रांची। नगर निगम वार्ड संख्या 41 की पार्षद उर्मिला यादव अपने वार्ड क्षेत्र को पॉलिथीन मुक्त करने की दिशा में प्रयासरत हैं। इसके लिए वह प्रायः हर रोज विभिन्न मोहल्लों में जाकर लोगों से संपर्क कर पॉलिथीन का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह देती हैं। वह अपने वार्ड में नियमित रूप से पर्यावरण संरक्षण, वायु प्रदूषण आदि से संबंधित विषयों पर लोगों के साथ परिचर्चा भी करती हैं। उनके इस जागरूकता अभियान में कुछ पर्यावरण प्रेमी महिलाएं व पुरुष भी साथ होते हैं। श्रीमती यादव का मानना है कि पॉलिथीन मानव और वन्य जीवन के लिए घातक साबित हो रहा है। इसलिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पॉलिथीन के उपयोग पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके बावजूद कुछ इलाकों में चोरी-छिपे पॉलीथिन का इस्तेमाल किया जाता है। यह अनुचित है। इस दिशा में लोगों को जागरूक करने के लिए उन्होंने अभियान छेड़ रखा है। उनका कहना है कि जल्द ही रांची नगर निगम क्षेत्र का वार्ड 41 (एच ई सी परिसर) पॉलिथीन मुक्त क्षेत्र घोषित किया जाएगा। इस दिशा में वह अपने सहयोगियों को साथ लेकर अग्रसर हैं। श्रीमती यादव ने कहा क अपने वार्ड में लोगों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के प्रति वे सदैव सजग रहती हैं। नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं सुलभ हो, इस दिशा में वह सकारात्मक प्रयास करती रहती हैं। क्षेत्र में सड़क, नाली, बिजली, पेयजल आदि सुविधाएं बेहतर करने के लिए वह रांची नगर निगम प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर काम करती हैं। उनका मानना है कि नागरिकों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने से प्रशासन के प्रति नागरिकों की विश्वसनीयता में वृद्धि होती है। जनसमस्याओं का जल्द निष्पादन उनकी प्राथमिकताओं में शुमार है। उनके क्षेत्र की जनता उनकी बेहतरीन कार्यशैली और कर्तव्यपरायणता की सराहना करते नहीं थकती।
यह ब्लॉग खोजें
सोमवार, 6 जनवरी 2020
अपने वार्ड को पॉलिथीन मुक्त करने के प्रयास में लगीं पार्षद उर्मिला यादव
रांची। नगर निगम वार्ड संख्या 41 की पार्षद उर्मिला यादव अपने वार्ड क्षेत्र को पॉलिथीन मुक्त करने की दिशा में प्रयासरत हैं। इसके लिए वह प्रायः हर रोज विभिन्न मोहल्लों में जाकर लोगों से संपर्क कर पॉलिथीन का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह देती हैं। वह अपने वार्ड में नियमित रूप से पर्यावरण संरक्षण, वायु प्रदूषण आदि से संबंधित विषयों पर लोगों के साथ परिचर्चा भी करती हैं। उनके इस जागरूकता अभियान में कुछ पर्यावरण प्रेमी महिलाएं व पुरुष भी साथ होते हैं। श्रीमती यादव का मानना है कि पॉलिथीन मानव और वन्य जीवन के लिए घातक साबित हो रहा है। इसलिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पॉलिथीन के उपयोग पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके बावजूद कुछ इलाकों में चोरी-छिपे पॉलीथिन का इस्तेमाल किया जाता है। यह अनुचित है। इस दिशा में लोगों को जागरूक करने के लिए उन्होंने अभियान छेड़ रखा है। उनका कहना है कि जल्द ही रांची नगर निगम क्षेत्र का वार्ड 41 (एच ई सी परिसर) पॉलिथीन मुक्त क्षेत्र घोषित किया जाएगा। इस दिशा में वह अपने सहयोगियों को साथ लेकर अग्रसर हैं। श्रीमती यादव ने कहा क अपने वार्ड में लोगों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के प्रति वे सदैव सजग रहती हैं। नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं सुलभ हो, इस दिशा में वह सकारात्मक प्रयास करती रहती हैं। क्षेत्र में सड़क, नाली, बिजली, पेयजल आदि सुविधाएं बेहतर करने के लिए वह रांची नगर निगम प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर काम करती हैं। उनका मानना है कि नागरिकों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने से प्रशासन के प्रति नागरिकों की विश्वसनीयता में वृद्धि होती है। जनसमस्याओं का जल्द निष्पादन उनकी प्राथमिकताओं में शुमार है। उनके क्षेत्र की जनता उनकी बेहतरीन कार्यशैली और कर्तव्यपरायणता की सराहना करते नहीं थकती।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
पंजाबी फिल्म मियां बीबी राजी तो क्या करेंगे भाजी का मुहूरत
मुंबई। मुंबई के फ्यूचर स्टूडियो में पंजाबी फिल्म मियां बीबी राजी तो की करेंगे भाजी का मुहूर्त धूमधाम से किया गया। यह एक कॉमेडी फिल्म है। और ...
-
सूरत और इंदौर की परिघटना गर्मागर्म बहस का विषय बना हुआ है। यह सिर्फ एक प्रयोग है। आनेवाले समय में यह व्यापक रूप ले सकता है। 2014 के बाद ऑप...
-
मुंबई। मुंबई के फ्यूचर स्टूडियो में पंजाबी फिल्म मियां बीबी राजी तो की करेंगे भाजी का मुहूर्त धूमधाम से किया गया। यह एक कॉमेडी फिल्म है। और ...
-
मारवाड़ी युवा मंच महिला समर्पण शाखा द्वारा दो दिवसीय दिवाली मेला का आयोजन अग्रसेन भवन में किया जा रहा है | यह मेला 15 और 16 अक्टूबर...
-
रौशनलाल मेहरा बलिदान दिवस 1 मई 1933 का दिन था। मद्रास के रायपुरम समुद्र तट एक जोरदार धमाका हुआ और देखते-देखते पूरा शहर धुएं के बादलों से...
-
मनोहरपुर। पुलिस और पब्लिक के बीच बेहतर समन्वय कायम करना समय की मांग है। लेकिन कम ही अधिकारी यह समायोजन कर पाते हैं। लेकिन सजग और कर्तव्य...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें