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शनिवार, 14 दिसंबर 2019

डीपीएस में विज्ञान प्रदर्शनी


*छात्र-छात्राओं ने किया प्रतिभा प्रदर्शित
*प्राची रानी समूह को मिला प्रथम पुरस्कार
*एम शिवम समूह और गौतम समूह को मिले क्रमशः  द्वितीय व तृतीय पुरस्कार

विनय मिश्रा
चक्रधरपुर। शहर की प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान दिल्ली पब्लिक स्कूल में भव्य विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें कक्षा तृतीय से लेकर के कक्षा नवम के छात्र-छात्राओं ने हर्षोल्लास के साथ भाग लिया। स्कूल के जूनियर वैज्ञानिकों ने अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर विभिन्न प्रकार के मॉडल बनाए। प्रदर्शनी में प्राची रानी समूह को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। वहीं, एम शिवम समूह को द्वितीय और गौतम समूह को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुए। अन्य प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विद्यालय प्रबंधन की ओर से कक्षा नवम के आशीष पूर्ति समूह, कक्षा नवम के ही अस्मिता दास समूह, कक्षा 8 की अंशु अंशिका समूह, कक्षा तृतीय की आयुश्री समूह व जुबेरिया समूह, पलक पोद्दार समूह व कक्षा 8 की दिलेश्वरी समूह और मुस्कान समूह को भी सांत्वना पुरस्कार दिया गया। प्रदर्शनी में सर्वश्रेष्ठ माॅडल बनाने वाले छात्रों को निर्णायक मंडली में शामिल आरपीएस कॉलेज के भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. प्रवीर कुमार त्रिपाठी, रसायन विभागाध्यक्ष प्रो. पुलकेश त्रिपाठी और गणित विभागाध्यक्ष प्रो. एपी अंबष्ठ ने पुरस्कृत किया। मौके पर आरपीएस कॉलेज के भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. प्रवीर कुमार त्रिपाठी ने कहा कि विज्ञान प्रदर्शनी में डीपीएस के छात्रों के मॉडल देखकर हतप्रभ हैं। इतनी कम उम्र में छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का जिस प्रकार प्रदर्शन किया है, यह काफी सराहनीय है। इन छात्रों को तराशने में विज्ञान शिक्षकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने स्कूल के विज्ञान शिक्षक एम गायत्री, जी साईं, राजश्री व उमेश कुमार को भी धन्यवाद और बधाई दिया। इस अवसर पर स्कूल के प्रबंध निदेशक सुनील कुमार ने कहा कि अगली बार विज्ञान प्रदर्शनी में वेस्ट मैनेजमेंट पर भी मॉडल बनाकर छात्रों को प्रदर्शित करने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए। छात्र-छात्राओं ने जिस प्रकार विज्ञान के मॉडल प्रदर्शित किए हैं, यह वाकई उनकी बेहतरीन प्रतिभा का परिचायक है। इस अवसर पर स्कूल के प्रबंधक एसके सुमन, शिक्षक कुंदन कुमार,उमेश कुमार, वीरेंद्र कुमार, अरुणा अंबष्ठ, हिना नाज, अंकिता दहल,सुरभि डे सहित काफी संख्या में छात्र व अभिभावकगण उपस्थित थे।

मंगलवार, 3 सितंबर 2019

शिक्षा और सामाजिक विकास के प्रति समर्पित हैं सुनील कुमार


विनय मिश्र

संस्कार युक्त और गुणवत्ता युक्त शिक्षा से समाज सशक्त और समृद्धशाली होता है। शिक्षा के बिना विकास संभव नहीं है। शिक्षित समाज से सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलता है। ऐसा मानना है पश्चिम सिंहभूम क्षेत्र के चक्रधरपुर स्थित प्रतिष्ठित और ख्यातिप्राप्त शैक्षणिक संस्थान डीपीएस के प्रबंध निदेशक प्रख्यात शिक्षाविद सुनील कुमार का। कोडरमा के झुमरी तिलैया निवासी सुनील शिक्षा का अलख जगाने में जुटे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक विकास की दिशा में उन्होंने सराहनीय पहल की है। जिसकी चहुंओर प्रशंसा की जा रही है। श्री कुमार हजारीबाग में पले-बढ़े। वहीं से मैट्रिक की परीक्षा पास की। उसके बाद स्नातक की डिग्री हासिल किया। उनके पिता सुधीर प्रसाद सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त कर्मी हैं। वहीं उनकी माता चिंता देवी एक कुशल गृहणी हैं। सुनील कुमार को संस्कार युक्त शिक्षा दिलाने में उनके माता-पिता का अहम योगदान रहा है। वह अपना आदर्श अपने माता और पिता को मानते हैं। उनके भाई अनिल कुमार और दीपक कुमार सरकारी सेवा में है। सुनील शुरू से ही शिक्षा के प्रति समर्पित रहे हैं। पढ़ाई- लिखाई में हमेशा अव्वल रहने वाले सुनील कुमार दूसरों को भी शिक्षा के प्रति प्रेरित करते रहे हैं। शिक्षा के प्रति उनके जज्बे और जुनून ने उन्हें शैक्षणिक संस्थान खोलने के लिए प्रेरित किया। जिसके परिणाम स्वरूप उन्होंने चक्रधरपुर में डीपीएस की स्थापना की। उनका मानना है कि शिक्षित समाज स्वस्थ और स्वच्छ राष्ट्र निर्माण में सहायक होता है। सरकारी स्कूलों में शिक्षा के गिरते स्तर पर गंभीर चिंता जताते हुए वह कहते हैं कि सरकार के शिक्षा विभाग को इस दिशा में ध्यान देने की आवश्यकता है। सभी सुविधाएं और आधारभूत संरचनाएं रहने के बावजूद सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर संतोषप्रद नहीं है। वहीं दूसरी तरफ गुणवत्ता युक्त शिक्षा के क्षेत्र में निजी स्कूलों की महत्वपूर्ण सहभागिता रहती है। वह कहते हैं कि शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी जरूरी है। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उन्हें खेलकूद के प्रति भी सजग रहने की आवश्यकता है। सुनील कुमार गरीब और असहाय बच्चों को शिक्षित करने में हर संभव सहयोग करते हैं। वह सामाजिक बदलाव के पक्षधर हैं। समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए सकारात्मक सोच के साथ प्रयासरत रहना उनकी खासियत है। वह कहते हैं कि शिक्षा के बिना सामाजिक विकास संभव नहीं है। शिक्षित समाज से ही राष्ट्र के नवनिर्माण का सपना साकार हो सकेगा। 

सोमवार, 26 अगस्त 2019

ताइक्वांडो प्रतियोगिता में डीपीएस ने लहराया परचम



विनय मिश्र
चक्रधरपुर। शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सार्थकता एवं अभिभावकगण के बीच अपनी सशक्त पहचान रखने वाला दिल्ली पब्लिक स्कूल के छात्रों पढ़ाई व अनुशासन में अपने विद्यालय का नाम रोशन करने के साथ खेलकूद में भी अपना परचम लहराया है कल चक्रधरपुर में आयोजित ताईकांडो प्रतियोगिता में डी पी एस के बच्चों ने जिस फुर्ती के साथ आत्मरक्षा हेतु प्रदर्शन किया उसे डी आर एम छत्रसाल सिंह सहित अन्य उपस्थित अधिकारीगण ने भी सराहा इसका श्रेय विद्यालय के प्रबंध निदेशक सुनील कुमार को जाता है जिनके सराहनीय प्रयास से विद्यालय ने पठन पाठन के साथ साथ बेहतर परीक्षाफल परिणाम के साथ साथ खेलकूद के क्षेत्र में भी अपना परचम लहराया।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...