* प्रबंधकीय और प्रशासनिक कार्यों में दक्ष व्यक्ति सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर बखूबी अपनी सहभागिता निभाए, ऐसा उदाहरण कम ही देखने को मिलता है। ऐसे व्यक्ति विलक्षण प्रतिभा के धनी होते हैं। ऐसी ही शख्सियतों की श्रेणी में शुमार हैं हेमंत गुप्ता। श्री गुप्ता फिलवक्त एचईसी में महाप्रबंधक (कार्मिक व प्रशासनिक) सह मुख्य नगर प्रशासक के पद पर सेवारत हैं। अपने कर्तव्यों के प्रति सदैव सजग रहने वाले हेमंत गुप्ता बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति हैं। एचईसी में उनकी पहचान एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में तो है ही, साथ ही साथ सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी लोगों के बीच उनकी एक विशिष्ट पहचान है। वह रांची में ही पले-बढ़े। उनकी प्रारंभिक शिक्षा राजधानी रांची स्थित मारवाड़ी हाई स्कूल से हुई। वहीं से उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा पास की। तत्पश्चात रांची कॉलेज से इंटरमीडिएट व स्नातक तक की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने एक्सआईएसएस से मैनेजमेंट की डिग्री हासिल की। रांचीवासी श्री गुप्ता के पिता स्व.शिव रतनलाल गुप्ता और माता स्व. सुंदर देवी गुप्ता भी सुप्रसिद्ध समाजसेवी के रूप में जाने जाते थे। हेमंत गुप्ता को समाजसेवा की प्रेरणा अपने माता-पिता से मिली। मैनेजमेंट की डिग्री प्राप्त करने के बाद श्री गुप्ता 21 सितंबर 1982 को एचईसी में बतौर कार्यपालक अधिकारी (प्रशिक्षु) नियुक्त हुए। अपनी व्यवहारकुशलता, उत्कृष्ट कार्यशैली, कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी के बलबूते वह एचईसी में कदम-दर-कदम आगे बढ़ते गए। कार्यपालक अधिकारी से जूनियर मैनेजर, फिर असिस्टेंट मैनेजर,डिप्टी मैनेजर,मैनेजर, सीनियर मैनेजर,सीनियर डीजीएम और फिर जीएम के पद तक प्रोन्नत हुए। अपने कार्यकाल के दौरान एचईसी में उन्होंने कई उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने में सफलता पाई। वह अपने सहकर्मियों और मातहत कर्मियों के साथ समन्वय स्थापित कर एचईसी के विकास में महत्वपूर्ण सहभागिता निभाते आ रहे हैं। राज्य सरकार और अन्य संस्थाओं/संगठनों के साथ समन्वय स्थापित कर निगम की बेहतरी के लिए उन्होंने कई ऐसे उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जो मील का पत्थर साबित हुए हैं। श्री गुप्ता एक कुशल प्रशासनिक और प्रबंधकीय अधिकारी होने के अलावा आरटीआई एक्टिविस्ट भी हैं। प्रबंधकीय और प्रशासनिक कार्यों में दक्षता प्राप्त श्री गुप्ता विजिटिंग फैकल्टी के रूप में विभिन्न संस्थानों में भी अपने अनुभवों का लाभ पहुंचाने के लिए व्याख्यान देने जाते हैं। समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी संस्था रोटरी क्लब और वाईएमसीए से भी वे जुड़े हैं। सूचनाधिकार कार्यकर्ता के रूप में भी उनकी एक विशिष्ट पहचान है। इससे संबंधित उनके विभिन्न आलेख कई समाचार पत्रों में भी प्रकाशित होते रहे हैं। संगीत प्रेमी श्री गुप्ता को देश-विदेश के नामचीन हस्तियों के ऑटोग्राफ कलेक्शन करने का भी शौक है। वह बताते हैं कि उनके पास देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी, विश्वविख्यात समाजसेवी और नोबेल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा सहित अन्य कई हस्तियों का ऑटोग्राफ्स हैं। उनकी पत्नी सुजाता गुप्ता भी समाजसेवा के क्षेत्र में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों में अपनी सहभागिता निभाती रहती हैं।श्रीमती गुप्ता रांची के हटिया स्थित निफ्ट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। हेमंत गुप्ता बताते हैं कि उन्होंने 37 वर्ष से अधिक अवधि एचईसी में बतौर अधिकारी बिताए हैं। इस दौरान उन्होंने एचईसी की बेहतरी के लिए कई ऐसे कार्य किए हैं, जो आने वाली पीढ़ी के लिए अनुकरणीय ही नहीं प्रेरणा स्रोत भी है। श्री गुप्ता इसी वर्ष 31 दिसंबर को एचईसी से सेवानिवृत्त होने वाले हैं। उन्होंने 37 वर्षों की सेवा काल के दौरान एचईसी में कई उतार-चढ़ाव देखे। कंपनी को शिखर तक पहुंचाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह कहते हैं कि ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के बलबूते इंसान हर मुकाम हासिल करने में सफल हो सकता है। अपने कर्तव्यों को बखूबी निभाते हुए समाज सेवा के प्रति भी हर नागरिक को सजग रहने की आवश्यकता है। इससे हमारा देश व समाज सशक्त होगा।
प्रस्तुति : नवल किशोर सिंह
आप हमारे लिए प्ररेणा के स्रोत है अगले पारी के लिए हमलोगो के तरफ से शुभकामनाएं स्वास्थ्य रहे मस्त रहे
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उदय मोना उत्सव अौर उमंग