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बुधवार, 16 जनवरी 2019

पहले पुनर्वास फिर विस्थापन हमारी सरकार की नीतिः सीएम रघुवर दास


50 लाख और मुफ्त जमीन विस्थापितों को मिला है
साहेबगंज से गंगा का पानी लेकर संथाल परगना के 6 जिलों तक सिंचाई और पेयजल पहुंचाया जाएगा


देवघर। विस्थापन का दर्द हमें विरासत के रूप में मिला। 67 साल तक झारखण्ड ने विस्थापन का दंश झेला है। लेकिन हमारी सरकार पहले पुर्नवास फिर विस्थापन का काम कर रही है। राजस्व विभाग को स्पष्ट निदेश दिया गया है कि बड़े विकास कार्य मे विस्थापितों को उनकी जमीन का पट्टा दें। क्योंकि जमीन देने वाला भी जमीन का मालिक होना चाहिए। देवघर हवाई अड्डा विस्तारीकरण से विस्थापित हुए परिवारों को 50 लाख रुपये और मुफ्त जमीन दिया जा रहा है। उनके लिए टाउनशिप का निर्माण किया जा रहा है, जहां गुणवत्तापूर्ण मूलभूत सुविधाओं से आच्छादित किया जाएगा। आनेवाले दिनों में यह विस्थापन के बाद पुनर्वास राज्य के लिए मॉडल बनेगा। उपरोक्त बातें मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कही. श्री रघुवर दास बुधवार को बैद्यनाथधाम नयाडीह में देवघर हवाई अड्डा प्राधिकरण से विस्थापित परिवारों के लिए निर्मित टाउनशिप निरीक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि देवघर में विस्थापितों के लिए गुणवत्तापूर्ण कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा है। यहां स्कूल होंगे अस्पताल होगा सामुदायिक भवन होगा दुकानें होंगी बिजली होगी. रोजगार सृजन हेतु कौशल विकास का प्रशिक्षण भी होगा. श्री दास ने बताया कि सभी विस्थापितों को उनका सही हक मिलेगा जो सही रूप से विस्थापित हैं. वह इस बात की चिंता तनिक भी ना करें कि उनके हक को छीना जाएगा धैर्य रखें आपको आपका हक अवश्य मिलेगा.

हम पहले बसाते हैं तब विस्थापन 
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी रांची में विधानसभा निर्माण के दौरान कई परिवार विस्थापित हुए। लेकिन उनकी सहमति से उनके अनुसार, उनके लिए रहने की व्यवस्था 245 करोड़ की लागत से की गई। आज वे सभी खुश हैं। एक गुणवत्तापूर्ण आवास उपलब्ध कराकर हमें भी गर्व की अनुभूति होती है। सरकार को इस बात का ध्यान है कि 67 साल तक राज्य विस्थापन का दंश झेला है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। आपने हमें स्थिरता और विकास के लिए अपने वोट के माध्यम से मजबूती प्रदान की है। विकास के काम हो रहे हैं। संथाल में सालों से लोगों को ठगा गया है। संथाल जो विकास से दूर रहा। इस कलंक को हमें दूर करना है। संथाल परगना को विकसित करना मेरी प्राथमिकताओं में से है। मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। देवघर अंतरराष्ट्रीय शहर बने यह सरकार की सोच है। यहां निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने जो अपना धर्म निभाया है वह काबिले तारीफ है। एम्स, इंटरनेशनल एयरपोर्ट और जल्द साहेबगंज जलमार्ग का केंद्र होगा। यहां मार्च से बंगलादेश मयार और बनारस तक मार्ग प्रारंभ होगा। यह बदलाव नहीं तो और क्या है?

साहेबगंज से आएगा संथाल के 6 जिलों में सिंचाई व पीने हेतु नीर 
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह पलामू की धरती में सोन नदी से 1138 करोड़ की लागत से पाइप लाइन से सिंचाई और पेयजल लाने का कार्य प्रारंभ हुआ है। उसी तरह साहिबगंज से गंगा का पानी लाने को मैं प्राथमिकता दे रहा हूं। जल्द इस दिशा में काम होगा और 6 जिलों को सिंचाई व पेयजल की समस्याओं से निजात दिलाने का मैं प्रयास करूंगा। क्योंकि 2014 में मैंने आपसे कहा था आप हमें बहुमत दें हम संपूर्ण विकास करेंगे। आपने झारखंड को वनवास से मुक्त किया, उसका परिणाम धीरे धीरे आपके सामने परिलक्षित हो रहा है। 4 साल में गांव, गरीब, किसान, महिलाएं और युवाओं की चिंता केंद्र और राज्य सरकार ने की है। नैयाडीह की बहनें फूल की खेती कर रही हैं, वह हुनरमंद होकर स्वावलंबी बन रही हैं। यह देख मन प्रफुल्लित हुआ। जिला प्रशासन की योजनाओं को आप आत्मसात करें और अपने स्वावलंबन का मार्ग प्रशस्त करें सरकार आपके साथ है।

वंशवाद में पैदा हुए लोग क्या जाने गरीबी क्या होती है
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य निर्माण के बाद से राज्य के विकास पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। वंशवाद में पैदा लिए लोग गरीबों का दर्द क्या जाने। आपको ऐसे लोगों को करारा जवाब देना है। 67 साल तक आप के लिए क्या किया गया? क्यों नहीं आपके घरों तक बिजली पहुंची? क्यों नहीं आपके बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की प्राप्ति हुई? क्यों नहीं घर की मां बहनों को सम्मान से जीने का हक मिला? क्यों नहीं माताओं एवं बहनों को धुआं से मुक्ति मिली? क्यों नहीं गरीबों का मुफ्त इलाज सुनिश्चित हुआ है? आप उनसे जरूर पूछें और पिछले 67 साल और 2014 से लेकर 2019 तक के कार्यकाल का आकलन कर अपना निर्णय लें।

आनेवाला कल राज्य के युवाओं का
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवघर में इंजीनियरिंग कॉलेज का शुभारंभ होगा। सरकार की योजना हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज प्रारंभ करने की है लेकिन 14 साल के गड्ढे को भरने में वक्त लगता है इसके लिए धैर्य की आवश्यकता है। नैयाडीह से विस्थापित हुए युवा टाउनशिप में प्रारंभ होने वाले कौशल विकास केंद्र में अवश्य प्रशिक्षण लें ताकि खुद को वे हुनर बनाकर आर्थिक स्वालंबन की ओर अग्रसर हो सकें। मुख्यमंत्री ने बताया कि जिस प्रकार राज्य के किसानों ने 2014 की कृषि विकास दर -4% को 2018 में +14% कर दिया उसके लिए राज्य सरकार उनकी ऋणी है। किसानों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने व आधुनिक युग की कृषि से अवगत कराने के लिए सिर्फ पुरुष किसानों को ही नहीं महिलाओं को भी इजराइल व फिलिपिंस भेजा गया है। संथाल की 18 महिलाएं इजरायल और फिलीपींस गई हैं। ताकि वे कृषि में नए आयाम स्थापित कर सकें। उनके इस भगीरथ प्रयास से राज्य सरकार और किसानों की शक्ति मिलकर मिलकर 2022 तक किसानों की आय सिर्फ दुगनी नहीं बल्कि चौगुनी करने का लक्ष्य रखती है.


गोड्डा सांसद श्री निशिकान्त दूबे ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि सबसे बड़ा उदाहरण आज हमारे सामने नैयाडीह गाँव है, जिसे देखकर हम कह सकते हैं कि विस्थापन अभिशाप नहीं है। इस पूरे कार्यों को बेहतर तरीके से निष्पादित करने हेतु उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा व उनके पूरे टीम को बधाई। आज केन्द्र हो या राज्य हमारी सरकार ‘‘सबका साथ, सबका विकास’’ के तर्ज पर कार्य कर रही है। आज देवघर जिला विकास के नित नये आयामों को छू रही है। एयरपोर्ट, एम्स हो या फिर पुनासी डैम परियोजना का पूरा होना मुख्यमंत्री की देन है।

विधायक श्री नारायण दास ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के कार्यकाल में सिर्फ देवघर हीं नहीं पूरा झारखण्ड राज्य विकास की नयी गाथा और नये आयामों को छूने में कामयाब रहा है। इन वर्षों में इस नये प्रदेश ने कई नये ऊँचाईयाँ छुए हैं। आज चहुमुखी विकास की वजह से देवघर बदल रहा है। मुख्यमंत्री जी के प्रयासों के वजह से आज एम्स, एयरपोर्ट के अलावे देवघर में संस्कृत विश्वविद्यालय, डिगरिया पहाड़ पर राष्ट्रीय पार्क का निर्माण कार्य हो रहा है।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने बाबा बैजनाथ वाटिका जो देवघर हवाई अड्डा विस्थापितों के पुनर्वासन एवं आजीविका हेतु स्थापित किया गया उसका उद्घाटन किया। जहाँ 11,000 गुलाब, 5,000 गैंदा एवं 2,000 जरबेरा फूलों के पौधे लगाये गये हैं। फूलों के इस रोजागार से जुड़कर विस्थापित परिवार प्रतिवर्ष लाखों रूपये कमा सकते हैं। आने वाले समय में यह एक दर्शीय व प्रशिक्षण स्थल के रूप में  विकसित किया जायेगा। साथ ही चिल्ड्रंस पार्क, जन सुविधा केंद्र और नए ट्रांसफार्मर का उद्घाटन भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने देवघर एयरपोर्ट निर्माण से संबंधित पुस्तक का विमोचन किया।

उपायुक्त ने दी देवघर एयरपोर्ट निर्माण में विस्थापन एवं पुनर्वास से संबंधित कुछ जानकारी
कुल 650 एकड़ जमीन का आवंटन हुआ, 700 परिवारों को जमीन उपलब्ध कराया गया। सभी परिवारों को ₹50 लाख और मुफ्त में जमीन दी गई, ताकि वह अपने घर का निर्माण कर सकें। 30 एकड़ में 700 प्लॉट मुफ्त प्रदान किया गया। 18 साल के वयस्कों को 10 लाख रुपए की राशि प्रदान की गई। 1 वर्ष पूर्व निर्माण कार्य शुरू हुआ। 4 डीप बोरिंग सौभाग्य योजना व अन्य के तहत विद्युतीकरण कार्य, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सार्वजनिक स्थल, जन सुविधा केंद्र, चिल्ड्रंस पार्क, वैधनाथ धाम वाटिका का निर्माण व उद्घाटन हुआ है।

इस अवसर पर सांसद निशिकांत दुबे, देवघर विधायक नारायण दास, संथाल परगना के पुलिस उपमहानिरीक्षक  राज कुमार लकड़ा, देवघर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक देवघर नरेन्द्र कुमार व अन्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

स्वच्छता पखवाड़े में पूरे देश में झारखण्ड नंबर 1 बना



रांची। झारखण्ड को एक और सम्मान मिलने पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने टीम झारखंड को बधाई दी। विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर आयोजित हुए स्वच्छता पखवाड़े में पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए झारखण्ड नंबर 1 बना।
स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए देश भर के टॉप 10 जिलों में हजारीबाग और लोहरदगा भी सम्मिलित है। मुख्यमंत्री ने सभी को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार हम सब मिलकर काम करें और राज्य विकास की नयी बुलंदियों पर पहुंचे।

मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ देने के लिए सरकारी सक्रियता बढ़ी




रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास के निर्देश पर मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ किसानों को देने को लेकर सरकार सक्रिय हो गई है। इसे लेकर 18 जनवरी को पूरे राज्य में ग्रामसभा के माध्यम से ग्राम सभा गांव स्तर पर रैयत समन्वय समिति का गठन करेगी। 15 जनवरी से 22 जनवरी तक प्री प्रिंटेड नोटिस का प्रपत्र तथा शपथ पत्र किसानों रैयतों को उपलब्ध कराया जा रहा है तथा रैयत समन्वय समिति के द्वारा प्रत्येक गांव वार आपत्ति प्राप्त कर उस पर 24 जनवरी से 7 फरवरी तक सुनवाई भी की जाएगी। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए बुधवार को राज्य के सभी उपायुक्तों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल और कृषि सचिव पूजा सिंघल ने दिशा निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री किसानों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने को प्रतिबद्ध

मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल ने मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना को राज्य सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना बताते हुए उपायुक्तों से कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास इस योजना के बेहतर कार्यान्वयन के लिए गम्भीर हैं। मुख्यमंत्री इसके माध्यम से किसानों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने को प्रतिबद्ध हैं।

स्थानीय भाषा में कृषकों को योजना और प्रक्रिया की दें जानकारी

श्री सुनील कुमार वर्णवाल ने सभी उपायुक्तों से कहा कि योजना की जानकारी हरेक किसान तक पहुंचे। उन्होंने इसके प्रचार-प्रसार के लिए स्थानीय भाषा और बोली का सहारा लेने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पम्फलेट आदि के साथ साथ आडियो-विजुवल माध्यम का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें। इसके लिए एलईडी वैन और अन्य माध्यमों का सहारा भी लें। उन्होंने कहा कि जहां किसानों की खेतिहर जमीन का सर्वे नहीं हुआ है, वहां मैन्युवल तरीका अपनाएं।

योजना से जनप्रतिनिधियों को भी जोड़े
कृषि सचिव पूजा सिंघल ने उपायुक्तों को अपनी निगरानी में ग्राम सभा 18 जनवरी को कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना में हर स्तर के जनप्रतिनिधियों की सहभागिता भी सुनिश्चित करें।

वहीं मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ देने के लिए तैयार की गई रोडमैप भी उपायुक्तों से साझा की गई।

चतरा लोकसभा चुनाव झारखंड विकास मोर्चा लड़ेगीः तिलेश्वर राम


रांची। झाविमो पार्टी कार्यालय डिबडीह मे पार्टी सुप्रीमो माननीय बाबूलाल मरांडी से चतरा जिला अध्यक्ष तिलेश्वर राम, लातेहार जिलाध्यक्ष समसुल होदा, चतरा जिला महासचिव चन्द्रपाल पाठक, जिला सचिव छठु सिंह भोगता, नगर अध्यक्ष संजय पांडे  ने मिलकर चतरा लोकसभा पर विस्तृत चर्चा करते हुए माननीय केंद्रीय अध्यक्ष को बतलाया कि चतरा लोकसभा अन्तर्गत पांच विधानसभा मे लातेहार एवं सिमरिया दो विधानसभा मे झारखंड विकास मोर्चा ने पिछले चुनाव में जीत हासिल की है। चतरा विधानसभा में  दूसरे स्थान पर रहे।  विगत 2014 के लोकसभा चुनाव मे पार्टी को सम्मान जनक जनमत प्राप्त हुआ है। वर्तमान मे चतरा लोकसभा अन्तर्गत पार्टी कि स्थिति काफी मजबूत है । दोनो जिला के अध्यक्षों एवं पदाधिकारियों के बात सुनने के उपरांत केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कार्यकर्ता चुनाव कि तैयारी मे लग जायें।

कुंभ मेले के प्रथम शाही स्नान वाले दिन श्याम बाबा के जागरण संग भजन कीर्तन का भब्य आयोजन......




विश्वास है यह दिल का, वह साथी है हमारा,
हम प्रेमी सांवरे के, सौभाग्य है हमारा.....
जय श्री श्याम

श्री गणेशानंद आश्रम वृंदावन के अनंत श्रीविभूषित महामंडलेश्वर श्री 1008 स्वामी जय किशन गिरी जी महाराज के पावन सानिध्य में 15 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन सैकड़ों श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई और कुंभ स्नान का पुण्य प्राप्त किया। शाही स्नान से पूर्व शाही जुलूस निकाला गया जिसमें सैकड़ों भक्तों ने हिस्सा लिया। सभी भक्तों ने शाही स्नान कर गुरुओं से आशीर्वाद प्राप्त किया। कुंभ में शाही स्नान का बहुत ही सुंदर एवं भव्य आयोजन किया गया था। यह मंजर अविस्मरणीय है।
     
 शाही स्नान के पश्चात संध्या 4:00 बजे से "श्री श्याम सत्संग ट्रस्ट चेन्नई" द्वारा श्री "श्याम भजन संध्या" का भब्य आयोजन किया गया। दिल्ली से आये हुए कारीगरों ने श्याम बाबा का अलौकिक श्रृंगार कर उन्हें तरह तरह के रंग बिरंगे फूलों एवं गजरों से सजा कर सुगंधित इत्रों से पूरे दरबार को महकाया। तदोपरांत बाबा की पावन ज्योत प्रज्वलित कर सुमधुर भजन कीर्तन शुरू किया गया। श्याम जगत के दो अनमोल मोती तथा भाव से गाने वाले मुंबई के ऋषि कुमार जी शर्मा एवं चेन्नई से पधारे मनोज गोयल एवं उनकी टीम ने दरबार में बाबा के समक्ष अपने भजनों की प्रस्तुति दी एवं भक्तों को ख़ूब रिझाया। तत्पश्चात इलाहाबाद के भजन गायकों ने भी अपने मीठे मीठे भजनों से श्याम बाबा एवं भक्तों का मन मोह लिया और भक्तों को खूब झुमाया। श्याम बाबा के जयकारे "हारे के सहारे की....","तीन बाण धारी की...."  की मधुर गूंज से पूरा कुंभ का क्षेत्र और भी पवित्र एवं गुंजायमान हो उठा। सभी भक्तों ने बहुत ही हर्ष के साथ श्याम बाबा का उत्सव मनाया। सभी कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति दी। तत्पश्चात बाबा को छप्पन भोग लगा महाआरती की गई एवं भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया और बाबा की मोर छड़ी से सभी भक्तों को आशीर्वाद दिया गया।
कुंभ के मेले में सर्वप्रथम ऐसा भव्य आयोजन किया गया है। यह सिर्फ  महामंडलेश्वर श्री 1008 स्वामी जय किशन गिरी जी महाराज एवं श्री श्याम सत्संग ट्रस्ट चेन्नई के द्वारा ही संभव हो सका जिसके लिए  भक्तजन सदा उनके आभारी रहेंगे ।

श्री केड सती दादी मां के मंगल पाठ की गूंज से अलौकिक हो उठा प्रयागराज कुंभ का वातावरण.....


प्रयाग। प्रयागराज के पावन कुंभ मेले में महामंडलेश्वर स्वामी जय किशन गिरी जी महाराज के पावन सानिध्य में दिनांक 14 जनवरी सोमवार को मकर सक्रांति के उत्तम दिन ऐतिहासिक रूप में श्री केड सती दादी मां का भव्य मंगलपाठ एवं भजन कीर्तन संपन्न हुआ।
प्रयागराज कुंभ में यह पहला ऐसा सुंदर एवं भव्य आयोजन हुआ है जो कि सामाजिक एकता को भी दर्शाता है।
महामंडलेश्वर स्वामी श्री जय किशन गिरी जी महाराज ने बताया कि कुंभ मेले में श्री केड सती दादी मां के मंगलपाठ का उद्देश्य भारत एवं विश्व में फैले हुए केडिया परिवारों को एकत्र करना है। जिससे वे अपने आने वाली पीढ़ी को धर्म के मार्ग पर चलने को प्रेरित कर सके।
दिनांक 14 जनवरी  सोमवार को प्रातः 9:00 बजे संगम तट से श्री केड सती दादी मां की विशाल शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें केडिया परिवार के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए सैकड़ों भक्तों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। दादी मां के जयकारों की गूंज से कुंभ का सारा वातावरण पवित्र एवं अलौकिक हो उठा था मानो स्वर्ग यहीं कुंभ-धाम में उतर आया हो।
स्वामी श्री जय किशन गिरी जी महाराज ने दादी मां की मंगल ज्योत प्रज्वलित कर आयोजन की शुरुआत की। तत्पश्चात प्रख्यात मंगल पाठ एवं भजन गायक श्री ऋषि कुमार जी शर्मा एवं उज्जवल खाखोलिया जी ने मंगल पाठ शुरू कर सुमधुर भजनों से भक्तों को आनंदित कर दिया।
केडिया परिवार की चारों दादी माँ खेमी, तोली ठुकरी, संतोखी एवं कुलदेवी लाम्बी माता का रोली-मोली, नथ, चूड़ा-चुनरी एवं सोलह श्रृंगारों से बहुत ही भव्य एवं अनुपम श्रृंगार किया गया।
मंगलपाठ की मधुर ध्वनि एवं भजनों की अमृत धारा से कुंभ मेले का पवित्र वातावरण और भी दिव्यमान हो उठा। सभी भक्त आनंदित हो झूमने लगे। भक्तों को दादी मां की पवित्र मेहंदी, सिंदूर एवं हल्दी लगाई गई। तदोपरांत दादी मां को छप्पन भोग लगाकर महाआरती की गई। सभी भक्तों को दादी मां का शुभ आशीर्वाद दिला प्रसाद का वितरण किया गया।
महामंडलेश्वर स्वामी जय किशन गिरी जी महाराज ने कुंभ मेले में आये हुए केडिया समाज के साथ-साथ अन्य भक्तों का भी आभार व्यक्त किया एवं सबको अपना आशीर्वाद दिया

जमीन और संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट हों: सुबोधकांत


सोनाहातू और मुरी में सती घाट व टुसू मेला में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री


रांची। पूर्व केंद्रीय मंत्री सह वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि सत्ता में बैठे लोगों की निगाह हमारे जल, जंगल, जमीन पर लगी है। झारखंडियों की जमीन लूटने के लिए सत्ताधारियों ने कई कुचक्र रचे। जरूरी है कि हम अपनी जमीन, अपनी पहचान की रक्षा के लिए एकजुट हों। श्री सहाय बुधवार को सोनाहातू के प्रसिद्ध सांस्कृतिक सती घाट मेला और सिल्ली के मुरी टुंगरी मेला में बतौर मुख्य अतिथि जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि टुसू मेला और सती मेला हमारी जमीनी पहचान के प्रतीक हैं। हम इस धरती पर सदियों से मिलकर रहते आए हैं और इन मेलों-उत्सवों में हमारी इसी सहभागिता का प्रदर्शन होता है। जिन जगहों पर मेला लगता है, वहां की जमीन भी लूटी जा रही है। हमें इनकी रक्षा के लिए आगे आना होगा। अगर जमीन नहीं बची तो हमारी संस्कृति भी नहीं बचेगी। श्री सहाय ने मेले में टुसू का अभिनंदन किया और नगाड़ा बजाया। इस अवसर पर डॉ राकेश किरण महतो, सुफल महतो, अजगुत महतो, निशिकांत गंझु, रोशन कोइरी, राजकिशोर महतो, जगदीश चंद्र महतो, मुखिया मुकुंद सिंह मुंडा, जयदेव महतो, त्रिलोक महतो, बलराम साहु, चंद्रशेखर, अजय साहु, राजकुमार महतो, अजय महतो सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे ।

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...