कहा, जनसमर्थन मिला, तो करेंगे जरमुंडी का कायाकल्प
विनय मिश्रा
जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सीताराम पाठक ने पर्चा दाखिल किया। श्री पाठक के नामांकन के दौरान उनके समर्थकों की विशाल भीड़ उमड़ी। गौरतलब है कि श्री पाठक भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य रहे हैं। वे 10 वर्षों तक गोड्डा के सांसद निशिकांत दूबे के प्रतिनिधि भी रहे हैं। श्री पाठक जरमुंडी विधानसभा सीट के लिए टिकट के प्रबल दावेदार थे।भाजपा से टिकट नहीं मिलने के कारण वे जनदबाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं। श्री पाठक ने प्रख्यात विद्वान और ज्योतिषाचार्य आचार्य कृष्णकांत से आशीर्वाद लेने के पश्चात अपना नामांकन दाखिल किया। श्री पाठक जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र में लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते हैं। समाज सेवा के क्षेत्र में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हर वर्ग और समुदाय के लोगों के बीच सामाजिक कार्यों को सदैव तरजीह देते रहे हैं। श्री पाठक ने नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहा कि यदि उन्हें जनसमर्थन मिला और जनता ने चुनकर सदन में शामिल होने का अवसर दिया, तो जरमुंडी का कायाकल्प करेंगे। जनसमस्याओं के त्वरित निष्पादन हेतु सतत प्रयासरत रहेंगे। उनके समर्थकों ने उन्हें चुनाव में विजयी बनाकर विधानसभा में भेजने का संकल्प लिया।
विनय मिश्रा
जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सीताराम पाठक ने पर्चा दाखिल किया। श्री पाठक के नामांकन के दौरान उनके समर्थकों की विशाल भीड़ उमड़ी। गौरतलब है कि श्री पाठक भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य रहे हैं। वे 10 वर्षों तक गोड्डा के सांसद निशिकांत दूबे के प्रतिनिधि भी रहे हैं। श्री पाठक जरमुंडी विधानसभा सीट के लिए टिकट के प्रबल दावेदार थे।भाजपा से टिकट नहीं मिलने के कारण वे जनदबाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं। श्री पाठक ने प्रख्यात विद्वान और ज्योतिषाचार्य आचार्य कृष्णकांत से आशीर्वाद लेने के पश्चात अपना नामांकन दाखिल किया। श्री पाठक जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र में लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते हैं। समाज सेवा के क्षेत्र में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हर वर्ग और समुदाय के लोगों के बीच सामाजिक कार्यों को सदैव तरजीह देते रहे हैं। श्री पाठक ने नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहा कि यदि उन्हें जनसमर्थन मिला और जनता ने चुनकर सदन में शामिल होने का अवसर दिया, तो जरमुंडी का कायाकल्प करेंगे। जनसमस्याओं के त्वरित निष्पादन हेतु सतत प्रयासरत रहेंगे। उनके समर्थकों ने उन्हें चुनाव में विजयी बनाकर विधानसभा में भेजने का संकल्प लिया।
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