राजनीतिक दलों को सबसे ज्यादा चंदा फ्यूचर गेमिंग एंड
होटल सर्विसेज़ ने दिया। सबसे ज्यादा इलेक्टोरल बॉन्ड 1368 करोड़ की खरीदारी भी इसी
कंपनी ने की। यह खरीदारी 2019 से 2024 के बीच की। कंपनी ने सर्वाधिक 542 करोड़
रुपयों का बॉंड तृणमूल कांग्रेस को और स्टॉलीन के नेतृत्व वाली डीएमके को 502
करोड़ के बॉंड दिए। वाइसीआर कांग्रेस को 154 करोड़, भाजपा को 100 करोड़ और कांग्रेस
को 50 करोड़ दिए। इस कंपनी के चेयरमैन का नाम सैंटियागो मार्टिन हैं जिन्हें 'लॉटरी किंग' भी कहा
जाता है। वे किसी जमाने में म्यांमार के यांगून में मजदूरी कर अपने परिवार का
भरण-पोषण करते थे। आज लॉटरी के धंधे में खरबों में खेलते हैं।
इस कंपनी की सबसे हालिया ख़रीद इस साल जनवरी में की गई
जब उसने 63 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड ख़रीदे। फ्यूचर गेमिंग
एंड होटल सर्विसेज़ प्राइवेट लिमिटेड को 30 दिसंबर 1991 में बनाया गया था.
इस कंपनी का रजिस्टर्ड पता तमिलनाड के कोयम्बटूर में
है, लेकिन इसका वो पता जहां से खाते का संचालन किया जाता
है कोलकता में है। यह कंपनी स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड नहीं है लेकिन देश के
सर्वाधिक करदाताओं में शामिल है।
कंपनी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक़ फ्यूचर
गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को पहले मार्टिन लॉटरी एजेंसीज लिमिटेड
के नाम से जाना जाता था।
यह दो अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के कारोबार के साथ
भारत के लॉटरी उद्योग में अग्रणी खिलाड़ी है।
कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक़ 1991 में अपनी स्थापना के बाद से फ्यूचर गेमिंग विभिन्न
राज्य सरकारों की पारंपरिक पेपर लॉटरी के वितरण में तेज़ गति से बढ़ रहा है। कंपनी
के मुताबिक़ सैटियागो मार्टिन ने लॉटरी उद्योग में 13 साल की
उम्र में क़दम रखा था और पूरे भारत में लॉटरी के ख़रीदारों और विक्रेताओं का एक
विशाल नेटवर्क बना लिया। वे कई बार देश में सबसे ज्यादा आयकरदाता घोषित किए गए।
अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए मामूली वेतन
कमाते थे। बाद में, वह भारत वापस आ गए, जहां
उन्होंने 1988 में तमिलनाडु में अपना लॉटरी व्यवसाय शुरू किया.
धीरे-धीरे कर्नाटक और केरल की ओर विस्तार किया।
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