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शनिवार, 10 अगस्त 2019

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने किया मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ


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झारखण्ड के 13 लाख 60 हजार किसान के खाते में 442 करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से भेजा गया
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● खेती का लाभदायक बनाना केंद्र व राज्य सरकार का लक्ष्य होना चाहिए

● जबतक गांव का विकास नहीं, तबतक सम्पूर्ण विकास की कल्पना निरर्थक

---एम वेंकैया नायडू, उपराष्ट्रपति
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★अर्थव्यवस्था के मेरुदंड किसानों को नमन

★राज्य के 35 लाख किसानों को दिसंबर तक केंद्र सरकार 2 हजार करोड़ और राज्य सरकार 3 हजार करोड़ की आर्थिक सहायता देगी

★ सभी जिलों में 5 हाजर मीट्रिक टन का एक कोल्ड स्टोरेज बनेगा

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रांची। आज भारत आगे बढ़ रहा है। लेकिन जबतक किसान व गांव का विकास नहीं होगा, तबतक संपूर्ण विकास की कल्पना व्यर्थ है। आज झारखण्ड जैसे कृषि प्रधान राज्य में किसानों की आर्थिक समृद्धि और खेती को लाभदायक बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ करते हुए मुझे खुशी हो रही है। खुशी इस बात की भी है कि यहां के किसान केंद सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और राज्य सरकार की मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना से लाभान्वित हो रहें हैं। वैसे भी केंद्र और राज्य सरकार का लक्ष्य कृषि को लाभदायक बनाना होना चाहिए। अन्नदाता की आय को दोगुना करने का प्रयास सरकार का होना चाहिए। यह हो भी रहा है इसके लिए गंभीर प्रयास हो रहें हैं। यह ऐतिहासिक योजना किसानों के लिए अवश्य लाभकारी साबित होगा। ये बातें उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू ने कही। उपराष्ट्रपति आज हरमू मैदान मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में कही।

केंद्र और राज्य मिलकर कार्य करें


उपराष्ट्रपति ने कहा कि कृषि का क्षेत्र प्रकृति पर आधारित है। लेकिन किसानों को एक मजबूत आधार प्रदान करने हेतु फसल बीमा योजना, सिंगल विंडो सिस्टम के साथ साथ किसानों के हित मे कई योजनाएं संचालित हैं। वनवासियों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कार्य हो रहा है। केंद्र और राज्य सरकार के सम्मलित प्रयास से किसानों का कल्याण सुनिश्चित हो रहा है।

जल संचयन भी है जरूरी


उपराष्ट्रपति ने कहा कि पूरे देश में जल संचयन हेतु जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। ताकि भूगर्भीय जल सुरक्षित हो। झारखण्ड में भी उस दिशा में कार्य हो रहें हैं। जल संचयन, डीप बोरिंग, परकोलेशन टैंक का निर्माण, तालाबों का जीर्णोद्धार सरकार द्वारा किया जा रहा है जल संचयन में और किसानों के लिए लाभदायक साबित होगा। कृषि के क्षेत्र में गुणात्मक परिवर्तन होना बेहद जरूरी है।
35 लाख किसानों को दिसंबर तक मिलेगा योजना का लाभ
मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि आज खुशी का दिन है। झारखण्ड के मेरुदंड किसान भाई बहनों को नमन। 13 लाख 60 हजार 380 किसानों के खाते में आज प्रथम किस्त के तहत 442 करोड़ रुपये भेज दिए गए हैं। किसान भाई के लिए उक्त राशि कृषि कार्य हेतु जरूरी संसाधन जुटाने में सहायक होगा। यह सब किसानों के सशक्तिकरण हेतु किया जा रहा है। क्योंकि राज्य के 76% लोग ग्रामीण क्षेत्र में निवास करते हैं कुल भूमि का 68 प्रतिशत कृषि एवं संबंधित कार्य पर आधारित है, करीब 83 प्रतिशत खेत 5 एकड़ से कम आकार के हैं जो कुल भूमि का 37 प्रतिशत है। राज्य के किसान आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण कर्ज के जल में घिर जाते हैं। यही वजह है कि केंद्र व राज्य सरकार ने 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प लिया है। इसी संकल्प को मूर्तरूप देने हेतु राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना लागू की गई, जिसका आज शुभारंभ किया जा रहा है।

दिसंबर 35 लाख किसानों के बीच 5000 करोड़ की आर्थिक सहायता

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसंबर 2019 तक राज्य के 35 लाख किसानों को केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना के तहत 2 हजार करोड़ एवं राज्य सरकार की मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत 3 हजार करोड़ यानी 5 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे।

फसल बीमा के लिए 70 करोड़ का प्रावधान
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को विपरीत परिस्थितियों में हुई फसल की क्षति की भरपाई करने हेतु प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भी चलाई जा रही है। किसानों को यह जानकर खुशी होगी कि वर्ष 2018 से इस योजना में प्रीमियम का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। किसानों को इसके लिए कोई भुगतान नहीं करना पड़ता है। वर्ष 2018 में खरीफ मौसम में फसल के बीमा करने हेतु सरकार द्वारा लगभग 64.00 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों के प्रीमियम मद में किया गया और 2019 में 70 करोड़ रुपये का प्रावधान बीमा के लिए किया गया है। किसानों के ऋण भार को कम करने के लिए सरकार द्वारा ब्याज अनुदान योजना चलाई जा रही है। इस योजना में कृषकों को कृषि कार्य हेतु दिए गए अल्पकालीन कृषि ऋण पर कृषि ऋण के भुगतान में अतिरिक्त 3 प्रतिशत का सूद माफ किया जाता है। इस योजना हेतु राज्य सरकार द्वारा 2019 में 20 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

50 हजार मोबाइल फोन वितरण करने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को कृषि संबंधित नई तकनीक मौसम पूर्वानुमान एवं प्राकृतिक आपदाओं तथा बाजार व्यवस्था की अद्यतन जानकारी हेतु मोबाइल फोन वितरण की योजना शुरू की गई है। वर्ष 2018 में लगभग 7000 मोबाइल फोन का वितरण किया गया एवं 2019 में 50000 मोबाइल फोन वितरण करने का लक्ष्य है। इस योजना में किसानों को मोबाइल फोन हेतु 2000 रुपए उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से उपलब्ध कराए जाते हैं। साथ ही राज्य भर में 207 कृषि सिंगल विंडो सिस्टम की स्थापना की गई है। राज्य में अब तक 17 लाख से ज्यादा किसानों को साइल हेल्थ कार्ड दिए गए हैं। छोटे और सीमांत किसानों को 45 हजार से ज्यादा पंपसेट वितरित किए गए हैं। कृषकों को 50 प्रतिशत अनुदान पर बीज उपलब्ध कराया जाता है।
राज्य के किसान अन्न भंडार और राज्य का खजाना भी भरेंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के किसान 8 हजार 500 करोड़ रुपये का उत्पादित फसलों का निर्यात कर रहें। उनकी मेहनत का ही परिणाम है कि -4 प्रतिशत का कृषि विकास दर आज साढ़े 4 वर्ष बाद 14 प्रतिशत हो गया। अब राज्य किसान अन्न भंडार तो भरेंगे ही राज्य के खजना भी भरेंगे। हम सब को मिलकर सोचना होगा कि हमारी कृषि व्यवस्था में मूल्यवृद्धि कैसे हो, वैल्यू एडिसन कैसे हो।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रधानमंत्री का सपना साकार करना लक्ष्य
इस अवसर पर राज्य के कृषि मंत्री श्री रणधीर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि "मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना" के तहत राज्य के एक से पांच एकड़ तक की भूमि वाले 35 लाख किसानों को सरकार द्वारा न्यूनतम पांच हजार और अधिकतम 25 हजार रुपये दिए जाएंगे. साथ ही साथ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को प्रति वर्ष 6 हजार रुपये दिए जा रहे हैं. इस तरह से दोनों योजनाओं से झारखंड के किसानों को हर साल कम से कम 11 हजार और अधिकतम 31 हजार रुपये का लाभ मिल सकेगा.

कृषि मंत्री श्री सिंह ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत प्रथम किस्त की राशि राज्य के 8.06 लाख किसानों को डीबीटी के माध्यम से भेजी जा चुकी है़. उन्होंने कहा कि आज का दिन झारखंड के सभी किसानों के लिए ऐतिहासिक दिन है. "मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना" का शुभारंभ देश के उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू के कर कमलों से हुआ है. इस योजना के तहत आज प्रथम किस्त की राशि राज्य के 13 लाख 60 हजार 380 किसानों को उपलब्ध कराई गई है. शेष बचे किसानों को प्रथम किस्त की राशि जैसे-जैसे किसानों का डाटा बेस एंट्री और अपडेशन का कार्य पूरा होता जाएगा हर हफ्ते भेजी जाएगी. दूसरी किस्त की राशि सितंबर माह के अंत तक या अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह तक उपलब्ध कराने का लक्ष्य विभाग द्वारा रखा गया है.

कृषि मंत्री श्री सिंह ने कहा कि जहां वर्ष 2013-14 में राज्य की कृषि फसल दर -4.5 प्रतिशत थी. पिछले साढे 4 साल में राज्य की कृषि दर बढ़कर +14.2 प्रतिशत हो गई है.

राज्य के 35 लाख किसानों को आच्छादित कर उन्हें योजना का लाभ देना प्राथमिकता
इस अवसर पर संबोधन करते हुए कृषि सचिव श्रीमती पूजा सिंघल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के नेतृत्व में "मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना" राज्य के किसानों की समृद्धि के लिए संजीवनी साबित होगी. इस योजना के तहत किसानों को मिलने वाली निर्धारित राशि का लाभ उनके बैंक अकाउंट में सीधे डीबीटी के माध्यम से दिए जाने वाली पहली योजना है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सभी जिलों में उपायुक्तों की टीम 24 घंटे डाटा एंट्री और अपडेशन करने का कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि आज सभी जिलों में कार्यक्रम किया जा रहा है. इस योजना को पूरी तरह पारदर्शी रखा गया है. आज से कृषि आशीर्वाद योजना के पोर्टल पर किसान अपना अकाउंट नंबर पब्लिक डोमेन में डालेंगे तो उन्हें यह पता चल पाएगा कि उनको कितनी राशि स्वीकृत की गई है.

इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रणधीर सिंह, राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश, राज्यसभा सांसद श्री महेश पोद्दार, रांची सांसद श्री संजय सेठ, हटिया विधायक श्री नवीन जायसवाल, खिजरी विधायक श्री रामकुमार पाहन, मंडार विधायक श्रीमती गंगोत्री कुजूर, मेयर श्रीमती आशा लकड़ा, मुख्यसचिव श्री डी के तिवारी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, कृषि सचिव श्रीमती पूजा सिंघल, निदेशक श्री छवि रंजन व हजारों की संख्या में किसान उपस्थित थे।

शुक्रवार, 9 अगस्त 2019

मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना की लांचिंग की मुकम्मल तैयारी


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उप राष्ट्रपति श्री वैंकेया नायडू कल करेंगे मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना की शुरुआत
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★ 13.60 लाख किसानों की आनलाइन प्रविष्टि का काम पूरा

★ पहले चरण में पहली किस्त के रुप में झारखंड के किसानों के खाते में भेजे जा रहे 400 करोड़ रुपए

रांची के हरमू मैदान में पूर्वाह्न 11.30 से होगा मुख्य समारोह
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रांची। उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू 10 अगस्त को मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना की शुरुआत करेंगे. इस योजना की लांचिंग को लेकर राजधानी रांची के हरमू मैदान में दिन के 11.30 बजे से मुख्य समारोह के साथ- साथ सभी जिलों में भी कार्यक्रम का आय़ोजन होगा. कृषि विभाग की सचिव श्रीमती पूजा सिंघल ने आज सूचना भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना की शुरुआत को लेकर की जा रही तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी.

कृषि सचिव ने बताया कि 15 लाख किसानों को प्रथम चरण में प्रथम किस्त की राशि दी जानी है. इस सिलसिले में अबतक 13.60 लाख किसानों की आनलाइन प्रविष्टि हो चुकी है. उन्होंने यह भी बताया कि 3000 करोड़ रुपए की इस योजना के तहत पहले चरण के लिए 800 करोड़ रुपए जारी कर दी गई है. किसानों को दो किस्तों में यह राशि दी जाएगी औऱ पहले चरण में 400 करोड़ दिए जा रहे हैं.

आनलाइन जुड़े रहेंगे पांच जिले

श्रीमती सिंघल ने बताया कि मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना की शुरुआत के लिए रांची में आय़ोजित होने वाले मुख्य समारोह को लेकर पांच जिले भी इससे आनलाइन जुड़े रहेंगे. इन जिलों में पूर्वी सिंहभूम, गिरिडीह, पाकुड़, लातेहार औऱ चतरा जिला शामिल है. रांची में चयनित किसानों को मुख्य समारोह में इस योजना का लाभ दिया जाएगा, जबकि अन्य जिलों में होनेवाले समारोह में सांसद, विधायक और अन्य जन प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे.

अक्टूबर तक 35 लाख किसान आएंगे योजना के दायरे में

श्रीमती सिंघल ने बताया कि पहले चरण में 15 लाख किसानों को इस योजना के दायरे में लाया गया है, लेकिन अक्टूबर तक 35 लाख किसानों को इस योजना के दायरे में लाने की कोशिश की जा रही है. इस योजना के अंतर्गत लभी लघु एवं सीमांत किसानों को कृषि कार्य हेतु प्रति एकड़ पांच हजार रुपए की दर से अधिकतम 25 हजार रुपए आर्थिक सहायता दी जाएगी. यह राशि दो किस्तों में दी जाएगी. पहली किस्त में ढ़ाई हजार रुपए और दूसरी किस्त में फिर ढ़ाई हजार रुपए डीबीटी के जरिए किसानों के खाते में भेजे जाएंगे.

पहले चरण के 83 प्रतिशत लाभुक किसानों के पास दो एकड़ से कम जमीन

श्रीमती सिंघल ने बताया कि पहले चरण में जिन 13.60 लाख किसानों को पहली किस्त की राशि दी जा रही है उनमें 83 प्रतिशत के पास दो एकड़ से कम कृषि योग्य जमीन है. इसमें 65 प्रतिशत किसानों के पास एक एकड़ से कम और 18 प्रतिशत किसानों के पास एक से दो एकड़ के बीच जमीन है.

 किसान सारथी रथ को रवाना करेंगे उप राष्ट्रपति

सूचना एवं जन संपर्क विभाग के निदेशक श्री रामलखन प्रसाद गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया कि इस मौके पर किसान सारथी रथ को भी उप राष्ट्रपति रवाना करेंगे. इसका मकसद मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना समेत अन्य कृषि योजनाओं की जानकारी किसानों को देना है, ताकि वे इसका फायदा उठा सकें. उन्होंने कहा कि सभी जिलों में किसान सारथी रथ 45 दिनों के अंदर सभी पंचायतों को कवर करेगा. यह रथ जीपीएस प्रणाली से युक्त है और सूचना एवं जन संपर्क मुख्यालय से इसकी निरंतर मॉनिटरिंग की जाएगी.

सुरक्षा के किए गए हैं पुख्ता इंतजाम

रांची के उपायुक्त श्री राय महिमापत रे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उप राष्ट्रपति के आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. हरमू स्थित मुख्य समारोह स्थल में उपराष्ट्रपति का आगमन पूर्वाह्न 11.45 बजे होगा और लगभग एक घंटे तक वे यहां रहेंगे. इस समारोह मे लगभग 10 हजार लोग शामिल होने की उम्मीद है. यहां पेयजल, शौचालय की व्यवस्था के साथ विधि व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में मजिस्ट्रेट व जवान तैनात रहेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि उपराष्ट्रपति के आगमन को लेकर किसी मार्ग को अवरुद्ध नहीं किया जाएगा, लेकिन जिस रुट से वे गुजरेंगे उस दौरान कुछ मिनटों के लिए यातायात को रोका जाएगा.

संवाददाता सम्मेलन में कृषि निदेशक श्री छवि रंजन, रांची के उपायुक्त श्री राय महिमापत रे और सूचना एवं जन संपर्क विभाग के निदेशक श्री रामलखन प्रसाद गुप्ता समेत अन्य मौजूद थे.

शनिवार, 3 अगस्त 2019

10 अगस्त से होगा कृषि आशीर्वाद योजना का शुभारंभः रघुवर दास

युद्धस्तर पर चल रहा है 35 लाख किसानों की डाटा इंट्री और अपडेशन का काम


रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना से राज्य के करीब 35 लाख किसानों को आच्छादित करने हेतु सभी जिलों में उपायुक्तों टीम 24 घंटे डेटा एंट्री और अपडेशन में जुटी हुई है। कृषि सचिव श्रीमती पूजा सिंघल ने जानकारी दी है कि  अलग अलग तीन शिफ्टों में कृषि विभाग और जिला के अधिकारी और कर्मचारी किसानों का निबंधन कर रहें हैं ताकि उन तक योजना का लाभ पहुंच सके। यह कार्य राज्य के सभी जिलों में अनवरत हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने काम में जुटे हुए लोगों से कहा कि पुण्य का काम है थकिये नहीं।

10 अगस्त को योजना का होगा शुभारंभ

मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का  शुभारंभ 10 अगस्त को होगा। लगभग 15 लाख किसानों के खाते में प्रथम किस्त की राशि जाएगी। झारखण्ड के किसानों को पूर्व से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिल रहा है। अब झारखण्ड के किसानों को मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ देने की तैयारी में राज्य सरकार जुटी है। इसके तहत 1 से 5 एकड़ तक की भूमि वाले किसानों को प्रति वर्ष न्यूनतम 5 हजार और अधिकतम 25 हजार रुपये मिलेंगे। जबकि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत सभी किसानों को प्रति वर्ष 6 हजार रुपये मिल रहें हैं। ऐसे में दोनों योजनाओं से राज्य के किसानों को हर साल मिलेगा न्यूनतम 11 हजार और अधिकतम 31 हजार रुपये।
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शुक्रवार, 14 जून 2019

कोल्हन आयुक्त ने की मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना की समीक्षा


विनय मिश्रा

चाईबासा ।आयुक्त, कोल्हान प्रमंडल  विजय कुमार सिंह और उपायुक्त, पश्चिम सिंहभूम (चाईबासा) अरवा राजकमल की उपस्थिति में असुरा गाँव में मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना, प्रधानमंत्री किसान योजना की समीक्षा की गई।
आयुक्त, कोल्हान प्रमंडल ने मौजूद किसानों को वृक्ष की महत्ता के बारे में बताया और अधिक से अधिक वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया।
 आयुक्त ने उपस्थित महिलाओं एवं बच्चों से संवाद किया, जिसमें बच्चों ने स्कूल व आंगनबाड़ी के बारे में बतलाया। जिसमें एक बालक अंशु दास, पिता विनोद कुमार दास, ग्राम असुरा जो कि आंगनबाड़ी का छात्र है, आयुक्त के समक्ष अपना नाम और पिता का नाम बतलाया। आयुक्त महोदय ने बच्चे को उत्साहवर्धन किया। ग्रामीण महिलाओं  द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में जिज्ञासा जाहिर की।  इस पर आयुक्त ने बताया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी झिकपानी के द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 में प्रखंड में दिये गए 160 लक्ष्य के विरुद्ध 80 पंजीकरण का काम पूरा हो चुका है। शेष सभी लाभुकों का पंजीकरण अविलम्ब करने का आदेश आयुक्त  द्वारा दिया गया। ग्रामीणों के द्वारा पुराने तालाब का जीर्णोद्वार एवं गांव के पुराने कुएं का मरम्मती का अनुरोध आयुक्त के समक्ष किया गया। एक पुराने सामुदायिक भवन जिसकी स्थिति जर्जर हो गई है उसके जगह पर नए समुदायिक भवन बनाने का अनुरोध आयुक्त के समक्ष किया गया। आयुक्त वृद्ध और विधवा जनों की पेंशन की समस्या से अवगत हुए। पेंशनधारकों ने बैंक से पेंशन निकासी की समस्या जाहिर की। इस पर आयुक्त ने वृद्ध विधवा और दिव्यांग जनों के लिये को ग्राम में कैंप लगा कर समस्याओं का निवारण करने का आदेश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया। आयुक्त ने एसीसी के निर्देशक को सीएसआर के तहत ग्राम में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।

बुधवार, 16 जनवरी 2019

मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ देने के लिए सरकारी सक्रियता बढ़ी




रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास के निर्देश पर मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ किसानों को देने को लेकर सरकार सक्रिय हो गई है। इसे लेकर 18 जनवरी को पूरे राज्य में ग्रामसभा के माध्यम से ग्राम सभा गांव स्तर पर रैयत समन्वय समिति का गठन करेगी। 15 जनवरी से 22 जनवरी तक प्री प्रिंटेड नोटिस का प्रपत्र तथा शपथ पत्र किसानों रैयतों को उपलब्ध कराया जा रहा है तथा रैयत समन्वय समिति के द्वारा प्रत्येक गांव वार आपत्ति प्राप्त कर उस पर 24 जनवरी से 7 फरवरी तक सुनवाई भी की जाएगी। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए बुधवार को राज्य के सभी उपायुक्तों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल और कृषि सचिव पूजा सिंघल ने दिशा निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री किसानों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने को प्रतिबद्ध

मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल ने मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना को राज्य सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना बताते हुए उपायुक्तों से कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास इस योजना के बेहतर कार्यान्वयन के लिए गम्भीर हैं। मुख्यमंत्री इसके माध्यम से किसानों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने को प्रतिबद्ध हैं।

स्थानीय भाषा में कृषकों को योजना और प्रक्रिया की दें जानकारी

श्री सुनील कुमार वर्णवाल ने सभी उपायुक्तों से कहा कि योजना की जानकारी हरेक किसान तक पहुंचे। उन्होंने इसके प्रचार-प्रसार के लिए स्थानीय भाषा और बोली का सहारा लेने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पम्फलेट आदि के साथ साथ आडियो-विजुवल माध्यम का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें। इसके लिए एलईडी वैन और अन्य माध्यमों का सहारा भी लें। उन्होंने कहा कि जहां किसानों की खेतिहर जमीन का सर्वे नहीं हुआ है, वहां मैन्युवल तरीका अपनाएं।

योजना से जनप्रतिनिधियों को भी जोड़े
कृषि सचिव पूजा सिंघल ने उपायुक्तों को अपनी निगरानी में ग्राम सभा 18 जनवरी को कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना में हर स्तर के जनप्रतिनिधियों की सहभागिता भी सुनिश्चित करें।

वहीं मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ देने के लिए तैयार की गई रोडमैप भी उपायुक्तों से साझा की गई।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...