रांची। आज वीर शहीद तेलंगा खड़िया के जयंती के अवसर पर पुष्पांजलि अर्पित करते किये। इस दौरान रांची नगर निगम के महापौर आशा लकड़ा ने कहा कि आज के समय मे हम आदिवासी को अपनी जंगल ,जमीन समाज को बचाना है तब ही हमारी जीवन बच सकती है। अभी हमारी जमीन पर बहुत लोगों की नजर है। इस जमीन को है हमारे पोरवजो ने हमें दिया है।
आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के अध्यक्ष राजु महतो ने कहा कि झारखंड शहीदों की भूमि है और इस पावन भूमि में जन्म लेना हम झारखंडियों के लिये गौरव की बात है। शहीद तेलंगा खड़िया के आदर्शों और उनके बताते गये बातों को आत्मसात करना चाहिये। उन्होंने कहा कि जिस खुशहाल झारखंड की कल्पना हमारे शहीदों ने की थी वैसी खुशहाली से हम आज भी महरूम हैं।
उप महापौर संजीव विजया वर्गीय ने कहा कि हमें शहीदों की कुर्बानी को भूलना नहीं चाहिये। बल्कि उनके बताये रास्ते पर चलना चाहिये।
वार्ड पार्षद कुलभूषण डूंगडुंग ने कहा कि खड़िया समाज इतनी शिक्षित होने के बावजूद दूसरे की बातों में चल रहे हैं। अभी खड़िया समाज संकट में है। खड़िया लोगों की जमीन की राजिस्टिरि नही हो रही है, यह बहुत ही दुखद बात है।
इस अवसर पर सुशील केरकेट्टा, किशोर, श्याम कुजूर, श्याम महतो, मेरिन्युस बा:, डॉ सोरेंग, राजू गोप , सुशील केरकेट्टा, चंद्र किशोर केरकेटा, मेरी कोलिडिया सोरेंग, जोवकीम डुंगडुंग के अलावे बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के अध्यक्ष राजु महतो ने कहा कि झारखंड शहीदों की भूमि है और इस पावन भूमि में जन्म लेना हम झारखंडियों के लिये गौरव की बात है। शहीद तेलंगा खड़िया के आदर्शों और उनके बताते गये बातों को आत्मसात करना चाहिये। उन्होंने कहा कि जिस खुशहाल झारखंड की कल्पना हमारे शहीदों ने की थी वैसी खुशहाली से हम आज भी महरूम हैं।
उप महापौर संजीव विजया वर्गीय ने कहा कि हमें शहीदों की कुर्बानी को भूलना नहीं चाहिये। बल्कि उनके बताये रास्ते पर चलना चाहिये।
वार्ड पार्षद कुलभूषण डूंगडुंग ने कहा कि खड़िया समाज इतनी शिक्षित होने के बावजूद दूसरे की बातों में चल रहे हैं। अभी खड़िया समाज संकट में है। खड़िया लोगों की जमीन की राजिस्टिरि नही हो रही है, यह बहुत ही दुखद बात है।
इस अवसर पर सुशील केरकेट्टा, किशोर, श्याम कुजूर, श्याम महतो, मेरिन्युस बा:, डॉ सोरेंग, राजू गोप , सुशील केरकेट्टा, चंद्र किशोर केरकेटा, मेरी कोलिडिया सोरेंग, जोवकीम डुंगडुंग के अलावे बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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