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शुक्रवार, 24 अप्रैल 2020

कोरोना काल में नवग्रह शांति मंत्र का.जाप करा रहे हैं समाजसेवी सुधांशु सुमन


* मानव कल्याण के लिए ब्रह्म मुहूर्त में कर रहे नवग्रह शांति मंत्र पाठ
 
 

रांची। इन दिनों पूरी दुनिया कोरोना वायरस जनित महामारी कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से परेशान है। इस वैश्विक महामारी का प्रकोप स्पर्श और सानिध्य दोष से बढ़ रहा है। ऐसे हालात में स्वयं को बचाते हुए अपने परिवार, समाज और राष्ट्र को भी इससे बचाने की जिम्मेदारी मनुष्य पर आ गई है। इस महामारी के प्रकोप से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं। मनुष्य अपनी बुद्धिमता का प्रयोग कर इस संकट को परास्त करने में जुटा है। कोरोना वायरस के खिलाफ हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ी जा रही है। अकस्मात आई इस वैश्विक आपदा से निपटने के लिए मौजूदा मुश्किल वक्त में हर स्तर पर प्रयास जारी है। इस क्रम में कई लोग विश्व कल्याण के लिए देवी- देवताओं की पूजा-अर्चना करने, ग्रह-गोचर शांत करने और ग्रहों की दशा-दिशा सुधारने हेतु आध्यात्मिक अनुष्ठान में जुटे हैं। भारतीय सनातन धर्म से आस्था की डोर बांधकर इसके सहारे कोरोना से मुक्ति पाने के लिए विश्व कल्याण की कामना कर रहे हैं। ऐसे ही एक कर्मयोगी पुरुष हैं झारखंड के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रीय अभियान "तिरंगा सम्मान यात्रा" के संयोजक सुधांशु सुमन। श्री सुमन वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के मद्देनजर किए गए देशव्यापी लॉकडाउन शुरू होने की तिथि (24 मार्च) से लगातार नियमित रूप से अपने आवास पर ब्रह्म मुहूर्त में नवग्रह शांति मंत्र का जाप और हवन कर रहे हैं। इस दौरान वे भगवान शंकर, मां दुर्गा और प्रभु श्री राम की नियमित पूजा भी करते हैं। नवग्रह शांति मंत्र जाप व हवन और सभी देवी- देवताओं की पूजा-अर्चना में श्री सुमन के साथ उनके परिवार के अन्य सदस्य भी महत्वपूर्ण सहभागिता निभाते हैं। प्रतिदिन अहले सुबह ब्रह्म मुहूर्त में नव ग्रह शांति पाठ का जाप और हवन के बाद पूरा परिवार जयकारा लगाता है। इनकी आस्था देखते ही बनती है। श्री सुमन वाराणसी निवासी प्रख्यात ज्योतिषाचार्य व धर्म-अध्यात्म के ज्ञाता पंडित रामजीवन झा, आचार्य गुंड़न बाबा, आचार्य प्रेम पंडित जी के नेतृत्व व सानिध्य में ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम करने और सकारात्मकता को क्रियाशील करने के लिए नवग्रह शांति पाठ जाप, हवन आदि पावन कार्य संपन्न करते हैं। प्रतिदिन अहले सुबह उठना और मानव कल्याण के लिए देवी- देवताओं की पूजा-अर्चना कर नवग्रह शांति पाठ में जुट जाना उनकी दिनचर्या में शुमार है। वह कहते हैं कि जब-जब मानव जीवन के अस्तित्व पर खतरा आया है, तब-तब ईश्वरीय शक्तियां चमत्कारी रूप से आपदा दूर भगाने और मनुष्य को संरक्षण देने में सहायक हुईं हैं। श्री सुमन ने कहा कि मनुष्य के पास असीम शक्तियां बुद्धि और चिंतन की वजह से है। इसीलिए मनुष्य को अन्य जीवों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। ऐसे संकट के समय मानव अपनी बुद्धिमता का प्रयोग करे, तो विषम परिस्थितियों में भी संकटों को परास्त कर सकता है।
 श्री सुमन ने कहा कि जैसे-जैसे कोरोना के खिलाफ लड़ाई आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के प्रयासों के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ता जा रहा है। एक सर्वेक्षण में भी यह बात सामने उभर कर आई है। देश की अधिकतर जनता यह मानती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार प्रभावी तरीके से वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जंग जीतने की ओर अग्रसर है। उन्होंने आशा व्यक्त किया है कि मानवता के अस्तित्व को झकझोर कर रख देने वाली इस आकस्मिक आपदा से जल्द ही भारतवासी निजात पाएंगे। उन्होंने कहा कि भारतवासियों की दृढ़ इच्छाशक्ति, एकजुटता, जागरुकता और सामाजिक समरसता के बलबूते "इंडिया जीतेगा और कोरोना हारेगा"।

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