यह ब्लॉग खोजें

शनिवार, 14 मार्च 2020

राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा ने की जाति आधारित जनगणना की मांग


* मोर्चा प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री आलमगीर आलम व भाजपा विधायक नवीन जायसवाल को सौंपा ज्ञापन
रांची। राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जाति आधारित जनगणना कराने की मांग को लेकर संसदीय कार्य,ग्रामीण विकास विभाग मंत्री आलमगीर आलम व भाजपा विधायक  नवीन जायसवाल को मांग पत्र सौंपा। श्री गुप्ता ने कहा कि जाति आधारित जनगणना नहीं होने से 52 प्रतिशत ओबीसी समुदाय विकास से वंचित है। केंद्र सरकार ने ओबीसी के विकास फंड में वर्ष 2019-20 में  0.06 प्रतिशत एवं वर्ष 2020-21 में मात्र  0.07 प्रतिशत रकम का बजटीय प्रावधान  किया था। उन्होंने कहा कि जाति की गिनती हो जाने से ओबीसी समुदाय की  जनसंख्या के अनुपात में बजट में 52 प्रतिशत की हिस्सेदारी मिलती। भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने इसे सदन में उठाने का आश्वासन प्रतिनिधिमंडल को दिया है। प्रतिनिधिमंडल में विद्याधर प्रसाद, सुधीर प्रसाद, लल्लू प्रसाद कश्यप, विनय चंद्रवंशी, शिव प्रसाद साहू, मुन्ना राय, शत्रुघ्न राय, अशोक महतो, सूबेदार एसएन कुशवाहा, सुधीर राय शामिल थे।

मुख्यमंत्री से मिले टाटा पावर के एमडी


 * सरकार के विजन को पूरा करने में हरसंभव सहयोग करने का दिया आश्वासन

रांची। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में देश के ऊर्जा क्षेत्र की अग्रणी कंपनी टाटा पावर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने मुलाकात की। इस अवसर पर राज्य के मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी भी मौजूद थे। भेंटवार्ता के क्रम में मुख्यमंत्री श्री सोरेन और टाटा पावर के एमडी श्री  सिन्हा के बीच राज्य में बिजली व्यवस्था को सुचारू एवं दुरुस्त करने के संबंध में सकारात्मक चर्चा हुई। भेंटवार्ता में मुख्यमंत्री ने सूबे में बिजली व्यवस्था में गुणात्मक सुधार कैसे हो, इस पर बल दिया। मुख्यममंत्री ने कहा कि राज्य में बिजली व्यवस्था दुरुस्त कर निर्बाध बिजली जनता को उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि निर्बाध बिजली उपलब्ध कराने के लिए टाटा पावर आधुनिक तकनीक से बिजली व्यवस्था में गुणात्मक सुधार के लिए अहम भूमिका निभाए। टाटा पावर के एमडी श्री सिन्हा ने मुख्यमंत्री के समक्ष कहा कि टाटा पावर झारखंड में बिजली व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए आधुनिक तकनीक का पूरा उपयोग करेगी। उन्होंने कहा कि झारखंड में बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने में टाटा पावर अपना पूरा योगदान देगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में झारखंड राज्य के गांव-गांव तथा सुदूर क्षेत्रों तक बिजली पहुंचाने, बिजली व्यवस्था का आधुनिककरण और व्यवस्था में कैसे सुधार हो, इस पर विशेष चर्चा की गयी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इस विज़न को पूरा करने में टाटा पावर प्रतिबद्धता के साथ सहयोग करेगी।
विदित हो कि झारखंड में टाटा पावर के अनुषांगिक इकाई मैथन पावर 1050 मेगा वाट एवं जमशेदपुर में 667 मेगा वाट बिजली का उत्पादन कर रही है।
टाटा पावर बिजली के क्षेत्र में देश के अन्य राज्यों में दिल्ली, गोवा,अजमेर, राजस्थान, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा में बिजली व्यवस्था का आधुनिकीकरण का कार्य सफलतापूर्वक कर रही है।
इस अवसर पर टाटा पावर के  कॉर्पोरेट अफेयर क्षेत्रीय प्रबंधक  राकेश रंजन एवं टीपीडीडीएल  प्रोजेक्ट के रोशन कुमार एवं कुमार विक्रम उपस्थित थे।

डीवीसी कमांड एरिया में बिजली की समस्या का स्थाई समाधान जरूरी: चैंबर


* एफजेसीसीआई ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र



रांची। डीवीसी और जेबीवीएनएल के आपसी विवाद के कारण उत्पन्न विद्युत संकट के स्थायी समाधान के लिए झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित किया गया। चेंबर अध्यक्ष कुणाल आजमानी ने कहा कि यह चिंतनीय है कि राज्य में पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत की उपलब्धता की दिशा में राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा कभी भी संज्ञान नहीं लिया गया। जबकि नियामक आयोग की बैठकों में नियमित रूप से विद्युत वितरण व्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग की जाती रही है। प्रत्येक वर्ष जेबीवीएनएल के विद्युत शुल्क बढोत्तरी के प्रस्ताव पर सभी संगठनों के विरोध के बाद भी शुल्क में बढ़ोत्तरी की जाती रही है। श्री अजमानी ने कहा कि वर्तमान में झारखंड बिजली वितरण निगम उपभोक्ताओं से विद्युत शुल्क की शत प्रतिशत राशि संग्रह करने में भी सक्षम नहीं है। जिस कारण निगम को घाटा होता रहता है। चेंबर की ओर से सुझाव दिया गया कि डीवीसी कमांड एरिया में विद्युत वितरण की जिम्मेवारी से जेबीवीएनएल को मुक्त कर दिया जाय। इस निर्णय से सरकार के राजस्व संग्रह में 700 - 800 करोड रुपये की वृद्धि होगी। इसी प्रकार डीवीसी के लंबित बकाये के साथ ही जेबीवीएनएल के विद्युत शुल्क बकायों का आकलन अतिआवश्यक है। चेंबर के महासचिव धीरज तनेजा ने कहा कि सरकार ने बजट के माध्यम से यह माना है कि एटी एंड सी लॉस कम होने के बजाय बढा है तथा जेबीभीएनएल लोगों को पर्याप्त सुविधा उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। बजट में स्मार्ट मीटर की व्यवस्था की बात कही गई है , जबकि सरकार ने मीटर सहित अन्य उपकरणों में मेजर इन्वेस्टमेंट पूर्व में ही कर दिया है , ऐसे में आवश्यकता है उन मीटरों को लगाने की। यह आग्रह किया गया कि तुरंत प्रीपेड मीटरों को लगाने की प्रकिया शुरू की जाय और केंद्र सरकार की योजना की तर्ज पर प्रीपेड प्रणाली लागू किया जाय, जिससे सरकार को राजस्व एडवांस में मिलेगा और इससे जुड़ी कई अनियमितताएं भी दूर होगी । यह भी सुझाव दिया गया कि डीवीसी से कम दर पर गुणवत्तापूर्ण विद्युत संचरण / वितरण कराने हेतु निजी क्षेत्र से जुड़े कुशल उद्यमियों को आमंत्रित कर , उनसे दरों की मांग करनी चाहिए। कहा गया कि सरकार का कार्य गवर्नेंस का है ना कि व्यापार करना। पिछले एक दशक से झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के अलावा अन्य व्यापारिक एवं औद्योगिक संगठनों के द्वारा राजधानी रांची सहित अन्य प्रमुख शहरों की बिजली वितरण व्यवस्था अन्य राज्यों की तर्ज पर प्रोफेशनल के हाथों में सौंपने की मांग की जाती रही है। लेकिन सरकार द्वारा अब तक कार्रवाई नहीं करना चिंतनीय है। उन्होंने सरकार से पुनः निवेदन किया कि राज्य की विद्युत वितरण व्यवस्था को प्रोफेशनल्स के हाथों में सौंपने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाय।

शुक्रवार, 13 मार्च 2020

द सिंधिया आवासीय स्कूल में प्रवेश शुरू



रांची। लड़कों के लिये आवासीय स्कूल द सिंधिया स्कूल, ग्वालियर में प्रवेश शुरू हो गया है। शैक्षणिक वर्ष 2020-2021 के लिये भर्ती खुली है, जिसके लिये वैज्ञानिक तरीके से सिंधिया स्कूल एप्टिट्यूड एनालीसिस टेस्ट संचालित किया जाएगा। यह परीक्षा 28 मार्च, 2020 को दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, कानपुर, लखनऊ और ग्वालियर में होगी। रजिस्ट्रेशन फॉर्म को स्कूल की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। कक्षा 6, 7 और 8 के विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। इन कक्षाओं के लिये आवेदक 1 जनवरी 2020 तक क्रमश: 11, 12 और 13 वर्ष से अधिक आयु का नहीं होना चाहिये। कक्षा 9 और 10 के स्टूडेन्ट्स को प्रवेश वैकेंसी के आधार पर दिया जायेगा।  सिंधिया स्कूल, ग्वालियर को वार्षिक एज्युकेशन वर्ल्ड इंडिया स्कूल रैंकिंग्स (ईडब्ल्यूआईएसआर) 2019-20 में भारत के नंबर 1 बॉयज बोर्डिंग स्कूल की रैंकिंग मिली है। यह स्कूल सीबीएसई पाठ्यक्रम पर चलता है और स्टूडेन्ट्स का चयन मेरिट और सीटों की उपलब्धता के आधार पर करता है।

गुरुवार, 12 मार्च 2020

विवाद डीवीसी और जेवीवीएनएल का, पिस रहे उपभोक्ता: चेंबर



रांची। डीवीसी कमांड एरिया ( धनबाद , बोकारो , चतरा , रामगढ , गिरिडीह , हजारीबाग एवं कोडरमा ) में 18 घंटे की बिजली कटौती से उत्पन्न कठिनाइयों पर झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स ने चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री से पत्राचार किया है। चेंबर के पदधारियों ने कहा कि 24 घंटे निर्बाध विद्युत की उपलब्धता आमजनों का मौलिक अधिकार है। राज्य के उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु बिजली का प्राईवेटाईजेशन ही एकमात्र विकल्प है। सरकार को शीघ्र इसपर विचार करना चाहिए। चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने कहा कि डीवीसी और जेबीवीएनल के आंतरिक विवाद के कारण आम उपभोक्ता प्रताड़ित हो रहे हैं। बिजली कटौती के कारण एक ओर जहां संबंधित जिलों के उपभोक्ता त्रस्त हैं , वहीं औद्योगिक उत्पादन प्रभावित हो रहे हैं।  यह आग्रह किया गया कि सरकार डीवीसी कमांड एरिया में व्याप्त बिजली संकट के स्थाई समाधान हेतु मिशन मोड में कार्यों को पूर्ण करने की पहल करे। ऐसी समस्या उत्पन्न नहीं हो , इसकी वैकल्पिक व्यवस्था भी की जाय।  डीवीसी कमांड एरिया में बिजली कटौती से उत्पन्न समस्याओं पर चैबर भवन में बैठक का आयोजन किया गया। बिजली की चोरी , उपभोक्ताओं के बिजली बिल की वसूली में अनियमितता और सरकारी महकमों का भारी बकाया आदि बिजली विभाग की खामियां उजागर करती है। इन समस्याओं से निपटने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। श्री आजमानी ने कहा कि पिछले एक दशक से झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के अलावा अन्य व्यापारिक एवं औद्योगिक संगठनों द्वारा रांची सहित अन्य प्रमुख शहरों की बिजली वितरण व्यवस्था अन्य राज्यों की तर्ज पर प्रोफेशनल के हाथों में सौंपने की मांग की जाती रही है , लेकिन सरकार की ऐसी क्या मजबूरियां हैं जो सबकुछ मानते हुए कि जेबीवीएनएल राज्य में पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराने में असफल रहा है। यह कहा गया कि वर्ष 2015 में तत्कालीन सरकार ने कमांड एरिया के इन सातों जिलों को सेंट्रल ग्रीड से जोडने की घोषणा की थी , लेकिन इसके बाद कोई पहल नहीं की गई । नतीजतन इन सातों जिलों में डीवीसी के अलावा अब लोगों के पास कोई विकल्प नहीं है । जमशेदपुर में जुसको द्वारा गुणवत्तापूर्ण बिजली मुहैया कराई जा रही है। बैठक में सदस्यों द्वारा सरकार से यह मांग की गई कि मोबाइल पोर्टबिलीटी के आधार पर उपभोक्ताओं को बिजली में भी पोर्टबिलीटी की सुविधा दी जाय। बैठक में चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी , उपाध्यक्ष राम बांगड , प्रवीण जैन छाबडा , महासचिव धीरज तनेजा , सह सचिव मुकेश अग्रवाल , विकास विजयवर्गीय , कोषाध्यक्ष मनीष सर्राफ एवं कार्यकारिणी सदस्य रोहित अग्रवाल उपस्थित थे।

सोमवार, 2 मार्च 2020

श्री रामकृष्ण सेवा संघ ने मनाया स्वामी रामकृष्ण परमहंस का जन्मोत्सव


रांची। श्री रामकृष्ण सेवा संघ द्वारा निवारणपुर स्थित बीएसवी स्कूल  प्रांगण में श्री रामकृष्ण परमहंस का जन्मोत्सव मनाया गया।  इस अवसर पर श्री रामकृष्ण सेवक संघ के साथ-साथ समाज के गणमान्य लोग भी उपस्थित थे। इस अवसर पर भगवान श्री रामकृष्ण परमहंस की पूजा-अर्चना और भजन कीर्तन किया गया। मौके पर मौजूद भक्तगणों ने भोग का आनंद लिया। श्री रामकृष्ण सेवा संघ की वार्षिक मीटिंग भी हुई।
 इसमें करीब 60 सदस्य उपस्थित थे। मीटिंग के दौरान यह निर्णय लिया गया कि पुराने चयनित अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष ही इस वर्ष के लिए भी रहेंगे। सभी सदस्यों ने एजीएम में लिए गए  निर्णय का स्वागत किया। साथ ही साथ अपनी सहमति प्रदान की। सदस्यों ने कहा कि नई समिति सरकार की अधिसूचना के आधार पर कानूनी रूप से वैध है। सोमवार को स्कूल में जाकर अपना कार्यभार ग्रहण करेगी ।नई समिति ने निर्णय लिया कि पुरानी समिति के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा और विद्यालय में किस तरह शैक्षणिक माहौल को और बेहतर बनाया जाए, इस दिशा में प्रयास किया जाएगा। श्री राम कृष्ण सेवक संघ द्वारा गरीब और सुदूर ग्रामीणों के बीच चलाए जा रहे हैं। कल्याण के कार्यक्रमों को और भी  और गति देने की आवश्यकता है। सभी सदस्यों ने यह निर्णय लिया गया कि अपने-अपने क्षेत्रों में अपने आधार पर सहयोग करेंगे। इस कार्यक्रम को और आगे बढ़ाएंगे। इस अवसर पर  सुकृत भट्टाचार्य,  तुषार कांति शीट, आनंद रंजन घोष, तन्मय मुखर्जी, स्मिता डे, विवेक राय, डॉ एचकेपी सिन्हा, सुशील पात्र, आलोक कुमार सिन्हा, चंद्र घोष सहित अन्य उपस्थित थे। रामकृष्ण सेवा संघ के सभी सदस्यों ने राकेश कुमार सिंह को विशेष धन्यवाद दिया, जिनके प्रयास से संस्था को समाज के सभी तबके का सहयोग मिल रहा है।

रविवार, 1 मार्च 2020

गायत्री यज्ञशाला में सार्वभौम स्वास्तिवाचन सहित 33 कोटि देवपूजन हुआ



रांची। अखिल विश्व गायत्री परिवार संस्थान,शान्तिकुंज, हरिद्वार के तत्वावधान में आयोजित होने वाले महायज्ञ एवं संस्कारोत्सव यज्ञशाला मंडप में आज रविवार को 33 कोटि देवगणों एवं दैवी शक्तियों का वैदिक व वैज्ञानिक पद्धति से आवाहन,नमन, वंदन , पूजन सहित षोडशोपचार अभिनंदन एवं रक्षा विधान प्रकिया
किया गया।
इस महायज्ञ देवपूजन
में गायत्री साधकों में करीब सवा सौ ऐसे साधक भागीदारी  किए थे , जिन्होंने  गत वसंतोत्सव से लेकर होलिकोत्सव तक 40 दिवसीय अनुष्ठान करने का संकल्प लिया था।  इस 40 दिवसीय अनुष्ठान में 125000 गायत्री महामंत्र का विशेष जप ध्यान साधना का संकल्प लिया है , जो गत वसंत पंचमी 30 जनवरी से शुभारम्भ हुआ और उसकी महा पूर्णाहुति होली महोत्सव के पूर्व संध्या 9 मार्च पर होगी । यह महा अनुष्ठान भारत सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शान्तिकुंज ने प्रत्येक जिला स्तर पर वसुधैव कुटुंबकम् में सुख-शांति , सबका स्वास्थ्य संवर्धन और अध्यात्म स्वाध्याय के साथ सबका कल्याण, सबका विकास के लिए कराया है।
शान्तिकुंज की विशिष्ट टोली में वरिष्ठ आचार्य पुरोहित व्यास पीठ से नमोनारायण पांडेय के नेतृत्व में सहायक वसंती लाल  सोलंकी और दिलफेंक जी, संगीत
वादक गुणसागर, गायक हरिओम तथा सारथी दिनेश पाल इस महायज्ञ में योगदान कर रहे हैं ।
यज्ञारम्भ पूर्व सर्व प्रथम गायत्री मंत्र का सस्वर गायन पाठ फिर गुरुवर श्री की गुरूवंदना, व्यास पीठ वंदना-प्रार्थना से शुभारम्भ किया गया।
सभी भागीदारों का सामूहिक जल व पुष्प वर्षा से मंगलाचरण एवं पवित्रीकरण कराकर सत्प्रवृत्ति संवर्धन , सद्बुद्धि जागरण , सन्मार्ग गमन एवं सत्कर्म आचरण का संकल्प करा कर गुरुवर श्री के संदेश उज्ज्वल भविष्य  निर्माण योजना के सूत्रों का विवेचन किया गया।
एनएन पांडे ने कहा कि
गायत्री महाशक्ति युग शक्ति बनीं हैं।  यह ऐसा महामंत्र है जो कि युग शक्ति बन अवतरित हुई है । यह युग शक्ति का ऐसा सार्वभौम स्वरूप है, जिसे हर क्षेत्र में, हर वर्ग में,हर संगठन में अपनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि साधना में अपनी रूचि जगाएं ,
विश्व मानवता की रक्षा के लिए युग ऋषि के साधनात्मक अभियान से जुड़ें तथा आत्म चिंतन , आत्म कल्याण, जन कल्याण के लिए आगे आएं।
दैवी सभ्यता का अर्थ भजन करना नहीं होता, वरन् जीवन को दैवी सभ्यता के अनुरूप ढाल लेना होता है ।
आज कुछ बच्चों के अन्नप्राशन संस्कार और विद्यारंभ संस्कार हुए और यज्ञ के रक्षा विधान के बाद दो पालियों में मंत्राहुति में आज करीब 1800 परिवार परिजनों एवं गायत्री साधकों ने यज्ञाहुति देकर सर्व जनों की सामूहिक शुभकामना और प्रार्थना सहित आरती करके कार्यक्रम को विराम किया गया और अमृताशन का भंडारा कराया गया।
शाम में प्रज्ञा गीत भजन एवं गुरुदेव श्री के विचारों उपदेशों को तथा शांतिकुंज के अधीनस्थ अनेक संस्थानों के उद्देश्य व विषय में बताया गया। उक्त जानकारी
जय नारायण प्रसाद व
मनोज कुमार राय ने दी।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...