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रविवार, 26 अगस्त 2018

डॉ असलम को पितृशोक



रांची। खान बहादुर हबीबुर्रहमान के बड़े बेटे और समाजसेवी डॉ असलम परवेज के पिता जकीउर रहमान उर्फ जाको भाई का रविवार 26 अगस्त को दोपहर 1:30 बजे आलम नर्सिंग होम में निधन हो गया. जकीउर रहमान पिछले 11 दिनों से अस्पताल में सीने में इंफेक्शन की वजह से इलाजरत थे. वह 93 वर्ष के थे. अपने पीछे पत्नी सहित 7 पुत्री और 4 पुत्रों  का भरा पूरा परिवार छोड़ गये.  ज़नाज़ा की नमाज़ सोमवार 27 अगस्त को जुहर नमाज़ के बाद रातू रोड क़ब्रिस्तान में अदा की जाएगी और वही सुपुर्द-ए-खाक किया जायेगा. शहर के कई गणमान्य लोगों ने इनके इंतकाल पर गम का इजहार किया। जिनमें सेंट्रल मुहर्रम कमेटी के महासचिव अकीलुर रहमान, नेहाल अहमद, खिदमत के अध्यक्ष डॉ शाहनवाज़ कुरैशी, मोइज अख्तर, नसीम इंजीनियर, मंज़र इमाम, वारिस क़ुरैशी, डॉ शाहिद अख्तर, आदिल रशीद, एसएस अख्तर, मुस्तकीम आलम, औरंगजेब खान आदि शामिल है.

 उर्दू लाइब्रेरी के संस्थापकों में
जकीउर रहमान साहब सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते रहे. मेन रोड स्थित उर्दू लाइब्रेरी के संस्थापकों में वे एक थे. उर्दू लाइब्रेरी की शुरुआत उन्होंने अपने बड़े भाई जियाउर रहमान उर्फ कल्लन बाबू के साथ मिलकर की. यह लाइब्रेरी गुदरी चौक के पास किराये का मकान में शुरू की गयी.यह 1940 का दशक था. यह कारवां 10 किताबों के साथ आगे बढ़ा. धीरे-धीरे लाइब्रेरी में आने वालों की तादाद बढ़ने लगी. बाद में लोगों के सुझाव पर यह लाइब्रेरी मेन रोड में स्थानांतरित कर दी गयी. आज भी मेन रोड में यह लाइब्रेरी संचालित हो रही है..

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