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रविवार, 4 नवंबर 2018

एचइसी प्रबंधन से वेतन पुनरीक्षण पर वार्ता का आग्रह


रांची। एचइसी प्रबंधन और श्रमिक संगठनों के बीच वेतन पुनरीक्षण और मजदूर समस्याओं को लेकर श्रम विभाग में त्रिस्तरीय वार्ता संपन्न हुई। सभी पक्षो की बात सुनने के बाद क्षेत्रीय श्रम आयुक्त जी एस दुराई बुरु ने प्रबंधन और श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों को द्वीपक्षीय वार्ता कर निदान निकालने का परामर्श दिया। वार्ता में हटिया मजदूर यूनियन के अध्यक्ष भवन सिंह, कार्यकारणी अध्यक्ष हरेन्द्र प्रसाद यादव, महामंत्री राजेन्द्र कांत महतो, संगठन मंत्री रमा शंकर प्रसाद, संगठन सचिव जॉन तिग्गा, प्रबंधन की ओर से प्रबन्धक प्रशांत पाठक, उप प्रबंधक संतोष मिश्रा और श्रम विभाग की तरफ से क्षेत्रीय श्रमायुक्त शामिल थे।    
उल्लेख्य है कि प्रबंधन ने 10 अक्टूबर को ही वार्ता के लिए श्रमिक संगठनों से 3 प्रतिनिधियों का नाम मांगा था। लेकिन श्रमिक संगठनों की तरफ से कृष्णमोहन सिंह का अंतिम नाम 30 अक्टूबर को आया। इसके कारण वार्ता में अनावश्यक विलंब हुआ। प्रबन्धन ने 12 अक्टूबर तक सभी यूनियनों से 3 प्रतिनिधियों का नाम मांगा था। हटिया मजदूर यूनियन ने विलंब के कारण संबंधी प्रबंधन की शिकायत पर सहमति जताते हुए प्रबंधन से यथाशीघ्र द्विपक्षीय वार्ता बुलाने का आग्रह किया है।


कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती : आदर्श मल्लिक



* छात्र हित के लिए समर्पित ऊर्जावान युवा
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कहते हैं बिना कुछ किए जय- जयकार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। बिना संघर्ष किए सफलता हासिल नहीं होती। जो कभी संघर्ष का मैदान नहीं छोड़ेगा,  हमेशा मेहनत करता रहेगा, उसे सफलता जरूर एक दिन हासिल होगी। इसकी मिसाल है रांची निवासी आदर्श मल्लिक।
आदर्श मल्लिक की प्रारंभिक शिक्षा बहरागोड़ा में हुई। वर्ष 2005 में वह रांची आए और डीएवी स्कूल, धुर्वा से आगे की पढ़ाई की। उन्होंने बीआईटीटी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल किया। स्कूल के दिनों से ही उनकी सामाजिक कार्यों में भागीदारी रही। अपने स्कूल का नेतृत्व जेबीएबी जोनल मीट्स में किया और हमेशा पहला रैंक दिलवाया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान उन्होंने छात्र हित के लिए बहुत सारा कार्य किया।  आदर्श मल्लिक शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए संघर्षरत रहते हैं।
बीआईटीटी पॉलिटेक्निक का उन्होंने नेतृत्व ऑल इंडिया इंजिनियर्स मीट में कोलकाता में 2016 में किया।
इस बीच छात्र नेतृत्व कर्ता में आदर्श मल्लिक का नाम सबसे आगे आने लगा और आदिवासी मूल वासी छात्र मोर्चा के 2017 में वे रांची विश्वविद्यालय के अध्यक्ष बने। आदर्श मल्लिक के अच्छे कार्य को देखते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार मीडिया संगठन ने 2017 में प्रदेश सचिव का पदभार दिया। राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन में रहकर उन्होंने पूरा झारखंड का दौरा किया। वह मजदूरों को उनका हक दिलाने लगे। 2018 में उन्हें मजदूर मोर्चा का रांची जिला महासचिव का पदभार दिया गया। धनबाद में आयोजित युवा सुरक्षा मंच की बैठक में उन्हें युवा सुरक्षा मंच का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। आदर्श मलिक ने रांची के विभिन्न कॉलेज में महिला की सुरक्षा को किस तरह से बेहतर बनाया जाए इसे लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक किया और विभिन्न कॉलेजों में महिलाओं के लिए शक्ति ऐप को लॉन्च करवाया।
गर्मी के समय में रांची के हर एक चौक चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की मेहनत को देखते हुए उन्होंने हर चौक चौराहों में जाकर ट्रैफिक कर्मियों को ग्लूकोज पानी डा पानी छाता का वितरण किया हर एक रविवार को उन्होंने मंदिर मस्जिद दरगाह इत्यादि जाकर वस्त्र चावल दाल खाने की सामग्री का वितरण किया
बहुत से संगठनों में आदर्श मलिक ने रक्तदान शिविर लगाया।  इनका मानना है कि जब गरीबी रेखा खत्म हो जाए जब सभी को अपना अधिकार मिलने लगे जब गरीब बच्चे आगे जाकर झारखंड और अपने देश का नाम रोशन करें तभी हमारा देश आगे बढ़ेगा आदर्श मलिक के जीवन में काफी कठिनाइयां आई, पर वे कभी रुके नहीं, कभी हार नहीं मानी। उनका यह मानना है कि बिना संघर्ष किए सफलता हासिल नहीं होती। युवा अपनी ऊर्जा को सकारात्मक कार्यों में लगाएं। इससे देश व समाज खुशहाल होगा।

ईएनटी चिकित्सा परामर्श कार्यशाला का आयोजन

रांची। छात्र क्लब चिकित्सक मंच द्वारा आज राज घराना बैंक्वेट हॉल, रातू रोड, रांची नाक, कान, गला (ENT) के विषय पर चिकित्सा परामर्श कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव आदित्य विक्रम जयसवाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में नाक कान गला के विशेषज्ञ डॉक्टर अभिषेक श्रीवास्तव, मंच के  शिव किशोर शर्मा, सुमित साहू ,नीरज शुभम चौधरी मुख्य रूप से उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि आदित्य विक्रम जयसवाल ने अपने संबोधन में कहा की आज के भागदौड़ जीवन में हर किसी को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। लोगों की स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है इसको बेहद ख्याल  रखना चाहिए।अक्सर लोग कानदर्द की स्थिति में सरसों के तेल की कुछ बूंदें डाल लेते हैं। इससे संक्रमण और अधिक बढ़ सकता है इसलिए इसके प्रयोग से बचने की सलाह दी।
परामर्श कार्यशाला में डॉक्टर की टीम ने बताया कि बदलते मौसम के दौरान हर किसी को विशेष रूप से सजग रहने की जरूरत है। जिन लोगों को नाक कान, गला व अस्थमा की तकलीफ हो वे घर में एयर कंडीशनर (एसी) का प्रयोग कम से कम करें। एसी की हवा से नाक और गला दोनों खराब होने की आशंका रहती है। वैसे तो सावधानी ही उपचार है लेकिन यदि एलर्जी अधिक बढ़ जाए तो विशेषज्ञ की सलाह से मरीज नाक में डालने के लिए स्नॉजल स्प्रे का उपयोग कर सकते हैं।
कान के लिए नमी सही नहीं होता है, कान के लिए शुष्कता या नमी ठीक नहीं है। इसके अलावा बारिश में भीगने से कान में पानी जाने पर संक्रमण और फंगस होने का खतरा बना रहता है। जब हम ईयरबड से वैक्स निकालने का प्रयास करते हैं तो वह बाहर निकलने की बजाय और अंदर चला जाता है। इससे कान में फंगस व पर्दे पर चोट लग सकती है और सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।

स्कूल को सहयोग करने के लिए जताया आभार


* संजीवनी संस्था का शुक्रगुजार हैं डॉ. केपी डे

रांची। जगन्नाथपुर बस्ती स्थित बिरसा शिक्षा निकेतन को सामाजिक संस्था " संजीवनी " द्वारा किए गए सहयोग के लिए स्कूल के संचालक व लोकप्रिय समाजसेवी डॉ. केपी डे ने आभार जताया है। डॉ. डे ने कहा कि कुछ लोग सिर्फ काम में विश्वास करते हैं। प्रचार- प्रसार से उन्हें कोई खास मतलब नहीं रहता है। संजीवनी नामक संस्था पीड़ित मानवता की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहती है। डॉ. डे के मुताबिक संजीवनी से जुड़े समाजसेवी अनिल केडिया, राजेश चौधरी, आनंद खेमका, राजकुमार अग्रवाल, प्रवीण सहित अन्य सदस्यों का अद्भुत सहयोग स्कूल को मिलता रहा है। उन्होंने बताया कि स्कूल के बच्चों को अंग्रेजी सिखाने के लिए पांच साल तक दो शिक्षकों को वेतन संजीवनी संस्था की ओर से दिया गया। बच्चों को कंप्यूटर प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़ने के लिए स्कूल में दानस्वरूप कंप्यूटर दिया गया। डॉ. डे ने बताया कि स्कूल के शिक्षक व छात्र संजीवनी व इससे जुड़े समाजसेवियों का शुक्रगुजार हैं, जिनके सहयोग से छात्र लाभान्वित हो रहे हैं। संजीवनी से सचमुच छात्रों को संजीवनी मिल रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि " नेकी कर, दरिया में डाल " की तर्ज पर संजीवनी से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता प्रचार - प्रसार से दूर रहते हैं। संस्था हाशिए पर रहने को विवश समाज के कमजोर वर्ग के लोगों को सहयोग कर पीड़ित मानवता की सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। डॉ. डे ने कहा कि बिरसा शिक्षा निकेतन के छात्र व शिक्षक संजीवनी के प्रति सदैव आभारी रहेंगे।

गुरुवार, 1 नवंबर 2018

स्लम एरिया में शिक्षा का अलख जगा रहे डॉ.केपी डे


* रामकृष्ण मिशन व अन्य संस्थाओं का मिल रहा सहयोग।
रांची। कुछ लोग अपने जीवन में परोपकार को सर्वोपरि मानते हैं। समाजसेवा में जीवन समर्पित कर देते हैं। इसके पीछे उनका कोई स्वार्थ नहीं होता। ऐसे ही एक शख्स हैं एच ई सी परिसर स्थित जगन्नाथपुर झोपड़ी (स्लम एरिया)क्षेत्र के निवासी डॉ.केपी डे। डॉ.डे वर्ष 1982 में पश्चिम बंगाल के वर्दमान जिला से रांची आए। जगन्नाथपुर क्षेत्र के योगदा सत्संग महाविद्यालय से होमियोपैथी चिकित्सा की डिग्री ली। इसके बाद उसी क्षेत्र में होमियोपैथिक चिकित्सा पद्धति से मरीजों का इलाज करने लगे। कुछ दिनों तक यह सिलसिला चलता रहा। डॉ. साहब की ख्याति उनकी व्यवहारकुशलता और बेहतर इलाज के कारण बढ़ने लगी। जगन्नाथपुर क्षेत्र मे अधिकतर गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोग रहते हैं। स्लम एरिया है। आदिवासी और पिछड़े तबके के लोग अधिक हैं। डॉ. डे ने अत्यंत पिछड़े व गरीबों का इलाज नि:शुल्क करना शुरू किया। इससे उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी। चिकित्सा के क्षेत्र में उनकी सेवा और गरीबों के प्रति उनके दयाभाव की चर्चा चहुंओर होने लगी। इस दौरान उन्होंने देखा कि स्लम एरिया में शिक्षा का अभाव है। बच्चों के अभिभावकों को भी अपने बच्चों को पढ़ाई की तनिक भी चिंता नहीं है। बच्चों के मां-बाप नशापान के आदि हैं। पूरे क्षेत्र में हड़िया-दारू की संस्कृति हावी है। इससे आदिवासी और अन्य पिछड़े समुदाय के लोगों का विकास बाधित हो रहा है। शिक्षा के प्रति जागरूकता नहीं है।
 यह सब देखकर उनके मन में इस क्षेत्र के बच्चों को शिक्षित करने की इच्छा जगी। उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र की सेवाएं अपने सहयोगी मित्रों के हवाले कर बच्चों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया। इस क्रम में वर्ष 1992 में जगन्नाथपुर के स्लम एरिया में स्थित एक छोटे से कमरे में बिरसा शिक्षा निकेतन नामक स्कूल की शुरुआत की। शुरुआती दौर में उन्हें अभिभावकों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। डॉ. डे सुबह उठकर बच्चों को घर से बुलाकर स्कूल लाया करते, जबकि बच्चों के अभिभावक (माता पिता) नशा का सेवन कर घरों में सोये रहते थे।  डॉ. डे ने नशाखोरी के विरुद्ध भी अभियान  शुरु किया। नशा मुक्त समाज की परिकल्पना के साथ स्लम एरिया में जागरूकता फैलाने लगे। शुरू में तो उन्हें काफी विरोध और ताने का सामना करना पड़ा। लेकिन इससे बेपरवाह वह अपने मुहिम में लगे रहे। धीरे धीरे उनका प्रयास रंग लाने लगा। क्षेत्र में हड़िया-दारू की संस्कृति पर काफी हद तक  लगाम लगा। नशा पान के विरोध में भी लोग जागरूक हो रहे हैं। बिरसा शिक्षा निकेतन में वर्तमान में लगभग सात सौ बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को संस्कार युक्त शिक्षा देने में डॉ. डे प्रयासरत हैं। स्कूल की प्राचार्या रीता संध्या टोप्पो व अन्य शिक्षक काफी परिश्रमी हैं। उनकी लगन व परिश्रम से स्कूल के बच्चे शिक्षित हो रहे हैं। इस स्कूल से पढ़कर निकले कई बच्चे रांची के प्रतिष्ठित स्कूलों में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहे हैं। आज हर वर्ग के बीच डॉ. डे के इस प्रयास की सराहना की जाती है। स्कूल का संचालन सामान्य शुल्क और सामाजिक सहयोग से होता है। डॉ. डे बताते हैं कि समय समय पर रामकृष्ण मिशन, सार्वजनिक उपक्रम सेल, मेकॉन,भारतीय स्टेट बैंक, हटिया शाखा, लायंस क्लब, रोटरी क्लब मिडटाउन, एच ई सी व एच ई सी महिला समिति सहित अन्य संस्थाओं की ओर से स्कूल को संसाधनों से लैस करने में सहयोग किया जाता है। वह बताते हैं कि शिक्षा के बिना समाज का विकास संभव नहीं है। बच्चे देश का भविष्य हैं। उन्हें शिक्षित होना जरूरी है। इस दिशा में सरकारी व गैर सरकारी दोनों स्तर पर प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। इसके अलावा नशा मुक्त समाज का होना भी जरूरी है। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि लोगों को सादा जीवन और उच्च विचार के सिद्धांत को अपनाने की आवश्यकता है। इससे समाज और राष्ट्र सशक्त होगा।

हैदर मोबाइल वर्ल्ड का शुभारंभ


* मोबाइल मरम्मत पर 50 प्रतिशत की छूट

रांची। नामी-गिरामी ब्रांडेड कंपनियों के मोबाइल हैंडसेट का प्रतिष्ठान हैदर मोबाइल वर्ल्ड का शुभारंभ गुरुवार को किया गया। प्रतिष्ठान का उद्घाटन आइपीएस अधिकारी रंजीत प्रसाद ने किया।   शहर के मेनरोड स्थित उर्दू लाइब्रेरी के निकट (अंजुमन प्लाजा कॉम्पलेक्स के सामने) खोले गए हैदर मोबाइल वर्ल्ड में देश की लगभग सभी ब्रांडेड कंपनियों के मोबाइल उपलब्ध होंगे। इस संबंध में प्रतिष्ठान के व्यवस्थापक अनीश हैदर ने बताया कि यहां ग्राहकों के लिए एक हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक के मोबाइल उपलब्ध कराए गए हैं। इसमें आई फोन, सैमसंग, वीवो, ओप्पो, एम आई, रियल मी, वन प्लस सहित अन्य कंपनियों के मोबाइल शामिल हैं। अनीश हैदर ने बताया कि यहां मोबाइल मरम्मत के लिए  अत्याधुनिक तकनीकी युक्त मशीन लगाया गया है। हर प्रकार के मोबाइल मरम्मत की सुविधा यहां उपलब्ध होगी। झारखंड में पहली बार मोबाइल मरम्मत के लिए अत्याधुनिक मशीन स्थापित किया गया है। ग्राहकों को मोबाइल मरम्मत कराने के लिए अब अधिक समय तक इंतजार नहीं करना होगा। मोबाइल मरम्मत पर 50 प्रतिशत की छूट की सुविधा दी जाएगी। इस अवसर पर मो. जमील अहमद, सैयद नफीस हैदर, सैयद शादाब हैदर, सैयद हसीब हैदर, नौशाद खान, डॉ. असलम परवेज , सैयद फसीह अहमद, एस एम खुर्शीद, प्रो.(डॉ. ) मसूद जामी, मुफ्ती अब्दुल्ला अजहर, परवेज हसन, डॉ. मजीद आलम डॉ. होदा, सैयद नेहाल अहमद, हाजी उमर,खुर्शीद हसन रूमी सहित रांची और इसके आसपास के गणमान्य लोग मौजूद थे।

ग्लैम सुपर मॉडल इंडिया 2018 के ग्रैंड फिनाले के विजेता बने सागर कश्यप एवं इतरा राजपूत



रांची। करीब एक साल से देश भर के विभिन्न राज्यों के मॉडल सेलक्षन को चल रही प्रतियोगिता ग्लैम सुपर मॉडल इंडिया 2018 का ग्रांड फिनाले  आज कोलकत्ता में सम्पन्न हुआ। जिसमें भारत के अनेक राज्यों से प्रतिभागियों ने भाग लिया। बिहार के सागर कश्यप एवं इतरा राजपूत ग्लैम सुपर मॉडल इंडिया 2018 के रूप में चुना गया। मालूम हो कि 10 जून को रांची में भी ऑडिशन सम्पन्न हुआ था जिसमें करीब 50 युवा-युवतियों ने भाग लिया था।
वहीं प्रथम रनर अप  यश राज एवं रिमा शर्मा  बनी। द्वितीय रनर अप आदिल शान और  आशका रायचन्द (कोलकत्ता) को घोषित किया गया। साथ ही बेस्ट स्टाइल का अवार्ड मुम्बई की राखी परमार को मिला। बेस्ट वाक का अवार्ड सागर कश्यप एवं दिल्ली की वर्षा राठौर को मिला। बेस्ट टैलंेंट का अवार्ड भागलपुर के उत्तम कुमार को मिला। बेस्ट स्माइल का अवार्ड आशंका रायचन्द्र जबकि बेस्ट पर्सनालिटी का अवार्ड पटना के समीर सिंह को मिला। बेस्ट फिजिक का अवार्ड आदिल शान को मिला। वोटिंग द्वारा (सोशल मीडिया) पोपुलर का अवार्ड ़ऋषभ सेठ एवं मिस पोपुलर का अवार्ड  रिमा शर्मा  को मिला। बेस्ट स्कीन अवार्ड  अंजलि अपूर्वा को मिला। इस शॉ के जज शोभोमिता (इंडिया टॉप मॉडल एंड फिल्म एक्ट्रेस), पुपुल भुइआन (वॉलीवुड एक्ट्रेस एंड ओपेरो मिसेज इंडिया ग्लोबल 2018), जफर आर्यन (एमडी, फिंच इंटरटेनमेन्ट), प्रशांत कुमार  फैषन डिजाइनर एवं सुशील कुमार थे। शॉ को कोरियाग्राक एवं डायरेक्ट केरल के शैम खान ने किया। इस प्रतियोगिता का आयोजन फिंच इंटरटेनमेन्ट द्वारा किया गया।
फिंच इंटरटेनमेन्ट की ओर से आयोजित इस प्रतियोगिता के संबंध में प्रबंध निदेषक जफर आर्यन ने बताया कि मॉडल हंट का यह प्रोग्राम देश भर में काफी सफल रहा और पहली बार पटना के युवाओं ने देशस्तरीय प्रतियोगिता का सफल आयोजन कर प्रतिभागियों को एक बड़ा प्लेटफार्म प्रदान किया है। भविष्य में भी इस प्रकार के अन्य कार्यक्रम  आयोजित किए जायेंगे ताकि मॉडलिंग के क्षेत्र में कैरियर की चाहत रखने वाले युवा-युवतियों को सही राह और उचित मंच मिल सके। मि0 आर्यन ने सफल आयोजन के लिए प्रतिभागियों के साथ साथ स्पांसर के समर्थन को भी धन्यवाद दिया।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...