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बुधवार, 16 जनवरी 2019

जमीन और संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट हों: सुबोधकांत


सोनाहातू और मुरी में सती घाट व टुसू मेला में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री


रांची। पूर्व केंद्रीय मंत्री सह वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि सत्ता में बैठे लोगों की निगाह हमारे जल, जंगल, जमीन पर लगी है। झारखंडियों की जमीन लूटने के लिए सत्ताधारियों ने कई कुचक्र रचे। जरूरी है कि हम अपनी जमीन, अपनी पहचान की रक्षा के लिए एकजुट हों। श्री सहाय बुधवार को सोनाहातू के प्रसिद्ध सांस्कृतिक सती घाट मेला और सिल्ली के मुरी टुंगरी मेला में बतौर मुख्य अतिथि जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि टुसू मेला और सती मेला हमारी जमीनी पहचान के प्रतीक हैं। हम इस धरती पर सदियों से मिलकर रहते आए हैं और इन मेलों-उत्सवों में हमारी इसी सहभागिता का प्रदर्शन होता है। जिन जगहों पर मेला लगता है, वहां की जमीन भी लूटी जा रही है। हमें इनकी रक्षा के लिए आगे आना होगा। अगर जमीन नहीं बची तो हमारी संस्कृति भी नहीं बचेगी। श्री सहाय ने मेले में टुसू का अभिनंदन किया और नगाड़ा बजाया। इस अवसर पर डॉ राकेश किरण महतो, सुफल महतो, अजगुत महतो, निशिकांत गंझु, रोशन कोइरी, राजकिशोर महतो, जगदीश चंद्र महतो, मुखिया मुकुंद सिंह मुंडा, जयदेव महतो, त्रिलोक महतो, बलराम साहु, चंद्रशेखर, अजय साहु, राजकुमार महतो, अजय महतो सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे ।

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