रांची। जीवन में कुछ बेहतर करने का जज्बा और जुनून हो तो कोई काम मुश्किल नहीं है। उम्र व अनुभव की अहमियत तो अपनी जगह है ही, लेकिन लगनशीलता,कर्मठता व ईमानदार पहल के बलबूते कम समय में भी कुछ लोग मुकाम हासिल क रने में सफल हो जाते हैं। ऐसी ही एक शख्सियत हैं राजधानी के बरियातु क्षेत्र निवासी उद्यमी महिला प्रिया जायसवाल। श्रीमती जायसवाल ने काफी कम समय में ही उद्यमिता के क्षेत्र में विशेष उपलब्धि हासिल कर ली है। वर्ष 1993 में हजारीबाग में जन्मी प्रिया के पिता गुरुदेव प्रसाद डीवीसी के सेवानिवृत कर्मी हैं। उनकी माता सुनीता देवी एक कुशल गृहिणी के साथ-साथ समाजसेवी भी हैं। प्रिया की प्रारंभिक शिक्षा हजारीबाग स्थित संत रॉबर्ट हाई स्कूल से हुई। वर्ष 2016 में साईंनाथ विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में उन्होंने डिप्लोमा किया। इसी वर्ष उनका विवाह रांची के उभरते युवा उद्यमी प्रवीण जायसवाल से हुआ। शादी के बाद वह रांची आ गई। अपने पति के व्यवसाय में हाथ बंटाने के अलावा प्रिया का रुझान मॉडलिंग की ओर होने लगा। ब्यूटी कॉन्टेस्ट व मॉडलिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाने की दिशा में वह प्रयासरत रहने लगी। धीरे-धीरे मॉडलिंग के प्रति प्रिया का शौक परवान चढ़ने लगा। प्रिया के इस शौक को देखते हुए उनके पति प्रवीण ने भी उन्हें हर कदम पर साथ देना शुरु कर दिया। ब्यूटी सेक्टर में विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेना प्रिया की दिनचर्या बन गई। अपने घर-परिवार के कार्यों व पति की व्यावसायिक गतिविधियों में सहयोग करने के अलावा समय निकालकर वह मॉडलिंग के क्षेत्र में भी अपनी बेहतरीन प्रतिभा प्रदर्शित करने की ओर अग्रसर रहती है। विगत दिनों पटना में आयोजित बिझार(बिहार-झारखंड) ब्यूटी पेजेेंट की मिसेज इंडिया प्रतियोगता में वह शामिल हुई और अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर मिसेज एलिगेंट का खिताब जीतने में सफल रही। प्रिया मॉडलिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उनका सपना देश का एक बेहतरीन मॉडल बनने का है। वह अपने समाज के प्रति भी काफी संवेदनशील रहती हैं। गरीबों व असहायों की सहायता करना उनकी आदतों में शुमार है। मृदुभाषी व सरल हृदय प्रिया जायसवाल कहती हैं कि गरीबों व पीड़ितों की सेवा करने से सुखद अनुभूति मिलती है। इससे मानव जीवन का उद्देश्य सफल हो जाता है। युवक-युवतियों के प्रति अपने संदेश में वह कहती हैं कि अपनी ऊर्जा को सकारात्मक कार्यों में लगाएं। इससे हमारा समाज व देश सशक्त होगा।
प्रस्तुति : नवलेश नवल
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