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रविवार, 20 अक्टूबर 2019

सखी मंडल की 19 महिलाएं बनीं मिट्टी का डाक्टर


मेदिनीनगर। राज्य सरकार ने किसानों की समृद्धि के लिए जहां एक ओर मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना से किसानों को लाभान्वित कर रही है। वहीं दूसरी ओर उनके खेतों की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने के लिए मिट्टी की।डॉक्टर की नियुक्ति प्रक्रिया राज्य भर में हो रही है। इसी के तहत पलामू के मेदिनीनगर और चैनपुर प्रखंड की सखी मंडल की 19 महिलाओं को मिट्टी की डॉक्टर का आठ दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हजारीबाग में संपन्न कराया गया। उम्मीद है प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षण प्राप्त महिलाएं अपने क्षेत्र में किसानों को उचित सलाह देते हुए उनके खेत की उत्पादकता को बढ़ाने में सहायक होंगी। ये बातें सचिव कृषि श्रीमती पूजा सिंघल ने कही।

मिट्टी को बनाएंगी स्वस्थ, उत्पादकता से लाभान्वित होंगे किसान

सचिव कृषि श्रीमती पूजा सिंघल ने बताया कि मेदनीनगर प्रखंड से आठ और चैनपुर प्रखंड से 11 सखी मंडल की महिलाओं को उक्त प्रशिक्षण हजारीबाग के डेमोटांड़ स्थित प्रशिक्षण केंद्र में दिया गया है। इन महिलाओं को मिट्टी जांच हेतु किट भी प्रदान किया गया। अब महिलाएं अपने पंचायत के प्रत्येक किसान की खेत की मिट्टी लेकर उसका जांच करेंगी एवं सॉइल हेल्थ कार्ड में दिए गए सुझाव एवं पोषक तत्वों की पूर्ति हेतु सुझाए गए उर्वरकों की मात्रा के विषय में सभी किसानों को अवगत कराएंगी। ताकि नुकसान एवं मिट्टी के स्वास्थ्य में होने वाली हानि से बचते हुए किसानों के खेत के उत्पादन एवं उत्पादकता को कम खर्च में बढ़ाया जा सके)

शनिवार, 21 सितंबर 2019

समाजहित में काम करें सखी मंडल की आदिवासी महिलाएंः रघुवर दास


पाकुड़। आप अपने हिस्से की जिम्मेवारी का निर्वहन पूरी ईमानदारी और समर्पण भाव से करें। रोशनी सखी मंडल ग्रुप की बहनों को बधाई। यह जानकर अच्छा लगा कि कपड़े का बैग बनाकर आप आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। सरकार द्वारा आपके सशक्तिकरण के लिए किया जा रहा कार्य अब नजर आ रहा है। 2014 तक राज्य में मात्र 43 हजार सखी मंडल का गठन हुआ था अब 2019 में यह बढ़कर करीब 2 लाख 17 से अधिक  हो गया है। 28 लाख से अधिक आप बहने इससे जुड़ी हुई हैं। यह सब आपको स्वरोजगार से जोड़ने और आर्थिक रूप से मजबूत करने के उद्देश्य से ही हमने यह किया है। ये बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पाकुड़ परिसदन में सखी मंडल की।महिलाओं से मुलाकात के दौरान कही।

संथालपरगना के लोग सालों से गुमराह हुए, अब विकास हुआ...

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने स्वार्थवश संथालपरगना की महिलाओं और पुरुषों को गुमराह कर इस क्षेत्र को विकास में पीछे छोड़ दिया। अब यह युग विकास का युग है, आप गुमराह हुए जन जन तक जाकर सरकार की विकासपरक मंशा, नीति और नीयत की जानकारी दें। जब गांव का एक एक व्यक्ति जागेगा और विकास का महत्व समझेगा तभी देश, राज्य, समाज और परिवार का विकास व आर्थिक उन्नयन संभव होगा। इसलिए अपने हिस्से की जिम्मेवारी का निर्वहन हम सभी को करना चाहिए।

बुधवार, 21 अगस्त 2019

सखी मंडल के बीच अचानक पहुंच गए सीएम रघुवर दास

सखी मंडल की बैठक में अचानक पहुंच कर भाग लिया मुख्यमंत्री ने
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★झारखण्ड की मेहनतकश महिलाओं सलाम है आपके जज़्बे को

आपकी समृद्धि और आर्थिक स्वावलंबन सरकार का लक्ष्य

---रघुवर दास, मुख्यमंत्री
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मुख्यमंत्री ने एक एक स्टॉल पर जाकर महिलाओं की समस्याओं और उनके कार्य प्रगति को जाना


रांची। एक कतार में 15 से 20 महिलाओं का समूह बैठा था। सभी आपस में बात कर रहीं थीं....तभी राज्य के मुख्यमंत्री उनके बीच आ गए...एकाएक मुख्यमंत्री को अपने समक्ष देख सभी हतप्रभ तब रह गईं जब मुख्यमंत्री उस समूह के विचारों के आदान प्रदान में शामिल हो गए...उनके साथ हो लिए और अपने महिला संकुल संगठन के कार्यों को साझा करने का आग्रह किया...रामपुर आजीविका महिला संकुल संगठन की महिलाएं कुछ देर के लिए ठिठक गईं...लेकिन मुख्यमंत्री ने उनकी झिझक को पल भर में हर लिया...सभी ने संगठन के कार्यों को बताना प्रारंभ किया...मौका था खेलगांव में आयोजित मिट्टी के डॉक्टर सम्मान समारोह का। जहां मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद कार्यक्रम स्थल से बाहर स्टाल में बैठी महिलाओं और उनके द्वारा बनाये गए उत्पाद को देखने पहुंच गये थे।

आपके लिए बैंक लोन की व्यवस्था होगी

रामपुर आजीविका महिला संकुल संगठन की महिलाओं ने कहा कि मुख्यमंत्री जी संगठन की महिलाओं द्वारा बनाये गए उत्पाद को बाजार तक लाने में दिक्कत होती है, ऑटो में तकलीफ होती है...इसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण बस सेवा की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, इस कार्य में बैंक लोन दिलाने में सरकार मदद करेगी।

हर कार्य में कुशल हैं राज्य की महिलाएं

इस क्रम में मुख्यमंत्री की मुलाकात उन कृषक महिलाओं से भी हुई जो मिनी ट्रैक्टर पर सवार एक कुशल चालक की भांति ट्रैक्टर चला रहीं थीं। उनके इस कौशल को देख मुख्यमंत्री ने कहा कि गर्व होता है यह देखकर कि राज्य की महिलाएं सबल व आत्मनिर्भर हो रहीं हैं। लगता है आपकी समृद्धि और आर्थिक स्वावलंबन के सरकार के लक्ष्य को भरपूर गति आपकी ऐसी पहल से अवश्य मिलेगी। झारखण्ड की मेहनतकश महिलाओं, नमन है आपको, सलाम है आपके जज़्बे को।

रविवार, 11 अगस्त 2019

सीएम ने रक्षाबंधन पर सखी मंडल की दीदियों को भेजा बधाई संदेश


रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य में गठित सखी मंडल की दीदियों को रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर एक पत्र लिखकर संदेश भेजा है. इस पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री ने राज्य के सर्वांगीण विकास में सखी मंडल की दीदियों की अहम भूमिका पर उन्हें बधाई दी है.

सखी मंडल की दीदियों के प्रतिबद्धत्ता के साथ किए गए प्रयास को सराहा

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने संदेश में विगत साढ़े चार वर्षों में सभी सखी मंडल की दीदियों के प्रतिबद्धत्ता के साथ किए गए प्रयास को सराहा है. पत्र के जरिए उन्होंने लिखा है कि निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर नए झारखंड के निर्माण में सखी मंडल के दीदियों की भूमिका  अत्यंत महत्वपूर्ण है. मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की डोर को पहुंचाना सरकार का संकल्प है.  सखी मंडल की थी दिया इस संकल्प को पूरा करने में सेतु का कार्य कर रही हैं.

"जल शक्ति अभियान" को सफल बनाने में जुटी हैं सखी मंडल की  बहनें

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने  लिखा है कि सखी मंडल की बहनों ने सरकार द्वारा मिशन मोड में चलाए गए "जल शक्ति अभियान" को सफल बनाने में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. पर्यावण संरक्षण सह जल संवर्धन में सखी मंडल की बहनों ने स्वयं भागीदारी निभाकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी अन्य लोगों को जल संचयन और जल संवर्धन की प्रति प्रेरित और जागरुक करने का कार्य किया है.

चुनौती वाले क्षेत्रों में  मिली है सफलता



मुख्यमंत्री ने आगे पत्र में  लिखा है कि राज्य में कुपोषण, बेरोजगारी, बाल विवाह, डायन बिसाही कुप्रथा इत्यादि चुनौती वाले क्षेत्रों में बहुत हद तक रोक लगाने में हमें सफलता मिली है. सखी मंडल की बहनों ने इन चुनौती वाले क्षेत्रों में प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है यही कारण है कि राज्य में मातृत्व एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आई है. पत्र में आगे उन्होंने लिखा है कि अपने जज्बा और कड़ी मेहनत के बदौलत सखी मंडल की दीदियों ने रानी मिस्त्री बनकर झारखंड को वहां पर शत प्रतिशत खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) बनाने में योगदान दिया. झारखंड की रानी मिस्त्री बनी दीदीया पूरे देश के लिए अनुकरणीय मिसाल बनी हैं.

पत्र मिलने के बाद सखी मंडल की दीदियों में दिखा उत्साह


झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) के द्वारा राज्य  के सभी प्रखंडों के सभी गाँवों में सखी मंडलो का विशेष बैठक ग्राम संगठन के स्तर पर 12 बजे से 2 बजे तक आयोजित किया गया. बैठक में सखी मंडल के सभी सदस्यों ने काफी उत्साहपूर्वक भाग लिया. इस बैठक में मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास जी का रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर सखी मंडल के दीदियों को पत्र के जरिये भेजा गया संदेश पढ़कर सखी मंडल की अध्यक्ष दीदी के द्वारा सभी प्रखंड के सारे सखी मंडल को अवगत कराया गया. साथ ही साथ दीदी लोगों के लिए सरकार द्वारा चलाई जाने वाली विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए इन्हें जागरूक किया गया.

अंतिम व्यक्ति तक विकास की डोर को पहुंचाने का संकल्प

बैठक में सखी मंडल की दीदियों ने यह संकल्प लिया कि विकास की राह पर खड़े अंतिम व्यक्ति तक विकास की डोर को पहुंचाने तथा समाज के सभी वर्गों को विकास की डोर से जोड़कर हम एक स्वच्छ, समृद्ध एवं विकसित झारखण्ड का सपना साकार करेंगे. पत्र पढ़कर सखी मंडल की बहनों ने मुख्यमंत्री श्री रघुबर दास को धन्यवाद दिया और झारखंड को समृद्ध तथा सशक्त बनाने में अपना भरपूर सहयोग देने का शपथ लिया.

बुधवार, 10 जुलाई 2019

संवाददाता दीदी बनाने का आह्वान


रांची। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल ने सभी पंचायतों में संवाददाता दीदी बनाने का आह्वान किया. प्रत्येक सखी मंडल की दीदियों को सरकार के प्रतिदिन होने वाली गतिविधियों की जानकारी अथवा समाचार व्हाट्सएप के जरिए संप्रेषित की जाएगी. अब सोशल मीडिया, ईमेल, वाट्सएप इत्यादि द्वारा रियल टाइम प्रचार-प्रसार का कार्य आसान हुआ है. इनका उपयोग कर जनता और शासन के बीच की दूरियां पूरी तरह दूर की जा सकती हैं. सखी मंडलों के बेहतर उपयोग से गांव को समृद्ध किया जा सकेगा. उन्होंने

ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अविनाश कुमार ने कहा कि सखी मंडल की दीदीयां जनता और सरकार के बीच सेतु का कार्य कर रही हैं. सखी मंडल के स्वरूप को बनाए रखें. इसमें किसी प्रकार से टूट न हो आय उत्पादक गतिविधियों में विभिन्न उत्पाद का क्षेत्रवार मूल्यांकन करें. सखी मंडल के गठन में गरीब महिलाओं को अवश्य जोड़ें. कई ऐसी महिलाएं हैं जो सखी मंडल का हिस्सा नहीं है और बीपीएल परिवार से हैं उन्हें जोड़कर सामाजिक विकास में अपनी भूमिका निभाए.

इस अवसर पर कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की सचिव पूजा सिंघल ने कहा कि अब कृषि विभाग की कुछ योजनाओं का संचालन सखी मंडल के माध्यम से किया जाएगा. जिसमें SOIL हेल्थ कार्ड, पशुपालन से संबंधित योजना, दुग्ध उत्पादन एवं हॉर्टिकल्चर शामिल हैं. कृषि सचिव ने कहा कि प्रत्येक पंचायत में दो मिट्टी के डॉक्टर बनाए जाएंगे. मिट्टी के डॉक्टर सखी मंडल की महिलाएं ही बनेगी. मिट्टी के डॉक्टर बनी दीदीया सरकार द्वारा निर्गत SOIL हेल्थ कार्ड की पूरी जानकारी, उपयोग एवं फायदे को किसानों के साथ साथ जन जन तक पहुंचाने का कार्य करेंगी. कृषि सचिव ने कहा कि पशुपालन के साथ-साथ दुग्ध उत्पादन में भी सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली आदिवासी महिलाओं को जोड़ना सरकार का लक्ष्य है. राज्य सरकार ने 50% अनुदान देकर छोटी-छोटी मिनी डेयरी फार्म स्थापित करने के लिए सखी मंडल की महिलाओं को प्रेरित कर रही है. हॉर्टिकल्चर में भी पपीते, एलोवेरा, फूल, सोयाबीन इत्यादि की खेती से जोड़कर सखी मंडल की महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. पशुपालन के लिए सखी मंडल की महिलाओं को बकरा पालन के लिए शत-प्रतिशत अनुदान, कुक्कुट एवं बत्तख पालन के लिए 90% अनुदान तथा सूकर पालन के लिए 50% अनुदान राज्य सरकार द्वारा दी जा रही है.

खाद्य आपूर्ति सचिव श्री अमिताभ कौशल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित डाकिया योजना के सफल संचालन में सखी मंडल की भूमिका अहम होगी. वैसे सुदूरवर्ती क्षेत्र जहां पर परिवारों की संख्या कम है वहां भी डाकिया योजना के अंतर्गत राशन पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है. इसके अलावा टेक होम राशन के तहत 6 महीने से 3 वर्ष के बच्चों तक आंगनवाड़ी के माध्यम से चावल, दाल, गुड़, मूंगफली इत्यादि का वितरण सुनिश्चित करने में सखी मंडल अपनी सक्रियता रखेंगी. अब अंडा खरीद के लिए टेंडर वाली प्रक्रिया समाप्त होगी. राज्य सरकार सखी मंडल द्वारा पोल्ट्री फॉर्म के जरिए उत्पादित अंडा क्रय करेगी. उन्होंने कहा कि राज्य में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत वंचित 14 लाख परिवारों को 30 सितंबर तक एलपीजी गैस सिलेंडर कनेक्शन उपलब्ध कराना लक्ष्य है. इस योजना का लाभ अंतिम लाभुक तक पहुंच सके इसके लिए राज्य के प्रत्येक पंचायत में उज्वला दीदी नियुक्त की जा रही हैं. उज्वला दीदी ग्रामीण लोगों को एलपीजी के सेफ्टी उपयोग की भी जानकारी देंगी.

इस अवसर पर स्वागत भाषण जेएसएलपीएस के सीईओ श्री राजीव रंजन ने दिया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री दुमका जिले की डीपीएम श्रीमती आशियानी मर्की, लातेहार डीपीएम श्री सचिन साहू, गिरिडीह डीपीएम श्री संजय गुप्ता एवं डीपीएम रांची श्रीमती शांति मार्डी ने अपने अपने जिले में किए जा रहे नए इनोवेटिव कार्यों की जानकारी दी तथा अपने अनुभव एवं सुझाव साझा किया.

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...