यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, 22 अक्तूबर 2018

शिक्षित समाज से होगा विकासः बिनोद कुमार



बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं वरीय अधिवक्ता

कुछ लोग महज डिग्री हासिल कर पैसे कमाने को हीं जीवन का लक्ष्य मानते है। वहीं समाज में एैसे भी लोग है जो विभिन्न क्षेत्रो में डिग्री हासिल कर उसका सदुपयोग परोपकार के लिए भी करते हैं एैसी हीं एक शख्सियत में शामिल है राजधानी के बरियातू स्थित रामेश्वरम काॅलोनी निवासी वरीय अधिवक्ता बिनोद कुमार। बिहार के औरंगाबाद जिले के अम्बा कुटुम्बा गाँव के स्थायी निवासी बिनोद कुमार की प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा उनके पैतृक गांव में ही हुई। वहीं से उन्होंने मैट्रिक पास किया। तत्पश्चात् आगे के शिक्षा के लिए रांची आ गये। यहां से इण्टरमीडिएट और ग्रेजुएशन किया। उनके घर का माहौल समाजिक, शैक्षणिक और धार्मिक था। उनके पिता स्व0 चंद्रदेव सिंह जाने माने समाजिक कार्यकत्र्ता थे। वह आजीवन अपने गांव के मुखिया रहे। वहीं उनकी माता तिलेश्वरी कुंवर धार्मिक प्रवृति की महिला हैं। समाज सेवा से भी इनका गहरा तालुक्कात रहा है। घर में समाजिक वातावरण रहनें के कारण बिनोद कुमार भी इससे प्रभावित हुए। पढ़ाई के दौरान समाज सेवा में भी जुटे रहे। स्नातक की डिग्री लेने के बाद यु.पी.एस.सी की तैयारी के लिए दिल्ली की ओर रूख किया। वहीं से लाॅ की डिग्री ली इसके बाद पटना लौट आये। पटना विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में एम.ए. किया। इस क्रम में देश के दिग्गज विधि विशेषज्ञों के संपर्क में आये और उनसे प्रेरित होकर वर्ष 2001 में पटना हाई कोर्ट में वकालत शुरू की। वर्ष 2003 तक पटना हाई कोर्ट में अधिवक्ता के रूप में काम करते रहे इसके बाद इनको पटना भी रास नहीं आया और रांची चले आये। वर्ष 2004 से झारखण्ड हाई कोर्ट में बतौर वरीय अधिवक्ता कार्यरत हैं। इन्होंने अपने पुत्र व पुत्री को इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करा कर सक्षम बनाया है। बिनोद कुमार की पत्नी नीता सिंह एक कुशल गृहणी के साथ साथ एक समाजिक कार्यकत्र्ता भी हैं वह अपने पति के समाजिक कार्यों में भी सहभागिता निभाती हैं। फिलवक्त बिनोद कुमार लाॅ फर्म ग्लोबल लीगल साॅल्युशन के संचालक हैं। वह बताते है, कि इसके माध्यम से सक्षम लोगों को कानूनी सेवाएं मुहैया कराने के अलावा गरीब तबके के लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता भी उपलब्ध कराते हैं। अपने पेशे के प्रति समर्पण का भाव रखते हुए उनकी अभिरूचि राजनीति में भी रहीं है। इसी वजह से राजनीति में भी रूझान रहा है। नतीजतन हाल हीं में उन्होंने प्रख्यात समाजवादी नेता लोकनायक जय प्रकाश नारायण से प्रेरित होकर राष्ट्रीय राजनीतिक संगठन जय प्रकाश जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पद भार संभाला है उनका मानना है कि शिक्षित समाज और साफ सुथरे राजनीतिक संगठन से हीं देश व राज्य समृद्ध हो सकता है वह राजनीति में जय प्रकाश नारायन को अपना प्रेरणास्रोत मानते हैं वहीं शैक्षणिक योग्यताएँ हासिल करने के लिए अपने गुरू पटना विश्वविद्यालय के विख्यात शिक्षाविद लाला निखिलेश कुमार सिन्हा को श्रेय देते हैं। बिनोद कुमार का मानना है कि शिक्षित समाज से हीं देश का विकास संभव है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

हास्य-व्यंग्यः ऑपरेशन कमल का प्रीपेड मोड लॉंच

  सूरत और इंदौर की परिघटना गर्मागर्म बहस का विषय बना हुआ है। यह सिर्फ एक प्रयोग है। आनेवाले समय में यह व्यापक रूप ले सकता है। 2014 के बाद ऑप...