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रविवार, 15 दिसंबर 2019

सिन्नी में एनएससीएस का सम्मान समारोह

* सुपर डांसर मैत्री बसाक और मिस चक्रधरपुर इसल आमना  हुईं सम्मानित

विनय मिश्रा
चक्रधरपुर। एन एस सी एस के तत्वावधान में प्रतिभावान कलाकारों के लिए सिन्नी में  सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसका आयोजन रोहित फाइन आर्ट्स एकेडमी और फैशन वर्ल्ड के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। समारोह के दौरान मिस चक्रधरपुर इसल आमना और सुपर डांसर मैत्री बसाक को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर लोकप्रिय कवि रणविजय कुमार और उनकी पत्नी प्रतिभा विकास ने उभरते कलाकारों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए उन्हें बधाई दी। श्री कुमार ने उभरते कलाकारों को तराशने और उन्हें प्रशिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नृत्य कला के प्रशिक्षक संजय बोस की भी सराहना की। उन्होंने कलाकारों को प्रोत्साहित करने और उन्हें एक सशक्त मंच प्रदान करने की दिशा में रोहित फाइन आर्ट्स अकैडमी और फैशन वर्ल्ड के संचालक रोहित दास की भी सराहना की। इस अवसर पर काफी संख्या में गणमान्य उपस्थित थे।

जवानों के प्रेरणा स्रोत हैं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित रामबाबू प्रसाद




पुलिसकर्मियों की वीरता के अनगिनत किस्से हैं। पुलिस विभाग के कई वीर जवान  ड्यूटी के दौरान अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपराधियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए हैं। वहीं, कई जवानों ने अपनी वीरता का परिचय देते हुए जान की बाजी लगाकर अपराधियों को मौका-ए-वारदात पर धर दबोचने में सफलता हासिल की है। उनकी बहादुरी के किस्से अन्य पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणादायक हैं। ऐसे ही जांबाज जवानों की श्रेणी में शामिल एक शख्सियत हैं राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक पुरस्कार से नवाजे गए हवलदार रामबाबू प्रसाद। उन्होंने ड्यूटी के दौरान अपनी जान की परवाह किए बिना दुर्दांत और इनामी नक्सलियों को हथियारों के साथ धर दबोचा। उनकी इस बहादुरी के किस्से आज भी पुलिस विभाग में चर्चित है। रामबाबू मूल रूप से पटना जिले के बख्तियारपुर थानांतर्गत करनौती ग्राम के निवासी हैं। गांव उनकी वीरता पर गर्व करता है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा गांव में ही हुई। वर्ष 1982 में रामबाबू बिहार पुलिस में नियुक्त हुए। तत्पश्चात गया जिला पुलिस बल में उनकी प्रतिनियुक्ति की गई। पुलिस विभाग में बतौर कांस्टेबल वह अपनी ड्यूटी बखूबी निभाते रहे। इस दौरान उनका तबादला तत्कालीन नवसृजित जहानाबाद जिला पुलिस बल में हुआ। वहां वे जहानाबाद के तत्कालीन डीडीसी विजय प्रकाश के अंगरक्षक के रूप में प्रतिनियुक्त किए गए। अपने कर्तव्यों के प्रति विशेष रूप से सजग रहने वाले राम बाबू ने वहां अपनी वीरता का जो परिचय दिया, उसे याद कर आज भी जहानाबाद शहर के निवासी सम्मानपूर्वक इनका नाम लेते हैं। घटना के बारे में रामबाबू बताते हैं कि 12 मई वर्ष 1988 में वे तत्कालीन डीडीसी के बंगले पर बतौर अंगरक्षक तैनात थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि स्थानीय बैरागीबाग मुहल्ले की ओर से छह व्यक्ति का गिरोह हाथ में हथियार लेकर भाग रहा है। उसके पीछे कुछ ग्रामीण भी उन अपराधियों को पकड़ने के लिए दौड़ रहे हैं। कोठी के बगल से अपराधियों को हथियार के साथ भागता देख उनसे रहा न गया। उन्होंने कोठी पर मौजूद अपने एक सहकर्मी (पुलिस विभाग के चालक) से कहा कि इन अपराधियों को पकड़ना चाहिए और दौड़ पड़े अपराधियों को दबोचने। इस क्रम में अपराधियों की ओर से उन पर निशाना साध कर फायरिंग की गई। अपराधियों की मंशा भांपते हुए रामबाबू ने सड़क पर बने एक पुलिया की ओट में छिप कर अपने सरकारी रिवाल्वर से जवाबी फायरिंग की। इसमें तीन अपराधियों को गोली लगी और घायल होकर  सभी गिर गए। वहीं, तीन अन्य अपराधी जान बचाकर भागने में सफल रहे। रामबाबू ने पलक झपकते घायल तीनों अपराधियों को धर दबोचा। इस बीच काफी संख्या में घटनास्थल पर ग्रामीण भी पहुंच गए थे। सबों ने रामबाबू की सराहना की और इस वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान दुर्दांत और इनामी नक्सली के रूप में हुई। उनसे पूछताछ के क्रम में पता चला कि  सभी अपराधी माओवादी संगठन से जुड़े थे और अपने एक शीर्ष नेता की हत्या कर भाग रहे थे। रामबाबू के
 इस बहादुरी भरे कार्य के लिए पुलिस विभाग की ओर से राष्ट्रपति पुलिस पदक वीरता पुरस्कार के लिए उनके नाम की अनुशंसा की गई। वर्ष 1990 में तत्कालीन राष्ट्रपति आर वेंकटरमन की ओर से उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक वीरता पुरस्कार (पीपीएमजी) प्रदान किया गया। रामबाबू धनबाद में भी पदस्थापित रहे। वहां के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रणधीर वर्मा (अब मृत) और उनकी पत्नी रीता वर्मा के अंगरक्षक के रूप में भी अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन किया। वे चतरा और रांची में भी पदस्थापित रहे। तत्पश्चात इनका तबादला जमशेदपुर रेल थाना में किया गया। इसके बाद वे रांची रेलवे स्टेशन पर जीआरपी थाना में भी बतौर हवलदार पदस्थापित रहे। मार्च 2017 मे रामबाबू प्रसाद हवलदार पद ( सहायक अवर निरीक्षक रैंक ) से सेवानिवृत्त हुए। रामबाबू कहते हैं कि कर्म प्रधान होता है। ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से हम देश और समाज में एक विशेष पहचान बनाने में सफल होते हैं। इससे हमारा देश व समाज सशक्त होता है।
प्रस्तुति : नवल किशोर सिंह

न्यू मधुकम पथ संख्या पांच पर गंदगी का अंबार


रांची। राजधानी के न्यू मधुकम पथ संख्या पांच पर गंदगी का अंबार लगा है। सड़क पर कूड़ा-कचरा और गंदे नाली का पानी बह रहा है। इस ओर नगर निगम का ध्यान नहीं है। स्थानीय नागरिकों के मुताबिक इस मार्ग से गुजरने वाले स्कूली बच्चों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। गंदे नाले और कीचड़ भरे मार्ग पर प्रतिदिन उन्हें स्कूल आना- जाना पड़ रहा है। आलम यह है कि स्कूली बच्चे कीचड़ सने गंदगी को पार करने के बाद अपने पास रखे पीने के पानी से जूते-चप्पल व पैर साफ कर स्कूल पहुंचते हैं। वहीं, आमजन को भी इस मार्ग पर आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस क्षेत्र के नागरिकों का कहना है कि इस दिशा में स्थानीय पार्षद भी उदासीन हैं। इस मार्ग के प्रति रांची नगर निगम की लापरवाही को लेकर स्थानीय नागरिकों में आक्रोश व्याप्त है।

सहानुभूति लहर का लाभ मिल सकता है.निर्दलीय प्रत्याशी सीताराम पाठक को

जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र :
* भाजपा के 11 समर्पित कार्यकर्ताओं का निष्कासन  पार्टी के लिए बना परेशानी का सबब

विनय मिश्रा
 जरमुंडी । भाजपा द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में ग्यारह कार्यकर्ताओं के निष्कासन के बाद जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण प्रभावित होने के आसार नजर आ रहे हैं। इस क्रम में जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने वाले सीताराम पाठक के निष्कासन से भी कार्यकर्ताओं व उनके समर्थकों में काफी रोष व्याप्त है। गौरतलब है कि सीताराम पाठक विगत 15 वर्षों से भी अधिक समय से भाजपा के समर्पित और ऊर्जावान नेता के रूप में पहचाने जाते हैं। श्री पाठक पार्टी के लिए हमेशा समर्पित होकर काम करते रहे हैं। विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से टिकट के लिए प्रबल दावेदार थे। लेकिन उनकी उपेक्षा कर अन्य को भाजपा प्रत्याशी बनाया गया। इससे भाजपा के भीतर ही कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त हो गया। जन दबाव के कारण श्री पाठक निर्दलीय प्रत्याक्षी के रूप में चुनावी मैदान में उतरे। सीताराम पाठक को जिस  प्रकार से जनसमर्थन मिल रहा है, उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि श्री पाठक की जीत तय है।  वहीं, झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री सरयू राय के समर्थन  से इनकी स्थिति और भी मजबूत होती जा रही है। बता दें कि श्री पाठक गोड्डा  के सांसद निशिकांत दुबे के प्रतिनिधि भी रहे हैं। उनके कार्यकाल में इस क्षेत्र का विकास भी हुआ। श्री पाठक जनता के साथ जुड़े रहे हैं। समर्पित कार्यकर्ताओं के भाजपा से निष्कासन के बाद पार्टी के प्रति लोगों में काफी रोष देखा जा रहा है। आमजन भी श्री पाठक के प्रति सहानभूति व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में यह कयास लगाया जा रहा है कि जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से इस बार चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सीताराम पाठक जीत का परचम लहरा सकते हैं।

शनिवार, 14 दिसंबर 2019

दीदी नीलम आनंद स्मृति फुटबॉल टूर्नामेंट की शुरुआत


  “शिव शिष्य परिवार”गुरगांई,   ओरमाँझी, रांची के द्वारा आयोजित “दीदी नीलम आनंद स्मृति फुटबॉल टूर्नामेंट” विवेकानंद यूथ क्लब ग्राम पंचायत जयडीहा के देखरेख में बरतुआ मैदान में शुरू हुआ।उद्घाटन मैच बरियातू स्पोर्ट्स अकादमी, बरियातू बनाम न्यू स्टूडेंट क्लब बनलोटवा के बीच खेला गया। जिसमें टाब्रेकर में बरियातू स्पोर्ट्स अकादमी ने स्टूडेंट क्लब,बनलोटवा को 3-2 से पराजित किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित शिव शिष्य परिवार के मुख्य सलाहकार श्री अर्चित आनंद एवं  विशिष्ट अतिथि के रुप में परिजात परिमाल,निदेशक,पेटसी,श्री राजन कुमार,श्री शिव कुमार विश्वकर्मा,उपाध्यक्ष,शिव शिष्य हरीन्द्रानंद फ़ाउंडेशन,जयडीहा पंचायत के मुखिया श्री विनोद बेदिया, पंचायत समिति सदस्य सरिता देवी ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर मैच का उद्घाटन किया। इस अवसर पर आयोजक समिति के अध्यक्ष  विनोद कुमार महतो उपाध्यक्ष दिनेश करमाली, सचिव रमेश कुमार महतो, उप सचिव रामराज महतो, कोषाध्यक्ष नीलांबर सिंह, संचालक नवीन कुमार मुंडा (उप मुखिया जयडीहा) , कामेश्वर बेदिया, अमरनाथ भोगता, जयवीर बेदिया, राम प्रसाद सिंह,  संजय करमाली, नीतीश मुंडा, विपत करमाली, शंकर करमाली ग्राम प्रधान बरतुआ, रामप्रसाद बेदिया ग्राम प्रधान गणेशपुर, संतोष गुप्ता, चंद्रशेखर चौधरी, प्रदीप मुंडा, संतोष नायक का सराहनीय भूमिका रही।आज ही क्वॉर्टर फाईनल मैच भी खेला गया बरियातु स्पोर्ट्स अकादमी,बरियातु बनाम टेन्गो टाइगर राची के बीच,जिसमे बरियातु ने टेन्गो टाइगर राची को 1-0 पराजित कर सेमीफाइनल मे जगह बनाया। बरियातु की ओर से रितेष के द्वारा 7वें मिनट मे गोल किया।

मतदान का दिखा उत्साह


श्रीमती छाया मिश्र एवं श्रीमती ममता मिश्र ने अपने मतदान केंद्र किशोरगंज स्थित एल.पी. पब्लिक विद्यालय,पथ संख्या:02 के बूथ संख्या-114 में मतदान किया और सभी मतदान करने का आग्रह भी किया.

कैब और एनआरसी का खुला विरोध


रांची। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग झारखंड प्रदेश केन्द्र की भाजपा सरकार के द्वारा लाए गए कैब बिल और एन०आर०सी०का खुले तौर पर विरोध करती है|भारत एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र है जहाँ हर धर्म के लोगों को उसके पसंद के धर्म को मानने और उसपर चलने का सवैंधानिक अधिकार प्राप्त है|धर्म के आधार पर नागरिकता प्रदान करना पूरी तरह असवैंधानिक है तथा देश से एकता अखंडता को तोड़ना है साथ ही साम्प्रदायिकता को बढ़ावा देना है|केवल एक समुदाय को निशाना बनाना ये सरकार की साम्प्रदायिक मानसिकता को दर्शाता है|जबसे भाजपा सरकार केन्द्र पर आई पूरे देश मे अशांति छाई है|ये सरकार अंग्रेजों की फूट डालो शासन करो की नीति पर चल रही है|जब जनता नोट बंदी पर सवाल करती है तो उसे पाकिस्तान के मामले में उलझाया जाता है|जब जनता ई०वी०एम हटाने की बात करती है तो पुलवामा हमला होता है|जब चुनाव आता है तो मंदिर मस्जिद का मुद्दा सामने लाती है|और अब जनता मंहगाई,बेरोजगारी और सुरक्षा पर सवाल कर रही है तो सामने एन०आर०सी० और कैब बिल सामने लाया जा रहा है ताकि जनता इन्हीं उधेड़बुन मे फंसी रहे और ये अपना काम करती रहे|भारत की सेक्युलर जनता अगर इसका विरोध नही करती है तो वो दिन दूर नहीं जब भारत धार्मिक लड़ाई का अखाड़ा बनकर रह जाएगा और विकास केवल एक शब्द बनकर घूमता रहेगा|ये इतिहास गवाह है जिस किसी देश मे ऐसी स्थिति आई है वो देश आर्थिक संकट के चपेट मे आया है|हमारी पार्टी आम जनता से भाजपा सरकार की इस दमनकारी नीति का खुले तौर पर विरोध करने की अपील करती है ताकि देश की संविधान की रक्षा हो सके।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...