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बुधवार, 28 अगस्त 2019

रामेश्वर उरांव के प्रदेश अध्यक्ष बनने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह, बधाई दी गई




चाईबासा। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष व लोहरदगा के पूर्व सांसद डॉक्टर रामेश्वर उरांव को झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटि का अध्यक्ष तथा पाँच कार्यकारी अध्य्क्ष क्रमशः ईरफान अंसारी , कमलेश महतो , राजेश ठाकुर , मानस सिन्हा व संजय पासवान के मनोनयन पर प०सिंहभूम जिले कांग्रेसियों ने मंगलवार को उन्हें बधाई दी गई है।
रामेश्वर उरांव के प्रदेश अध्यक्ष बनने से पार्टी के कार्यकर्ताओं में हर्ष का माहौल है।
सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि आने वाले चुनाव में राज्य भर में पार्टी को इसका लाभ मिलेगा। बूथ स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक पार्टी को मजबूती मिलेगी। बधाई देने वालों में सांसद गीता कोड़ा , जिप उपाध्यक्ष चाँदमनी बालमुचू ,  जिप सदस्य सुशीला पुरती , कृष्णा सोय , त्रिशानु राय , जोसेफ पुरती , चंद्रशेखर दास , रमेश तामसोय, जितेन्द्र नाथ ओझा , बामिया बारी , सुरेश सावैयां , बिरसा कुंटिया , सनातन बिरुआ , तुरी सुंडी , विकास वर्मा , संतोष सिन्हा , नीरज कुमार झा , मोहन सिंह हेम्ब्रम , शिवकर बोयपाई , पूर्ण चन्द्र कायम , विवेक विशाल प्रधान , बैजनाथ निषाद , प्रदीप राऊत , अमर बालमुचू , शकीला बानो , प्रेम मलिंग पुरती , मुकेश कुमार दास , आकाश पुरती , तरुण कुमार , सिंगराय गोप , अब्दुल खालिक , सुशील कुमार दास , तरुण पुरती , साधुचरण बारजो , मो०सलीम , रूप सिंह बालमुचू , घासीराम समाड , बागुन कालुण्डिया , मुन्ना सहित अन्य शामिल थे ।

सोमवार, 26 अगस्त 2019

अब झारखंड में कांग्रेस की कमान रामेश्वर उरांव के हाथ


रांची। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रामेश्वर उरांव को झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। उनके साथ कमलेश महतो, इरफ़ान अंसारी, मान सिन्हा, संजय पासवान, राजेश ठाकुर को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। यह जानकारी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी है। उल्लेख्य है कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार के पद से इस्तीफा देने के बाद यह पद रिक्त पड़ा हुा था। कांग्रेस के वरीय नेता अध्यक्ष की नियुक्ति की लगातार मांग कर रहे थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति का मामला खटाई में पड़े होने के कारण झारखंड पर भी कोई निर्णय नहीं हो पा रहा था। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार के प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस के एक खेमे में भारी क्षोभ था। गुटबंदी चरम पर थी। कई बार हिंसक झड़पें भी हुई थीं। अब नए प्रदेश अध्यक्ष पर पार्टी को एकजुट रखने और विधानसभा में बेहतर प्रदर्शन की चुनौती है।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...