेश प्रभारी नियुक्त किया गया है। इस संबंध में झारखंड महिला सियासत के प्रणेता व संयोजक कैप्टन सुधीर सिन्हा ने बताया कि श्री टोप्पो महिला हितों के संरक्षण के लिए हमेशा संघर्षरत रहे है। संयुक्त मोर्चा को सशक्त करने में उनका योगदान महत्वपूर्ण होगा। वहीं, मोर्चा के प्रदेश प्रभारी बनने के बाद श्री टोप्पो ने कहा कि राजनीति में महिलाओं की समुचित भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए तत्पर रहने वाले लोगों को साथ लेकर सभी जिलों में कमिटियां बनाईं जाएगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को संविधान सम्मत हक दिलाने के लिए भी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले आंदोलन चलाया जाएगा। झारखंड महिला सियासत , संयुक्त मोर्चा का प्रदेश में विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को राजनीतिक दलों ने उपेक्षित रखा है। अब महिलाओं को जो राजनीतिक दल नजरअंदाज करेगा, उसे जनता नकार देगी। अबकी बार, महिला सरकार का नारा दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगस्त के अंत तक महिला सियासत के सभी सीटों पर उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

रविवार, 14 जुलाई 2019

आधी आबादी ने मांगी 50 फीसदी हिस्सेदारी

झारखंड महिला सियासत के  प्रथम अधिवेशन में बोलीं आशा मकाडे,
"महिलाओं को हक दिए बिना महिला सशक्तिकरण की बातें बेमानी"
* विस चुनाव में सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारेगा संयुक्त मोर्चा


रांची।  महिलाओं को वाजिब और संविधान सम्मत हक दिए बिना महिला सशक्तिकरण की बातें बेमानी है। राजनीति में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग की जाती रही है, जिसे सभी राजनीतिक दल नजरअंदाज कर रहे हैं। उक्त बातें रविवार को प्रेस क्लब में आयोजित झारखंड महिला सियासत के प्रथम अधिवेशन में सामाजिक कार्यकर्ता आशा मकाडे ने कही। उन्होंने कहा कि महिलाओं को समुचित सम्मान दिए बिना सामाजिक विकास संभव नहीं है। महिलाएं आज हर क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहीं हैं। स्वस्थ और स्वस्थ समाज के निर्माण में महिलाओं की सहभागिता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि राजनीति के क्षेत्र में भी महिलाओं को समुचित सम्मान दिया जाना चाहिए। अधिवेशन में सामाजिक कार्यकर्ता व रांची नगर निगम वार्ड 41 की पार्षद उर्मिला यादव ने कहा कि महिलाओं को सत्ता की बागडोर सौपे बिना देश व राज्य सुरक्षित नहीं रह सकता है। महिलाएं राजनीतिक दलों की उपेक्षा की शिकार होती रही हैं। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए जरूरी है कि राजनीति में भी महिलाएं आगे आएं। मोर्चा संभालें। यदि राजनीतिक दल महिलाओं को संविधान सम्मत हक नहीं दूते हैं तो संयुक्त मोर्चा के बैनर तले झारखंड की सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाएंगे। अधिवेशन में उपस्थित लोगों को नागरिक अधिकार पार्टी के संयोजक नंदकिशोर यादव, राष्ट्रीय रिपब्लिकन पार्टी के रियाज अहमद अंसारी, पिछड़ा समाज पार्टी युनाइटेड की संयोजिका आशा मकाडे,  वोटर पार्टी के कुलदीप पास्कर, सामाजिक कार्यकर्ता जहांआरा बेगम ने भी संबोधित किया। झारखंड महिला सियासत के संयोजक व जाने-माने समाजसेवी कैप्टन सुधीर सिन्हा ने अधिवेशन में उपस्थित लोगों का अभिवादन किया और महिलाओं की राजनीति में सहभागिता व इसके सामाजिक लाभ पर प्रकाश डाला। कैप्टन सिन्हा ने कहा कि महिलाओं की राजनीति में सहभागिता वर्तमान समय की मांग है। इस अवसर पर सुशीला शाहदेव, सविता कैबारतो, नीलू सिंह, ज्योति भेंगरा, मारशिला खलखो, कमलावती, शिशिर गुड़िया, रुक्मिणी देवी, विजय सिंह, एनके यादव, विजय सहाय सहित काफी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...