* सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संघर्षरत व्यक्तित्व
रांची। राजधानी रांची में पली, बढ़ी नम्रता भारती यादव झारखंड के आदिवासी बहुल क्षेत्र दुमका के पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र में महिला सशक्तीकरण के लिए जन जागरुकता अभियान चला रही हैं। महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में उनका प्रयास रंग ला रहा है। नम्रता का जन्म 24 अगस्त 1988 को रांची में हुआ। प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा एचइसी परिसर स्थित कैरेली स्कूल में हुई। डोरंडा के निर्मला कालेज से इंटरमीडिएट और डोरंडा कालेज से स्नातक किया। उन्होंने अंग्रेजी में एमए किया है। उनका विवाह दुमका के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता विनोद यादव से हुआ। विवाह के बाद नम्रता ने भी दुमका को अपना कार्यक्षेत्र बनाया। वहां नवजीवन महिला जागृति केंद्र नामक स्वयंसेवी संस्था बनाकर सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने लगीं। इसके माध्यम से गरीब, दिव्यांग व समाज के दबे कुचले वर्ग के बच्चों और महिलाओं के उत्थान के लिए प्रयासरत रहने लगी। महिला सशक्तीकरण के तहत महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में प्रयास शुरू किया। सामाजिक कुरीतियों को वह समाज के लिए अभिशाप मानती हैं। उनका कहना है कि कुप्रथाओं और अंधविश्वास के कारण ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं का विकास बाधित होता है। उन्होंने सामाजिक कार्यों के तहत ग्रामीण विद्युतीकरण, महिला सशक्तीकरण, शिक्षा स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं के लिए कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। राजनीति के क्षेत्र में भी वे सक्रिय हैं। भाजपा से जुड़ी हैं। पार्टी के प्रति इनके समर्पण को देखते हुए भाजपा महिला मोर्चा में प्रदेश अध्यक्ष ऊषा पांडे के नेतृत्व में गठित प्रदेश कार्यसमिति में इन्हें सदस्य मनोनीत किया गया। पार्टी ने वर्ष 2016 में पिछड़ी जाति मोर्चा का प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किया। इनका गृह क्षेत्र दुमका जिले के पोड़ैया हाट विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सरैया हाट है। उनका मानना है कि संगठन में जो भी दायित्व मिले उसे पूरी निष्ठा और लगन से पूरा करना चाहिए। वह अपना आदर्श प. दीन दयाल उपाध्याय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल बिहारी बाजपेयी और नरेंद्र मोदी को मानती हैं।। उनके पति विनोद यादव भी भाजपा से जुड़े हैं। नम्रता की माता उर्मिला देवी से उन्हें सामाजिक कार्यों की प्रेरणा मिली है, जो वर्तमान में रांची नगर निगम की पार्षद हैं। नम्रता के पिता नंदकिशोर यादव भी सामाजिक कार्यकर्ता हैं। नम्रता यादव समाज में महिलाओं को समुचित सम्मान दिया जाना जरूरी समझती हैं।
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