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सोमवार, 26 अगस्त 2019

सेवानिवृत्त शिक्षक नागेंद्र नाथ सारंगी का निधन


चक्रधरपुर। शिक्षक का जीवन एक विद्यार्थी के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है यदि वह शिक्षक आपके जीवन में कोई भी परिवर्तन लाता है तो उनका स्थान और भी बढ़ जाता है .ऐसे ही चक्रधरपुर के स्वर्गीय नागेंद्र नाथ जी थे जिनसे ना जाने कितने बच्चे पढ़कर अपने लक्ष्य को प्राप्त किए हैं .कोई आईएस कोई आईपीएस और कोई विभिन्न क्षेत्रों में अपनी ख्याति प्राप्त कर रहा है परंतु उस ख्याति का श्रेय उनके गुरु को ज्यादा है जाता है.

 चक्रधरपुर में मैट्रिक परीक्षा में वह पहले ऐसे विद्यार्थी थे जिन्होंने प्रथम दर्जे से मैट्रिक की परीक्षा पास किया था .गणित के अंकों को वह मुंह जुबानी सरल करते थे।पुराना बस्ती ही नहीं बल्कि शहर के अधिकतर बड़े एवं छोटे बच्चों ने उनसे अध्ययन कर अपने पाठ्यक्रम को बेहतर बनाया।

उनके एक शिष्य जो आज समाज सेवा में अपने अलग ही प्रसिद्धि हासिल किए हैं श्री निरुप कुमार प्रधान जी बताते हैं कि वह गणित के मास्टरमाइंड कहे जाते थे उन्होंने ही श्री प्रधान को पढ़ाया है एवं उनके द्वारा पढ़ा हुआ हर बच्चा गणित में महारत हासिल  किया है ।शनिवार रात 10:00 बजे उनका देहांत हो गया, यह पूरे चक्रधरपुर के लिए एक दु:खद घटना है. ऐसे व्यक्ति का जाना मानो विद्यार्थियों के सर से उनका साया उठ जाना है. पूरा चक्रधरपुर  शोक से डूबा हुआ है एवं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है.

शनिवार, 20 जुलाई 2019

शीला दीक्षित के निधन से सुबोधकांत मर्माहत


रांची। दिल्ली प्रदेश कोंग्रेस कमेटी की अध्यक्ष एंव पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने  शोक  व्यक्त करते हुए  कहा कि आज बहुत ही दुखद है़। हमने बड़ी बहन समान एक अभिभावक खो दिया है़ l शीला  दीक्षित के निधन से पार्टी और मुझे व्यक्तिगत तौर पर अपूर्णीय क्षति हुई है़ l निधन का समचार सुनकर श्री सहाय ने उनके आवास पर जाकर उन्हे श्रद्धांजली अर्पित की एवं उनके परिजनों को सांत्वना दी। साथ ही ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने तथा इस दुख की घड़ी में भगवान से उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की l

उन्होने कहा की स्व. दीक्षित एक कर्मठ महिला के साथ साथ कुशल नेतृत्व कर्ता भी थी। दिल्ली के विकास में उनके अहम योगदान को दिल्ली और पूरे देशवासी हमेशा याद रखेंगे l

शोक व्यक्त करने वालो में अनादि ब्रम्ह , सुनील सहाय ,राकेश सिन्हा , दीपक लाल , सुरेन्द्र सिंह , विनय सिन्हा दीपू आदि थे l 

रविवार, 30 दिसंबर 2018

रांची विवि के पूर्व प्राध्यापक डॉ.अमल चक्रवर्ती का निधन


* श्राद्धकर्म 9 जनवरी को
रांची। प्रख्यात शिक्षाविद और रांची विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र के भूतपूर्व प्रोफेसर डॉ. अमल चक्रवर्ती नहीं रहे। उनका निधन  रविवार को हो गया। वे बरियातू स्थित मेडिका अस्पताल में इलाजरत थे। रांची विश्वविद्यालय में अपने उत्साही और मिलनसार स्वभाव के लिए जाने जाने वाले अमल दा छात्रों के बीच बहुत लोकप्रिय थे। वह 84 वर्ष के थे और उनके भरे पूरे परिवार में दो पुत्र, पुत्रवधू और दो पौत्रियाँ हैं। उनकी पत्नी गीता चक्रवर्ती रांची विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान की प्रोफेसर थीं जिनका स्वर्गवास 2011 में हुआ था। भागलपुर में जन्मे, प्रो चक्रवर्ती ने  संत जेवियर्स, रांची, साइंस कॉलेज, पटना और पटना विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने 33 वर्षों तक रांची विश्वविद्यालय में अपनी सेवायें दी। उनके कई छात्र आज  अग्रणी शिक्षाविद हैं, कई डॉक्टर और सिविल सेवाओं में पदस्थापित हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में भी उनकी गहरी अभिरुचि रही। उन्होंने अपने करियर के शुरुआती चरण में पीटीआई के संवाददाता के रूप कार्य किया, जहां उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार आरएन झा,  बलबीर दत्त सहित अन्य पत्रकारों के साथ काम किया था। वह एक उत्साही बांसुरी वादक और एक गायक भी थे। उन्होंने रांची विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व कई राष्ट्रीय सांस्कृतिक मंचों पर किया। हरमू मुक्ति धाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र उज्ज्वल भास्कर और सजल चक्रवर्ती ने जानकारी दी कि 9 जनवरी, 2019 को उनके डोरंडा स्थित निवास पर उनका श्राद्धकर्म संपन्न होगा।

रविवार, 26 अगस्त 2018

डॉ असलम को पितृशोक



रांची। खान बहादुर हबीबुर्रहमान के बड़े बेटे और समाजसेवी डॉ असलम परवेज के पिता जकीउर रहमान उर्फ जाको भाई का रविवार 26 अगस्त को दोपहर 1:30 बजे आलम नर्सिंग होम में निधन हो गया. जकीउर रहमान पिछले 11 दिनों से अस्पताल में सीने में इंफेक्शन की वजह से इलाजरत थे. वह 93 वर्ष के थे. अपने पीछे पत्नी सहित 7 पुत्री और 4 पुत्रों  का भरा पूरा परिवार छोड़ गये.  ज़नाज़ा की नमाज़ सोमवार 27 अगस्त को जुहर नमाज़ के बाद रातू रोड क़ब्रिस्तान में अदा की जाएगी और वही सुपुर्द-ए-खाक किया जायेगा. शहर के कई गणमान्य लोगों ने इनके इंतकाल पर गम का इजहार किया। जिनमें सेंट्रल मुहर्रम कमेटी के महासचिव अकीलुर रहमान, नेहाल अहमद, खिदमत के अध्यक्ष डॉ शाहनवाज़ कुरैशी, मोइज अख्तर, नसीम इंजीनियर, मंज़र इमाम, वारिस क़ुरैशी, डॉ शाहिद अख्तर, आदिल रशीद, एसएस अख्तर, मुस्तकीम आलम, औरंगजेब खान आदि शामिल है.

 उर्दू लाइब्रेरी के संस्थापकों में
जकीउर रहमान साहब सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते रहे. मेन रोड स्थित उर्दू लाइब्रेरी के संस्थापकों में वे एक थे. उर्दू लाइब्रेरी की शुरुआत उन्होंने अपने बड़े भाई जियाउर रहमान उर्फ कल्लन बाबू के साथ मिलकर की. यह लाइब्रेरी गुदरी चौक के पास किराये का मकान में शुरू की गयी.यह 1940 का दशक था. यह कारवां 10 किताबों के साथ आगे बढ़ा. धीरे-धीरे लाइब्रेरी में आने वालों की तादाद बढ़ने लगी. बाद में लोगों के सुझाव पर यह लाइब्रेरी मेन रोड में स्थानांतरित कर दी गयी. आज भी मेन रोड में यह लाइब्रेरी संचालित हो रही है..

मंगलवार, 7 अगस्त 2018

नहीं रहे तमिलनाडु के पूर्व मुख्‍यमंत्री करुणानिधि



-कमरुल रिज्वी
 तमिलनाडु के पूर्व मुख्‍यमंत्री और द्रमुक अध्यक्ष एम. करुणानिधि का निधन हो गया है. कावेरी अस्‍पताल की ओर से जारी बयान में कहा गया कि शाम छह बजकर 10 मिनट पर उन्‍होंने अंतिम सांस ली. अस्‍पताल ने बयान जारी कर कहा कि डॉक्‍टर्स और नर्सों ने उन्‍हें बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. उनके कई जरूरी अंग ठीक से काम नहीं कर रहे थे. वे लगातार लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे. अस्पताल ने बयान जारी कर कहा कि 94 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जा रही थी. करूणानिधि का हाल जानने के लिए हजारों की संख्या में द्रमुक कार्यकर्ता अस्पताल के बाहर इकट्ठा हैं. समर्थक और कार्यकर्ता रो रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं.

कावेरी अस्पताल के मुताबिक, "द्रमुक अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की तबीयत खराब है. ज्यादा उम्र होने के कारण उनके शरीर के महत्वपूर्ण अंगों की कार्य क्षमता को बनाए रखना मुश्किल हो रहा है." अस्पताल के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर अरविन्दन सेल्वाराज ने कहा, द्रमुक अध्यक्ष के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जा रही है और वह मेडिकल सपोर्ट पर हैं. अगले 24 घंटों में उनके तबीयत में कितना सुधार आता है, इसी से आगे की चीजें तय होंगी. करुणानिधि को ब्लड प्रेशर की समस्या के बाद 28 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

द्रमुक प्रमुख की पत्नी दयालु अम्मल भी सोमवार को उनसे मिलने अस्पताल पहुंची. 28 जुलाई से अभी तक वह पहली बार पति से मिलने आयी थीं. अम्मल व्हीलचेयर से अस्पताल पहुंचीं. सामान्य तौर पर इस व्हीलचेयर का इस्तेमाल करूणानिधि करते थे. बढ़ती उम्र के कारण अम्मल का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रह रहा है.राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य कई नेता अस्पताल जाकर करूणानिधि के स्वास्थ्य की जानकारी ले चुके हैं.

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...