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शनिवार, 14 सितंबर 2019

जन-मुद्दों को लेकर वामदलों ने राजभवन पर दिया धरना


रांची। भाकपा माले झारखंड राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करत्ते हुए कहा कि झारखंड में संवैधानिक व लोकतांत्रिक अधिकारों का जबरदस्त हनन , पुलिस हिरासत में मौत , मोब लिंचिंग की लगातार बढ़ती घटनाए तथा मोब लिंचिंग के शिकार  तबरेज अंसारी के हत्यारों को कानूनन बरी कर देना , कुख्यात मोटर यान अधिनियम 2019 के द्वारा 10 गुना से भी ज्यादा फाइन कर जबरदस्त ट्रैफिक आतंक, भारी मंदी से प्रभावित सैकड़ों कल कारखानों के बन्द हो जाने पर हजारों लाखों की बेरोजगारी आदि मुद्दों पर आज 14 सितंबर 2019 को  रांची में राजभवन पर भाकपा माले, माकपा , भाकपा , मासस , और फारवर्ड ब्लॉक आदि वाम दलों का धरना कार्यक्रम किया गया ।
धरना को संबोधित करते हुए भाकपा माले राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने कहा कि मोदी 2 की राज में रघुवर सरकार के शासन  में  झारखंड  मोब लिंचिंग का मॉडल बन जा रहा है । और अब यह लिंचिंग बच्चा चोर के चौतरफा अफ़वाह पर पूरे समाज मे जिस रूप फैल रहा है ,  उससे  जबरदस्त सामाजिक आतंक पैदा हो जा रहा है जो चिंतनीय है। जबकि भयंकर मंदी का निराकरण कर बंद कल कारखाना चालू कर बेरोजगारी दूर करने की कोई पहल नहीं दिख रही है ।
धरना को माकपा राज्य सचिव गोपिकान्त बकसी , प्रकाश बिप्लब् ,सुखनाथ लोहरा भाकपा का भुवनेश्वर मेहता  मासस के मिथिलेश सिंह , रामेश्वर कुशवाहा भाकपा माले के भुवनेश्वर, केवट अजबलाल सिंह  आदि  वामपंथी नेताओं ने संबोधित किया ।  भारी संख्या में कार्यकर्ता व  जनता की धरना में भागीदारी रही ।
धरना के उपरांत राज्यपाल महोदया को 19 सूत्री मांगपत्र सौंपी गई , जिसमे प्रमुख रूप से मांग की गई कि राज्य में जनता का लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन पर रोक लगाई जाए , राजनीतिक दलों और जनसंगठनों    के द्वारा सभा , जुलूस ,प्रदर्शनों पर से रोक अबिलम्ब हटाई जाए , मंदी का निराकरण कर बंद कारखानों चालू करने , सरायकेला -- खरसांवा जिला में मोब लिंचिंग का शिकार तबरेज अंसारी की मौत का न्यायिक जांच कर हत्या के अभियुक्तों पर धारा 302 के तहत कानूनी कार्यबाही की गारंटी की जाए ,मोटरयान अधिनियम 2019 को फौरन वापस किआ जाए , राज्यभर में पुलिस हिरासत  में हुई मौत तथा पलामू जिला के सतबरवा में पुलिस द्वारा 3 बर्षीय बच्ची को पटक कर मार देने की घटनाओं पर उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा जांच कराने , एच ई सी की जमीन पर बनी विधानसभा ,हाई कोर्ट आदि सरकारी संस्थानों में विस्थापित रैयतों की नौकरी की गारंटी की जाए, खूंटी जिला में कथित देशद्रोह के नाम पर दर्ज झूठा मुकदमा वापस किया जाए , तथा 5बी अनुसूची सीएनटी , एस पी टी एक्ट को सख्ती से लागू किया जाय आदि मांगें प्रमुख थीं। धरना का संचालन भाकपा नेता महेंद्र पाठक ने किया ।

बुधवार, 7 अगस्त 2019

पोस्टल विभाग के पेशनरों ने दिया राज्यव्यापी धरना


रांची। डोरंडा स्थित मुख्य डाक महाध्यक्ष कार्यालय के सामने पेंशनर्स की मांगों के समर्थन में पोस्टल पेंशनर्स एवं केंद्रीय पेंशनर्स एसोसिएशन और पी-4कर्मचारी यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में राज्य स्तरीय धरना का आयोजन किया गया. धरना की शुरुआत पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। धरना में रांची के अलावा गुमला,सिमडेगा,दुमका,धनबाद,गोमो,
जमशेदपुर,हज़ारीबाग,पलामू ,गिरिडीह के पोस्टल एवं आरएमएस पेंशनर्स एवं कर्मचारी शामिल हुए.केंद्रीय पेंशनर्स एसोसिएशन की ओर से एजी,कॉमर्शियल ऑडिट,सीजीएचएस,
आईबीएम एवं श्रम विभाग के पेंशनर्स ने भाग लिया.
धरना सभा को संबोधित करते हुए स्टेट सचिव ने कहा कि आज देशभर के पेंशनर्स संगठित होकर पेंशन के निजीकरण  के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे हैं.एनपीएस की वापसी की लड़ाई लड़ी जा रही है. वृद्धावस्था में संविधान द्वारा प्रदत्त सामाजिक सुरक्षा की गारंटी को किसी भी स्थिति में समाप्त नहीं करने दिया जायगा.
 झारखंड के डाक विभाग सहित अन्य विभागों के पेंशनर्स  समय पर पेंशन भुगतान न होने ,जीवन प्रमाणपत्र निर्गत न किये जाने सहित  सीजीएचएस के वेलनेस केंद्रों पर जीवन रक्षक दवाओं आदि की अनुलब्धता से जूझ रहे है.
पेंशन लाभार्थियों के हित मे पेंशन मंत्रालय द्वारा जारी आदेशों का अनुपालन नहीं हो पा रहा है.
        ( A) डाक विभाग से संबंधित मांगें;
1.23मई 2018 को डाक निदेशालय द्वारा जारी आदेश का अनुपालन नहीं होने के कारण पोस्टमेन/मेलगार्ड को 1जनवरी 1996 से बढ़े हुए वेतन/पेंशन का बकाया भुगतान अब तक नहीं किया गया.
2.जनवरी 1986 से पहले जिन डायरेक्ट कर्मचारियों ने प्रशिक्षण लिया है,इस अवधि की गणना कर उन्हें प्रोन्नति विशेषकर TBOP/BCR में  लाभ देना.मई 2016 में निदेशालय द्वारा प्राप्त आदेश का अनुपालन नहीं किया गया है जिसके कारण पोस्टल पेंशनर्स इस लाभ से अब तक वंचित हैं .

गुरुवार, 25 जुलाई 2019

रेलवे के निजीकरण के खिलाफ विशाल धरना


चक्रधरपुर।दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस के आह्वान पर आज चक्रधरपुर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के समक्ष रेलवे में निजीकरण के खिलाफ विशाल धरना प्रदर्शन में  शामिल हुए 500 रेलकर्मी।
रेलवे कर्मचारी ट्रैकमैन एसोसिएशन(आर के टी ए)आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन और आल इण्डिया गॉर्ड कॉउन्सिल का मिला समर्थन।
सुबह से ही चक्रधरपुर मंडल के विभिन्य स्टेशन से आये रेलकर्मियों का जमावड़ा चक्रधरपुर स्टेशन के आस पास दिखने लगा,11 बजे धरना का शुभारंभ मंडल संयोजक शशि मिश्र ने रेल में निजीकरण बन्द करो ,भारत सरकार का मजदूर विरोधी नीति नही चलेगा आदि के नारों से युवा रेलकर्मी में जोश भरा वही आर के पांडेय ,घनश्याम चौधरी ,एन एन चटर्जी ने रेलवे में निजीकरण का विरोध में अपना विचार मुखर किये।
धरना को संबोधित करते हुए आरकेटीए का केंद्रीय महामंत्री जी गणेश्वर राव,आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के पारस कुमार और जे मंडल, आल इंडिया गॉर्ड कॉउन्सिल के एन एन सिंह ने मेंस कांग्रेस का इस प्रयास का प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि चुनौती पूर्ण दौर में सभी श्रमिक संगठनों के साथ सभी एसोसिएशन को एक मंच पर आमंत्रित कर मेंस कांग्रेस ने यह साबित किया कि वाकई मेंस कांग्रेस कर्मचारियों का हितैषी है।
धरना को संबोधित करते हुए मेंस कांग्रेस के मंडल संयोजक शशि मिश्रा ने पहले सभी एसोसिएशन को मेंस कांग्रेस के आंदोलन में समर्पित होने के लिए बधाई देते हुए सबका मेंस कांग्रेस मंच पर स्वागत किया और बताया कि भारतीय रेल देश का जीवन रेखा है और रेलकर्मी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से लगातार भारतीय रेल को नई बुलंदियों पर पहुँचा रहा है वही दूसरी तरफ सरकार इससे घाटा में बता कर इसका निजीकरण करने जा रहा है जिसे किसी भी कीमत पर मेंस कांग्रेस और हमारा फेडरेशन पूरा होने नही देगा।
मिश्रा ने कहा कि रेल का निजीकरण से सिर्फ रेलकर्मियों को परेशानी नही होगा,इससे सुरक्षित रेल परिचालन पर भी बुरा असर होगा जो कि भारतीय रेल सबसे बड़ा मोटो है।
रेलवे में कोर कार्यो को अगर निजी एजेंसी को सौंपा जाएगा तो रेल और देश का बर्बादी निश्चित है।
मिश्रा ने बताया कि निजीकरण के खिलाफ जो मशाल मेंस कांग्रेस और मंडल में सक्रिय सभी एसोसिएशन ने जलाया है उसका जवाला रेलवे बोर्ड को हिला देगा।

सोमवार, 19 नवंबर 2018

पारा शिक्षकों के समर्थन में ग्रामीण कांग्रेस का धरना

       
रांची।  राँची जिला ग्रामीण कांग्रेस के तत्वावधान में आज दिनांक 19 नवंबर 2018 (सोमवार) समय 11:00 बजे अपराह्न राज्यपाल भवन राँची के समक्ष  विगत् स्थापना-दिवस (15 नवम्बर 2018) के मौके पर आंदोलनरत पारा-शिक्षकों एवं प्रेस के साथियों पर भाजपा सरकार के पुलिस-प्रशासन द्वारा दमनात्मक कार्रवाई के खिलाफ एकदिवसीय  धरना-कार्यक्रम का आयोजन किया गया।साथ ही  कांग्रेस की आयरनलेडी व देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व.इंदिरा गांधी की 101 वीं जयंती पर उनके तस्वीर पर पुष्पमाला अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।कार्यक्रम का संचालन राँची जिला ग्रामीण कांग्रेस के माननीय अध्यक्ष श्री सुरेश बैठा जी ने किया।इस अवसर पर झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष माननीय डॉ.अजय कुमार ने सभा को सबोधित करते हुए कहा कि "पारा शिक्षकों पर लाठीचार्ज व जेल भेजकर नौकरी से बर्खास्त करने की कार्रवाई कर भाजपा सरकार यह बता देना चाहती है कि इन्हें आम जनों से कोई सरोकार नहीं है। भाजपा की सरकार केन्द्र और राज्य दोनों ही जगह लूटरी और बर्बर हो गई है,इनलोगों को ग़रीबों, किसानों,अल्पसंख्यकों, आदिवासियों की कोई चिंता नहीं है।हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार व लूट मची हुई है।"       
                       डॉ. अजय ने धरना में अलग से आंदोलनरत मनरेगाकर्मियों और पाराशिक्षकों को आश्वासन दिया कि हमारी सरकार आने पर अनुबंधित कर्मचारियों को स्थायी किया जायेगा।
श्री बैठा ने अपने सम्बोधन में कहा कि" पारा शिक्षकों के ऊपर बर्बर कार्रवाई की निंदा करता हूँ और उनके ऊपर दर्ज एफआईआर को वापसी का आग्रह करता हूँ।साथ ही मीडिया बंधुओं पर लाठीचार्ज की कड़ी भर्तस्ना करता हूँ।"
          इनके साथ ही आलमगीर आलम,रविन्द्र सिंह, गीताश्री उराँव,आभा सिन्हा, संतोष पाठक,शमशेर आलम,अशोक मिश्रा, लाल किशोर नाथ शाहदेव, सुनील सिंह, अरवर अली,आदित्य जायसवाल, अमिताभ रंजन, आलोक दुबे, बेलस तिर्की, प्रेम कुमार, सावन मुण्डा वारीश कुरैशी,सुरेश साहु आदि ने अपने विचारों को रखा।धन्यवाद ज्ञापन सुन्दरी तिर्की जी ने किया।
इस अवसर पर विनय सिन्हा दीपु, सतीश पॉल,माधव कच्छप,जयप्रकाश गुप्ता ,सन्नी टोप्पो,आदित्य विक्रम,तुलसी खरवार,प्रिय रंजन सहाय विनीता पाठक,पूर्णिमा सिन्हा,जॉर्ज एक्का,रफीक आलम,जितेंद्र कुमार त्रिवेदी के साथ सैकड़ों कांग्रेसी उपस्थित हुए।

शनिवार, 1 सितंबर 2018

रेलवे सफाई कर्मियों के समर्थन में उतरे सुबोधकांत

रांची। हटिया रेलवे सफाई कर्मचारी संध के द्वारा 4 दिन से लगातार धरने पे बैठे  सभी सफाई कर्मचारियों के समर्थन में आये पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ।
ज्ञात हो कि लगातार 4 दिन से अपनी बुनियादी मुद्दों को लेकर सफाई कर्मचारी धरने पे बैठे है। अपनी मांगों को लेकर धरना जारी है।
मौके पर पहुँचे माननीय पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय जी ने फ़ोन पे डीआरएम को लगाई फटकार। कहा गरीब मजदूरों को उनक़ा हक़ देना होगा वरना कांग्रेस पार्टी चरणबद्ध आंदोलन करेगी। सहाय जी ने फटकार लगाते हुए कहा कि 24 घंटे में इसका परिणाम निकाले। सहाय जी आने से सभी सफाई कर्मचारियों में खुशी का माहौल था। कांग्रेस छात्र नेता इंदरजीत सिंह ने कहा कि कल और परसो सरकारी छुट्टी है, अगर 2 दिन में इसका हल नही निकाला गया तो मंगलवार को डीआरएम आफिस के मुख्य गेट पे ताला बंदी करेंगे। मौके पर मौजूद संध के अध्यक्ष सलीम खान ने कहा कि अगर 24 घंटे में जवाब नही आता तो मंगलवार को आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी।  सुबोधकांत सहाय जी ने वादा किया कि सभी कर्मचारियों को उनका हक दिला के रहेंगे, ये ठेकेदार और सरकारी अफसरों की दलाली बंद करवा के रहंगे। कांग्रेस नेता जगदीश साहू ने कहा जी जब तक मांगे पूरी नही की जाती धरना जारी रहेगा।मौके पर सलीम खान, जगदीस साहू, NSUI के इंदरजीत सिंह, आरुषि वंदना, आकाश कुमार, मोहमद आमिर, अब्दुल रबनावाज, अनिता देवी,रॉशन टोप्पो, स्टीफन लुइस, कलावती देवी, पप्पू डोंगरे, पुष्पा, आदि मौजूद थे।

गुरुवार, 30 अगस्त 2018

गरीबों को उनका हक देना होगाः इंदरजीत सिंह

रांची। हटिया रेलवे डीआरएम आफिस का सामने रेलवे ठेका सफाई कर्मचारी संध एवम NSUI के उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना दिया गया। ज्ञात हो कि  रेलवे के 400 कर्मचारियों के साथ अन्याय किया जा रहा। विदित हो कि रेलवे सफाई का टेंडर कुछ दिन पहले हुवा जो कि एक बाहर की कंपनी MS सपोर्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड और पैंथर लिमिटेड को रेलवे ने काम दिया उनलोगों ने यहां की कोई निजी कंपनी को पेटी म् कॉन्ट्रैक्ट दे दिया।इंदरजीत सिंह ने कहा कि उनलोगों ने पुराने जो 10 साल से काम कर रहे कर्मचारियों को काम से बिना कोई नोटिस के निकाल दिया। 3 महीने का बकाया पैसा भी नही दिया।  सरकार के तरफ से जो 13000 रुपया आवंटित है उसे भी काट कर किसी को 5000 तो 9000 दिया जा रहा।  अपनी मांगों को लेकर सभी लोग एक दिन पहले डीआरएम पास गए, लेकिन वहां drm ने कहा कि हमने कॉन्ट्रैक्ट दे दिया है अब ठेकेदार समझे जो करना है। और रात में जीआरपी के द्वारा बल पूर्वक लाठी भी चलाया और कुछ लोगो को जीआरपी थाना के बंद कर दिया।  निजी ठेकेदारों के द्वारा गरीब कर्मचारियों को जानवरों की तरह व्यवहार किया जाता। न पेमेंट देते न छुट्टी। सब पैसे का खेल हो रहा। गरीब को कुचला जा रहा। न किसी को मेडिकल, न पफ का भत्ता दिया जाता। सरकार और ठेकेदारों की मिली भगत से गरीब बेबस कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा।इन्द्रजित सिंह ने बताया कि अभी नए टेंडर म् ठेकेदारों ने बाहरी लोग एवं नाबालिक लड़को को काम पे रखा जो कि सारा सर अन्याय और गलत है।  रेल प्रशाशन  हाय हाय, गरीबो क् हक़ देना होगा, हमारी मांगे पूरी करो  के नारों के साथ आज एक दिवसीय धरने पे बैठे है। और ये धरना और कार्यक्रम प्रतिदिन चलता रहेगा जब तक मांगे पूरी नही होती। जब तक गरीबो को उनका हक नही मिलता आंदोलन जारी रहेगा। धरने में मुख्य रूप से सलीम खान, जगदीश साहू, NSUI प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह, अनिका देवी, रोशन टोप्पो,स्टीफन लुइस, कलावती देवी, पप्पू डोंगरे, पुष्पा, निशा, रूबी, ललिता, बेरोनिका, रानी आदि सैंकड़ो की संख्या में मजदूर लोग मौजूद थे।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...