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शनिवार, 18 अप्रैल 2020

कोरोना से मुक्ति के लिए हो रहा नवग्रह शांति मंत्र का निरंतर जाप और हवन


* ग्रह दशा को सकारात्मक करने में जुटे समाजसेवी सुधांशु सुमन

रांची।  वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लोग तरह-तरह के प्रयास में लगे हुए हैं। सतर्कता, जागरुकता, एकजुटता और परहेज से कोरोनावायरस के प्रकोप को कम करने के लिए हर स्तर पर जंग जारी है। कई लोग कोरोना को दूर भगाने के लिए धार्मिक-आध्यात्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ का भी सहारा ले रहे हैं। इस क्रम में राष्ट्रव्यापी अभियान "तिरंगा सम्मान यात्रा" के राष्ट्रीय संयोजक और प्रख्यात समाजसेवी सुधांशु सुमन का नाम अग्रिम पंक्ति में शुमार है। श्री सुमन कोरोना से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन शुरू होने बाद से अपने आवास पर निरंतर नवग्रह शांति पाठ कर रहे हैं। इस पवित्र अनुष्ठान के माध्यम से वे ग्रह दशा को सकारात्मक करने के प्रति आशान्वित हैं। इस संबंध में उन्होंने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि विगत 24 मार्च से चल रहे लॉकडाउन के दौरान प्रतिदिन नवग्रह शांति मंत्र जाप और हवन किया जा रहा है। उनका मानना है कि इस जाप का प्रभाव देश और दुनिया के वातावरण के शुद्धिकरण के साथ-साथ ग्रहों की दशा को भी सकारात्मक करने में सहायक होगा। श्री सुमन ने कहा कि विश्व के शांतिदूत के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित करने वाले भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मानवता की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास किया जाना उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और दूरदर्शिता का परिचायक है। देशवासियों की सेवा के प्रति उनका संकल्प अतुलनीय है। ऐसे संकट के समय विशेष रूप से अपने घर में रहकर धार्मिक और आध्यात्मिक अनुष्ठान (नव ग्रह शांति पाठ) करने की प्रेरणा उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अवधि तक नवग्रह मंत्र शांति जाप और हवन निरंतर चलता रहेगा। जिससे हम सब भारतीयों के बीच सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहे और इस ऊर्जा से हमें कोरोना के खिलाफ जंग जीतने की शक्ति प्राप्त होती रहे। उन्होंने बताया कि नव ग्रह शांति पाठ का आयोजन विख्यात विद्वान व ज्योतिषाचार्य पंडित रामजीवन झा के निर्देशन में किया जा रहा है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जरूरतमंदों के बीच बांटे खाद्यी



रांची। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशिभूषण राय के नेतृत्व में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा रांची रेलवे कालोनी , निवारणपुर , अनंतपुर एवं डोरंडा क्षेत्र में जरूरतमंदों के बीच खाद्यान्न का वितरण किया गया। श्री राय ने झारखंड सरकार के कोरोना से लड़ने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि  राज्य सरकार कोरोना और भूख, दोनों से लड़ रही है। इस कठिन समय में जहां पूरा देश और विश्व कोरोना के प्रकोप से लड़ रहा है , उसे देखते हुए हम सब का भी कर्तव्य बनता है कि  जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आएं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से  लाॅकडाउन के दौरान दिहाड़ी श्रमिकों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा  है,  ऐसे में हम सब को कोशिश करना है कि सब मिलकर उनकी परेशानियों को दूर करने में सहयोग करें। इस वैश्विक महामारी का सामना करें और जरूरतमंद वर्ग को मदद करें । श्री राय ने निस्वार्थ भाव से राहत कार्य में लगे राज्य के सभी जिला कांग्रेस , युवा कांग्रेस, एनएसयूआई कार्यकर्ताओं एवं विशेष रूप से प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुमार गौरव के प्रति आभार जताया।

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने स्वास्थ्य मंत्री को सौंपा 25 क्विंटल आटा


* पीड़ित मानवता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं : मुकेश

रांची। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने लाॅकडाउन के दौरान विशेषकर गरीब वर्ग के लोगों को हो रही परेशानियों को देखते हुए राहत कार्य हेतु झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को राजधानी के डोरंडा स्थित आवास पर 25 क्विंटल आटा सौंपा। इस संबंध में महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के निर्देशानुसार विभिन्न जगहों पर पीड़ितों के सेवार्थ सहयोग जारी है।उन्होंने कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। जब-जब देश व समाज पर संकट गहरायाया है, तब-तब अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने मानवता की सेवा का बीड़ा उठाया है। कायस्थ महासभा सर्वधर्म-समभाव के आदर्शों पर चलते हुए समाज के सभी वर्ग के लोगों के कल्याणार्थ सेवारत है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से लाॅकडाउन के दौरान प्रभावित अत्यंत गरीबों और पीड़ितों के बीच राहत सामग्री के वितरण का अनुरोध किया। मंत्री बन्ना गुप्ता ने अपने स्तर से भी गरीबों को चिन्हित कर राहत कार्य में भरपूर सहयोग करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर समाजसेवी दीपक प्रसाद, सुश्री श्रुति कंठ सहित अन्य मौजूद थे।

निम्नवर्गीय परिवार की गंभीरता से चिंता करे सरकार: रोहित शारदा


मारवाड़ी युवा मंच रांची दक्षिण शाखा के द्वारा हिनू चौक के समीप एवं पोखर टोली में खिचड़ी का वितरण किया गया जिसमें लगभग 300 से 400 लोगों को भोजन कराया गया। साथी रांची क्लब के सहयोग से लगभग 200 जरूरतमंदों को राशन उपलब्ध कराया गया जिसमें चावल दाल आलू प्याज सत्तू साबुन सहित अन्य सामग्री उपलब्ध कराई गई जोकि न्यू मल्हार कोचा हवाई नगर बिरसा चौक, कटहल कोचा बिरसा चौक, तीरील बस्ती कोकर, एकता नगर बूटी मोड, टाइगर हिल के समीप बस्ती मोराबादी सहित अन्य बस्तियों में वितरित की गई। मंच के प्रांतीय उपाध्यक्ष रोहित शारदा सभी जगह वितरण में सम्मिलित थे और लोगों की समस्या देखकर सरकार से अपील की निम्न मध्यवर्गीय परिवार को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है न ही वह बीपीएल में आते हैं ना ही किसी प्रकार का सरकार से उन्हें सहयोग मिलता है ऐसे लोगों की स्थिति दयनीय होती जा रही है कृपया सरकार इस पर गंभीरता से चिंतन करें और ऐसे लोगों के लिए योजना बनाएं। आज की सेवा में मंच पर प्रांतीय उपाध्यक्ष रोहित शारदा ,विनय ठाकुर , मंच के संरक्षक सुभाष जैन पूर्व अध्यक्ष बलवीर जैन, सुरेश बोथरा, राजीव केडिया,संजय सुलतानिया, पवन अग्रवाल, विजय सुल्तानिया, ऋषभ रामपुरिया, राजेश महतो, प्रीति सिन्हा, सोनू मिश्रा, पायल सोनी, गीता बर्मन सहित अन्य लोगों का योगदान रहा।

गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

कोरोना के प्रति ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं सत्येंद्र देव





बख्तियारपुर (पटना)। वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जारी जंग में कई योद्धा कमर कस कर मैदान में उतर चुके हैं। इन कर्मयोगियों में पुलिस कर्मी, सफाई कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी सहित स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े लोग और कई सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं। ऐसे ही एक कर्मयोगी हैं पटना जिलांतर्गत बख्तियारपुर प्रखंड के करनौती ग्राम निवासी भारती सत्येंद्र देव। भारती जी (भारती बाबा) जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनका जीवन समाजसेवा के प्रति समर्पित रहा है। राष्ट्र प्रेम के प्रति भी उनका समर्पण अनुकरणीय है। आत्मविश्वास से लबरेज देशहित में उनका जज्बा और जुनून प्रेरणास्रोत है। श्री भारती कोरोना के कारण उत्पन्न हुए संकट की इस घड़ी में ग्रामीणों को जागरूक करने में जुटे हैं।
जिंदगी जीने की जद्दोजहद के बीच साहस, संयम और अनुशासन से कोरोनावायरस के प्रकोप को कमतर करने में शिद्दत से लगे हैं। वह प्रतिदिन सुबह ग्रामीणों को लाॅकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करने की अपील करते नजर आते हैं। यह उनकी दिनचर्या में शुमार है। ग्रामीण महिलाओं को वे घरों में मास्क बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। उनकी इस अपील का सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। करनौती ग्राम निवासी कोरोनावायरस के प्रकोप को रोकने के लिए जारी सरकारी दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन कर रहे हैं। करनौती ग्राम में कोरोना की नो-इंट्री के लिए वह सतत प्रयासरत हैं। इसमें उन्हें ग्रामीणों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। श्री भारती कहते हैं कि अकस्मात आए इस वैश्विक आपदा से निपटने के लिए सरकार के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करना जरूरी है, तभी हम कोरोना को परास्त कर सकते हैं, इस बीमारी के संक्रमण को फैलने से रोकने में सफल हो सकते हैं। उन्होंने कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए देशव्यापी लॉकडाउन की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के  साहसिक कदम से देशवासी ऊर्जावान हुए हैं। संकट की घड़ी में देशवासियों की एकजुटता कोरोना के खिलाफ जंग जीतने में काफी सहायक साबित होगी।

बुधवार, 15 अप्रैल 2020

कोरोना को शिकस्त देने जंगे-मैदान में उतरीं करनौती गांव की महिलाए


* युद्धस्तर पर कर रही हैं मास्क तैयार



वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ राज्य और देश में हर स्तर पर जंग जारी है। इस बीमारी के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लोगअपने घरों में रहकर विभिन्न प्रकार से सहयोग कर रहे हैं। कोरोना के खिलाफ जारी जंग को मजबूती से धार देने में जुटे हैं। संकट की इस घड़ी में लाॅकडाउन के बीच घरों में बंद महिलाएं भी एक से बढ़कर एक रचनात्मक कार्य कर रही हैं।

ऐसे ही रचनात्मक कार्यों को अंजाम देने में जुटी हैं पटना जिलांतर्गत बख्तियारपुर प्रखंड के करनौती ग्राम की महिलाएं। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही गांव की कुछ महिलाओं के नेतृत्व में ग्रामीण महिलाएं और युवतियां कोरोना वायरस से बचाव के लिए गुणवत्तापूर्ण मास्क बना रही  हैं। अपने-अपने घरों में रहकर सिलाई-कढ़ाई का कार्य करने वाली महिलाएं इन दिनों कोरोना वायरस से बचाव के मद्देजर ग्रामीणों के लिए मास्क बनाने में जुटी हैं। महिलाएं व युवतियां अपने परिजनों को बगैर मास्क लगाए घरों से बाहर निकलने नहीं देती हैं। बच्चे, बूढ़े, जवान सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन करने में यहां की महिलाएं अधिक सजग दिखती हैं। गांव के दर्जनों घरों में महिलाएं व युवतियां दिनभर मास्क बनाने में जुटी रहती हैं। वहीं, घरों की साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।  महिलाओं का कहना है कि लॉकडाउन का शत-प्रतिशत अनुपालन करने से ही हम कोरोना के खिलाफ जंग जीतने में सफल हो सकते हैं। इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए एकजुटता और जागरूकता अत्यंत जरूरी है। बहरहाल, करनौती ग्राम की महिलाएं और युवतियां वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ योद्धा के रूप में डटी हैं। कोरोना से मुक्ति के लिए इन महिलाओं का जज्बा और जुनून काबिले-तारीफ ही नहीं, अनुकरणीय भी है।

सोमवार, 13 अप्रैल 2020

सीआईआई ने तैयार किया ब्लू प्रिंट, झारखंड सरकार को दिए सुझाव


* अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए उद्योगों को सपोर्ट करे सरकार : संजय सबरवाल

रांची। वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बाद उद्योग जगत में होने वाले परेशानियों के मद्देनजर कन्फेडरेशन आॅफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई),झारखंड ने उद्योग और अन्य गतिविधियों पर ब्लू प्रिंट तैयार किया है। सीआईआई ने इससे संबंधित कई महत्वपूर्ण सुझाव  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दिये हैं। सीआईआई, झारखंड के चेयरमैन संजय सबरवाल ने सोमवार को वेबिनाॅर के माध्यम से आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि सरकार को लाॅकडाउन में उद्योग और एमएसएमई के लिए आर्थिक पैकेज और रसद क्षेत्र पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है।  झारखंड में लाॅकडाउन की अवधि  चरणबद्ध तरीके से कम की जाय। पहले चरण में विनिर्माण, ई-कॉमर्स और निर्माण के साथ- साथ लॉजिस्टिक और ट्रांसपोर्ट की सुविधा देनी होगी। दूसरे चरण में अन्य सभी सेक्टर शुरू किए जा सकते हैं। पेज वन की शुरुआत के हफ्तों के बाद इसे शुरू किया जा सकता है। तीसरे चरण को तीन सप्ताह के बाद शुरू करने के लिए कर्मचारियों को 50-50 प्रतिशत रूप में काम पर लौटने का आदेश दिया जाय। एक बार लाॅकडाउन खत्म हो जाने के बाद श्रमिक और दैनिक ग्रामीण मजदूरों को पहले काम पर जाने की अनुमति दी जानी चाहिए। फिर धीरे-धीरे कार्यालय के कर्मचारियों को अपना काम फिर से शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है।  इसके अलावा कार्य के स्थान के आसपास के क्षेत्र में स्थानीय परिवहन की अनुमति दी जानी चाहिए, ताकि काम करने वाले और दैनिक वेतन भोगी अपने पास पहुंच सकें।
श्री सबरवाल ने बताया कि सीमाओं और विभिन्न चेक पोस्टों पर अधिकारियों द्वारा ट्रक चालक के साथ कोई उत्पीड़न नहीं हो। इस संबंध में राज्य के अंदर काम करने वाले पुलिस कर्मियों को निर्देश दिये जाये। राज्य में ट्रकों का आवागमन शुरू किया जाये। राजमार्गों पर ढाबों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए, ताकि आवश्यकता हो तो ट्रक चालकों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो। राजमार्गों पर पेट्रोल,डीजल स्टेशन और मरम्मत की दुकानें खुली होनी चाहिए। रसद सेवा प्रदाताओं को बीमा कवर का विस्तार करना चाहिए। श्रमिकों और उनके परिवारों को तीनों चरण की अवधि के लिए 10-15 लाख का बीमा हो।
श्री सबरवाल ने कहा कि लाॅकडाउन में उद्योग जगत को राहत पैकेज मिले। पूंजी के लिए बैंक कम ब्याज दर कम होनी चाहिए।  सरकार द्वारा 15,000 प्रति माह से कम आय वाले वेतन-भत्ते के लिए राहत पैकेज के हिस्से के रूप में पीएफ देयता का हिस्सा सरकार द्वारा वहन किया जाये। घरेलू और एमएसएमई ग्राहकों के बिजली बिल के लिए भुगतान की तारीख का विस्तार हो। रियल एस्टेट परियोजनाओं के पंजीकरण की वैधता का विस्तार, आवश्यक व्यापार छूट के तहत ई-कॉमर्स क्षेत्र का समावेश, क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों द्वारा कॉर्पोरेट रेटिंग का अस्थायी निलंबन,  आवश्यक वस्तुओं के अंतर्गत बीजों को सूचीबद्ध करना,  उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उद्योग को विशिष्ट सब्सिडी दें। उन्होंने कहा कि सीआईआई उद्योग हित, राष्ट्र हित और श्रमिक हित में सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर काम करती है। ऐसे संकट की घड़ी में मानवता को देखते हुए सरकार सबों के प्रति सहानुभूति रखे, यह सरकार का कर्तव्य और धर्म भी है। उन्होंने कहा कि उद्योगों के प्रति सरकार का नजरिया सकारात्मक हो, तभी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और देश व राज्य संकट से निपटने में सक्षम होगा।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...