रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास के निर्देश पर मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ किसानों को देने को लेकर सरकार सक्रिय हो गई है। इसे लेकर 18 जनवरी को पूरे राज्य में ग्रामसभा के माध्यम से ग्राम सभा गांव स्तर पर रैयत समन्वय समिति का गठन करेगी। 15 जनवरी से 22 जनवरी तक प्री प्रिंटेड नोटिस का प्रपत्र तथा शपथ पत्र किसानों रैयतों को उपलब्ध कराया जा रहा है तथा रैयत समन्वय समिति के द्वारा प्रत्येक गांव वार आपत्ति प्राप्त कर उस पर 24 जनवरी से 7 फरवरी तक सुनवाई भी की जाएगी। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए बुधवार को राज्य के सभी उपायुक्तों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल और कृषि सचिव पूजा सिंघल ने दिशा निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री किसानों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने को प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल ने मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना को राज्य सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना बताते हुए उपायुक्तों से कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास इस योजना के बेहतर कार्यान्वयन के लिए गम्भीर हैं। मुख्यमंत्री इसके माध्यम से किसानों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने को प्रतिबद्ध हैं।
स्थानीय भाषा में कृषकों को योजना और प्रक्रिया की दें जानकारी
श्री सुनील कुमार वर्णवाल ने सभी उपायुक्तों से कहा कि योजना की जानकारी हरेक किसान तक पहुंचे। उन्होंने इसके प्रचार-प्रसार के लिए स्थानीय भाषा और बोली का सहारा लेने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पम्फलेट आदि के साथ साथ आडियो-विजुवल माध्यम का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें। इसके लिए एलईडी वैन और अन्य माध्यमों का सहारा भी लें। उन्होंने कहा कि जहां किसानों की खेतिहर जमीन का सर्वे नहीं हुआ है, वहां मैन्युवल तरीका अपनाएं।
योजना से जनप्रतिनिधियों को भी जोड़े
कृषि सचिव पूजा सिंघल ने उपायुक्तों को अपनी निगरानी में ग्राम सभा 18 जनवरी को कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना में हर स्तर के जनप्रतिनिधियों की सहभागिता भी सुनिश्चित करें।
वहीं मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ देने के लिए तैयार की गई रोडमैप भी उपायुक्तों से साझा की गई।
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