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शनिवार, 12 जनवरी 2019

गायत्री युग यज्ञ पद्धति से जन्म दिन मनाया गया




रांची। गायत्री शक्तिपीठ सेक्टर टू में गायत्री परिवार के एक वयोवृद्ध सदस्य एवं रांची एजी ऑफिस से 1992 में सेवानिवृत्त वरीय  लेखाधिकारी और गायत्री परिवार के पुराने सक्रिय सदस्य गणपत मोदी जी का आज दिनांक 11 जनवरी को पचासी वां जन्म दिवस गायत्री यज्ञीय वातावरण में मनाया गया तथा उनके उज्जवल भविष्य हेतु विशेष यज्ञाहुतियां अग्निहोत्र में दी गयीं तथा इस अवसर पर गायत्री मंदिर एवं कई गली मोहल्ले में निर्धन एवं गरीब जनों में  85 पीस में से तीस गायत्री परिजनों में कंबल वितरित किया गया ।
साथ ही मकर संक्रांति के पूर्व अवसर पर आज  कुछ यहां और कल शनि व अन्य मंदिरों में चूड़ा, गुड़ , तिल,लाई और तिलकुट का वितरण उनकी ओर से वितरित किया जाएगा। इस अवसर पर गायत्री मंदिर सेक्टर-2 धुर्वा  में गायत्री साधक एवं पुजारी रामाज्ञा सिंह द्वारा विधि विधान से जन्म दिवसोत्सव  संस्कार पर पूजा अर्चना किया तथा जन्मदिन पर बधाई शुभकामना के साथ जन्मोत्सव पर अनेक संदेश देकर उन्हेंसम्मानित किया ।
सिंह ने अपने संबोधन में कहा ----जन्मदिन व्यक्तिगत पर्व में निजी जीवन का एक महत्वपूर्ण उपलब्धि और उल्लास का पर्व है । यह निपट एकाकी नहीं , सामूहिक मनाया जाना चाहिए।जिसका जन्म दिन होता है ,वह आयोजन समूह का महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है । यह आनंद उल्लास पूरे परिवार व समूह का हिस्सा होता है । कहा कि यद्यपि हमारे समाज में हंसी-खुशी और आनंद उल्लास का अनेक त्यौहार प्रचलित हैं , *उसमें मानव का धरती पर अवतरण भी एक बड़ी उपलब्धि एवं सफलता है तथा जीव के लिए यह  सबसे बड़ा ईश्वरीय उपहार  मनुष्य जन्म है*।
अतः यह अवसर मंगलमय ,  आनंदमय और उल्लासमय होना ही चाहिए तथा प्राप्त प्रेरणा से दूसरों को भी प्रेरित कर उन्हें भी आनंदित एवं प्रमुदित करना चाहिए । गणपति मोदी जी ने भी अपने जीवन के गुरूदेव श्री के सानिध्य में रांची में गुरुदेव श्री की उपस्थिति में  प्राप्त कुछ रोचक प्रसंगों को सबको संक्षिप्त में सुनाया और
उपस्थित छोटे बड़े सभी परिजनों ने उनके सानिध्य सौहार्द में आशीर्वचन के साथ  उनके सुखमय ,स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन और उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामनाएं की गईं ।

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