* बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं राजीव किशोर
कहते हैं प्रतिभा छिपाए नहीं छिपती। प्रतिभावान लोग अपने मेहनत और ईमानदारी के बलबूते सफलता की सीढ़ियां खुद-ब-खुद चढ़ते हैं। उन्हें किसी के सहारे की जरूरत नहीं होती है। ऐसे व्यक्ति जिस क्षेत्र में रहते हैं, अपनी प्रतिभा का परचम लहराते रहते हैं। इसकी मिसाल हैं राजधानी रांची निवासी बहुमुखी प्रतिभा के धनी राजीव किशोर। राजीव फिलवक्त अडाणी पावर लिमिटेड के झारखंड प्रोजेक्ट में कॉरपोरेट कम्युनिकेशन हेड की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा- दीक्षा बिहार में हुई। मगध विश्वविद्यालय से उन्होंने वर्ष 1998 में इतिहास में स्नातक डिग्री हासिल की। इसके बाद मास कम्युनिकेशन में स्नातकोत्तर डिग्री ली। उन्हें लिखने- पढ़ने का शौक बचपन से ही था। पत्रकारिता की डिग्री लेने के बाद राजीव की लेखन प्रतिभा और हिलोरें मारने लगी। वर्ष 2000 में उन्होंने पटना से प्रकाशित राष्ट्रीय स्तर के एक हिन्दी दैनिक में बतौर संवाददाता काम शुरू किया। इस दौरान उन्होंने खोजी पत्रकारिता की। अपराध जगत की कई खबरों की तह तक जाकर उसे उजागर किया और अपनी लेखन प्रतिभा का परचम लहराया। बिहार की जेलों के हालात, बाहुबलियों की करतूतों, बिहार में बाढ़ राहत घोटाला जैसी कई खोजी खबरें व रिपोर्ट लिखकर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की। वर्ष 2007 तक वह पटना में पत्रकारिता के क्षेत्र में परचम लहराते रहे। इस क्रम में उन्होंने पत्रकारिता पेशे की गरिमा बनाए रखा। इसके बाद राजीव दिल्ली चले गए। वहां "आज तक " न्यूज चैनल के नेशनल क्राइम ब्यूरो में नामचीन पत्रकार शम्स ताहिर खान की टीम में काम किया। वहां चर्चित आरुषि हत्याकांड, मुंबई आतंकी हमले सहित अन्य मामलों से संबंधित स्क्रिप्टिंग की। वह बताते हैं कि कतिपय व्यक्तिगत कारणों से उन्हें दिल्ली छोड़ना पड़ा। इसके बाद वह रांची आ गए। पेशे से पत्रकार रहे राजीव पत्रकारिता के क्षेत्र में ही अपना कैरियर बनाना चाहते थे। इसलिए रांची में भी उन्होंने पत्रकारिता का दामन थाम लिया। यहां भी राष्ट्रीय स्तर के एक हिन्दी दैनिक में बतौर वरीय संवाददाता काम शुरू किया। लेकिन, कहावत है "मेरे मन कछु और था, कर्ता के कछु और "। परिस्थितियों के शिकार होकर राजीव ने अखबार की नौकरी छोड़कर कॉरपोरेट सेक्टर की कंपनी ज्वाइन किया। वह अभिजीत ग्रुप के कॉरपोरेट कम्युनिकेशन विभाग के प्रभारी रहे। इस बीच उन्होंने अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर कंपनी को बेहतर सेवाएं दी। उनकी कार्यकुशलता और कार्यक्षमता देखकर झारखंड के पतरातू में प्लांट लगा रहे जिंदल स्टील एंड पावर ने ऑफर किया। वह जेएसपीएल के कॉरपोरेट कम्युनिकेशन विभाग का कामकाज देखने लगे। यहां भी उन्होंने बेहतरीन प्रतिभा का परिचय दिया। जेएसपीएल में कार्य के दौरान ही उन्हें अडाणी पावर से आफर मिला। इसके बाद वह जुलाई 2017 में अडाणी पावर के झारखंड परियोजना से जुड़़ गए। वर्तमान में राजीव अडाणी पावर में कॉरपोरेट कम्युनिकेशन हेड के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। उनका मानना है कि प्रतिभा का सदुपयोग करते हुए ईमानदारी व लगन से काम करें तो सफलता कदम चूमेगी। अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन और ऊर्जा का इस्तेमाल सकारात्मक और रचनात्मक कार्यों में लगाएं।
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