रांची। झारखंड ऑल स्कूल पैरंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि कोरोना से बचाव के लिए सरकारी आदेशों का सख्ती से अनुपालन अत्यंत जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के मद्देनजर सूबे के सरकारी व गैर सरकारी स्कूल-काॅलेज छात्रों के लिए तो बंद कर दिए गए हैं, लेकिन स्कूलों-कॉलेजों के शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को प्रतिदिन उपस्थित रहने का निर्देश स्कूल व कॉलेज प्रबंधन द्वारा दिया गया है। यह एक प्रकार से सरकारी आदेश का उल्लंघन है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि अविलंब इस दिशा में यथोचित कदम उठाते हुए कोरोना से बचाव के लिए दिए गए दिशा निर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के कई स्कूल प्रबंधन अपने शिक्षकों व कर्मचारियों को प्रतिदिन स्कूल आने को विवश कर रहे हैं। इस पर रोक लगाया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अभी भी कई ऐसे सरकारी संस्थानों में, सार्वजनिक उपक्रमों में भीड़भाड़ रहती है। राज्य सरकार को अविलंब इस ओर ध्यान देते हुए और सतर्कता बरतते हुए कोरोना से बचाव के लिए वैसे सरकारी संस्थान जहां भीड़भाड़ रहती हो, उन स्थलों को चिन्हित कर वैसे जगह पर भीड़-भाड़ प्रतिबंधित किए जाने का निर्देश जारी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक संक्रामक बीमारी से बचाव के लिए देश- दुनिया के लोग सक्रियता से जुड़े हैं, इसमें जरा सा भी कोताही मानव जीवन के लिए खतरा उत्पन्न कर सकती है। इसलिए इस दिशा में राज्य सरकार को गंभीरता से विचार करते हुए अविलंब स्कूल-कॉलेजों, अन्य शैक्षणिक संस्थानों और भीड़भाड़ की संभावना वाले सरकारी संस्थानों को भी कुछ दिनों के लिए बंद करने का निर्देश जारी करना चाहिए।
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शुक्रवार, 20 मार्च 2020
कोरोना से बचाव के लिए सरकारी आदेशों का सख्ती से हो अनुपालन: अजय राय
रांची। झारखंड ऑल स्कूल पैरंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि कोरोना से बचाव के लिए सरकारी आदेशों का सख्ती से अनुपालन अत्यंत जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के मद्देनजर सूबे के सरकारी व गैर सरकारी स्कूल-काॅलेज छात्रों के लिए तो बंद कर दिए गए हैं, लेकिन स्कूलों-कॉलेजों के शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को प्रतिदिन उपस्थित रहने का निर्देश स्कूल व कॉलेज प्रबंधन द्वारा दिया गया है। यह एक प्रकार से सरकारी आदेश का उल्लंघन है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि अविलंब इस दिशा में यथोचित कदम उठाते हुए कोरोना से बचाव के लिए दिए गए दिशा निर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के कई स्कूल प्रबंधन अपने शिक्षकों व कर्मचारियों को प्रतिदिन स्कूल आने को विवश कर रहे हैं। इस पर रोक लगाया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अभी भी कई ऐसे सरकारी संस्थानों में, सार्वजनिक उपक्रमों में भीड़भाड़ रहती है। राज्य सरकार को अविलंब इस ओर ध्यान देते हुए और सतर्कता बरतते हुए कोरोना से बचाव के लिए वैसे सरकारी संस्थान जहां भीड़भाड़ रहती हो, उन स्थलों को चिन्हित कर वैसे जगह पर भीड़-भाड़ प्रतिबंधित किए जाने का निर्देश जारी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक संक्रामक बीमारी से बचाव के लिए देश- दुनिया के लोग सक्रियता से जुड़े हैं, इसमें जरा सा भी कोताही मानव जीवन के लिए खतरा उत्पन्न कर सकती है। इसलिए इस दिशा में राज्य सरकार को गंभीरता से विचार करते हुए अविलंब स्कूल-कॉलेजों, अन्य शैक्षणिक संस्थानों और भीड़भाड़ की संभावना वाले सरकारी संस्थानों को भी कुछ दिनों के लिए बंद करने का निर्देश जारी करना चाहिए।
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