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सोमवार, 11 फ़रवरी 2019

लातेहार में मुख्यमंत्री सुकन्या जागरुकता समारोह


★मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत राज्य में अब तक 12 करोड़ 18 लाख रुपये का वितरण हुआ; आज पलामू प्रमंडल के 4,183 बालिकाओं के बीच ₹2 करोड़ 30 हजार रुपये का वितरण किया।
★बच्चियों के जन्म से लेकर पढ़ाई और विदाई तक सरकार सहारा बनेगी

★किसान को डबल फायदा, डबल इंजन की सरकार देगी

महत्वपूर्ण तथ्य--

★मुख्यमंत्री ने 4 अरब, 6 करोड़, 98 लाख, 51 हजार और 528 रुपये की योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया

★मुख्यमंत्री ने 34 हजार, 800 सौ, 13 लाख, 52 हजार 78 हजार रूपये की परिसंपत्तियों का किया वितरण

★मुख्यमंत्री ने महुआडांड़ प्रखंड के 38 गांव के 41 हजार से ज्यादा ग्रामीणों को शुद्ध पेयजलापूर्ति हेतु 46 करोड़ की पाइपलाइन योजना का किया शिलान्यास

★119 शिक्षको को मिला नियुक्त पत्र


राज्हर, लातेहार।  माँ तू मुझे जगत में आने दे/ मैं तेरा ही तो अंश हूँ/ माँ के गर्भ में पल रही सृष्टि की जननी बेटी की मन को छू लेनेवाली यह उक्ति है। यह महज एक मार्मिक कविता नहीं बल्कि इसकी भावना को जन आंदोलन बनाना है। ताकि कन्या भ्रूण हत्या थमे और भारतीय संस्कृति में जिस नारी को शक्ति का स्थान देकर पूजा जाता है वह इस धरा पर अवतरित हो। वह आगे बढ़े, उत्कृष्ट बनें। सरकार यही चाहती है। यही वजह रही कि मुख्यमंत्री सुकन्या योजना को राज्य में लागू किया गया। इस कार्य में जन सहभागिता जरूरी है ताकि हर घर की बच्ची इस योजना से आच्छादित हो सके। उपरोक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही। श्री दास सोमवार को लातेहार में आयोजित मुख्यमंत्री सुकन्या योजना जागरूकता समारोह में बोल रहे थे।

बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का संदेश प्रधानमंत्री ने पानीपत से दिया था।
श्री रघुवर दास ने कहा कि लड़का और लड़की के लिंगानुपात को समतुल्य करने के उदेश्य से बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का संदेश प्रधानमंत्री ने पानीपत से दिया था। राज्य सरकार उस बेटी के संरक्षण और उसके संवर्धन के लिए पहले पढ़ाई, फिर विदाई की बात करती है। सरकार कृतसंकल्पित है हर उस अंत्योदय और अनाथ बच्चियों के जन्म से लेकर विदाई तक सहारा बनने के लिए।

भ्रूण परीक्षण करने वाले पाप कर रहे हैं; कानून के दायरे में आएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के समय में आदिवासी समाज कन्या भ्रूण हत्या से दूर है। जबकि शहर में बसने वाले पढ़े लिखे लोग अल्ट्रासाउंड के माध्यम से आनेवाली कन्या की हत्या कर रहें हैं। भ्रूण परीक्षण करने वाले दोषी चिकित्सक; यह पाप ना करें। अन्यथा सरकार आपके विरुद्ध कानून सम्मत कदम उठायेगी।

महिलाएं विकास की धुरी, पोल्ट्री फेडरेशन के गठन 1 माह में
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाएं विकास की धुरी हैं। महिलाओं को धुंआ से मुक्ति प्रदान करने के लिए 4 वर्ष में 27 लाख गैस सिलिंडर और चूल्हा का वितरण किया गया। तीसरे चरण में 15 लाख गैस सिलेंडर और चूल्हा का वितरण कार्य 23 फरवरी 2019 से प्रारम्भ होगा। जिसके तहत 3 हजार सिलेंडर और चूल्हा राज्य की महिलाओं को एक साथ प्रदान किया जाएगा। महिलाओं के स्वावलंबन हेतु 13 अनुसूचित क्षेत्र में पोल्ट्री फेडरेशन के गठन 1 माह के अंदर होगा ताकि मुर्गी के अंडा का उत्पादन कर महिलाएं स्वावलंबी बन सकें।
3 माह में 57 लाख परिवारों तक पहुंचेगा गोल्डन कार्ड
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड हर क्षेत्र में विकास की गाथा लिख रहा है। घर घर बिजली, पेयजल और स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने का कार्य हो रहा है। संसार की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत के तहत अबतक राज्य में 16 लाख गोल्डन कार्ड का वितरण हो चुका है। 3 माह के अंदर 57 लाख परिवार तक गोल्डन कार्ड पहुंच जाएगा। ताकि गरीब नामित अस्पताल में अपना इलाज करा सकें।
14 साल तक टाना भगतों की सुध किसी ने नहीं ली, गांव सुखी होगा तो राज्य सुखी होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों की सबसे अधिक जमीन लूटने का कार्य आदिवासी नामधारी पार्टी ने किया है। महज निजी स्वार्थ के लिए आदिवासियों का उपयोग किया गया। आजादी की लड़ाई में योगदान देने वाले टाना भगतों की सुध किसी ने 14 वर्ष तक नहीं ली। अब राज्य सरकार टाना भगतों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर देगी। आज टाना भगतों के आर्थिक स्वावलंबन हेतु दुधारू गाय का वितरण का आत्मिक खुशी हुई। मुख्यमंत्री ने बताया कि 1200 आदिवासी और दलित गांव में पानी की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य आरंभ हो चुका है। अप्रैल माह में गांव में ही पानी मिले यह सुनिश्चित किया जा रहा है।
किसानों को डबल फायदा, डबल इंजन की सरकार देगी
श्री रघुवर दास ने कहा कि झारखण्ड गांव में बसता है और वहां बसते हैं हमारे किसान। जिनकी सुध केंद्र और राज्य सरकार ने ली। केंद्र सरकार की योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ 6 हजार रुपये प्रदान करेगी। वहीं राज्य सरकार मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत किसान भाई बहनों को प्रति एकड़ पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना के दायरे में 5 एकड़ और एक एकड़ से कम जमीन के किसान आएंगे। उक्त अनुदान की राशि किसानों को खाद, बीज व अन्य कृषि कार्य हेतु उपयोगी चीज खरीद सकेंगे। इस योजना पर सरकार 2 हजार 250 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इस तरह झारखण्ड के एक किसान को कम से कम 11 हजार रुपये प्रति एकड़ किसान को मई माह से लाभ मिलेगा। इस योजना के दायरे में राज्य के 22 लाख किसान आएंगे। ऐसे में किसानों को डबल फायदा डबल इंजन की सरकार देगी।

अपनी संस्कृति बचाएं, सरकार सभी धर्म का सम्मान करती है
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ विदेशी ताकतें आदिवासियों की संस्कृति, बिरसा आबा, सिधो कान्हो की संस्कृति को बर्बाद करना चाहते हैं। ऐसी शक्तियों से मिलकर मुकाबला करना है। विदेशी शक्ति ने आदिवासियों नकी जमीन को लूटा है । हमें नीलाम्बर पीताम्बर की संस्कृति को अक्षुण रखना है। सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है लेकिन लोभ देकर धर्म से छेड़छाड़ सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।
4 वर्ष में 1500 करोड़ की योजना लातेहार में लागू हुई
लातेहार विधायक श्री प्रकाश राम ने कहा कि 4 साल में जो विकास के कार्य हुए वह पूर्व में नहीं हुए । 4 साल में 1500 करोड़ की योजना लातेहार में लागू की गई। सरकार हमेशा से संवेदनशील रही है।

लातेहार में शांति विकास का प्रतिफल
माणिका विधायक श्री हरे कृष्ण सिंह ने कहा कि आज लातेहार में शांति है यह विकास का प्रतिफल है। सरकार की सोच सिर्फ विकास है। मुख्यमंत्री जी का प्रयास है कि योजनाओं का लाभ जन जन तक पहुंचे।

इस अवसर ओर सचिव समाज कल्याण एवं बाल विकास श्री अमिताभ कौशल ने सुकन्या योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। वहीं लातेहार के उपायुक्त श्री राजीव कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

कार्यक्रम में प्रमंडलीय आयुक्त, उप विकास आयुक्त, आरक्षी अधीक्षक समेत सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

रविवार, 10 फ़रवरी 2019

वीर शहीद तेलंगा खड़िया की जयंती मनी

रांची। आज  वीर शहीद तेलंगा खड़िया के जयंती के अवसर पर पुष्पांजलि अर्पित करते किये। इस दौरान रांची नगर निगम  के महापौर आशा लकड़ा ने कहा कि आज के समय मे हम आदिवासी को अपनी जंगल ,जमीन समाज को बचाना है तब ही हमारी जीवन बच सकती है। अभी हमारी जमीन पर बहुत लोगों की नजर है। इस जमीन को है हमारे पोरवजो ने हमें दिया है।
आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के अध्यक्ष राजु महतो ने कहा कि झारखंड शहीदों की भूमि है और इस पावन भूमि में जन्म लेना हम झारखंडियों के लिये गौरव की बात है। शहीद तेलंगा खड़िया के आदर्शों और उनके बताते गये बातों को आत्मसात करना चाहिये। उन्होंने कहा कि जिस खुशहाल झारखंड की कल्पना हमारे शहीदों ने की थी वैसी खुशहाली से हम आज भी महरूम हैं।
उप महापौर संजीव विजया वर्गीय ने कहा कि हमें शहीदों की कुर्बानी को भूलना नहीं चाहिये। बल्कि उनके बताये रास्ते पर चलना चाहिये।
वार्ड पार्षद कुलभूषण डूंगडुंग ने कहा कि खड़िया समाज इतनी शिक्षित होने के बावजूद दूसरे की बातों में चल रहे हैं। अभी खड़िया समाज संकट में है। खड़िया लोगों की जमीन की राजिस्टिरि नही हो रही है, यह बहुत ही दुखद बात है।
इस अवसर पर सुशील केरकेट्टा, किशोर, श्याम कुजूर, श्याम महतो, मेरिन्युस बा:, डॉ सोरेंग,  राजू गोप , सुशील केरकेट्टा, चंद्र किशोर केरकेटा, मेरी कोलिडिया सोरेंग, जोवकीम डुंगडुंग के अलावे बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

शिव केवल नाम के नहीं, काम के भी गुरू : हरीन्द्रानंद

परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम , सिमडेगा में शिव गुरु महोत्सव आयोजित


रांची। शिव शिष्य हरीन्द्रानन्द फाउंडेशन द्वारा परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम, सिमडेगा, झारखण्ड में शिव गुरू महोत्सव आयोजित किया गया। उक्त कार्यक्रम का आयोजन महेश्वर शिव के गुरू स्वरूप से एक-एक व्यक्ति का शिष्य के रूप में जुड़ाव हो सके, इसी बात को सुनाने और समझाने के निमित्त किया गया था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरेण्य गुरूभ्राता हरीन्द्रानन्द ने कहा कि शिव केवल नाम के नहीं अपितु काम के गुरू हैं। शिव के औढरदानी स्वरूप से धन, धान्य, संतान, सम्पदा आदि प्राप्त करने का व्यापक प्रचलन है, तो उनके गुरू स्वरूप से ज्ञान भी क्यों नहीं प्राप्त किया जाय? किसी संपत्ति या संपदा का उपयोग ज्ञान के अभाव में घातक हो सकता है। हरीन्द्रानन्द जी ने कहा कि शिव जगतगुरू हैं अतएव जगत का एक-एक व्यक्ति चाहे वह किसी धर्म, जाति, संप्रदाय, लिंग का हो शिव को अपना गुरू बना सकता है। शिव का शिष्य होने के लिए किसी पारम्परिक औपचारिकता अथवा दीक्षा की आवश्यकता नहीं है। केवल यह विचार कि ‘‘शिव मेरे गुरू हैं’’ शिव की शिष्यता की स्वमेव शुरूआत करता है। इसी विचार का स्थायी होना हमको आपको शिव का शिष्य बनाता है।
शिव शिष्य हरीन्द्रानन्द फाउंडेशन के अध्यक्षा श्रीमती बरखा ने कहा शिव के शिष्य एवं शिष्याएँ अपने सभी आयोजन ‘‘शिव गुरू हैं और संसार का एक-एक व्यक्ति उनका शिष्य हो सकता है’’, इसी प्रयोजन से करते हैं। ‘‘शिव गुरू हैं’’ यह कथ्य बहुत पुराना है। भारत भूखंड के अधिकांश लोग इस बात को जानते हैं कि भगवान शिव गुरू हैं, आदिगुरू एवं जगतगुरू हैं। हमारे साधुओं, शास्त्रों और मनीषियों द्वारा महेश्वर शिव को आदिगुरू, परमगुरू आदि विभिन्न उपाधियों से विभूषित किया गया है।
प्रो॰ रामेश्वर मंडल आस्था बनाम अंधविश्वास पर बालते हुए कहा आस्था सकारात्मक है और इसके विपरीत अंधविश्वास जीवन में कुण्ठा एवं निराशा उत्पन्न करता है। जीवन के हर पहलू पर व्यक्ति को वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। अंधविश्वास और अफवाहें सचमुच में एक व्याधि है जिसके निदान के लिए सबों को सजग रहना होगा और समाज में जागरूकता फैलानी होगी। सही गुरू का सानिध्य व्यक्ति को अंधविश्वासों से मुक्त करता है। प्रो॰ रामेश्वर मंडल ने बताया कि समाज में फैली कुरीतियों, कुसंस्कारों, अंधविश्वासों, अफवाहों के प्रति स्वच्छ जागरूकता पैदा करना एक-एक व्यक्ति का नैतिक कर्त्तव्य है। शिव का शिष्य होने में मात्र तीन सूत्र ही सहायक है।
पहला सूत्र:- अपने गुरू शिव से मन ही मन यह कहें कि ‘‘हे शिव! आप मेरे गुरू हैं। मैं आपका शिष्य हूँ। मुझ शिष्य पर दया कर दीजिए।’’
दूसरा सूत्र:- सबको सुनाना और समझाना है कि शिव गुरू हैं; ताकि दूसरे लोग भी शिव को अपना गुरू बनायें।
तीसरा सूत्र:- अपने गुरू शिव को मन ही मन प्रणाम करना है। इच्छा हो तो ‘‘नमः शिवाय’’ मंत्र से प्रणाम किया जा सकता है।
इस महोत्सव में समीपवर्ती क्षेत्रों से लगभग आठ से दस हजार लोग शामिल हुए। इस कार्यक्रम में शिव कुमार विश्वकर्मा, इन्द्रभूषण सिंह, आरती गुप्ता, अशोक गुप्ता समेत अन्य वक्ताओं ने भी अपने -अपने विचार दिए।

शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2019

सीएम रघुवर दास ने गुब्बारा उड़ाकर किया रन फॉर सेफ्टी का शुभारंभ


◆बच्चों के साथ के सैनिक मार्केट से मोरहाबादी तक पैदल चलकर गये सीएम
◆सैनिक मार्केट से मोरहाबादी मैदान तक मैराथन का आयोजन हुआ
◆ रांची स्मार्ट सिटी की ओर अग्रसर, यहां के नागरिक भी स्मार्ट बनें
◆ अच्छे नागरिक कानून का पालन करते हैं, युवा आप राज्य सबसे बड़ी संपदा होः सीएम रघुवर दास



रांची। देश और राज्य के युवाओं आप अनमोल संसाधन हो। आप कानून का पालन डर से नहीं बल्कि एक अच्छे नागरिक होने के नाते करें। युवाओं आप ही इस समाज को बदल सकता हैं। आप खुद बदलें, और लोगों को भी बदलने का प्रयास करें। राज्य का हर नागरिक अगर यातायात नियमों का पालन करे तो सड़क दुर्घटना रहित झारखण्ड का निर्माण हो सकता है। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने यह बात रांची के सैनिक मार्केट में 30वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह 2019 “ रन फ़ॉर सेफ्टी” के अवसर पर कही।

बिना सीट बेल्ट पकड़े गए तो लाइसेंस रद्द होगा
मोटरसाइकिल चलाने वाले हेलमेट पहनें और कार चालक सीट बेल्ट का उपयोग करें। यह आपकी सुरक्षा के लिए जरूरी है। हम सिर्फ कानून से समाज को नहीं बदल सकते बल्कि जागरूकता का इसमें अहम योगदान होता है। पूरे राज्य में सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया गया। ताकि नागरिकों में यातायात नियमों के पालन हेतु जागरूकता का संचार हो। आने वाले दिनों में सीट बेल्ट नहीं लगाने वालों के लिए सरकार यह नियम बनाने जा रही जिसके तहत तीन बार बिना सीट बेल्ट लगाए कार चलाने वालों को लाइसेंस नहीं दिया जाएगा।

केवल कानून से नहीं जागरूकता से समाज को बदला जा सकता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं हम मानव रूप में इस पृथ्वी में हैं। जीवन अनमोल है। सड़क दुर्घटना में हो रही मौत चिंता का विषय है। कानून से सिर्फ समाज को नहीं बदला जा सकता है इसके लिए जागरूकता बेहद जरूरी है। परिवहन विभाग अब कानून के साथ जागरूकता का संचार कर यातायात के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रही है।

युवा और स्कूली बच्चे जागरूक बनें, जान आपकी है
मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि सरकार विभिन्न माध्यम से यातायात नियमों के को लागू करवाने का प्रयास कर रही है। हर 3 दिन में एक मौत होती है। हमें ऐसा कार्य करना है कि हादसे के आंकड़ों में भारी गिरावट आएं। युवा वर्ग के लोग, स्कूल के बच्चे बिना हेलमेट के तीन सवारी बैठा कर वाहन चलाते हैं। यह ठीक नहीं। पुलिस से बचने के लिए यातायात नियमों का पालन डर से नहीं बल्कि खुद की सुरक्षा के लिए करें। आप स्वस्थ और सुरक्षित रहें यही सरकार की कामना है।

मौत का मुख्य कारण हेलमेट नहीं पहनना
सचिव परिवहन श्री प्रवीन टोप्पो ने कहा कि हर रोज 12 हादसे होते हैं। मौत का मुख्य कारण हेलमेट का नहीं होना रहता है। हेलमेट जरूर पहनें। यह बहुत जरूरी है। इस कार्यक्रम का उदेश्य वाहन चलाने वालों के लिए यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने का है। का पालन करवाने का है।

थोड़ी सी असावधानी जान जाने का कारण न बने
उपायुक्त रांची श्री राय महिमापत रे ने कहा कि पहली बार किसी मुख्यमंत्री का आगमन इस तरह का कार्यक्रम में हुआ है। यह उत्साहित करने वाला है। यातायात नियमों का पालन जरूरी है हमारी थोडी सी असावधानी कहीं हमारी और आपकी जिंदगी के लिए दुखदाई साबित न हो जाये है।

इस अवसर पर वरीय पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता, यातायात पुलिस अधीक्षक, विभिन्न संस्थाओं का लोग , बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे और युवा शामिल हुए।

गुरुवार, 7 फ़रवरी 2019

राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम रोजगार सृजन की दिशा में कार्य करेःरघुवर दास



रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में झारखंड में काफी कार्य हो रहे हैं।  सहकारी क्षेत्र को मजबूत कर समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक विकास की किरण आसानी से पहुंचाई जा सकती है। उन्हें रोजगार से जोड़कर उनके जीवन में बदलाव लाया जा सकता है। इसे देखते हुए झारखंड सरकार इसे बढ़ावा दे रही है। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहीं। मुख्यमंत्री राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के प्रबंध निदेशक श्री संदीप कुमार नायक से मुलाकात के दौरान बोल रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पोल्ट्री, मिल्क, फिशरी आदि क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है। जिससे बड़ी संख्या में लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा गया है। सरकार इसे और मजबूत करने की दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने निर्देश दिया कि अनुसूचित जनजाति बहुल 13 जिलों में पोल्ट्री फेडरेशन के गठन में तेजी लायें। निगम इसमें सहयोग करे। राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम फंडिंग कर सकता है। निगम के प्रबंध निदेशक राज्य में वेजफेज, झास्को फिश, झास्को लेम्प, पोल्ट्री, मिल्क फेडरेशन के क्षेत्र में बेहतर कार्य हुए हैं। निगम सहकारी क्षेत्र में आधारभूत संरचना निर्माण, प्रशिक्षण मार्केट लिंकेज, संस्थागत विकास आदि के लिए सब्सिडी के साथ लोन प्रदान करता है। झारखंड इसका अधिक से अधिक लाभ ले।

बैठक में मुख्य सचिव श्री सुधीर त्रिपाठी, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह, कृषि विभाग की सचिव श्रीमती पूजा सिंघल समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

जन कल्याणकारी योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाएंः रघुवर दास




रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि गांव, गरीब और किसान के कल्याणार्थ सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाना राज्य सरकार की प्राथमिकता रही है. पिछले 4 वर्षों में राज्य में उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय निर्माण योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, हर घर में बिजली कनेक्शन पहुंचाने इत्यादि जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रतिबद्धता के साथ लागू किया गया है. राज्य में गरीब, आदिवासी, दलित, पीड़ित परिवार सहित सभी वर्गों के लोगों को सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिले यह सुनिश्चित करना हम सबों का लक्ष्य होना चाहिए. उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने आज झारखण्ड मंत्रालय में आयोजित 20 सूत्री प्रदेश/जिला एवं प्रखंड कार्यालय समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहीं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत तीसरे चरण में सरकार द्वारा राज्य में सभी कार्डधारी परिवार के महिलाओं को एलपीजी गैस सिलेंडर एवं चूल्हा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है. वैसे कार्डधारी परिवार जिसका पहले से कोई गैस कनेक्शन नहीं है वैसे परिवारों के महिलाओं को उज्जवला योजना का लाभ मिल सकेगा. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का पहला एवं दूसरा चरण शत प्रतिशत सफल रहा है. तीसरे चरण में भी हम लोगों को शत प्रतिशत सफल होना है. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है इसका लाभ गरीब से गरीब परिवारों तक पहुंचाना प्राथमिकता होनी चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के किसानों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. सरकार द्वारा राज्य में मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना प्रारंभ की गई है. इस योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ ₹5000 की अनुदान राशि कृषि कार्य के लिए उपलब्ध करा रही है. वैसे किसान जिनके पास 5 एकड़ अथवा उससे कम कृषि भूमि है उन्हें अनुदान राशि का लाभ मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार राज्य में "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" योजना को सफल बनाने के लिए राज्य में सुकन्या योजना की शुरुआत हुई है. इस योजना के तहत जन्म से लेकर 18 वर्ष तक के उम्र तक बेटियों को अनुदान राशि उपलब्ध कराई जा रही है. इन सभी जनकल्याणकारी योजनाओं को गांव गांव तक शत प्रतिशत धरातल में उतारने के लिए 20 सूत्री प्रदेश/जिला एवं प्रखंड समिति के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं प्रखंड स्तर के 20 सूत्री से जुड़े पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. मुख्यमंत्री ने प्रदेश जिला एवं प्रखंड से पहुंचे 20 सूत्री अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं संबंधित लोगों से अपील किया कि सरकार की योजनाओं को प्रतिबद्धता के साथ गांव गरीब और किसान के बीच लागू करें.

इस अवसर पर कृषि सचिव  पूजा सिंघल ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी दी. वहीं खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव श्री अमिताभ कौशल ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तीसरे चरण की कार्य योजना पर विस्तृत प्रकाश डाला.

इस अवसर पर राज्य 20 सूत्री समिति के अध्यक्ष राकेश प्रसाद, सभी जिलों से पहुंचे जिला एवं प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष उपाध्यक्ष एवं संबंधित अन्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे.

रविवार, 3 फ़रवरी 2019

झारखंड के पहले महिला विश्वविद्यालय जमशेदपुर वूमेन यूनिवर्सिटी का ऑनलाइन शिलान्यास

 प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, श्रीनगर से किया शिलान्यास
जमशेदपुर के हृदय स्थल सिदगोड़ा में सूर्य मंदिर के बगल में 18 एकड़ जमीन पर ₹89 करोड़ की लागत से होगा निर्माण

बच्चियों से अपील है कि खूब पढ़ो, उत्कृष्ट बनोः रघुवर दास

जमशेदपुर। प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के श्रीनगर स्थित एसकेआईसीसी से झारखंड के प्रथम महिला विश्वविद्यालय - जमशेदपुर विमेंस यूनिवर्सिटी का ऑनलाइन शिलान्यास किया। राज्य के मुख्यमंत्री  रघुवर दास झारखंड के प्रथम महिला विश्वविद्यालय के ऑनलाइन शिलान्यास के इस ऐतिहासिक अवसर पर जमशेदपुर विमेंस कॉलेज के इनडोर स्टेडियम में उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आजादी के 70 वर्ष बीतने के बाद झारखंड में पहली बार महिला विश्वविद्यालय का शिलान्यास हो रहा है। आज का दिन विशेष रूप से राज्य की आधी आबादी लिए ऐतिहासिक दिन है। यह विश्वविद्यालय जमशेदपुर के हृदय स्थल सिदगोड़ा में सूर्य मंदिर के बगल में लगभग 18 एकड़ जमीन पर बनेगा। जिसके लिए राज्य सरकार 56 करोड़ और केंद्र सरकार 33 करोड़ रुपए देगी। इसके लिए देश के प्रधानमंत्री को बहुत-बहुत आभार।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश और राज्य की बच्चियां हर क्षेत्र में नाम रोशन कर रही हैं। बच्चियों के अंदर जो प्रतिभा है इस प्रतिभा को शिक्षा के माध्यम से और खेल के क्षेत्र में निखारने के लिए सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने उपस्थित छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चियां मन लगाकर पढ़े और जिस क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करना चाहती हैं उस क्षेत्र में आगे बढ़ें। आज हम वैश्विक युग में जी रहे हैं। आज दुनिया या समाज में अगर भारत को आगे ले जाना है तो जिसके पास ज्ञान का भंडार होगा, और बुद्धि का विस्तार होगा वही राज्य और देश आगे बढ़ेगा और उसी को ध्यान में रखकर महिला शिक्षा पर राज्य और केंद्र सरकार द्वारा विशेष जोर दिया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अनुरूप राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर 24 जनवरी को मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की शुरुआत झारखंड में की गई। यह योजना बालिका ड्रॉपआउट दर को कम करने और मातृत्व मृत्यु दर को न्यून करने के उद्देश्य से शुरू की गई है।


4 वर्ष में 5 नए सरकारी विश्वविद्यालयों की शुरुआत
मुख्यमंत्री ने कहा की उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात जो वर्ष 2010-11 में 10.1% था वह वर्ष 2017-18 में 18% हो गया है। वर्ष 2004 तक राज्य में 5 सरकारी विश्वविद्यालय थे, हमारी सरकार द्वारा अब तक 4 नए सरकारी विश्वविद्यालय की शुरुआत की गई जिसमें विनोद बिहारी महतो विश्वविद्यालय, रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय, झारखंड तकनीकी विश्वविद्यालय तथा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय खोले जा चुके हैं। जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के अस्तित्व में आने के बाद राज्य में सरकारी विश्वविद्यालयों की कुल संख्या 10 हो जाएगी जिसमें से पांच विश्वविद्यालय में विगत 4 वर्षों में अस्तित्व में आने की शुरुआत हुई। निजी विश्वविद्यालयों की संख्या जो पहले 4 थी गत 4 वर्षों में बढ़कर 15 हो गई है।

आधी आबादी की शिक्षा पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला शिक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए इस महिला विश्वविद्यालय के अलावा 11 जिलों में महिला महाविद्यालय का निर्माण कराया जा रहा है। साथ ही रामगढ़ में एक महिला इंजीनियरिंग कॉलेज का भी निर्माण कराया जा रहा है।

उच्च शिक्षा के क्षेत्र में तीव्र गति से प्रगति
मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 जिलों में मॉडल डिग्री कॉलेज तथा 31 डिग्री कॉलेज भी स्वीकृत किए गए हैं। 30 नए कॉलेजों हेतु 871 पद स्वीकृत किए गए हैं 1108 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है। वर्ष 2014 तक मात्र एक कॉलेज ने नैक कराया था जो कि यह संख्या बढ़कर 96 हो चुकी है। तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देते हुए इस वर्ष 4 नए पॉलिटेक्निक में पठन-पाठन प्रारंभ किया गया है। जमशेदपुर में प्रोफेशनल कॉलेज का कार्य लगभग पूर्ण है। रामगढ़, कोडरमा एवं पलामू में इंजीनियरिंग कॉलेज का कार्य प्रगति पर है। रूसा के तहत बोकारो तथा गोड्डा में दो प्रोफेशनल कॉलेज की स्वीकृति भारत सरकार द्वारा दी गई है। राज्य के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में सरकार प्लेसमेंट सेल तथा एंटरप्रेन्योर एवं इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की जाएगी। कौशल विकास के तहत राज्य के 1,06,619 युवाओं को एक ही दिन में रोजगार प्रदान किया गया था।

2 साल में बनकर तैयार होगा महिला विश्वविद्यालय
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महिला विश्वविद्यालय की कुल लागत ₹89 करोड़ है जिसमें से ₹56 करोड़ राज्य सरकार ₹33 करोड़ भारत सरकार देगी। उन्होंने कहा कि फरवरी माह से निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा और 2 साल के अंदर जमशेदपुर में महिला विश्वविद्यालय कार्य करने लगेगा।

प्रधानमंत्री द्वारा श्रीनगर के एसकेआईसीसी में ऑनलाइन शिलान्यास होते ही इस बात की औपचारिक घोषणा हुई कि जमशेदपुर वुमेन कॉलेज जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय बन गया। पूरे झारखंड राज्य के प्रथम महिला विश्वविद्यालय की शिलान्यास पट्टिका का अनावरण प्रधानमंत्री के हाथों संपन्न हुआ।कॉलेज परिसर में हर्षोल्लास की लहर दौड़ गई। कॉलेज की प्राचार्या, शिक्षिकाओं एवं छात्राओं ने एक दूसरे का मुंह मीठा कर खुशी व्यक्त की। जमशेदपुर विमेन कॉलेज के रूप में कार्यरत उक्त शिक्षण संस्थान के इनडोर स्टेडियम में कोल्हान विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती डॉक्टर शुक्ला मोहंती, कॉलेज की प्राचार्या, शिक्षकगण एवं छात्राएं वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े हुए थे।

इस अवसर पर जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद श्री विद्युत वरण महतो, एचआरडी सचिव, झारखंड सरकार श्री राजेश कुमार शर्मा, राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान रूसा के निदेशक श्री दिनेश प्रसाद, पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त श्री अमित कुमार, जिले के वरीय आरक्षी अधीक्षक श्री अनूप बिरथरे एवं अन्य पदाधिकारी गण उपस्थित थे।

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