विनय मिश्रा
चाईबासा। झारखंड विधानसभा चुनाव में कोल्हान में द्वितीय चरण के अंतर्गत 7 दिसम्बर को मतदान होगा। इसे लेकर कोल्हान का राजनीतिक तापमान बढ़ने लगा है। इसकी प्रमुख वजह यह भी है कि कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिले पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और अर्जुन मुंडा का क्षेत्र है।
अर्जुन मुंडा खूंटी के सांसद बनने के पश्चात केंद्रीय मंत्री हैं। वहीं, दूसरी ओर मधु कोड़ा का जगरनाथपुर विधानसभा सीट पर विगत दो दशक से कब्जा है। उन्होंने दो बार विधायक, मंत्री के पश्चात मुख्यमंत्री तक का सफर तय किया है। इसके पश्चात 2009 में निर्दलीय सांसद चुन कर इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उनकी पत्नी गीता कोड़ा भी दो बार विधायक चुनी गई। श्रीमती कोड़ा वर्तमान समय में सिंहभूम संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस की एकमात्र सांसद है। इस बार विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के साथ ही महागठबंधन की बात सामने आ रही हैं। गौरतलब है कि पश्चिम सिंहभूम के कुल पांच सीटों में से चार पर झामुमो का कब्जा है। जगरनाथपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की दावेदारी रहेगी। इसके अलावा सराईकेला- खरसावांवा जिला के तीन में से दो पर झामुमो का कब्जा है। एक पर भाजपा के विधायक हैं। हाल के दिनों में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सन्नी सिंकू ने यह बयान देकर राजनीतिक तापमान बढा दिया है कि कांग्रेस सिंहभूम के सभी सीटों पर आगे रही थी, इसलिए कांग्रेस की सभी सीटों पर मजबूत दावेदारी है। वहीं, भाजपा और आजसू के बीच भी सीटों को लेकर खींच तान जारी है। बहरहाल, सीटों के बंटवारे को लेकर यूपीए और एनडीए में मंथन शुरू हो गया है। ऊंट किस करवट बैठता है, ये तो सीटों के तालमेल के पश्चात घोषणा के बाद ही पता चल पाएगा।
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