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बुधवार, 9 जनवरी 2019

रांची जिला तैराकी संघ की वार्षिक बैठक आयोजित


* अर्चित आनंद बने अध्यक्ष


रांची।  खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने व खेल के क्षेत्र में प्रतिभाओं को आगे लाने की दिशा में सतत प्रयासरत रहनेवाले लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता अर्चित आनंद को रांची जिला तैराकी संघ का अध्यक्ष चयनित किया गया है। रविवार को राजधानी स्थित होटल ट्राइडेंट इन में आयोजित संघ की वार्षिक बैठक में इस आशय से संबंधित घोषणा की गई। बैठक में राज्य तैराकी संघ के महासचिव शैलेन्द्र कुमार, झारखण्ड राज्य तैराकी संघ के उपाध्यक्ष बलीन्दर सिंह एवं कोषाध्यक्ष शैलेश कुमार सहाय के नेतृत्व में बैठक का आयोजन किया। जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि राँची जिला के तैराकों को अधिक से अधिक अवसर व सुविधाएं मुहैया करने का प्रयास किया जाना चाहिए ताकि झारखंड प्रदेश का इस खेल में राष्ट्रीय स्तर पर नाम रौशन हो सके। राँची जिला तैराकी संघ का चुनाव वर्ष 2019-2022 के लिए किया गया। अन्य पदों पर उपेन्द्र कुमार तिवारी,सचिव और अमर कुमार सिंह कोषाध्यक्ष मनोनीत किए गए। इसके अलावा का पाँच उपाध्यक्ष एवं कार्यकारिणी सदस्यों को मनोनित किया गया।
इस अवसर पर नव चयनित जिला अध्यक्ष अर्चित आनन्द ने इस सभा में भाग लेने वाले सभी सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापन किया एवं नये कार्यकारिणी के सभी सदस्यों को शुभकामना देते हुए नई ऊर्जा के साथ आगे काम करने की सलाह दी। यह जानकारी सचिव उपेन्द्र कुमार तिवारी ने दी।

सोनी सब के बीचवाले परिवार को दुबई से मिला शादी का प्रस्ता्व




सोनी सब के हल्के-फुल्के शो 'बीचवाले' में एक मध्यम वर्गीय परिवार के संघर्ष को दिखाया गया है और यह शो अपने जुड़ाव योग्य  कंटेंट के साथ दर्शकों को प्रभावित करने में सफल रहा है। इस शो के आगामी ट्रैक में बीचवाले परिवार को दुबई से एक शादी का प्रस्ताव मिला है, जो उन्हें  मुसीबत में डाल देता है।

दुबई से भारत घूमने आई एनआरआइ लड़की एक मैट्रीमोनियल साइट पर राजू की प्रोफाइल देखती है और वह उसे पसंद करने लगती है। हालांकि, उसका इरादा एक ऐसे लड़के को ढूंढने का है, जिसे वह दुबई ले जा सके और उसे अपना नौकर बनाकर रख सके। उस लड़की के असली इरादे से अनजान, बीचवाले परिवार इस बात से बेहद खुश है कि उन्हें  विदेश जाने का मौका मिल रहा है। वह लड़की बेहद अमीर है और इस बात को देखते हुये बॉबी (ज़ाकिर हुसैन) को कुछ तो गड़बड़ महसूस होती है और वह सच्चाई का पता लगाने के लिये पप्पू (मनोज गोयल) को दुबई भेजता है। तभी कहानी में टि्वस्ट आता है, क्योंकि पप्पू को लड़की द्वारा भेजे गये गुंडों द्वारा किडनैप कर लिया जाता है और उसे शादी के लिये क्लीन चिट देने के लिये विवश किया जाता है।
 पप्पू  की भूमिका निभा रहे मनोज गोयल ने कहा, ''बीचवाले परिवार का हिस्सा  बनकर बेहद खुशी हो रही है। इस शो के सभी कलाकार बेहद प्रतिभाशाली हैं और उनके साथ शूटिंग करने में काफी मजा आ रहा है। इस शो की कहानी बेहद जुड़ाव वाली होती है और उसे मजाकिया अंदाज में पेश किया जाता है। इसके आगामी एपिसोड में, पप्पू पर एक धोखेबाज एनआरआइ लड़की से राजू को बचाने की जिम्मेदारी है।''
राजू का किरदार अदा कर रहे राजीव पांडे ने कहा, ''बीचवाले की टीम के साथ काम करने में बहुत मजा आ रहा है। इस शो का कॉन्सेंप्ट काफी दिलचस्प है और यहस देखकर बहुत अच्छा  लग रहा है कि दर्शक इस सीरीज के साथ जुड़ाव महसूस कर रहे हैं। आगामी एपिसोड्स में, राजू दुबई से आये एक शादी के प्रस्ताव को लेकर बहुत बड़ी मुसीबत में फंस जाता है। मुझे उम्मीद है कि दर्शकों को इस नये ट्विस्ट  में भी मजा आयेगा।

झारखण्ड पिछले चार साल में विकास की नयी ऊंचाईयों परः रघुवर दास

झारखंड मंत्रालय में केंद्र व राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक 


रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दावा करते हुए कहा कि पिछले चार साल में झारखंड विकास की नयी ऊंचाइयों पर पहुंचा है। यह टीम वर्क का नतीजा है। इस विकास को अब तीव्र गति देनी है। शासन पर जनता का विश्वास बढ़ा है। इसे और मजबूत करना है। काम में तेजी लाने के लिए प्रक्रिया का सरलीकरण करना होगा। नियमों को सरल करें ताकि विकास कार्यों में बाधा नहीं आनी चाहिए। आज की जरूरत के अनुसार नियमों में बदलाव करें। आम लोगों की समस्या का समाधान करें। उक्त बातें उन्होंने झारखंड मंत्रालय में केंद्र व राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं की उच्चस्तरीय समीक्षा के दौरान कहीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के अधिकांश क्षेत्र आज नक्सल मुक्त हो चुके हैं। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। जनता खुद को खुरक्षित महसूस कर रही है। जनता की मांग काफी छोटी-छोटी है। उन्हें आवास चाहिए, जो हम प्रधानमंत्री आवास योजना व अंबेडकर आवास योजना के तहत दे रहे हैं। उन्हें अच्छी सड़क चाहिए, जो गांव-गांव में बन रही है। बिजली घर-घर पहुंचायी जा चुकी है। अब लोगों को क्वालिटी बिजली देने की प्रक्रिया चल रही है। गांव के हर वृद्ध को वृद्धा पेंशन, विधवा महिलाओं को विधवा पेंशन, दिव्यांगों को दिव्यांग पेंशन को शत प्रतिशत पहुंचाना है। उज्जवला योजना के तहत राज्य की और 14 लाख महिलाओं को एलपीजी गैस कनेक्शन, चूल्हा और पहली रिफिल फ्री दी जायेगी। इसके लिए भी जल्द प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण सड़कों की मरम्मति के लिए इस बार के बजट में अलग से फंड दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गांव में लाभुकों के साथ स्वयं सहायता समूह को जोड़ें ताकि आवास बनाने के काम में तेजी आये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधान सचिव, कमिश्नर, डीसी तथा डीजीपी से लेकर डीएसपी तक के पुलिस पदाधिकारी सप्ताह में एक दिन गांव जाएं और सीधे जनता से संवाद करें -चौपाल लगायें। इससे ग्रामीणों के छोटे-छोटे मुद्दों का आसानी से समाधान हो सकेगा। शासन और जनता के बीच दूरी नहीं रहने से बिचौलिये भी समाप्त होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों का काम करने से शांति मिलेगी। कमीश्नर अपने क्षेत्र के बीडीओ, सीओ के कार्यों की समीक्षा करें। राज्य से आज नक्सलवाद लगभग पूरी तरह समाप्त हो गया है, राज्य के 13 LWE जिले के जो गांव नक्सल प्रभावित थे उन गांवों के युवाओं को कौशल विकास से जोड़ कर उन्हें प्रशिक्षित करने के कार्य चल रहा है। इसमें और तेजी लाएं। टेक्सटाइल समेत अन्य क्षेत्रों में उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों मे एलडब्ल्यूइ की मद में केंद्र सरकार से मिल रही राशि को केवल विकास कार्यों में खर्च करें। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पानी की टंकी बनाये। इस टंकी के पास नल के माध्यम से ग्रामीणों को जलापूर्ति होगी। दूसरे चरण में इस टंकी को पाइपलाइन के माध्यम से जोड़कर लोगों को पेयजल मुहैया कराया जायेगा। इसके साथ ही गांव में स्ट्रीट लाइट लगायें। इससे रात में भी लोग रोजगार व आवागमन कर सकेंगे। इससे भी गांव में बदलाव आयेगा। गांव में पेभर ब्लॉक के माध्यम से सड़क बनायें। इससे ग्राउंड वाटर रिचार्ज भी होगा और गांव भी साफ सुथरा दिखेगा। इसके लिए स्थानीय एसपी के साथ ही उस क्षेत्र में काम कर रही सुरक्षा एजेंसियों के वरीय अधिकारी से योजना में मदद लें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले 5-6 माह काम करने का समय है। इसके बाद बरसात में काम धीमा हो जायेगा। डीसी सांसद-विधायक निधि की योजनाओं को स्वीकृत कर तय समय सीमा में तेजी से कार्य करायें। इससे विकास कार्यों में तेजी आयेगी। स्कूलों में बच्चों की ड्रेस बनवाने का कुछ उपायुक्तों ने अच्छा काम किया है। दूसरे डीसी उनसे सीख लेकर अपने जिले में इसे लागू करें। इसमें गांव की महिलाएं ही ड्रेस सिलने का काम कर रही है। सभी उपायुक्त अपने अपने जिले में महिलाओं को प्रशिक्षण दें, सरकार महिलाओं को मशीन देगी। इसी मदद से वे ड्रेस सिल सकेंगी। आदिवासी ग्राम विकास समिति और ग्राम विकास समिति के माध्यम से जो अनुशंसा आयी है, उस पर फंड जारी करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता रैली निकालने को कहा। इसके अलावा राज्य के सभी 203 कस्तुरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में सहायक महिला पुलिस की तुरत तैनाती का निर्देश दिया। गांव में चिकित्सा सेवा के लिए कुछ जिलों ने मोटरसाइकिल एंबुलेंस सेवा शुरू की है। इसी प्रकार की सेवा सभी जिलों के सुदूर गांवों के लिए शुरू करें। आयुष्मान भारत से ज्यादा से ज्यादा अस्पतालों को जोड़ने के लिए उपायुक्त जिलास्तर पर सलाहकार समिति बनायें। इसमें वे निजी अस्पतालों को योजना में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। जिलों में एनएचएम , एएंडएम आदि का कोई भी पद फरवरी तक खाली न रहे, इसे सुनिश्चित करें। रेडी टू इट योजना के लिए रामगढ़ के गोला में पायलट के तहत योजना की शुरुआत की जा रही है। इसे अच्छी तरह से लागू करायें। सुकन्या योजना के तहत 15 जनवरी से लाभुकों का चयन कर उन्हें इसका लाभ देने की शुरुआत करें। इसमें सांसद, विधायक व अन्य जन प्रतिनिधियों को साथ में जोड़ें। समारोह आयोजित कर लाभुकों को राशि दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में छात्रावासों की स्थिति का जायजा लें और कमियों को दूर करें-- सुधार करें। दुमका में फरवरी में आर्मी द्वारा बहाली का आयोजन किया जायेगा। वहां के युवाओं को इसके लिए पहले से तैयारी करायें। इसका व्यापक प्रचार और प्रसार हो ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण युवा भाग ले सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जल्द से जल्द लोगों को पेयजल पहुंचाना है। अप्रैल तक सभी कार्य पूरा हो ताकि गर्मी में पेजयल की दिक्कत ना हो। इसके लिए मिशन मोड़ में काम करें। इसमें आदिम जनजाति गांवों को प्राथमिकता दें। इसके साथ ही एससी-एसटी गांवों में भी पानी पहुंचाने की कवायद तेजी से करें। एडवांस प्लानिंग करें, ताकि हर जरूरत मंद तक समय से पानी पहुंचा सकें।

 बैठक में राज्य के मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव डीके तिवारी, अपर मुख्य सचिव वित्त  सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक डीके पांडे, सभी प्रधान सचिव, सभी सचिव, सभी प्रमंडलीय आयुक्त, सभी जिलों के उपायुक्त सहित सभी विभागों के आला अधिकारी उपस्थित थे.

रविवार, 6 जनवरी 2019

रास्मा के डायरी 2019 का विमोचन


* धनार्जन के अलावा सामाजिक दायित्व भी निभाएं : संजय सेठ

रांची। व्यवसायी हमारे देश व राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। विकास में व्यवसायियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उक्त बातें झारखंड खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के चेयरमैन संजय सेठ ने रांची सैनिटरी मर्चेंट्स एसोसिएशन (रास्मा) के डायरी विमोचन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने कहा कि धनार्जन के अलावा सामाजिक दायित्व भी निभाने की आवश्यकता है। पुरानी रूढीवादी परंपराओं को त्यागकर सामाजिक विकास की ओर अग्रसर हों। उन्होंने कहा कि समाजसेवा से सुखद अनुभूति होती है। सामाजिक विकास के क्षेत्र में  रास्मा की सहभागिता सराहनीय है। समाज के सभी वर्गों की एकजुटता के लिए प्रयासरत रहने मे भी रास्मा का अहम योगदान रहता है। उन्होंने कहा कि रास्मा की डायरी का लाभ व्यापारियों के अलावा आमजनों के लिए भी होगा। समारोह में रास्मा के अध्यक्ष ललित केडिया ने स्वागत भाषण दिया और संस्था की उपलब्धियों की जानकारी दी। श्री केडिया ने डायरी के सफल प्रकाशन के लिए डायरी कमिटी को धन्यवाद दिया। मौके पर रास्मा के सचिव आदित्य भुवालका, पूर्व अध्यक्ष बीपी भुवालका, सौरभ केडिया, शीतलनाथ ओहदार, अनुप अग्रवाल, आदित्य शर्मा, मनोज बंका, ओपी सर्राफ, अंजय सरावगी,राजकुमार गुप्ता, हर्ष खंडेलवाल, मनोज वर्मा, ओम राजगढ़िया, अरबिंद जालान, अनिस सर्राफ, नीरज मलानी सहित रास्मा के अन्य सदस्य मौजूद थे।

यातायात नियमों का पालन करेंः महासंघ


रांची। झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो चालक महासंघ के पदाधिकारियों की बैठक दिन के 12:00 बजे ड्यूक मेंशन लाइन टैंक रोड कार्यालय महासंघ के  संस्थापक एवं  प्रदेश अध्यक्ष  दिनेश सोनी की  अध्यक्षता में हुई बैठक का एजेंडा नंबर एक झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो चालक महासंघ के आम सभा 13 जनवरी दिन रविवार 2019 को विधानसभा सभाघर में दिन के 11:00 बजे से आम सभा कार्यक्रम शुरू की जाएगी आम सभा के माध्यम से झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो चालक महासंघ के पदाधिकारियों की घोषणा भी की जाएगी। साथ ही साथ आज की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि रांची शहर में नए यातायात व्यवस्था जो लागू यातायात एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग के द्वारा लगाया गया है उस नियम का पालन रांची शहर में चलने वाले सभी ऑटो चालकों से महासंघ आग्रह करते हैं कि अपने अपने ऑटो का परिचालन यातायात नए लागू किए गए हैं उस व्यवस्था को देखते हुए चौक चौराहों को जाम से मुक्त रखते हुए अपनी ऑटो का परिचालन सुचारू रूप से करने का काम करें ताकि नियम का सही तरीका से पालन किया जा सके आज की बैठक में यातायात एसपी को महासंघ के सभी पदाधिकारियों की ओर से बधाई दी गई है साथ ही साथ शहर में दोपहिया तीन पहिया और चार पहिया वाहन मालिकों से भी आग्रह किया है कि इस नियम का पालन करें और रांची राजधानी को जाम से मुक्त कराने में भी मदद करें आज की बैठक उपस्थित पदाधिकारी  प्रदेश अध्यक्ष  दिनेश सोनी  प्रदेश उपाध्यक्ष  ओम प्रकाश कार्यकारी अध्यक्ष  राम कुमार सिंह सचिव उमाशंकर राणा कोषाध्यक्ष  विरेंद्र सिंह  संजय पटेल  कार्यकारी सदस्य  हीरा सिंह  अमर मुंडा  मधुसूदन सिंह  आकाश भारती  इसकी जानकारी महासंघ के सचिव उमाशंकर राणा ने दी है।

भ्रष्टाचार मुक्त झारखंड का निर्माण मेरा लक्ष्यः रघुवर दास

वनभोज सह मिलन समारोह में बोले मुख्यमंत्री-
आजादी के बाद 67 वर्षों तक अवरुद्ध रहा विकास


जमशेदपुर। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य को भ्रष्टाचार से मुक्त करना है और उसी के लिए वे सत्ता में जनता के सेवक के रूप में बैठे हैं। वे जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित वनभोज सह मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

4 सालों में बेदाग सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे ईमानदार प्रधानमंत्री मिला है। यह देश की जनता के विश्वास की ही देन है। आपका सेवक चार साल से राज्य का मुखिया बना है लेकिन उसपर अभी तक एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले चौदह वर्षों से झारखंड राज्य की गिनती भ्रष्ट राज्यों में होती थी लेकिन बीते चार सालों में जब से हमारी सरकार बनी है एक भी दाग नहीं लगा है।

कार्यकर्ता निभा सकते बड़ी भूमिका
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखड में भ्रष्टाचार को खत्म करके एक ईमानदार राज्य बनाना है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक हो या सामाजिक कार्यकर्ता जनता को जागरूक करने में, राष्ट्र निर्माण में और विकास में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।

आजादी के बाद 67 वर्षों तक हुए शासन से देश से देश का विकास नहीं हुआ
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद 67 वर्षों तक शासन से देश से देश का विकास नहीं हुआ लेकिन, प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी के कारण दुनिया का कोई भी देश भारत को कोई नजर अंदाज नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि भारत अब आर्थिक सुपरपावर बना है।

डिमना झील के तट पर आयोजित वन भोज कार्यक्रम में नागपुरी गीतों से स्थल गुंजायमान था। उपायुक्त, वरीय आरक्षी अधीक्षक सहित जिले के वरीय पदाधिकारियों ने भी वनभोज कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने आम लोगों की तरह जमीन पर बैठकर ही भोजन ग्रहण किया।

शनिवार, 5 जनवरी 2019

झारखंडःचुनावी संघर्ष को तिकोना बनाने की तैयारी



देवेंद्र गौतम

रांची। झारखंड में एनडीए और यूपीए की चुनावी तैयारी अपने ढंग से चल रही है। भाजपा की रणनीति तो साफ है। उसे लोकसभा चुनाव में किसी दल के सहयोग की जरूरत नहीं है। एनडीए के सहयोगी दल चुनाव को त्रिकोणात्मक बनाने में भूमिका निभाएं यह भाजपा की मदद होगी। जहां तक विपक्षी महागठबंधन का सवाल है मामला पेंचीदा होता जा रहा है। झारखंड नामधारी दलों का रुख अभी तक स्पष्ट नहीं है। उनकी कोई सैद्धांतिक प्रतिबद्धता नहीं है। वे सिर्फ अवसर का राजनीतिक लाभ ठाने की राजनीति करते हैं। लोकसभा चुनाव से उन्हें कुछ खास मतलब नहीं है। इसलिए उनकी नज़र विधानसभा चुनावों पर टिकी है। हालांकि सबसे बड़े झारखंड नामधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा ने रांची में महागठबंधन को अंतिम स्वरूप देने के लिए कांग्रेस सहित सभी छोटे बड़े दलों की बैठक बुलाई है। 15 जनवरी के बाद दिल्ली में भी यूपीए की बैठक बुलाई जा रही है। लेकिन झारखंड नामधारी दलों को एकजुट कर अलग खिचड़ी पकाने का प्रयास भी चल रहा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छोटे-छोटे दलों के बीच अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। कोलेबिरा उपचुनाव में झामुमो ने झारखंड पार्टी का समर्थन किया था जबकि मैदान में कांग्रेस का उम्मीदवार भी था जिसने जीत हासिल की। महागठबंधन में वामपंथी दलों को भी जोड़ने की कोशिश हो रही है। इधर झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो के बीच बातचीत चल रही है। आजसू अभी एनडीए में है। राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि सुदेश महतो एनडीए फोल्डर से बाहर निकलकर यूपीए का दामन थाम सकते हैं। वे झारखंड नामधारी दलों का अलग मोर्चा बनाकर चुनाव मैदान में उतरने के पक्ष में हैं। यदि उनकी बात पर अमल किया गया तो यूपीए के महागठबंधन में कांग्रेस, राजद और संभवतः वामपंथी दल शेष रह जाएंगे और चुनाव त्रिकोणात्मक हो जाएगा। भाजपा यही चाहती है। राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि यूपीए की बैठक से पूर्व छोटे बड़े तमाम झारखंड नामधारी दलों को एकजुट करने के पीछे सीटों के बंटवारे के मामले में कांग्रेस पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने और बेहतर सौदेबाजी की पृष्ठभूमि तैयार करने का प्रयास है। झारखंडी दलों में कई ऐसे दल हैं जिनका न कोई विधायक है, न सांसद। जनाधार सीमित है और प्रभाव क्षेत्र छोटा। लेकिन जब गठबंधन में शामिल होंगे तो वे भी अपने हिस्से की सीट मांगेंगे। कांग्रेस चाहती है कि लोकसभा चुवाव में क्षेत्रीय दल उसके हाथ मजबूत करें और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस क्षेत्रीय दलों को सत्ता में आने में सहयोग करे। लेकिन झारखंड के क्षेत्रीय दलों को राजनीतिक सौदेबाजी और पाला बदलने में महारत हासिल है। उन्हें इससे फर्क नहीं पड़ता कि केंद्र में किसकी सरकार बनती है। उन्हें राज्य की सत्ता में भागीदारी चाहिए और उन्हें पता है कि विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे में उन्हें ज्यादा हिस्सेदारी तभी मिलेगी जब वे लोकसभा में अपना हिस्सा लेने में सफल होंगे। झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं। अभी तक इस बात की रजामंदी बन चुकी है कि कांग्रेस छह, झामुमो चार, राजद और झाविमो दो-दो सीटों पर उम्मीदवार देंगे। लेकिन बदली परिस्थितियों में अब अगर इसमें वामपंथी दल और दूसरे झारखंड नामधारी दल शामिल हुए तो जाहिर है कि वे भी सीटों के बंटवारे में हिस्सा मांगेंगे। ऐसा हुआ तो खींचातानी की स्थिति उत्पन्न होगी और सारा सोचा समझा फार्मूला ध्वस्त हो जाएगा।
भाजपा कहीं न कहीं से यह प्रयास कर रही है कि महागठबंधन में भेड़िया धंसान की स्थिति उत्पन्न हो जाए और क्षेत्रीय दलों की महत्वाकांक्षा इतनी बढ़ जाए कि वे कांग्रेस से अलग गठबंधन बनाकर मैदान में उतरें। विपक्षी मतों के बंटवारे का सहज लाभ उसे मिलेगा। अभी जिन 12 सीटों पर उसका कब्जा है वह बरकरार रह जाएगा और संभव है शेष दो सीटें भी झोली में आ गिरें। यदि लोकसभा में भाजपा झारखंड की अधिकांश सीटें जीतने में सफल रही तो  विधानसभा चुनाव के समय परोक्ष सहयोग करने वाले झारखंड नामधारी दलों को एनडीए के फोल्डर में लाया जा सकेगा। अभी भाजपा का एकमात्र लक्ष्य केंद्र में मोदी सरकार की वापसी है। केंद्र का किला सुरक्षित रहा तो राज्य का किला भी सुरक्षित रहेगा। 15 जनवरी के बाद यूपीए की बैठक में क्या निर्णय होगा, कहना कठिन है लेकिन फिलहाल झारखंड में भाजपा अपनी रणनीति में सफल होती दिख रही है।   


स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...