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शनिवार, 22 फ़रवरी 2020

होटल रेडिसन ब्लू में देशी-विदेशी फूड फेस्टिवल का शुभारंभ


* स्वदेशी पकवानों सहित परोसे जाएंगे विभिन्न देशों के लजीज़ व्यंजन


रांची। राजधानी स्थित ख्यातिप्राप्त होटल रेडिसन ब्लू के द ग्रेट कबाब फैक्ट्री रेस्टुरेंट में देशी-विदेशी फूड फेस्टिवल का आज शुभारंभ किया गया। एक मार्च तक चलने वाले इस फेस्टिवल में ग्राहकों के लिए स्वादिष्ट वेस्टर्न और इंडियन व्यंजन का समावेश किया गया है। वेज और ननवेज की वैराइटी में बिरयानी, चिकन, मटन, मछली आदि सहित अन्य देश-विदेश के पारंपरिक और प्रचलित व्यंजनों का आनंद  उठा सकते हैं। फेस्टिवल के दौरान ग्राहकों को छह प्रकार के वेज और छह ननवेज परोसे जाएंगे। यह जानकारी होटल के फूड एंड वेबरेज मैनेजर ओसिएन कुजूर और एक्जीक्यूटिव शेफ रामचंद्र उरांव ने शनिवार को आयोजित प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने बताया कि सात देशों के लजीज व्यंजन को भारतीय व्यंजनों के साथ मिक्स कर ग्राहकों को दिया जायेगा। इसमें कई व्यंजनों का स्वाद तीखा रहेगा, जो भारतीय व्यंजनों में पाया जाता है। फेस्टिवल में नन वेज आइटम में गलौती कबाब, लेमन लीफ तंदूरी चूजा, पोस्तो चिल्ली फिश फ्राई, रोजमेरी लंब चाप, आॅरेंज जिंजर चिकन टिक्का, दम गोस्त बिरयानी आदि उपलब्ध होंगे। वहीं, वेज आइटम में पाइनेपल एंड चिल्ली पनीर टिक्का, टर्की वेज कोफता कबाब, सब्ज बिरयानी, आॅलिव पनीर मशाला, नेपाली चिकन तरकारी समेत अन्य व्यंजनों को शामिल किया गया है। श्री कुजूर ने बताया कि ग्राहक इन व्यंजनों का लुफ्त शाम 7:30 बजे से रात्रि 11 बजे तक ले सकते हैं। एक व्यक्ति के लिए 1149 रुपये (टैक्स अतिरिक्त) चार्ज रखा गया है। इसके अलावा छह वर्ष से लेकर 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए 699 रुपये (टैक्स अतिरिक्त) और छह वर्ष से नीचे के बच्चों का कोई चार्ज नही लगेगा। मौके पर महाप्रबंधक शांतनु गुहा, शेफ सौरभ बोस, सेल्स मैनेजर देवेश कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ की तर्ज पर झारखंड में लागू हो पत्रकार सुरक्षा कानून: विस अध्यक्ष



रांंची। *झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन* का एक दिवसीय कार्यशाला 22 फरवरी 2020 शनिवार को झारखंड विधानसभा सभागार रांची में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में झारखंड जर्नलिस्ट एसोशिएशन के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने कहा कि यह पत्रकारों के लिए बहुत जरूरी कार्यशाला है जिसमें पत्रकार सूचना के अधिकार के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे और अपने जीवन में इसका उपयोग करेंगे।
 संगठन के संस्थापक शहनवाज हसन ने कहा कि यह संस्था अपने स्थापना काल से लगातार आंचलिक  पत्रकारों के हितों की रक्षा  के लिए संघर्ष कर रही है।शाहनवाज़ हसन ने  बताया कि संस्था आंचलिक पत्रकारों की समस्या के समाधान के लिये 24x7 कार्य कर रही है।
 इस अवसर पर मुख्य अतिथि झारखंड  विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने कहा कि झारखण्ड ही नहीं देश भर में पत्रकारों की सुरक्षा एक गंभीर विषय है उन्होंने कहा कि जब तक चौथा स्तंभ मज़बूत नहीं होता है तब तक प्रजातंत्र को हम मज़बूत प्रदान नहीं कर सकते।विधानसभा अध्यक्ष ने छत्तीसगढ़ के तर्ज पर झारखंड में भी पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की हिमायत करते हुये छतीसगढ़ के तर्ज़ पर पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की हिमायत की।वरिष्ठ पत्रकार चंदन मिश्र ने कहा कि झारखण्ड के सभी जिलों के आंचलिक पत्रकार यहां उपस्थित हुए हैं जो यह दर्शाती है कि झटखण्ड जर्नलिस्ट एसोसिएशन सशक्त हुआ है और वह पूरी ईमानदारी से पत्रकार हितों की रक्षा के लिये कार्य कर रहा है।उन्होंने कहा कि पत्रकारों के लिए सुरक्षा कानून बहुत ही जरूरी है पिछली सरकार में इस विषय पर चर्चा हुई थी लेकिन यह सरकार इसे लागू करेगी इसका पूर्ण विश्वास है।अधिवक्ता सह सूचना का अधिकार कार्यकर्ता सुनील महतो ने अपने संबोधन में कहा कि सूचना का अधिकार 2005 से प्रारंभ हुआ है और लोगों को इसकी जानकारी लेनी चाहिए पत्रकारों का इसमें विशेष योगदान है वह सूचना के अधिकार अधिनियम का उपयोग कर सही और प्रत्यक्ष समाचार समाज को दे सकते हैं और पत्रकारों की पहचान सही समाचार देने में ही होती है। सूचना अधिकार अधिनियम से कई एक फर्जी शिक्षकों का धर पकड़ हुआ जबकि कई घोटालों का उजागर अभी तक हो चुका है इसीलिए यह एक ऐसा नियम है जो जनता के लिए एक हथियार के रूप में सामने आ रहा है लेकिन इसमें डरते हैं जिसका दुष्परिणाम भी समाज में देखने को मिलता है।पूर्व महाधिवक्ता अजीत कुमार ने बताया कि झारखंड में जितने भी घोटाले का उजागर हुआ है उसमें इस कानून का बहुत बड़ा योगदान है 11 अफसर 44 गाड़ियां का उपयोग करते थे जबकि कई एक जगह कंप्यूटर उपलब्ध कराया गया था जहां बिजली थी इन्हीं अर्थात सरकार के पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा था इसे रोकने की भरपूर चेष्टा की जा रही है एक सुझाव यह भी आया कि झारखंड में सभी सूचनाओं को अपडेट नहीं किया गया है जिससे जनता भ्रमित रहते हैं और उन्हें पता नहीं चलता कि अभी क्या कानून चल रहा है और उन्हें क्या करना चाहिए बहुत सारे ऐसे मामले हैं जो व्यक्तिगत रूप से लटक रहे हैं अर्थात 95% ऐसे आवेदन आते हैं जिसका कहीं ना कहीं व्यक्तिगत सरोकार होता है आरटीआई का उपयोग समाज कल्याण के लिए होना चाहिए आरटीआई कागज सही उपयोग करना है तो प्रलोभन से दूर रहना जरूरी है जब कहीं गड़बड़ होता है अधिकारियों से प्रलोभन देकर आरटीआई मांग करने वाले व्यक्ति को चुप कराना चाहते हैं जिससे सजग रहने की जरूरत है।
झारखण्ड के प्रभारी मुख्य सूचना आयुक्त हिमांशु शेखर ने अपने संबोधन में कहा कि विधायिका कार्यपालिका न्यायपालिका के बाद यदि कोई कर्तव्यशील है तो वह है मीडिया है  निश्चित तौर पर मीडिया कई कठिनाईयो को झेलते हुए समाज को एक सही रास्ते पर ले जाने का कार्य कर रही है और इसके लिये सूचना का अधिकार एक सशक्त माध्यम है।इस अवसर पर पत्रकारों से सहयोगात्मक रवैये के लिये झारखण्ड विधानसभा के जनसंपर्क अधिकारी ग़ुलाम मोहम्मद सरफराज, पुलिस मुख्यालय ग्रुप के सहायक अवर निरीक्षक निशिकांत पाठक, वरिष्ठ अधिवक्ता हामिद रज़ा खान को सम्मान पत्र और ट्रॉफी देकर विधानसभा अध्यक्ष ने सम्मानित किया।
कार्यशाला में रांची, जमशेदपुर, सरायकेला, धनबाद , पाकुड़, गोड्डा, साहेबगंज, दुमका,  हजारीबाग , लातेहार, चतरा, पलामू, गढ़वा सहित अन्य जिलों के पत्रकार शामिल हुये।कार्यक्रम का संचालन निशा रानी गुप्ता एवं धन्यवाद ज्ञापन कृपा सिंधु तिवारी बच्चन ने किया।

गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

लिवप्योर का स्मार्ट एयर कंडीशनर व एयर कूलर लांच



रांची। लिवप्योर ने भारत के पहले स्मार्ट एयर कंडीशनर्स और एयर कूलर्स लॉन्च किये हैं। एयर कंडीशनर और एयर कूलर हेका टेक्नोलॉजी से पावर्ड हैं। अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए इस ब्रांड ने राजधानी में डीलर मीट का आयोजन किया। इसके पूर्व आयोजित प्रेसवार्ता में लिवप्योर के नेशनल सेल्स हेड अरुण जायसवाल ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि लिवप्योर स्मार्ट कूलर अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर 4500 सीएमएच की सर्वश्रेष्ठ श्रेणी वाली एयर डिलिवरी और 11 मीटर का एयर शो देता है , ताकि तीव्रतम कूलिंग हो और बड़े क्षेत्रों को कवर किया जा सके । यह कमरे के तापमान और आर्द्रता पर लगातार नजर रखता है और जरूरत होने पर ही सर्कुलेशन पंप को एक्टिवेट करता है । यह 20 प्रतिशत तक पानी बचाता है । लिवप्योर स्मार्ट कूलर इन वैरियेन्ट्स में आता है - बीजियो सीरीज , ब्रियो सीरीज , सेन्सी कूल और चिल सीरीज और इसका मूल्य 12 , 990 रू . से शुरू होता है । हेका से शक्ति प्राप्त करने वाला लिवप्योर स्मार्ट एसी वाई - फाई के साथ काम करता है , ताकि यूजर पैटर्न को समझ सके और बाहर के मौसम पर हर घंटे रियल टाइम इनपुट लेता है। यह बिजली के बिल में 40 प्रतिशत तक की बचत करता है । लिवप्योर स्मार्ट एसी का एक अन्य बेहतरीन फीचर है। जियो फेन्स आधारित ऑटोमैशन , ताकि यूजर घर पहुंचने से पहले एसी को ऑटोमैटिक तरीके से स्विच ऑन कर सके ( पूर्व निर्धारित दूरी से ) और दूर होने पर एसी को स्विच ऑफ कर सके । इसमें हेका की आई - डायग्नोसिस क्षमता है , जो गलती या सर्विस की जरूरत का पता लगा लेती है और सर्विस टीम को ऑटोमैटिक तरीके से अलर्ट कर देती है। इसकी शुरूआत 34 , 990 रू . में 1 . 5 टन 3 स्टार स्मार्ट विंडो एसी , 59 , 990 रू . में 1 . 5 टन 31 होती है । स्टार स्मार्ट इनवर्टर स्प्लिट एसी और 69 , 990 रू . में 1 . 5 टन 5 स्टार स्मार्ट इनवर्टर स्प्लिट एसी उपलब्ध है। इन उत्पादों के लॉन्च पर लिवप्योर के नॅशनल सेल्स हेड अरुण जायसवाल ने कहा कि स्मार्ट एयर कूलर्स और स्मार्ट एयर कंडीशनर्स में हमारे प्रवेश का कारण यह है कि वर्तमान में बाजार में जो बिक रहा है , वह उपभोक्ताओं को कुछ भी अर्थपूर्ण पेशकश नहीं कर रहा है और हम अपनी अनूठी अग्रोच से इसमें बदलाव लाने की उम्मीद करते है। यह कदम संपूर्ण स्मार्ट होम समाधानों की पेशकश की कंपनी की आकांक्षा के अनुसार है। लिवप्योर लगातार विकास कर रहा है और वर्तमान में इसके पास 400 सर्विस सेंटर , 800 सेवा कर्मचारी और 500 से अधिक वितरक हैं । लिवप्योर की 14000 से अधिक आउटलेट्स 22 राज्यों में फैले हुए हैं । लिवप्योर प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना वर्ष 2012 में भारत में हुई थी और एक छोटी सी अवधि में लिवप्योर जल शुद्धिकरण उद्योग की मजबूत कंपनी के रूप में उभरा। लिवप्योर ने भारत का पहला इंटेलिजेंट टच टेक्नोलॉजी एवं स्मार्ट आरओ आधारित वाटर प्यूरिफायर लॉन्च कर इस उद्योग का परिदृश्य ही बदल दिया।

संघ प्रमुख मोहन भागवत रांची में चार दिवसीय प्रवास पर


* गुरुवार को स्वयंसेवको को करेंगे संबोधित

रांची। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ मोहन भागवत की बुधवार से झारखंड प्रवास की शुरुआत हो गई। श्री भागवत शाम में रांची पहुंचे। बिहार और झारखंड के तीन प्रांतों में संगठनात्मक कार्यो को गति देने के उदेश्य से उनका मार्ग दर्शन स्वयंसेवकों को मिलेगा। उनके इस प्रवास में उत्तर पूर्व क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ उनके सानिध्य और कार्य विस्तार को एक दिशा देगी। इस संबंध में सह प्रान्त कार्यवाह राकेश लाल ने बताया कि हाल के वर्षों में संघ का कार्य काफी बढ़ गया है। झारखंड प्रवास के दौरान उनका पहला कार्यक्रम गुरुवार को सुबह 7 बजे से मोरहाबादी मैदान में एकत्रीकरण का है। रांची महानगर के इस कार्यक्रम में स्वंय सेवक गणवेश में इसके लिए 10 रुपए प्रवेशिका रखी गई है और किसी भी हालत में 7.15 बजे के बाद से प्रवेशद्वार बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चार दिवसीय प्रवास के दौरान विभिन्न वर्गों के साथ बैठकें होंगी और स्वंय सेवकों के साथ चिंतन भी होगा। बैठकों में छह मुद्दों पर गहन मंथन और सामाजिक विषयों पर चर्चा की जाएगी। प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी देते हुए प्रांतीय कार्यवाह राकेश लाल ने बताया कि मुख्य रूप से गौ सम्बर्धन, कुटुंब प्रबोधन, सामजिक समरसता व सद्भाव, ग्राम विकास, धर्म जागरण समन्वय और पर्यावरण व जल संरक्षण जैसे अहम मुद्दों पर बातचीत की जाएगी। इस अवसर पर प्रान्त संघचालक सच्चिदानंद लाल अग्रवाल और सह प्रान्त प्रचार प्रमुख संजय कुमार आज़ाद उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि भारत की अस्मिता गौ से जुड़ी रही है ऐसे में गौ वंश पशु के रूप में नही बल्कि अपनी संस्कृति के मूल से जुड़ी है उनके समुचित सम्वर्धन अपनी कृषि और गाँव को सबल बनाएगी इस दिशा में अपना प्रयास तेज करना है। इसी तरह भारत गांवों का देश है इस नाते स्वावलंबी स्वच्छ स्वस्थ ग्राम की कल्पना को साकार कैसे किया जाए इस दिशा में अपना प्रयास चल रहा है। भारीतय समाज परिवार पर ही आधारित रहा है इस नाते परिवार की भावना को सबल बनाना है। एकल परिवार बच्चों को एकांकी तो वुजुर्गो को बृद्धाश्रम की ओर पलायन करती है जो भारतीय चिंतन के विपरीत है। उन्होंने बताया कि धर्म जागरण समन्वय का उद्देश्य धर्म के प्रति लोगो को दृढ़ीकरण करना,मेरी संस्कृति मेरा अभिमान इस नाते मतांतरण रोकना,वैसे जो अपने मूल धर्म से दूसरे मत में भटक गए उनके लिए घर वापसी जैसे कार्यों का संपादन करना है। समाज मे किसी भी प्रकार की ऊंच नीच प्रगति के बाधक है। इसलिए सब एक है यह भाव अपने समाज मे कैसे पुष्ट हो इस दिशा में कार्य विस्तार करना है। अपनी संस्कृति प्रकृति पोषण की रही है न कि शोषण की ऐसे में जल जंगल जमीन अपनी कैसे सुरक्षित व संरक्षित हो इस दिशा में लोक जागरण की पहल की जा रही है। सरसंघचालक 19 से 23 फरवरी तक रांची में रहेंगे।

मंगलवार, 18 फ़रवरी 2020

मायुमं का छह दिवसीय नि:शुल्क कैंसर जांच शिविर 19 से


"कैंसर मुक्त भारत" अभियान को सफल बनाएं : विशाल पाडिया

रांची। मारवाड़ी युवा मंच, रांची शाखा द्वारा छ: दिवसीय नि:शुल्क कैंसर जांच शिविर कार्यक्रम की जानकारी देने हेतु चैम्बर भवन में सोमवार को प्रेस-वार्ता की गई। मंच के  अध्यक्ष विशाल पडिया ने बताया कि
अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच की कैंसर डिटेक्शन मोबाइल वैन 18 फरवरी को रांची पहुंचेगी। इस हाईटेक वैन से शहरवासियों की निशुल्क जांच की जाएगी।इस शिविर में जांच एक्सपर्ट के साथ प्रसिद्ध डॉक्टर भी रहेंगे।मारवाड़ी युवा मंच रांची शाखा की ओर छ: दिवसीय निःशुल्क कैंसर जांच शिविर की शुरुआत 19फरवरी (बुधवार) को कचहरी रोड स्थित वेंडर मार्केट से की जायेगी।सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक अलग-अलग क्षेत्रों में जांच शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस जांच शिविर में प्रथम स्तर पर कैंसर की पहचान होने पर इसका इलाज संभव है। छ: दिवसीय जांच शिविर अलग अलग दिन शहर के विभिन्न  क्षेत्रों और शहर के आसपास गांवों में लगाया जाएगा।छ:दिवसीय जांच शिविर के कार्यक्रम का विवरण निम्न है।
19 एवं 20 फरवरी को वेंडर मार्केट कचहरी रोड,
21 फरवरी को सिमिलिया रिंग रोड,
22 फरवरी को गोल्डन कैंपस, कोकर,
25 फरवरी को पुलिस लाइन, नियर होटल लिलेक,
26 फरवरी को नियर चुटिया थाना। उन्होंने कहा कि शहर के लोगों को इसका लाभ लेना चाहिए। मारवाड़ी युवा मंच कैंसर मुक्त भारत बनाने की दिशा में अग्रसर है। इस शिविर में एक दिन 150 से 200 लोगों की ही जांच हो पाएगी। लोग अब इस मोबाइल कैंसर स्क्रीनिंग वैन में निशुल्क जांच करा सकते हैैं। इसके अलावा जिन लोगों में कैंसर संबंधित कोई भी लक्षण है, तो उनके लिए भी इस वैन के जरिए मुफ्त में चेकअप कराने की व्यवस्था है।कार्यक्रम में उपस्थित मंच के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन सिंघानिया ने बताया कि यह जांच किसी निजी अस्पताल में कराया जाए तो लगभग 2000 रुपये तक का खर्चा आता आता है।कार्यक्रम में मंच के सचिव विकाश अग्रवाल ने अपील की है कि इस निःशुल्क जांच शिविर को सफल बनाएं। हम सभी मिलकर कैंसर मुक्त्त शहर बनाने का प्रयास करें। इस अवसर पर प्रांतीय अध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल,पूर्व अध्यक्ष अर्जुन सिंघानिया, मंच अध्यक्ष विशाल पडिया,सचिव विकाश अग्रवाल, उपाध्यक्ष सचिन मोतीका, दीपक गोयनका, एवं कार्यकारिणी सदस्य सनी केडिया, स्पर्श चौधरी, यश गुप्ता, राघव जालान उपस्थित थे। उपरोक्त जानकारी अमित शर्मा द्वारा दी गई।

भारतीय जन कल्याण केंद्र परिषद का किसान भाग्यमणि योजना शुरू


* पशुधन के संरक्षण और संवर्द्धन से आएगी समृद्धि : मोख्तार सिंह

रांची।  भारतीय जन कल्याण परिषद ट्रस्ट द्वारा पशुधन के संरक्षण और संवर्धन के लिए रविवार को किसान भाग्यमणि योजना का शुभारंभ किया गया । इस योजना का मुख्य उद्देश्य गाय एवं बकरी के बच्चों को बचाना और उसका संवर्द्धन करना है। भारतीय जन कल्याण परिषद ट्रस्ट द्वारा संचालित किसान भाग्यमणि योजना के निदेशक राकेश कुमार सिंह ने  कांटाटोली स्थित होटल जेनिस्टा ईन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में  मिशन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम  का शुभारंभ करते हुए प्रख्यात गांधीवादी नेता और एचईसी परिसर स्थित गांधी आश्रम के संस्थापक मोख्तार सिंह ने कहा कि पशुधन के संरक्षण और संवर्द्धन से किसानों में खुशहाली आएगी।  इससे हमारा देश व राज्य भी समृद्ध होगा। उन्होंने कहा कि गौ सेवा करने से घर से गरीबी और दरिद्रता दूर हो जाती है। गौ माता की सेवा सबसे बड़ी सेवा है। गाय, गीता और गौरी का निवास जिस घर में होता है, उस घर में लक्ष्मी का वास होता है। उन्होंने बताया कि गौ संरक्षण की दिशा में सरकारें भी सकारात्मक पहल करते हुए यथोचित सहयोग कर रही है। श्री सिंह ने कहा कि जीवन का मकसद सिर्फ पैसा कमाना ही नहीं होना चाहिए। सेवा परमो धर्म: के सिद्धांत पर चलते हुए लोगों को अपने कर्तव्य पथ की ओर अग्रसर होते रहना चाहिए। अच्छे रास्ते पर चलेंगे, तभी सफलता प्राप्त होगी। सच्चाई के रास्ते पर चलकर ही हम सफल जीवन बिता सकते हैं।   इसलिए जीवन में सच्चाई को स्वीकार कर आगे बढ़ें और यथासंभव गरीबों,  लाचारों की मदद करें। उन्होंने कहा कि प्यासे को पानी और भूखे को भोजन देना सबसे बड़ा मानव धर्म है। वहीं,पशुधन की रक्षा करते हुए हम किसानों की खुशहाली ला सकते हैं। इस अवसर पर लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता और सैंफोर्ड अस्पताल के प्रबंध निदेशक भानु प्रताप सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि पशुधन संरक्षण और संवर्द्धन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले शख्सियतों को सम्मानित किया। सम्मान पाने वालों में पशु चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य और योगदान के लिए रांची वेटनरी कॉलेज के सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ डीके ठाकुर, गौ सेवा के लिए रांची गौशाला के एस बरुआ, मत्स्य पालन क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले अभिजीत मांझी, पशु चिकित्सा के क्षेत्र में एक सशक्त टीम निर्माण करने वाली संस्था मानभूम मेडिकल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, पुरुलिया शामिल हैं। मौके पर मौजूद डॉक्टर नंदनी कुमारी ने गौ-संरक्षण के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस अवसर पर डॉ. एस के ठाकुर, डॉ.घनश्याम सिंह, अतुल प्रताप सिंह, सौरभ प्रताप सिंह सहित काफी संख्या में पशुपालक, मत्स्य पालक व कृषक मौजूद थे। समारोह के समापन अवसर पर किसान भाग्यमणि योजना के निदेशक आरके सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020

हरियाणा के पृथला गांव ने दिया राष्ट्रीय एकता और विश्व बंधुत्व का संदेश





देवेंद्र गौतम
हरियाणा के पलवल जिले का एक छोटा सा गांव पृथला। 2 फरवरी से 8 फरवरी तक जीटी रोड से गुजरने वालों की निगाह बरबस सड़क से 100 मीटर की दूरी पर युवा गांधीवादी नेता राकेश तंवर के फार्महाउस में बने खूबसूरत पांडाल और उसके अंदर से उभरते राष्ट्रीय एकता से संबंधित गीतों की ओर आकृष्ट हो जाता था। रह-रहकर जोड़ो-जोड़ो, भारत जोड़ो के गगनभेदी नारे दूर-दूर तक गूंजने लगते थे।

दूर से ही फार्महाउस के बीच में बनी कोठी पर टंगे बैनर पर निगाह चली जाती थी जिसमें प्रसिद्ध गांधीवादी नेता सुब्बाराव जी की भव्य तस्वीर नज़र आती थी। उसके पास ही राकेश तंवर जी का फ्लेक्स दिखाई देते थे। उस अवधि में राष्ट्रीय युवा योजना के तहत राष्ट्रीय एकता सह शांति एवं सद्भावना शिविर चल रहा था। देश के 25 राज्यों के 350 प्रतिभागी आए हुए थे। उनके ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था फार्म हाउस के अंदर की गई थी। हर राज्य की टीम का एक प्रभारी था जो शिविर के निर्धारित कार्यक्रमों के अनुरूप उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करता था।

उनकी सुविधाओं का ध्यान रखने के लिए राकेश तंवर जी के 100 से अधिक समर्थक दिन-रात लगे हुए थे। उनके भोजन की व्यवस्था फार्म हाउस में ही की गई थी।  प्रतिभागी अलग-अलग संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व करते थे। अलग-अलग भाषाएं बोलते थे लेकिन एक दूसरे से इस कदर घुल-मिल गए थे कि उनके बीच फर्क कर पाना कठिन था।




2 फरवरी की दोपहर से प्रतिभागियों का पृथला आगमन शुरू हो गया। 3 फरवरी की दोपहर तक उनके निबंधन का कार्य किया गया और शाम को शिविर के विधिवत उद्घाटन के साथ सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया। पूरे छह दिनों तक विश्व के 11 प्रमुख धर्मों पर केंद्रित यह प्रार्थना प्रतिदिन की जाती थी। शिविर के दौरान पूरे दिन का कार्यक्रम तय किया गया है। इसके मुताबिक सारे प्रतिभागी सुबह 5.25 बजे उठकर प्रेरणा गीत गाते थे। 6 बजे से उनके लिए योग और व्यायाम की क्लास लगती थी। प्रतिदिन 7.30 बजे से 8 बजे तक झंडोतोलन का कार्यक्रम होता था। उस समय राष्ट्रीय गीत के साथ राष्ट्रीय एकता से संबंधित गीत गाए जाते थे। राष्ट्रीय झंडा फहराने के बाद राज्यवार कतारबद्ध प्रतिभागियों को इसकी महत्ता से अवगत कराया जाता था।  8.30 बजे से 10.30 बजे के बीच का समय श्रमदान का होगा। इसके तहत प्रतिभागियों ने दो दिनों तक भगोला और एक दिन पृथला के श्मशान की सफाई का कार्य किया।
प्रतिदिन 11.30 ले 12.30 के बीच भाषा विनिमय का कार्यक्रम होता था। इसके तहत दक्षिण भारत के युवको को उत्तर भारत और उत्तर भारत के युवकों को दक्षिण भारत की भाषाओं की जानकारी दी जाती थी। अस्पताल में इलाजरत होने के कारण सुब्बाराव जी शिविर में शामिल नहीं हो पाए लेकिन उनका लाइव संदेश आ जाता था जिसे पांडाल के अंदर प्रसारित किया जाता था। उनके संदेश से पूर्व और इसके उपरांत स्थानीय लोग भी अपने विचार रखते थे। शाम 4.30 से 5.15 बजे तक प्रतिभा विनिमय का कार्यक्रम होता था जिसमें एक दूसरे को अपनी प्रतिभा से अवगत कराते और प्रशिक्षण देते थे। प्रतिदिन शाम 5.15 ले 6 बजे तक पारंपरिक खेलों का आयोजन होता था। 7.30 बजे शाम को पुनः सर्वधर्म प्रार्थना का कार्यक्रम होता था। इसके बाद रात 9.30 बजे रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता था। रोज सोने के पहले डायरी लेखन का अभ्यास किया जाता था। यह कार्यक्रम 6 फरवरी तक चला। पूरे दिन समयबद्ध कार्यक्रम और अनुशासन के तहत प्रतिभागी राष्ट्रीय एकता और सर्वधर्म समन्वय का प्रशिक्षण लेते थे।
3 फरवरी को राकेश तंवर जी के फार्म हाउस में छह दिवसीय राष्ट्रीय एकता सह शांति एवं सद्भावना युवा शिविर का विघिवत उद्घाटन का कार्यक्रम भी यादगार रहा। उद्घाटन युवा गांधीवादी और शांतिकर्मी राकेश तंवर और रण सिंह परमार, सचिव एकता परिषद और राष्ट्रीय योजना के हाथों संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर तथा महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पार्पण के जरिए किया गया। इस अवसर पर 25 राज्यों के 322 प्रतिभागी मौजूद थे। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए श्री रण सिंह परमार ने कहा कि आज देश में गांधी के विचारों की सबसे ज्यादा जरूरत है। युवाओं को राष्ट्र के नवनिर्माण में समर्पित होना होगा। गांधी के सपनों का देश बनाने के लिए उनका शिक्षण और प्रशिक्षण इन शिविरों को द्वारा ही होता है। श्रद्धेय सुब्बाराव जी ने अपना पूरा जीवन युवाओं के निर्माण में समर्पित कर दिया और वे युवा देश के नवनिर्माण में लगे हुए हैं। युवा भारत को संबोधित करते हुए युवा गांधावादी व शांतिकर्मा राकेश तंवर ने कहा कि आज देश को इन शिविरों की आवश्यकता है जिनसे ऐसा नौजवान तैयार हो रहा होगा जो सद्भाव और भाईचारे के लिए स्वयं को आहुत कर देगा। उन्होंने बताया कि कैसे भाई जी की प्रेरणा से वो देश के नवनिर्माण और शांति के प्रयासों में लगे हुए हैं। इसीलिए इस शिविर के आयोजन का सपना देखा। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस तरह के शिविरों का आयोजन करते रहेंगा। यह शिविर प्रखर गांधीवादी सुब्बाराव जी की देखरेख में चल रहा है। उन्हें लिविंग गांधी कहा जाता है। स्वतंत्रता सेनानी सुब्बाराव जी 11 वर्ष की आयु से देश की सेवा में लगे रहे हैं। उन्होंने चंबल के 654 डाकुओं का आत्मसमर्पण कराया। उन्होंने मुख्य रूप से युवा वर्ग को एक नई दिशा देने के लिए नेशनल यूथ प्रोजेक्ट का गठन किया है।
6 फरवरी की सुबह झंडोत्तोलन और सर्व धर्म प्रार्थना के बाद राकेश तवंर जी के गांव पृथला के शिव मंदिर की सफाई की गई और शाम को शांति और सद्भाव एकता रैली के रूप में सभी प्रतिभागी रैली की शक्ल में पृथला शिव मंदिर पहुंचे और सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया। इसे देखने के लिए आसपास के गावों के लोग उमड़ पड़े।
7 फरवरी को सुब्बाराव जी का जन्मदिन और महात्मा गांधी का 150 वां जयंती समारोह एक साथ मनाया गया। इस मौके पर सुबह के समय झंडोत्तोलन और सर्वधर्म प्रार्थना के बाद सद्भावना मैच और रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। दिन के 2 बजे मुख्य कार्यक्रम में महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी की प्रतिमाओं और सुब्बाराव जी की तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। इस मौके पर स्वागत भाषण देते हुए राकेश तंवर जी ने कहा कि यह हरियाणा के लिए गौरव का अवसर है। उन्होंने कहा कि भाई जी (सुब्बाराव जी) से वे 2007 से परिचित हैं और हमेशा उनकी सेवा में उपस्थित रहे हैं। उन्होंने कहा कि पृथला में देशभर के 350 युवा एकत्र हुए और तीन दिनों तक साफ-सफाई की, सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए और राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया। एक छोटे से प्रांगण में पूरा देश समा गया। यह बड़ी बात है।
इस मौके पर मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित जल पुरुष के रूप में विख्यात राजेंद्र प्रसाद सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि दुनिया को एक जोड़ने वाली शक्ति की जरूरत है। सुब्बाराव जी वही शक्ति हैं। वे पंच महाभूत को अपना ईश्वर मानते हैं। उसी की आराधना करते हैं। सुब्बाराव जी के वरिष्ठ सहयोगी वी आर कामराज ने अंग्रेजी शब्द ग्रेड के एक एक अक्षर की व्याख्या करते हुए युवाओं को प्रेरक संदेश दिया।
राकेश तंवर की धर्मपत्नी रेणु तंवर ने नारी शक्ति पर अपने विचार रखते हुए कहा कि जिस देश में नारी शक्ति का सम्मान होता है वही देश तरक्की करता है। मुंबई से आई ललिता जी ने सुब्बाराव पर केंद्रित अपनी 1340 पंक्तियों की कविता के एक अंश का पाठ किया जिसे काफी सराहा गया।
इस मौके पर हरिजन सेवक संघ के सचिव रजनीश जी ने कहा कि गांधी जी ने कहा था कि मरने के बाद बोलेंगे। वास्तव में आज उनके अनुयायी भाई जी ने कितने ही गांधी तैयार कर दिए। गांधी विचार के रूप में हमेशा जीवित रहेंगे।
इसी बीच भाई जी अर्थात सुब्बाराव जी का संदेश आ गया। उन्होंने उम्मीद जताई कि युवा योजना के तहत छोटे-छोटे झगड़ों को समाप्त कर देश को एकसूत्र में बांधा जाएगा। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि चीन को अरूणाचल पर भारत का अधिकार स्वीकार नहीं है। हमें अरूणाचल के लोगों के बीच शिविर लगाना चाहिए।
हरिजन सेवक संघ के अध्यक्ष शंकर कुमार सान्याल ने कहा कि भाई जी का कोई विकल्प नहीं है। उनकी प्रतिभा उगते सूर्य के समान चारो तरफ प्रकाश फैला रही है।
इस बीच गुजरात के पंकज झाला ने सुब्बाराव के जन्मदिन पर विशेष रूप से प्रकाशित कैलेंडर और बैच को लांच कराया। इस कैलेंडर की खासियत यह है कि यह फरवरी से शुरू होकर जनवरी में समाप्त होता है। पंकज झाला हर वर्ष सुब्बाराव जी की जयंती पर इस कैलेंडर का प्रकाशन करते हैं। इस बार उन्होंने 10 हजार कैलेंडर छपवाए हैं।
मुबई से आए अनिल जी ने सुब्बाराव जी पर केंद्रित तीन एपिसोड की फिल्म बनाई है। उन्होंने सुब्बाराव जी के साथ पूर्वोत्तर के अनुभवों को साझा किया। हिमाचल प्रदेश से आए कपूर साहब ने राकेश तंवर जी को हिमाचल की टोपी पहनाकर सम्मानित किया और उनके पूरे परिवार को बधाई दी। 
कार्यक्रम के बीच-बीच में मधुभाई के गीत पूरे इलाके में गूंजने लगते थे। उनका गीत जय जगत-जय जगत-जय जगत पुकारे जा...शिविर में लोगों की ज़ुबान पर चढ़ गया था। राकेश तंवर जी के पुत्र कुशल तंवर और वंश तवर ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपना सिक्का जमाया। कार्यक्रम को स्वामी जी, अशोक भारत, जितेंद्र चंदेलिया के अलावा प्रतिभागी युवाओं में से यश जैन, प्रीति शर्मा, गणेश, अशोक और विनोद ने भी संबोधित किया।
 8 फरवरी की सुबह शिविर का समापन हुआ। समापन समारोह को संबोधित करने के दौरान राकेश तंवर काफी भावुक हो उठे। 9 फरवरी तक प्रतिभागियों का प्रस्थान होता रहा।

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