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शुक्रवार, 27 मार्च 2020

खाद्य आपूर्ति विभाग व झारखंड चैंबर की बैठक


प्रदेश में जारी लॉकडाउन के दौरान खाद्य सामग्री की आपूर्ति सामान्य बनाये रखने को लेकर आज खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव अरुण कुमार सिंह द्वारा प्रोजेक्ट भवन में आयोजित बैठक में झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के नेतृत्व में रांची चैंबर, पंडरा आलू प्याज थोक विक्रेता संघ के अलावा खाद्य आपूर्ति से जुड़े कई व्यवसायिक संगठनों ने हिस्सा लिया। बैठक के दौरान विभागीय सचिव ने कहा कि वैश्विक आपदा के कारण प्रदेश में जारी लॉकडाउन के दौरान खाद्य सामाग्रियों की आपूर्ति सामान्य बनाये रखने हेतु सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। साथ ही उन्होंने इस कार्य में व्यवसायियों से अपेक्षित सहयोग की अपील की।

लॉकडाउन के कारण ट्रकों को माल लेकर आवागमन करने में हो रही कठिनाई से चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने अवगत कराते हुए कहा कि रांची जिले में आवागमन हेतु जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा छूट अवश्य दी गई है किंतु यह पर्याप्त नहीं है। क्योंकि रांची से कई जिलों के लिए उपभोक्ताओं के लिए दैनिक उपभोग की वस्तुएं भेंजी जाती हैं किंतु पुलिस द्वारा पकडे जाने के कारण पूरे प्रदेश में माल की सप्लाई नहीं हो पा रही है। यह सुझाया कि माल लदे ट्रकों में संबंधित कागजातों को देखकर ट्रकों को प्रदेश के सभी जिलों में आवागमन की अनुमति दी जाय। विभागीय सचिव ने इस हेतु डीजीपी से वार्ता कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। बैठक के दौरान राइस मिल/आटा मिल मालिक मनीष साहू व पप्पू अग्रवाल ने प्रदेश में गेहूं की कमी की बात कही जिसपर विभागीय सचिव ने कहा कि एफसीआई में गेहूं के पर्याप्त भंडार उपलब्ध हैं। सोमवार से एफसीआई से गेहूं उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सप्ताह में दो दिन मंगलवार और बुधवार को सभी एफएमसीजी होलसेल के आउटलेट खुले रहेंगे।

पूर्व अध्यक्ष सज्जन सर्राफ ने कहा कि इस आपदा की घडी में हम सरकार के साथ हरसंभव सहयोग को प्रतिबद्ध हैं किंतु डिपो में हमारे कर्मचारियों को आने जाने में होनेवाली कठिनाई के कारण व्यवस्था चरमरा गई है। साथ ही उन्होंने आवश्यक वस्तुओं से जुड़े सभी व्यापारी के कर्मचारियों को आने जाने हेतु पास निर्गत करने का आग्रह किया। यह भी कहा कि विभाग द्वारा एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाय ताकि माल आवागमन करने के दौरान उत्पन्न होनेवाली कठिनाइयों के लिए सामंजस्य बनाया जा सके। यह भी कहा कि ढाबा मे बैठाकर खाना खिलाने की अनुमति नहीं होने के कारण ट्रक ड्राइवरों को परेशानी होती है अतः प्रत्येक ढाबों पर फूड पैकेट बनाकर रखने की अनुमति दी जाय ताकि ट्रक ड्राइवरों को खाने की समस्या न हो। विभागीय सचिव ने इन बिंदुओं पर भी उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। विभागीय सचिव ने व्यवसायियों से यह अपील की कि सभी व्यापारी सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखते हुए व्यापार करें। साथ ही उन्होंने मुनाफाखोरी से व्यवसायियों को बचने की भी सलाह दी। यह भी कहा कि आवश्यक वस्तुओं को लेकर आवागमन करने में होनेवाली कठिनाइयों से व्यवसायी सीधे मुझसे संपर्क करें। साथ ही उन्होंने कल ही नोडल अधिकारी के संपर्क नंबर को सार्वजनिक करने का आश्वासन दिया।

बैठक के दौरान प्रदेश में कैटल फीड की कमी पर भी चर्चा की गई और बताया गया कि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से आवक बंद होने के कारण परेशानी बढी है। यह आग्रह किया गया कि महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ से कैटल फीड की आपूर्ति पूर्व की भांति कराई जाय। विभागीय सचिव ने कहा कि इस दिशा में कारवाई जारी है।

प्रतिनिधिमंडल में चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी, उपाध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा, सह सचिव विकास विजयवर्गीय, कोषाध्यक्ष मनीष सराफ, एफएमसीजी एसोसिएशन से संजय अखौरी, कैटल फीड एसोसिएशन से प्रदीप मोदी, सुशील अग्रवाल, अश्विनी रजगढिया, पप्पू अग्रवाल, मनीष साहू, राजेश कौशिक, अलोक मंगल उपस्थित थे।

राशनकार्ड से वंचित लोगों को भी खाद्यान्न मुहैया कराए सरकार: राकेश कुमार सिंह


रांची। झारखंड राज्य उपभोक्ता संरक्षण परिषद के सदस्य और लोकप्रिय समाजसेवी राकेश कुमार सिंह ने राशन कार्ड से वंचित राज्य के मध्यम व निम्नवर्गीय  परिवारों को भी खाद्यान्न मुहैया कराने और उनका राशन कार्ड बनाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र व राज्य सरकार के प्रथम और द्वितीय वर्ग के अधिकारियों को छोड़कर सूबे के सभी मध्यम और निम्नवर्गीय परिवारों को राशन कार्ड से आच्छादित किया जाना जरूरी है। श्री सिंह ने कहा कि जिस प्रकार कई लोग स्वेच्छा से गैस की सब्सिडी नहीं लेते हैं, उसी प्रकार से राशन कार्ड के मामले में भी वैकल्पिक व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के शासनकाल में राशन कार्ड बनाने के लिए जो मापदंड निर्धारित किया गया था, वह जनहित में उचित नहीं है। अपने घरों में मोटरसाइकिल,वाशिंग मशीन, टीवी आदि रखने वाले लोगों को राशन कार्ड की सुविधा से वंचित कर दिया जाना तर्कसंगत नहीं जान पड़ता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव के लिए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान विशेष रुप से मध्यम, निम्न मध्यम और निम्नवर्गीय परिवारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य के लाखों परिवारों को राशनकार्ड से वंचित रखने और खाद्य सुरक्षा कानून के दायरे में शामिल नहीं किए जाने से उन परिवारों के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि इस दिशा में खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के अधीनस्थ भारी भरकम बजट वाला झारखंड राज्य खाद्य आयोग बिल्कुल मौन है। आयोग की इस निष्क्रियता से इसके औचित्य पर सवालिया निशान लग गया है। श्री सिंह ने राज्य सरकार से झारखंड राज्य खाद्य आयोग की उपयोगिता और इसके औचित्य के बारे में गंभीरता से विचार करने और विगत वित्तीय वर्षों में आयोग के खर्च की समीक्षा करने की भी मांग की है।

समाजसेवी रामाशंकर प्रसाद ने गरीबों के बीच बांटे भोजन



रांची। राजधानी के हटिया स्टेशन रोड निवासी होटल संचालक व समाजसेवी रामाशंकर प्रसाद ने कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर लाॅकडाउन के दौरान पीड़ित मानवता के सेवार्थ गरीबों को प्रतिदिन भोजन कराने का संकल्प लिया है। इसके तहत सड़कों और फुटपाथ पर भोजन की तलाश में रहने वाले बेहद गरीब व लाचार लोगों को उन्होंने शुक्रवार को  भोजन का पैकेट उपलब्ध कराया। इस कार्य में उन्होंने पुलिस-प्रशासन के सहयोग के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। इस पुनीत कार्य में उनके पुत्र आदित्य कुमार सहित अन्य ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। श्री प्रसाद ने कहा कि पीड़ितों की सेवा करने से उन्हें सुखद अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान प्रतिदिन भोजन से वंचित गरीबों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।

पीड़ितों की सेवा में आगे आए सुबोधकांत




रांची। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए गए देशव्यापी लाॅकडाउन के दौरान रांची संसदीय क्षेत्र अंतर्गत किसी भी प्रकार की परेशानी झेल रहे नागरिकों को सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने अपने स्तर से एक टीम का गठन किया है। टीम के सदस्य जिला प्रशासन व सरकार के संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर लाॅकडाउन में विषम परिस्थितियों का सामना कर रहे समस्याग्रस्त लोगों की सहायता करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।श्री सहाय ने समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए वाट्सएप नंबर 9771950539 जारी किया है। उन्होंने लाॅकडाउन के दौरान विकट समस्याओं का सामना कर रहे नागरिकों से उक्त नंबर पर संपर्क कर समस्याओं की जानकारी देने की अपील की है, ताकि उन्हें समस्याओं से निजात दिलाया जा सके।

सेवानिवृत्त भाप्रसे अधिकारी संत कुमार वर्मा का निधन


* सुबोधकांत सहाय ने जताया शोक
रांची। भारतीय प्रशासनिक सेवा के रिटायर्ड अधिकारी व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के ओएसडी रहे संत कुमार वर्मा का निधन शुक्रवार को अहले सुबह ठाणे (महाराष्ट्र) में हो गया। वे विगत लगभग एक वर्ष से ठाणे (महाराष्ट्र) में अपनी पत्नी व पुत्री संग रह रहे थे और इलाजरत थे। मूल रूप से डाल्टनगंज (पलामू) निवासी स्व. वर्मा एकीकृत बिहार के समय विभिन्न जगहों पर बतौर प्रशासनिक अधिकारी पदस्थापित रहे। वर्ष 2004-2005 में वे  तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के ओएसडी के पद पर  प्रतिनियुक्त रहे। तत्पश्चात रांची व लोहरदगा में डीडीसी के पद पर पदस्थापित रहे। इसके बाद झारखंड सरकार के खेलकूद व युवा कार्य विभाग में निदेशक के पद पर प्रतिनियुक्त किए गए। यहां से उनका पदस्थापन राज्य सरकार के कल्याण विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर हुआ। इस बीच स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली। वे कई रोगों से ग्रसित थे और इलाजरत थे। इलाज के दौरान ही उन्होंने अंतिम सांस ली।
 * बहुत याद आएंगे कर्त्तव्यनिष्ठ संतकुमार वर्मा : सुबोधकांत
 रांची। सेवानिवृत्त भाप्रसे अधिकारी संत कुमार वर्मा के निधन पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने अपनी शोक संवेदना में कहा है कि स्व.वर्मा एक कुशल, कर्तव्यनिष्ठ और मृदुभाषी अधिकारी थे। बतौर प्रशासनिक अधिकारी उनका कार्यकाल अविस्मरणीय है। अकस्मात उनके निधन की सूचना मिलने पर काफी मर्माहत हैं। श्री सहाय ने इस दुःख की घड़ी में उनके परिजनों को संबल प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।
संत कुमार वर्मा के निधन पर उनके शुभचिंतकों और  समाजसेवियों ने शोक संवेदना व्यक्त की है। उनके निधन पर सुनील सहाय, दीपक लाल, सरफे आलम, दीपक प्रसाद, कन्हैया कुमार, शैलेन्द्र सिंह, रविचंद्र कपूर सहित अन्य शुभचिंतकों ने शोक प्रकट किया है।

मदर्स इंटरनेशनल स्कूल ने पेश की इंसानियत की मिसाल


* ड्यूटी पर तैनात  पुलिसकर्मियों को उपलब्ध कराया भोजन का पैकेट



रांची। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए हर स्तर पर जंग जारी है। इसमें आम लोगों से लेकर खास तक अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं। मानवता की रक्षा के लिए इस लड़ाई में सफलता प्राप्त करने के लिए लोग जद्दोजहद कर रहे हैं। इस क्रम में राजधानी के अरगोड़ा (पिपरटोली) स्थित  मदर्स इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन की ओर से भी  मानवता के सेवार्थ महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। स्कूल प्रबंधन की ओर से गुरुवार को अरगोड़ा और हरमू में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के बीच भोजन का पैकेट मुहैया कराया गया। गौरतलब है कि कोरोना को हराने के लिए मुश्किल वक्त में हमें हरसंभव सहयोग करने के लिए जांबाज पुलिसकर्मी हमारे साथ हैं और दिन-रात सेवा में लगे हुए हैं। ऐसे में मदर्स इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन के इस कदम की चहुंओर सराहना की जा रही है।

बुधवार, 25 मार्च 2020

कोरोना के प्रति लोगों को जागरुक कर रही हैं वार्ड पार्षद उर्मिला यादव


* सेक्टर दो में सिवरेज-ड्रेनेज को कराया दुरुस्त

रांची। नगर निगम वार्ड संख्या 41 की पार्षद उर्मिला यादव अपने क्षेत्र में नागरिकों को कोरोनावायरस से बचाव के लिए जागरूक कर रही हैं। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के प्रकोप से बचाव के लिए जारी सरकारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से अनुपालन करने के लिए नागरिकों से अपील कर रही हैं। इसके अतिरिक्त अपने वार्ड क्षेत्र में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दे रही हैं। सफाईकर्मियों को साथ लेकर प्रतिदिन स्वच्छता अभियान को गति देने में जुटी हैं। वार्ड पार्षद ने अपने क्षेत्र अंतर्गत हरमू बाईपास रोड से राज्य निर्वाचन कार्यालय (सेक्टर दो) को जोड़ने वाली सड़क पर क्षतिग्रस्त सिवरेज-ड्रेनेज को नगर निगम के सहयोग से दुरुस्त कराया। विगत लगभग 15 दिनों से सिवरेज-ड्रेनेज का गंदा पानी सड़क पर बह रहा था। इसे ठीक करना एचईसी प्रबंधन की जिम्मेदारी थी। लेकिन इस ओर एचइसी प्रबंधन की उदासीनता का खामियाजा इस क्षेत्र के निवासियों को भुगतना पड़ रहा था। पार्षद उर्मिला यादव ने इस दिशा में पहल कर नागरिकों को सिवरेज-ड्रेनेज की समस्या से निजात दिलाई।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...